#ऐसा कोई मूलनिवासी समाज का सामाजिक समूह नही... जो BAMCEF से जुडा नही|
#ऐसा कोई मूलनिवासी समाज का सामाजिक समूह नही... जिसका राष्ट्रीय स्तर का संगठन नही|
#नोट:- मा.वामन मेश्राम साहेब ने मूलनिवासी समाज के प्रत्येक सामाजिक समूह का, महिलाओ का, अल्पसंख्यको का विद्यार्थी, युवा, बेरोजगार, किसान, समस्त व्यवसाय से जुडे हुए इन सबका राष्ट्रीय स्तर का संगठन
बनाकर जिला स्तर से लगाकर राष्ट्रीय स्तर तक कैडरबेस कार्यकर्ताओ एवम नेतृत्व का निर्माण किया है|
#ऐसा कोई राष्ट्रीय स्तर की समस्या, मुद्दा, ब्राह्मणो का सडयंत्र, न्यायपालिका-विधायिका-चुनाव आयोग, मीडिया के द्वारा किये गए सडयंत्र नही... जिसका BAMCEF (वामन मेश्राम साहेब) ने पर्दाफाश
किया नही|
#ऐसा कोई मूलनिवासी समाज का सामाजिक समूह नही... जिसके साथ इतिहास मे ब्राह्मणो के द्वारा की गई धोखेबाजी का BAMCEF ने पर्दाफाश किया न हो|
#ऐसा कोई मूलनिवासी समाज का सामाजिक समूह नही... जिनके संविधान मे मिले अधिकारो को लागू करने के लिए की गई धोखेबाजी का पर्दाफाश मा.वामन
मेश्राम साहेब ने नही किया हो|
#ऐसा कोई मुद्दा, समस्या, महापुरुष, शासक जातियो के द्वारा मूलनिवासी समाज के विरोध मे बनाई गई नीतियो पर... जिन पर मा.वामन मेश्राम साहेब ने पुस्तक न लिखी हो|
#नोट:- समस्त विषयो पर चर्चा करके पर्दाफाश किया गया है उसके वीडियो #Youtube पर उपलब्ध है और
पुस्तके MPTमूलनिवासी पब्लिकेशन ट्रष्ट--पुणे मे व BAMCEF के प्रत्येक State ऑफिस मे उपलब्ध है|
-एच.एन.रेकवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष,
RAEPराष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद, नई दिल्ली.
बहोत ही महत्वपूर्ण सूचना
राष्ट्रीय अधिवेशन के स्थान मे बदलाव
बामसेफ एवं राष्ट्रीय मूलनिवासी संघ 41वां तथा14वां भारत मुक्ति मोर्चा का संयुक्त राष्ट्रीय अधिवेशन
दिनांक:18 से 22दिसंबर2024(बुधवार से रविवार तक)
स्थान:मगध विश्वविद्यालय कैम्पस मैदान,हेल्थ सेंटर के सामने बोधगया,बिहार🇮🇳
*जिन्होने आज ही के दिन (बाबासाहेब आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस) 6दिसम्बर1978 को मूलनिवासी बहुजन समाज को जागरूक और संगठित करने के उद्देश्य से बामसेफ संगठन की स्थापना की..*
*1-जयपुर,राजस्थान के मान्यवर दीनाभाना जी*
*2-रोपड, पंजाब के मान्यवर कांशीराम जी*
*3-पुणे,महाराष्ट्र के मान्यवर डी.के.खापर्डे जी*
*आज मूलनिवासी बहुजन समाज मे जो भी एकता और जागरूकता दिखाई दे रही वह प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से बामसेफ संगठन के सकारात्मक कार्य की बदौलत ही है|*
*"समाज मे अनपढ़ लोग है ये हमारे समाज की समस्या नही है लेकिन जब समाज के पढ़े-लिखे लोग भी गलत बातो का समर्थन करने लगते है और गलत को सही दिखाने के लिए अपने बुद्धि का उपयोग करते है यही हमारे समाज की समस्या है|"*
-✍️बाबासाहब डॉ.बी.आर.आंबेडकर
*विश्वरत्न,
महामानव बाबासाहब डॉ.बी.आर.आंबेडकर जी के 68वें महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र अभिवादन..*
*एलन मस्क भी बुद्ध को बेहद चाहता है| इलोन मस्क बुद्ध के मध्यम मार्ग का अनुयायी हैं|*
*मनुष्य के जीवन का उद्देश्य क्या है? क्या केवल बच्चे पैदा करना और अपने वर्चस्व के लिए साधनो का दुरूपयोग करना, यही मनुष्य जीवन का उद्देश्य है? बुद्ध ने मनुष्य जीवन को
प्राणी जीवन से उन्नत समझा है, जिसमे विनाश और क्रुरता की बजाए जीवो का सम्मान और खुशहाली को जादा महत्व है| विज्ञान का इस्तेमाल विनाश के लिए करना मुर्खतापूर्ण होगा, विज्ञान के साथ धम्म की नैतिकता तथा मानवता जोडने पर ही धरती पर वैश्विक बंधुत्व और स्वर्ग जैसा खुशहाल जीवन बनाने मे हम
सफल हो सकते है| बुद्ध के इन्ही विचारो से एलन मस्क अत्यंत प्रभावित हैं|*
मराठा-ओबीसी-बौद्ध जागरूकता सम्मेलन
छत्रपती शिवाजी महाराज के दूसरे राज्याभिषेक के अवसर पर छत्रपति क्रांति सेना, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा और बुध्दिस्ट इंटरनॅशनल नेटवर्क के सहयोग से 03नवंबर 2024 (रविवार) को सुबह 11:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक
स्थान: रामचन्द्र हॉल, बीड बाईपास, एमआईटी कॉलेज के सामने, छ.संभाजीनगर