1973 में इंदिरा गाँधी ने न्यायमूर्ति AN रे को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में बैठा दिया, वो भी तब जब उनसे वरिष्ठ न्यायधीशों की लिस्ट जैसे न्यायमूर्ति JM शेलात, KS हेगड़े और AN ग्रोवर सामने थी।
अंततः हुआ यह कि नाराज़गी के रूप में इन तीनों न्यायधीशों ने इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद कांग्रेस ने पार्लियामेंट में जवाब दिया, ...
'यह सरकार का काम है कि किसे मुख्य न्यायधीश रखें और किसको नहीं और हम उसी को बिठाएंगे जो हमारी विचारधारा के पास हो।'
Dec 6, 2022 • 17 tweets • 7 min read
~~Thread~~
श्री हरमंदिर साहिब में 'शहीदों' के रूप में केंद्रीय सिख संग्रहालय में स्थापित कुछ खालिस्तानियों की तस्वीरें जिनके बारे में सभी को पता होना चाहिए।
दिलवर सिंह बब्बर
एक आत्मघाती हमलावर जो पंजाब पुलिस का सदस्य था और बाद में आतंकवादी संगठन बीकेआई में शामिल हो गया और बेअंत सिंह (पंजाब के एक्स-सीएम) की हत्या कर दी।
31 अगस्त 1995 को ßomb के विस्फोट से बेअंत सिंह के साथ 13 लोग मारे गए और 16 घायल हो गए।
Nov 15, 2022 • 15 tweets • 3 min read
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छुआछूत
प्राचीन समय भारत में कभी छुआछुत रहा ही नहीं और ना ही कभी जातियाँ भेदभाव का कारण होती थी। चलिए हजारों साल पुराना इतिहास समझते हैं। सम्राट शांतनु ने विवाह किया, एक मछवारे की पुत्री सत्यवती से। उनका बेटा ही राजा बने, इसलिए भीष्म ने विवाह न करके,
आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की। सत्यवती के बेटे बाद में क्षत्रिय बन गए, जिनके लिए भीष्म आजीवन अविवाहित रहे, सोच सकते हैं कि क्या उनका शोषण होता होगा? महाभारत लिखने वाले वेद व्यास भी मछुवारे थे, पर महर्षि बन गए, वह गुरुकुल चलाते थे। विदुर,
Nov 12, 2022 • 9 tweets • 2 min read
~~((Thread))~~
""न्यायधीश का दंड""
अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, वह स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया।
जज ने जुर्म सुना और लड़के से पूछा, "तुमने क्या सचमुच कुछ चुराया था? ब्रैड और पनीर
का पैकेट"?
लड़के ने नीचे नज़रें कर के जवाब दिया,"हाँ।"
जज :- "क्यों ?"
लड़का :- "मुझे ज़रूरत थी।"
जज :- "खरीद लेते।"
लड़का :- "पैसे नहीं थे।"
जज :- "घर वालों से ले लेते।"
लड़का :- "घर में सिर्फ माँ है। बीमार और बेरोज़गार है, ब्रैड और पनीर भी उसी के लिए चुराया था।"
Oct 19, 2022 • 4 tweets • 1 min read
~~!!Thread!!~~
"ऑनलाइन शॉपिंग रूपी मुगलों का बहिष्कार करना जरूरी है""
नौ दिन चली रामलीला व जागरण में चंदा
जौमेटो 000,
सुवेगी 000,
पिज़्ज़ा हट 000
डोमिनोज 000
फ्लिपकार्ट 000,
अमेजॉन 000,
मिंत्रा 000
स्नेपडील000
दुकानदार 11,21,51,101,501,1100,2100,3100
आखिर भारतीय व्यापारी और दुकानदार ही हैं जो भारतीय संस्कृति को जीवित रखने और परंपरागत त्योहारों को मनाने मे सहयोग देते हैं... ना कि ये विदेशी कंपनियां..
अभी भी वक़्त है संभल जाओ
कोई भी आइटम खरीदो स्थानीय व्यापरियों से ही खरीदो... परिवार को साथ लेकर बाज़ारों मे निकलो...
Oct 18, 2022 • 16 tweets • 3 min read
~~((Thread))~~
मात्र 6 वर्ष पहले मैं भी एक सामान्य व्यक्ति था, मुझे भी औरों की तरह नेहरू, गांधी, गांधी परिवार तथा हिन्दू मुस्लिम भाई भाई जैसे नारे अच्छे लगते थे।
मगर ..... मगर ....
इन 6 वर्षों में विभिन्न माध्यमों से मुझे कुछ ऐसे सत्य पता चले जो हैरान करने वाले थे।
1. सोशल मीडिया से मुझे यह पता चला कि "पत्रकार" निष्पक्ष नहीं होते। वे भी किसी मकसद/व्यक्तिगत स्वार्थ से जुड़े होते हैं।
2. लेखक, साहित्यकार भी निष्पक्ष नहीं होते। वे भी किसी खास विचारधारा से जुड़े होते हैं।
Oct 18, 2022 • 5 tweets • 1 min read
(""Thread"")
ग्लोबल हंगर इंडेक्स....!!
पूरी दुनिया आटे तेल की जुगाड़ मे उलझी है और भारत 200000 किलो सोना खरीद रहा है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स....!!
आधे से ज्यादा यूरोप बिजली संकट से जूझ रहा है और भारत मे 600000 गाड़ियों की 3 से 6 महीने की एडवांस बुकिंग चल रही है। इस धनतेरस मे यहां धन रहते भी बहुतों को उनकी मनमाफिक गाड़ी नही मिल सकेगी।
Oct 16, 2022 • 12 tweets • 2 min read
🚩🚩Thread🚩🚩
""सनातन धर्म के दर्शन""🙏🙏
एक माँ अपने पूजा-पाठ से फुर्सत पाकर अपने विदेश में रहने वाले बेटे से विडियो चैट करते वक्त पूछ बैठी-
"बेटा! कुछ पूजा-पाठ भी करते हो या नहीं?"
बेटा बोला-
माँ, मैं एक जीव वैज्ञानिक हूँ। मैं अमेरिका में मानव के विकास पर काम कर रहा हूँ।
विकास का सिद्धांत, चार्ल्स डार्विन.. क्या आपने उसके बारे में सुना भी है?
उसकी माँ मुस्कुराई
और बोली.....
"मैं डार्विन के बारे में जानती हूँ बेटा.. उसने जो भी खोज की, वह वास्तव में सनातन-धर्म के लिए बहुत पुरानी खबर है।"
“हो सकता है माँ!” बेटे ने भी व्यंग्यपूर्वक कहा।
Oct 15, 2022 • 7 tweets • 2 min read
((Thread))
गुजरात के वडनगर में जहाँ पीएम मोदी का पूरा परिवार रहता है सभी भाई रहते है वही घर से 2 km की दुरी पर रैली हो रही थी!
लाखो की भीड़ में पीएम मोदी के छोटे भाई भी नजर आये जो काफी पीछे बेठे थे! मिडिया की नजर आखिर तक उन पर रही! उनकी आँखों में आंसू थे क्योंकि
परिवार आज भी तंगहाली बदहाली का जीवन जी रहा है! बीपीएल कार्ड से गुजर बसर हो रहा है!पीएम मोदी के छोटे भाई प्राइवेट जॉब करते है!
रैली खत्म होने के बाद मिडिया ने उनसे सवाल पूछा के आप अपने भाई मोदी से कब मिले तो जवाब था जब उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया! फिर पूछा आप
Oct 15, 2022 • 8 tweets • 2 min read
~~Thtrad~~
""मंत्रमुग्ध कर देगी यह छोटी सी कहानी""
रात्रि के अंतिम प्रहर में एक बुझी हुई चिता की भस्म पर अघोरी ने जैसे ही आसन लगाया, एक प्रेत ने उसकी गर्दन जकड़ ली और बोला- मैं जीवन भर विज्ञान का छात्र रहा और जीवन के उत्तरार्ध में तुम्हारे पुराणों की विचित्र कथाएं पढ़कर
भ्रमित होता रहा। यदि तुम मुझे पौराणिक कथाओं की सार्थकता नहीं समझा सके तो मैं तुम्हे भी इसी भस्म में मिला दूंगा।
अघोरी बोला-
एक कथा सुनो, रैवतक राजा की पुत्री का नाम रेवती था। वह सामान्य कद के पुरुषों से बहुत लंबी थी, राजा उसके विवाह योग्य वर खोजकर थक गये और चिंतित रहने लगे।
Jul 21, 2022 • 11 tweets • 2 min read
😡😡Thread😡😡
तस्लीमा नसरीन को सत्य घटनाओं पर आधारित जिस 'लज्जा' उपन्यास के कारण अपने वतन से निर्वासित होना पड़ा, उसका यह अंश जरूर पढ़ें, और फिर CAA पर अपनी राय तय करें...
बेटियों के बलात्कारियों से जब माँ ने कहा "अब्दुल अली, एक-एक करके करो,,, नहीं तो वो मर जाएंगी "।
यह सच्ची घटना घटित हुई थी 8 अक्टूबर 2001 को बांग्लादेश में।
अनिल चंद्र और उनका परिवार 2 बेटियों 14 वर्षीय पूर्णिमा व 6 वर्षीय छोटी बेटी के साथ बांग्लादेश के सिराजगंज में रहता था। उनके पास जीने, खाने और रहने के लिए पर्याप्त जमीन थी।
Jul 20, 2022 • 6 tweets • 7 min read
🚩🚩Thread🚩🚩
कुछ लोग बड़ा इतराते हैं कि हम यहा लंगर लगाते हम वहां लंगर लगाते हैं ऐसे लोगों को एक बार हिंदुओं के अमरनाथ तीर्थ यात्रा पर या माता चिंतपूर्णी के मेले पर जरूर जाना चाहिए उनका सारा हंकार टूट जाएगा।
#HarHarMahadevॐ #AmarnathYatra2022
हिंदू समाज के लंगर और सेवा देखकर उदाहरण के लिए अमरनाथ यात्रा में श्री शिव सेवक दिल्ली वालों का एक लंगर ही देख लें इसमें क्या क्या है।
क्या आप जानते हैं "30A" का हिन्दी में क्या मतलब होता है?
अधिक जानने के लिए देर न करें...
30A संविधान में निहित एक कानून है
जब नेहरू ने इस कानून को संविधान में शामिल करने की कोशिश की तो बाबा साहेब आंबेडकर ने इसका कड़ा विरोध किया।
बाबा साहेब आंबेडकर ने कहा, "यह कानून हिंदुओं के साथ विश्वासघात है, इसलिए अगर यह पशु कानून संविधान में लाया गया तो मैं कैबिनेट और कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दूंगा... इसके खिलाफ...
आखिरकार .....
बाबा साहेब आंबेडकर की इच्छा के आगे घुटने टेकने पड़े नेहरू...
लेकिन दुर्भाग्य से...
May 30, 2022 • 4 tweets • 1 min read
1/4 - प्रश्न यह नहीं है कि ताजमहल किसका है। वह आज भी देश का है और कल भी देश का ही रहेगा।
प्रश्न यह है कि इसका सही इतिहास क्या है? प्रश्न यह है कि यह झूठ हमसे किसने और क्यों बोला? प्रश्न यह है कि हमें झूठा इतिहास पढ़ाने वाले लोगों ने और क्या क्या झूठ बोले हैं और ये झूठे लोग आज भी
2/4- हमारे शिक्षण संस्थानों में क्या कर रहे हैं?
हमें सच जानना है और अपने इतिहास का सच जानना हमारा अधिकार है। अगर यह सच है तो यह पढ़ाओ स्कूलों में कि ताजमहल पहले राजा मानसिंह का महल था जिसे शाहजहां ने छीना और बाद में वर्षों तक रोमिला थापर और इरफान हबीब जैसे कम्युनिस्टों ने उसे
May 30, 2022 • 4 tweets • 1 min read
एक आदमी शोरूम में जाता है और सेल्समेन से पूछता है - भाई ये छोटी टीवी कितने की है.. वो बोलता है जाओ भाई साब ये आपके काम की नही है।
...आदमी को बड़ा गुस्सा आता है।
अगले दिन सूट-बूट पहनकर जाता है और भाव पूछता है।
...वो फिर मना कर देता है।
आदमी उसे अब ईगो पर ले लेता है।
अगले दिन साड़ी पहन बिंदी लाली लगा औरत बन कर जाता है और भाव पूछता है
...वो उसे देख हँसता है और फिर मना कर देता है।
अब उस इंसान का पारा गरम हो जाता है
अगले दिन बुर्का पहनकर जाता है और फिर भाव पूछता है।
May 29, 2022 • 10 tweets • 2 min read
""एक पंडित जिसने अपने साथ हुए अन्याय के लिए 80 लोगों को हूरो के पास पहुंचाया।""
तासीर मोहम्मद रसूख वाले आदमी थे। मजहब में उनकी चर्चा थी
जलसा हो या मज़लिस, हर जगह उनकी धाक होती थी।
पैसे वाले भी थे। इकलौते बेटे का निकाह था।
पूरा मजमा गया था बारात में
नब्बे के दशक की कहानी है।
तब बरात या तो पैदल या तो साइकिल से जाती थी!
रसूख वालों की बारातें बसों में जाया करती थी....
बारात भिंड से चलकर मुरैना आई थी...
भाईजान का निकाह था।
बिल्कुल "अज़ीम ओ शान शहंशाह" मरहबा वाला माहौल था..
तो मुर्ग, मुसल्लम और सालन में कोई कमी न थी!!!
May 29, 2022 • 6 tweets • 2 min read
"मयूर-पंख"
वनवास के दौरान माता सीता जी को प्यास लगी, तभी श्रीरामजी ने चारों ओर देखा, तो उनको दूर-दूर तक जंगल ही जंगल दिख रहा था।
कुदरत से प्रार्थना की ~ हे वन देवता आसपास जहाँ कहीं पानी हो, वहाँ जाने का मार्ग कृपा कर सुझाईय। तभी वहाँ एक मयूर ने आकर श्रीरामजी से कहा कि आगे थोड़ी
दूर पर एक जलाशय है। चलिए मैं आपका मार्ग पथ प्रदर्शक बनता हूँ, किंतु मार्ग में हमारी भूल चूक होने की संभावना है।
श्रीरामजी ने पूछा ~ वह क्यों ?
तब मयूर ने उत्तर दिया कि~मैं उड़ता हुआ जाऊंगा और आप चलते हुए आएंगे, इसलिए मार्ग में मैं अपना एक-एक पंख बिखेरता हुआ जाऊंगा। उस के सहारे
May 27, 2022 • 8 tweets • 2 min read
भक्त का सच्चा धन क्या है?
एक बार नारद जी ने भगवान से यक्ष प्रश्न किया कि प्रभु आपके भक्त निर्धन क्यों होते हैं? भगवान बोले - "नारद जी मेरी कृपा को समझना बड़ा कठिन है।"
इतना कहकर भगवान नारद के साथ साधु भेष में पृथ्वी पर पधारे और एक सेठ जी के घर भिक्षा मांगने के लिए
द्वार खटखटाने लगे!!!
सेठ जी बिगड़ते हुए द्वार की और आए और देखा तो दो साधु खड़े हैं!!!
भगवान बोले - "भैया!बड़े जोरों की भूख लगी है,थोड़ा सा भोजन मिल जाए।" सेठ जी बिगड़कर बोले "तुम दोनों को लाज नहीं आती!तुम्हारे बाप का माल है?
कर्म करके खाने में लाज आती है, जाओ-जाओ किसी होटल
May 27, 2022 • 14 tweets • 3 min read
टेंडर रिजेक्ट होने पर जब धीरूभाई अंबानी ने नितिन गड़करी से कहा- सरकार की क्या औकात है कि रोड़ बना सके? :-
साल था 1995 । महाराष्ट्र की युति सरकार में युवा नितिन गडकरी को लोक निर्माण मंत्री बनाया गया । उनके कार्यकाल में देश का सबसे महत्वाकांक्षी मुम्बई पुणे एक्सप्रेस वे
बनाने की कार्य योजना तैयार गई ।
उस समय धीरुभाई अंबानी महाराष्ट्र के सबसे बड़े उद्योगपति थे । शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे से उनकी नजदीकी सभी को पता थी । तो इस एक्सप्रेसवे के निर्माण का टेंडर निकाला गया । धीरूभाई ने सबसे कम 3,600 करोड़ रुपये का टेंडर जमा किया ।
May 27, 2022 • 13 tweets • 3 min read
"विमान_में_दोपहर_का_भोजन"
जय श्री श्याम
मैं प्लेन में अपनी सीट पर बैठ गया, दिल्ली के लिए दो घंटे की उड़ान थी। एक अच्छी किताब पढ़ना, एक घंटे की नींद लेना --- ये वो चीजें हैं जो मैं आमतौर पर अपनी यात्रा में करता हूं।
टेक-ऑफ से ठीक पहले, 10 सैनिक आए और मेरे आस-पास की सीटों पर बैठ
गए, सभी सीटें भर चुकी थीं। मैंने अपने बगल में बैठे सिपाही से सिर्फ बातचीत करने के लिए पूछा "कहाँ जा रहे हैं?"
"आगरा, सर! दो सप्ताह के लिए वहां एक प्रशिक्षण में भाग लेंगे, फिर हमें ऑपरेशन के लिए भेजा जाएगा," उसने कहा।
एक घंटा बीत गया, घोषणा सुनी गई, कि जो यात्री चाहें वो पैसे देकर