◆सावरकर पर स्कूली किताब में पूरा सच नही बताया गया है..जेल में सावरकर के पास बुलबुल आती थी और पंखों पर बैठा कर कहाँ ले जाती थी ये राज़ रखा गया है..

●गोडसे और सावरकर के रिश्ते बहुत पुराने थे..सावरकर और गोडसे दोनों कबड्डी खेलने के शौकीन थे..सावरकर जेल जाने के बाद दोनों का कबड्डी
खेलना बन्द हो गया था..सावरकर और गोडसे दोनों मुरझा गए थे..

◆ गोडसे ने तरक़ीब निकाली और एक बुलबुल से कहा कि तुम कालापानी जा कर अपने पंखों पर सावरकर को बैठा कर ले आओ ताकि हमारी कबड्डी की प्रैक्टिस ना छुटे..बुलबुल ने कबड्डी जैसी भारतीय संस्कृति को बचाने
2
सावरकर को पंखों पर लाने तैयार हो गई..

● वो बुलबुल सूर्यास्त याअनि ग़ुरूब ए आफ़ताब के बाद सावरकर को गोडसे के पास पहुंचा देती थी..और सूर्योदय याअनि तलुअ ए आफ़ताब के पहले सावरकर को कालापानी छोड़ आती थी..
3
इसी तरह सावरकर और गोडसे की कबड्डी प्रैक्टिस जारी रही..सावरकर वीर बने और गोडसे महान देशप्रेमी माने गए.."एक था गुल और एक थी बुलबुल..उस बुलबुल का कर्ज़ कौन चुकाएगा? #krishiyer
4
@threadreaderapp please unroll

• • •

Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh
 

Keep Current with Shueb Khan

Shueb Khan Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

PDF

Twitter may remove this content at anytime! Save it as PDF for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video
  1. Follow @ThreadReaderApp to mention us!

  2. From a Twitter thread mention us with a keyword "unroll"
@threadreaderapp unroll

Practice here first or read more on our help page!

More from @ShuebKh16859893

Aug 29
आज सोनाली फोगाट का वो आखिरी वीडियो देखा...जिसमे वो चल नही पा रही हैं...दोनो पैरों के बीच काफी दूरी रखकर बमुश्किल चल रही हैं...वीडियो देखकर लगता है कि शायद सोनाली को भयानक तरीके से सेक्सुअल अब्यूज्ड किया गया है...यकीनन मुझे इसमें कोई शक नही कि सोनाली फोगाट की हत्या नही हुई है...
1
उनकी हत्या ही हुई है...

आपको वो अमरमणि त्रिपाठी और मधुमिता शुक्ला की कहानी याद है....एक युवा कवियत्री...जिसकी कविता के निशाने पर प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक होते थे... लखनऊ की पेपरमिल कॉलोनी में उभरती वीर रस की कवियत्री मधुमिता शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी...
2
पोस्टमार्टम में सामने आया कि मधुमिता गर्भवती थीं...डीएनए जांच कराई तो मधुमिता के गर्भ के पिता की पहचान अमरमणि त्रिपाठी के तौर पर हुई...कहानी सीधी थी,एक विवाहित रसूखदार नेता से प्यार,सेक्स,प्रेगनेंसी,शादी करने की जिद और फिर हत्या...इन सबमें अमरमणि की पत्नी मधुमणि ने उनका कंधे से
3
Read 7 tweets
Aug 29
लड़के हैं मोहल्ले के शैतान के मेरी लैला...Lite

पिछले कुछ महीनों में ऐसे ऐसे वाहियात रील्स देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है मुझे,जिसमें कुछ कपोतवक्षी(कबूतर जितनी चौड़ी छाती वाले)लंडूरे फ़ौज की वर्दी पहनकर फ़ौजी होने का ऑर्गेज्म प्राप्त करते हैं!

जीन्स टीशर्ट जूत्ते मोज़े मिलाकर
1
कुल साढ़े पैंतीस किलो वजन धारण करने वाले इन लंडूरों को अगर2kmका स्प्रिंट मारने बोल दिया जाय, तो इनके दोनों गुर्दे गां$ के रस्ते और फेफड़े मुंह के रास्ते बाहर आ जाएंगे!लेकिन बातें करेंगे बॉर्डर पर जा के देशसेवा करने की!

दिवाली के दिन मिरचाइ पटाखे को तीन फुट लंबे डंडे में खोंसकर
2
फोड़ते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर फ़ौज की वर्दी पहनकर बम डिफ्यूज करते फिर रहे हैं!

15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन सड़कों पर मोटे मोटे अक्षरों में HAPPY INDEPENDENCE DAY और HAPPY REPUBLIC DAY लिखकर अपनी देशभक्ति जाहिर करने वाला कोई और नहीं, बल्कि यही नमूने होते हैं!
3
Read 5 tweets
Aug 28
साबरमती के सैंटा
तूने कर दिया कमाल
◆◆◆◆

मितरों !!! एक थे साबरमती के संत, और एक हैं साबरमती के सैंटा.. ।इस गीत में 2014 वाली आजादी की बात हो रही है। गीत का ताल सुर के साथ सस्वर पाठ करना अनिवार्य है।

दे दी हमें आजादी बिना खडग बिना ढाल,
साबरमती के सैंटा, तूने कर दिया कमाल,
1
आंधी में भी जलती रही खोदी,तेरी मशाल,
साबरमती के सैंटा तूने कर दिया कमाल,

जोशी राघ-व नाथूराम
जोशी राघ-व नाथूराम

धरती पे लड़ी तूने अजब ढंग की लड़ाई
दागी कहीं ईडी,कहीं पे भेजी सीबीआई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई,
वाह रे फ़क़ीर,खूब करा-मात दिखाई

चुटकी में दिया बुद्धि अक्ल
देश से निकाल,
साबरमती के सैंटा तूने कर दिया कमाल,

जोशी राघ-व नाथूराम
जोशी राघ-व नाथूराम

शतरंज बिछाकर यहाँ बैठा था जमाना,
लगता था,मुश्किल है, पप्पू को हराना,

टक्कर थी बड़े जोर की दुश्मन भी था ताना,
पर तू भी था सैंटा, बड़ा उस्ताद पुराना,
मारा वो कस के दांव के,उलटी सभी की चाल,
3
Read 7 tweets
Aug 28
UPAराज में भी लोन माफ़ हुए,लेकिन तब बैंकों को ऐसा करने में घबराहट होती थी,क्योंकि RBI और वित्त मंत्रालय सवाल पूछता था।

नरेंद्र मोदी सरकार ने कुर्सी पर बैठने के साथ RBIपर कब्ज़ा कर लिया।अपने पिट्ठू बिठा दिए।कोई डर नहीं,कोई जवाबदेही नहीं।

नतीजा यह हुआ कि IBC यानी इंसोल्वेंसी एंड
बैंकरप्सी कोड से बैंकों को जनता का पैसा लुटाने की आज़ादी मिल गई।

बीच में NCLT के रूप में मोदी के एजेंट्स बिठाए गए।

फिर मोदी सरकार ने दिवालिया हुईं 517 कंपनियों का 5.32 लाख करोड़ का लोन माफ़ कर दिया।

यानी हर कंपनी का औसतन 1000 करोड़ का लोन माफ़ हुआ। 69% लोन डूबा और 31%
2
बैंकों के पास वापस आया।

मोदी सरकार इसे हज़ामत कहती है। दरअसल, यह देश के मिडिल क्लास की 69% कमाई का मुंडन है।

69% सिर मुंडवाकर यही बेज़ुबान मिडिल क्लास आज लंगोटी में कराह रहा है।
Read 4 tweets
Aug 27
अक्टूबर2014की इस तस्वीर का मैंने कल शाम ज़िक्र किया था।

इंडिया इंक के समर्थन से सत्तामें आये नरेंद्र मोदी इस तस्वीर में कुछ ऐसा कह रहे हैं कि अम्बानी ठहाका लगा रहे हैं और अदाणी भौंचक हैं।

देश के इन चार अरबपतियों में अब सिर्फ़ एक ही नाम गूंजता है-अदाणी सेठ।अम्बानी को मोदीजी ने
1
पहले 4 साल खूब दुलारा।बीते 5 साल से अदाणी सेठ लाडले हैं।

बैंक लोन के पैसे से धड़ाधड़ कंपनी खरीद रहे अदाणी सेठ अब पेट्रोकेमिकल के कारोबार में भी उतरने वाले हैं।

जी हां। यह पहली बार होगा कि अम्बानी के एकछत्र राज को अदाणी सेठ सीधे चुनौती देंगे।

अम्बानी और सऊदी तेल कंपनी अरामको
2
की डील नाकाम होने के बाद अदाणी सेठ ने उस पर डोरे डाले।इस साल मार्च से जारी बातचीत अब रंग लाई है।

अदाणी और अरामको की संभावित डील भारत में कॉर्पोरेट जंग की शुरुआत मानी जा रही है।

अदाणी सेठ के पास दांव पर लगाने के लिए बैंकों में जनताकी जमा पूंजी,टैक्स का पैसा और सरकार का हाथ है।
3
Read 6 tweets
Aug 27
अब तो गुलाम नबी आजाद ने अपनी जिम्मेदारी भी पूरी कर दी!अब तो बंगला ख़ाली करा लीजिए।मंत्री महोदय!

हाल ही में केंद्र ने पूर्व सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी जो अपने आधिकारिक बंगलों में अधिक समय तक रह रहे थे.लोकसभा सांसद चिराग पासवान से उनके दिवंगत पिता
1
रामविलास पासवान को आवंटित बंगला खाली कराया गया था.पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल'निशंक'को भी अपना बंगला खाली करने के लिए कहा गया था

लेकिन उस दौरान जब प्रश्न उठा कि गुलाम नबी आजादसे बंगला क्यों नही ख़ाली कराया जा रहाहै तो केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी
ने कहा कि ऐसे लोगोंको सरकारी बंगलेमें बने रहने की अनुमति है जिन्हें''दूसरी जिम्मेदारी''मिल जाती है मंत्रीजी ने एग्जेक्टली कहा था कि''कुछ और भी हैं..अगर किसी को दूसरी जिम्मेदारी मिल जाती है तो हम उसे(आवास को)नियमित करते हैं.हमारे पास कुछ मामले हैं.''

कि अब भी''कुछ और भी"बाकि है?
Read 4 tweets

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3/month or $30/year) and get exclusive features!

Become Premium

Don't want to be a Premium member but still want to support us?

Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal

Or Donate anonymously using crypto!

Ethereum

0xfe58350B80634f60Fa6Dc149a72b4DFbc17D341E copy

Bitcoin

3ATGMxNzCUFzxpMCHL5sWSt4DVtS8UqXpi copy

Thank you for your support!

Follow Us on Twitter!

:(