नेतान्याहू की इजरायल वापसी डिफेंस, फार्मा,ड्रग्स और ऑयल लॉबी के बेहद मजबूत संगठित समूह जैसे राष्ट्रवाद की सोच विरोधी ताकतों के मुंह पर बड़ा तमाचा है.ये ताकतें बुरी तरह बिलबिला रही हैं. जिन्होने एक षड़यन्त्र के तहत डालरों,पौंडो,दीनारो के बल पर एक एक करके दुनिया के कई राष्ट्रवादी👇
राष्ट्राध्यक्षों को निगल लिया था लेकिन वो मात खा गये तो बस मां हीरा बेन के सपूत से.जो एक एक करके अपने राष्ट्र से प्यार करने वाले नेता मित्रों की वापसी का स्वागत करने मे व्यस्त है.बहरहाल अभी तो नेतान्याहू की वापसी हुई है.जल्द ही ट्रम्प भी आ रहें है.अगर इसी संदर्भ मे बात करें पुतिन
की तो.उनका ये ताकतें मिल कर भी कुछ उखाड़ नही पाई हैं.और न उखाड़ पायेंगी.!
मोदी और पुतिन अडिग रह अभी तक दुनिया को अपने इशारे पर नचाने वाली इन ताकतों को मुंह चिढ़ा रहे हैं रही बात 2024 के चुनाव की तो मोदी और विध्वंसक तरीके से हैट्रिक मारने वाले हैं.खरबो डालर फूंकने के बाद भी उन
ताकतों को आने वाले समय मे केवल ठेंगा इसलिये मिलने वाला है क्योंकि भारत के राष्ट्रभक्तों के अपने अनथक प्रयासों से नमो को दोबारा लाकर साबित कर दिया है कि भारत देश की अधिकतर जनता का मूलमंत्र सनातन राष्ट्रवाद ही सर्वोपरि है...बस हमारी यही राष्ट्र से प्यार करने वाली भावना ने विश्व के
के एक बड़े वर्ग को अपने देशमे राष्ट्रवादी नेताओं को चुनने की प्रेरणा दिया है यही वो सकारात्मक राष्ट्रवादी मानसिकता है जिसने विश्व को काबू करने की सोच रखने वाली आसुरी ताकतों को घुटने पर ला दिया है.आज हर उस देश का नागरिक अपना नेतृत्व एक राष्ट्रभक्त के रूप मे चुनने के लिये बेचैन है
नेतान्याहू और लगभग ट्रम्प की लगभग वापसी उसी विचारधारा का साक्षात प्रमाण है... जो राष्ट्रविरोधी ताकतों को पछाड़ कर परवान चढ़ रहा है...
देखियेगा आप कि विश्व मे अभी और कई उदाहरण सामने आने वाले हैं... इन सबके सूत्रधार मोदी हैं.... लेकिन मोदी जैसे महामानव को चुना किसने है..?
आपने..
आप के राष्ट्रप्रेम से भरे भाव ने चुना है...!
कम से कम अब आप अपनी उस तर्जनी को धन्यवाद दीजिये जिसे लगातार सही बटन दबाने मे अब महारत हो चुकी है..।
फिलहाल यहां कहना चाहता हूं कि जब देश हित में मोदी की राष्ट्रवादी सरकार कोई अच्छा कदम उठाती है,तो चंद देशद्रोही गद्दार उसके विरोध में
उतर कर रूदालियों की तरह रोने लगते हैं उस समय हमारी भी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम सरकार के समर्थन में उतर कर मनसा, वाचा, कर्मणा कुतर्क करने वालो का न केवल विरोध करें, वरन् मुंहतोड किंतु मर्यादित जवाब देकर उन्हे बतायें कि आम जनमानस के ह्रदय मे अपने राष्ट्र की अस्मिता और अखंडता को
को लेकर कितनी चैतन्यता और जागरूकता है.देश के हर हिन्दू और प्रत्येक राष्ट्रवादियों से अनुरोध हैवो खुलकर सरकार का समर्थन करें.यह राष्ट्र हमारा है इसलिये इसकी अस्मिता के रक्षण का दायित्व भी हमारा ही है.न किसी के बहकावे मे आये.और न किसी को बहकायें!
ऐसा इसलिए ताकि हम भी यहूदियों की तरह खुद पर हुए अत्याचारों को याद रखे... #अयोध्या :- श्री राम और रघुवंश की राजधानी, सन 1270 में इस पर मुस्लिम आक्रमणकारी बलबन ने 👇
आक्रमण किया। बलबन ने अयोध्या के सभी मंदिर नष्ट कर दिये, जिस नगरी में रामराज्य की नींव रखी गयी उसी नगरी के बीच चौराहे पर महिलाओ और बच्चों की आपत्तिजनक स्थिति में नीलामी हुई। इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा इन मंदिरों का पुनः निर्माण हुआ।
जिसके पास श्री राम ने ताड़का वध करके ऋषियों का उद्धार किया था। सन 1760के समय जब अहमदशाह अब्दाली भारत मे घुस गया और भारत के मुसलमानो ने उसे गंगा नदी तक पहुँचाने में मदद की।तब मराठाओ को जलाने के लिये अब्दाली ने 1 हजार गायों का सिर काटकर इसी गंगा नदी में बहाया।
मोह मूल बहु-शूल प्रद
त्यागहु तम अभिमान ||
बपुष ब्रह्मांड सुप्रबृत्ति लंका दुर्ग।
मोह दशमौलि तद्भ्रात अहंकार पाकारि-जित काम विश्राम हारी ||
यानी
यह शरीर ब्रह्मांड है।
इसमें सुप्रबृत्ति रूपी लंका दुर्ग है।
जिसका राजा
मोह रूपी रावण है।
उसका भाई कुंभकरण।
अहंकार है और इन्द्रजीत।👇
मेधनाथ काम है।
मोह ब्याधियों का मूल है
तो मोह का भी मूल अहंकार है।
अहंता और ममता ही हमारे सबसे बड़े शत्रु हैं।
अष्टांग योग से लगभग सभी को कमोबेश जीता जा सकता है।
किन्तु अहंकार केवल ईश्वर-प्रणिधान से ही जायेगा।
क्योंकि इसका जन्म अच्छे कुल में होता है।काम,क्रोध,लोभ,मोह,मात्सर्य से
जुड़ा ब्यक्ति जगहँसाई के डर से अपने दुर्गुणों को बिज्ञापित नहीं करेगा।
किन्तु परोपकार की भावना से
दान देने वाला
यज्ञ कराने वाला
स्कूल खोलने वाला
गरीबों की मदद करने वाला
चौराहे पर अपने को सबसे बड़ा समाजसेवी चिल्ला-चिल्ला कर विज्ञापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
इसलिये अहंकार
जिस अभागी श्रद्धा को बेरहमी से 35 टुकड़ों में काट डाला गया, वह हिन्दू थी।
और कातिल है आफताब...
इसीलिए
राहुल गांधी
प्रियंका
सोनिया
अखिलेश
अरविंद केजरीवाल
लालू
नीतीश
ममता
मायावती
और ऐसे कई तुष्टिकरणों के चैंपियन खामोश हैं.खामोश हैं..
कहाँ है मोमबत्तियों वाली टोली...👇
कहां हैं इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारी?
कहां गया फर्जी भाईचारे वाला गैंग?
कहाँ हैं बॉलीवुड के नटखट जया स्वरा भास्कर.करीना.
भारत में जिन विदेशी दलालों का खौफ था, वे कहां हैं?
इतनी निर्मम हत्या तो कोई जंगली जानवर भी नहीं करता।
देखिए.भारतवासियों... गिद्ध कितने खामोश हैं..
अगर विश्वास के बजाय
सलमा होती तो शबाना या सायरा
और
आफताब की जगह
अमृत.अतुल अमर.या आकाश होता तो.
सारा विपक्ष गला फाडकर चिल्ला रहा होता
संविधान खतरे में है।
देश कसाई से भी क्रूर हो जाता।
नाचने-गाने के बर्तन में रहने लायक न होता देश.ऐसे कायर लोग और उनके बच्चे डर जाते विदेशी
जो आफताब ने कहानी सुनाई वो पूरी तरह गुमराह करने वाली हे। आफताब की पूरी फैमिली और उसके रिश्तदारों दोस्तों गिरोह के सदस्यों का CBI जांच हो तो बहुत से राज खुलेंगे और श्रद्धा सहित अन्य लड़कियों के किडनी, लीवर, बोन मैरो,
हार्ट,आई इत्यादि कई महत्वपूर्ण अंगों को कितने में बेचकर कितने करोड़ों/अरबों का खेल किए होंगे ? ये लड़कियों को लव जिहाद में फंसाने वाले गिरोह की जांच होने से पता चल सकता है ?
#CBI चीफ लखनऊ की एक रिपोर्ट\लड़कियां विशेष ध्यान दें।
क्या आप जानते हैं, बॉडी पार्ट्स आते कहाँ से है.?
आपने सुना होगा कि 40 लाख देकर किडनी बदलवा लो। वो भी 16 - 25 आयु के आसपास की मजबूत किडनी..
अब सोचो आखिर ये बॉडीपार्ट्स कहाँ से आते है...?
मुर्दाघरो में पड़ी लाशो से या एक्सीडेंट में मरने वालो से...??
एक जगह और है। वो है...
भारत में मिडिल क्लास फैमिली की लड़कियां...!!! ये 👇
वे तुम्हारे त्योहारों से नफरत करते हैं, लेकिन तुम्हारी लड़कियों को पटाने के लिए गरबा खेलते हैं, और "जय माता की" तक बोलते हैं !
• वे तुम्हारे मंदिर और मूर्तियों से नफरत करते हैं ! लेकिन तुम्हारी लड़कियाँ पटाने के लिए, उन्हीं मंदिरों के पास फूल और 👇
प्रसाद तक बेचते हैं ।
• वे तुम्हारी दोस्ती से नफरत करते हैं, लेकिन तुम्हारी लड़कियों से दोस्ती करने के लिए हाथ में कलावा और गले में दुर्गा, शिव, हनुमान का लाकेट तक पहन लेते हैं !?
•वे स्वतंत्र विचारों से नफरत करते हैं, लेकिन तुम्हारी लड़कियों को फँसाने के लिए,उनके सामने खुले
विचारों का होने का ढोंग रचते हैं !
• वे तुम्हारी तरक्की से नफरत करते हैं, लेकिन फिर भी तुम्हारी लड़कियों और महिलाओं पर नज़र रखने के लिए तुम्हारे घर में नौकरी तक कर लेते हैं ।?
• वे तुम्हारी पूरी नसल से नफरत करते हैं, लेकिन तुम्हें मार कर सिर्फ तुम्हारी सुंदर लड़कियों को अपने