मैं मध्यप्रदेश का सौभाग्य मानता हूं कि हम टाइगर स्टेट थे, लेपर्ड स्टेट हैं और अब चीता स्टेट भी होने वाले हैं।
मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं।
हमने 20 साल पहले कूनो को तैयार किया था कि यहां वाइल्डलाइफ पनपेगी। #MPWelcomesCheetah
हमने कई गांव हटाए थे ताकि वह सुरक्षित सैंक्चुअरी बने
जहां चीते आएं और बाकी तरह के वाइल्डलाइफ भी रहे।
अब वह सपना साकार हो रहा है, संकल्प पूरा हो रहा है।
नामीबिया से चीते आ रहे हैं और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका से भी आएंगे। #MPWelcomesCheetah
चीते आना एक असाधारण घटना है। मैं असाधारण इसलिए कह रहा हूं क्योंकि हमारे देश में चीते का अस्तित्व 1952 के आसपास समाप्त हो गया था। पर अब दूसरे महाद्वीप अफ्रीका से चीते लाकर उनको यहां पुनर्स्थापित कर रहे हैं। यह वाइल्डलाइफ की इस सदी की सबसे बड़ी घटना है। #MPWelcomesCheetah
हम दूसरे महाद्वीप से चीतों को लाकर यहां बसाएंगे, फिर कोशिश करेंगे कि चीते का परिवार बढ़ता रहे। चीता आना एक विलुप्त होती प्रजाति को फिर से पुनर्स्थापित करने का प्रयास तो है ही, लेकिन यह पर्यावरण का संतुलन भी बनाएगा और वाइल्डलाइफ भी समृद्ध होगी। #MPWelcomesCheetah
केवल इतना ही नहीं, इस क्षेत्र व श्योपुर जिले में और उसके आसपास भी रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। चीते अभी पहुंचे नहीं हैं,लेकिन जमीन की कीमतें अभी कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं। होटल,रिसोर्ट लगेंगे, छोटे-मोटे काम धंधे चालू होंगे, तो उस इलाके की तस्वीर ही बदल जाएगी। #MPWelcomesCheetah
मैं मण्डला के लाल, अमर शहीद जवान श्री गिरजेश कुमार उद्दे जी के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। उन्होंने बांग्लादेश बॉर्डर पर आतंकियों के विरुद्ध असाधारण शौर्य का प्रदर्शन किया। गंभीर रूप से घायल हुए और अंतत: मां भारती के चरणों में अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया।
शहीद गिरजेश कुमार उद्दे जी का परिवार अब हमारा परिवार है। उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा जायेगा और परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जायेगा।
शहीद गिरजेश कुमार उद्दे जी के परिवार की सेना में भर्ती होकर भारत माता की सीमाओं की रक्षा, देश की सेवा की परंपरा ही रही है।
इनके पिता जी और अन्य लोग भी फौज में रहे हैं। यह तो देशभक्त परिवार है, हम सभी उद्दे परिवार के साथ खड़े हैं।
15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
जबलपुर में राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ शाह जी के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में महामहिम उपराष्ट्रपति श्री @jdhankhar1 जी व महामहिम @GovernorMP श्री मंगुभाई पटेल जी के साथ सहभागिता की। facebook.com/10004459221220…
पूजे न गए शहीद गए तो फिर, यह मंत्र कौन अपनाएगा?
तोपों के मुँह से कौन अकड़ अपनी छातियाँ अड़ाएगा?
चूमेगा फन्दे कौन, गोलियाँ कौन वक्ष पर खाएगा?
अपने हाथों अपने मस्तक फिर आगे कौन बढ़ाएगा?
पूजे न गए शहीद गए तो फिर, यह बीज कहाँ से आयेगा?
धरती को माँ कहकर मिट्टी, माथे से कौन लगायेगा?
मैं प्रधानमंत्री श्रीमान @narendramodi जी को हृदय से धन्यवाद देना चाहता हूं कि जिन्होंने आजादी की लड़ाई के लिए सब कुछ त्याग करने वाले हर क्रांतिकारी का स्मारक बने और बलिदान दिवस या जयंती धूमधाम से मनाया जाए उसका प्रयास किया, ताकि आज की पीढ़ी या उनके बलिदान को याद कर सके।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्रीमान @narendramodi जी के जन्मदिन पर मध्यप्रदेश को इससे बड़ी सौगात हो नहीं मिल सकती कि चीते नामीबिया से भारत, भारत में भी मध्यप्रदेश, मध्यप्रदेश में भी कूनो पालपुर आ रहे हैं। #MPWelcomesCheetah
चीता समाप्त हो गया था, चीता का पुनर्स्थापन करने का करने का काम हो रहा है। यह सदी की वाइल्डलाइफ की सबसे बड़ी घटना है।
इससे मध्यप्रदेश तथा विशेष रूप से उस अंचल में टूरिज्म बहुत तेजी से बढ़ेगा। इस क्षेत्र के लिए तो चीता वरदान होंगे।
इसके साथ-साथ हमारे महिला स्व-सहायता समूह का सम्मेलन भी कराहल में आयोजित किया गया है।
1 लाख बहनें वहां प्रत्यक्ष रुप से उपस्थित होंगी और उनके साथ साथ अलग-अलग स्थानों पर भी 42 लाख बहनें भी ग्राम व संकुल केंद्रों से जुड़ेंगी।
दिग्विजय सिंह जी, हम जानते हैं कि आपके मन में धारा 370 हटने का दर्द है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी हैं, उनके पीछे पूरा देश खड़ा है!
क्या दिग्विजय सिंह जी यह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास और प्रगति न हो?
क्या दिग्विजय सिंह जी यह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा मिले?
क्या दिग्विजय सिंह जी यह नहीं चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अमन और चैन कायम रहे?
अक्सर देखा गया है कि दिग्विजय सिंह जी और पाकिस्तान के नेताओं के वक्तव्य एक समान होते हैं। देशविरोधी ताकतों का समर्थन करना उनकी बहुत पुरानी आदत है। दिग्विजय सिंह जी ने सदैव तुष्टीकरण की राजनीति की है। खबरों में बने रहने के लिए वे किसी भी हद को पार कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के सशक्त नेतृत्व में कृषक बन्धुओं की आय दोगुना करने व उनके जीवनस्तर में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी निर्णय लिए जा रहे हैं। नए कृषि कानून किसानों के लिए समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत करेंगे। #ProsperousFarmers
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में सरकार ने एमएसपी में लगातार बढ़ोतरी की है। एक ओर जहाँ खरीदी अधिक हो रही है, वहीं भुगतान भी अधिक हो रहा है। एमएसपी का लाभ अब केवल कागज़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लाभ अब सीधे किसानों तक पहुँच रहा है। #ProsperousFarmers
नए कृषि कानूनों के अंतर्गत अब किसान अपने उत्पाद एपीएमसी मंडियों के साथ ही बाहर बेचने के लिए स्वतंत्र हैं। यह मौजूदा मंडी प्रणाली का पूरक है जिससे किसान अपनी पसंद की कीमत पर कभी भी, कहीं भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं। #ProsperousFarmers
हमारे धर्म में प्रकृति के संरक्षण एवं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने की विशेष परंपराएँ है। हमारी संस्कृति और जीवन पद्धति प्रकृति से अटूट सबंध और वृक्षों के प्रति श्रद्धा के भाव का निर्माण करती है और इसलिये हमारी सनातन परंपरा में वृक्षों की पूजा का विशेष विधान है।
वट वृक्ष या बरगद के पेड़ को हिंदू धर्म में विशिष्ट माना गया है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, वट वृक्ष या बरगद के पेड़ के तने में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा तथा शाखाओं में शिव का वास होता है। वट वृक्ष को त्रिमूर्ति का प्रतीक माना गया है।
पचमढ़ी में आज वट सावित्री व्रत के शुभ दिन पर बरगद का पौधा लगाया। विशाल एवं दीर्घजीवी होने के कारण वट वृक्ष की पूजा लम्बी आयु की कामना के लिए की जाती है।
आज बहनों ने अपने पतियों की लंबी आयु के लिये वट सावित्री की पूजा की, इस अवसर पर मैं सभी बहनों को बधाई देता हूँ।