JNU में कोई रात में चुपके से ब्राह्मण भारत छोड़ो लिख दिया।तो मैं ये पूछना चाहता हूं...
"ब्राह्मण अगर भारत छोड़ देंगे तो तुम्हारे बाप दादा का श्राद्ध कौन करवायेगा "....😂😂😂
🔥आओ विचार करें🔥
दुनिया के हर रिलीजन मे ब्राह्मण होते है , नाम उनके अलग होते है
पादरी, बिशप, पोप इसाइओ के ब्राह्मण है , मौलाना मौलवी मुसलमानों के है , बौद्धभिक्षु बौद्धों के है
हर रिलीजन के ब्राह्मण सबसे ज्यादा सम्मान प्राप्त करते है
जापान कोरिया वाले राजा भी दलाई लामा के सामने झुकते है , उनके धर्म गुरु के सामने
वैसे ही अमेरिका का राष्ट्रपति भी उनके पादरी पोप के सामने झुकते है
हर रिलीजन के ब्राह्मण दान पर निर्भर होते है , कोई मौलाना मौलवी नौकरी नहीं करता दुकान नहीं चलाता , न कोई पादरी करता है , न कोई बौद्ध वाला , सब दान दक्षिणा पर ही चलते है
जो बात हिन्दू सनातन धर्म के ब्राम्हण को
दूसरे से अलग करती है , वो है ज्ञान का स्तर | बाकी का ज्ञान केवल उनकी धार्मिक बातों तक सीमित होता है
बाकी सिर्फ एक किताब वाले है , हिन्दू धर्म वालों के पास पूरा पुस्तकालय है
हिन्दू धर्म का ब्राह्मण ज्ञानी इसलिए नहीं होता की वो ब्राह्मण है , वो ज्ञानी इसलिए होता है क्योंकि
हिन्दू सनातन धर्म ही ज्ञान का महासागर है
अगर कोई वेदों को पढ़ता है , तो वो ब्राह्मण होने के साथ साथ गणितज्ञ, ज्योतिषी, डॉक्टर, योद्धा , वैज्ञानिक सब हो सकता है जैसे
आयुर्वेद ऋग्वेद का एक उपवेद है , तो ऋग्वेद पढ़ने वाला ब्राह्मण एक चिकित्सक भी हो जाता है
ज्योतिष ,
यजुर्वेद का हिस्सा है तो यजुर्वेद पढ़ने वाला , गणित भी पढ़ता, astronomy भी पढ़ लेता है
धनुर्वेद, युद्धशास्त्र , यजुर्वेद का हिस्सा है इसलिए ब्राह्मण युद्ध कौशल मे भी निपुण हो सकता है
संगीत की शिक्षा सामवेद मे है , तो सामवेद का ज्ञाता अपने आप संगीत का ज्ञानी हो जाता है
अगर कोई महाभारत पढ़ता है वो वो राजनीति मे कुशल हो जाता है , महाभारत से बड़ा राजनीति का ग्रंथ दुनिया मे कोई नहीं
तो यही कारण है की हिन्दू धर्म का ब्राह्मण आल राउंडर होता है , हर क्षेत्र मे झंडे गाड़ने वाला होता है | दूसरे वालों को अपनी किताब के बाहर कुछ नहीं आता |
ऐसे ग्रंथों के अध्ययन के कारण सनातनी ब्राह्मण बौद्धिक रूप से बहुत आगे होता है दूसरे के मुकाबले और ब्राह्मण बुद्धिबल से देश की रक्षा सदियों से करता रहा है चाहे वो चाणक्य के रूप मे , विश्वनाथ भट्ट के रूप मे , बाजीराओ पेशवा के रूप मे, सावरकर के रूप मे , शंकराचार्य के रूप मे ,
बालगंगाधर तिलक , चंद्रशेखर आजाद के रूप मे
इसलिए वो सबके निशाने पर भी होता है , मुगल अपने युद्ध की सफलता इस से नापते थे की कितने किलो जनेऊ इकट्ठे हुए
अंग्रेजों, पूर्तगलियों के निशाने पर होते थे , फ्रांसिस जेवीयर ने कहा था , ब्राह्मण न होते तो मैं पूरे भारत को ईसाई बना देता
एक और बात समझने की है , हर धर्म पंथ रिलीजन से कनेक्ट होने का एक माध्यम भी ब्राह्मण होते है
बच्चे का जन्म हुआ आप चर्च , मस्जिद , मंदिर जायेगे वहा के पादरी , मौलाना, पंडित से जो भी करवाएंगे
विवाह हुआ तो भी उनकी उपस्थिति मे करवाएंगे , मृत्यु हुई तो अंतिम क्रिया भी करवाएंगे
सोचिये की अगर ऐसा दुष्प्रचार कर दिया जाए की ,हर पादरी, मौलाना ठग है, ये लोग लूटते है , अंधविश्वास फैलाते है , भ्रष्ट है
तो क्या होगा ? धीरे धीरे इनके लोग फिर चर्च मस्जिद जाना बंद कर देंगे , शादिया फिर सिर्फ कोर्ट मे हो जाएंगी ,मरने पर बॉडी ऐसे ही डिस्पोज कर दी जाएगी और इस सबके
कारण धीरे धीरे वो रिलीजन ही खत्म हो जाएगी |
तो अब आप ये भी समझ गए होंगे की क्यों पंडितों ,मंदिरों का इतना दुष्प्रचार करवाया जाता है |
और इसलिए jnu मे ब्राह्मण भारत छोड़ो के नारे लगते है , किसान आंदोलन मे लगते है , caa के विरोध मे लगते है
और जहा मौका मिले वहा ब्राह्मण टारगेट
किए जाते है और बहुत बड़ी फंडिंग आती है विदेशों से ये करने के लिए
जहा भी मैं यह हिन्दू धर्म के ब्राह्मण की , की है वो सब कर्म से ब्राह्मण लोगों की , की है सिर्फ नाम वालों की नहीं
ब्राह्मण कोई सिर्फ जाती से नहीं हो जाता , ज्ञान , अध्यात्म और त्याग न हो तो वो ब्राह्मण नहीं होता
दासीपुत्र विदुर एक महापंडित ब्राह्मण थे, वेदों के ज्ञाता महाकवि चर्मकार रविदास भी ब्राह्मण है , स्वामी विवेकन्द भी है
और अन्य एसे सैकड़ों नाम है वो भी है ।
देश में सिर्फ... तकलीफ है तो सनातन धर्म के ब्राम्हणों से
क्यों और कैसे !!!?
स्वयं निर्णय ले #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_है
🚩🚩🚩🙏🙏🚩🚩🚩
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इस्लामिक जेहाद।
जेहाद अचानक नही होता, यह बहुत धीरे- धीरे होने वाली प्रक्रिया है जिसमे पहले काफिरो (हिन्दुओ) की ताकत को परखा जाता है और उनकी ताकत के हिसाब से तैयारी की जाती है!!👇👇👇👇👇
जेहाद के पहले हर स्तर पर हिन्दुओ को
मानसिक रूप से तोड़ा जाता है। जेहाद चरण दर चरण चलने वाली प्रक्रिया है।
🏻पहला चरण- आपके क्षेत्र में कबाड़ी फेरीवाले आने शुरू होंगे जो आपकी आर्थिक स्थिति परखेंगे आपके घरों की महिलाओं की क्षमता परखेंगे
🏻दूसरा चरण- आप के क्षेत्र में चादर फैला कर मांगने वाले लोभान छोड़ने
वाले या सूफी गीत गा कर मांगने वाले आने लगेंगे ये दुआएं दे कर भीख मांगेंगे और तलाशेंगे कि कितने परेशान हिन्दू उनके तंत्र जिहाद में फंस सकते है।
🏻तीसरा चरण- वो आपके क्षेत्र में ऐसी दुकान खोलेंगे या ऐसा कार्य करेंगे जिससे महिलाओं से उनका संपर्क बढ़ सके और लव जेहाद को
गुजरात के आसन्न विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की निष्क्रियता असल में एक गहरी चाल है इसकी पटकथा शरद पवार ने लिखी है जब महाराष्ट्र में शरद पवार को भनक भी नहीं मिली और उद्धव ठाकरे की सरकार ही नहीं चली गई बल्कि शिवसेना भी टूट गई तब दिल्ली में एक गोपनीय बैठक हुई जिसमें
कांग्रेस के लोग भी शामिल थे सबसे ज्यादा चिंतित थे रौबर्ट वाड्रा क्योंकि हिमाचल में उनके सेव के बागानों सहित करीब 250 एकड़ जमीन पर जांच जोर शोर से चल रही है और बिना नक्शा पास कराए शिमला में बन रहे प्रियंका गांधी के आलीशान महल की भी जांच हो रही है अगर भाजपा हिमाचल में फिर से आ
जाती है तो दामाद जी रोड पर आ जाएंगे तो शरद पवार ने केजरीवाल को मनाया कि वे हिमाचल प्रदेश में अपनी गतिविधियां कम कर दें ताकि वोट नहीं बंटे धूर्त केजरीवाल ने शर्त रखी कि कांग्रेस गुजरात छोड़ दे!
बस मांडवली हो गई। बहाना बना दिया गया भारत जोड़ो यात्रा का!
इसी ट्रिक से दिल्ली में
🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
एक गाँव में एक बूढ़ी अम्मा के घर बिल्ली ने बच्चे दिए। बच्चे जन्म लेते ही बोलने लगे।
🐱🐱🐱
केजरीवाल जीतेगा.......
केजरीवाल जीतेगा..... !!
यह आश्चर्यजनक घटना पहले सारे गाँव, फिर सारे जिले और फिर सारे प्रदेश में फैल गई.....!!!
10-12 दिन बाद केजरीवाल का एक
प्रतिनिधिमंडल उस गाँव में यह जानने आया कि, घटना सही है अथवा गलत...!!
बूढ़ी अम्मा के घर जाकर प्रतिनिधिमंडल ने बिल्ली के बच्चे दिखाने को कहा। बूढ़ी अम्मा ने झोपड़ी के भीतर से बिल्ली के बच्चे लाकर आँगन में उनके सामने रख दिए।
बिल्ली के बच्चे चिल्ला रहे थे,
भाजपा जीतेगी.......,
भाजपा जीतेगी......,
केजरी के जनप्रतिनिधियों ने बूढ़ी अम्मा से कहा :
सारे प्रदेश में इन बच्चों की चर्चा है कि, पैदा होने के बाद से ही ये केजरीवाल जीतेगा' के नारे लगा रहे हैं।
लेकिन अभी तो ये 'भाजपा जीतेगी' के नारे लगा रहे हैं।
रात्रि के अंतिम प्रहर में एक बुझी हुई चिता की भस्म पर अघोरी ने जैसे ही आसन लगाया,
एक प्रेत ने उसकी गर्दन जकड़ ली और बोला- मैं जीवन भर विज्ञान का छात्र रहा और जीवन के उत्तरार्ध में तुम्हारे पुराणों की विचित्र कथाएं पढ़कर भ्रमित होता रहा।
यदि तुम मुझे पौराणिक कथाओं की सार्थकता नहीं समझा सके तो मैं तुम्हे भी इसी भस्म में मिला दूंगा।
अघोरी बोला-
एक कथा सुनो, रैवतक राजा की पुत्री का नाम रेवती था। वह सामान्य कद के पुरुषों से बहुत लंबी थी, राजा उसके विवाह योग्य वर खोजकर थक गये और चिंतित रहने लगे।
थक-हारकर वो योगबल के द्वारा पुत्री को लेकर ब्रह्मलोक गए। राजा जब वहां पहुंचे तब गन्धर्वों का गायन समारोह चल रहा था, राजा ने गायन समाप्त होने की प्रतीक्षा की।
गायन समाप्ति के उपरांत ब्रह्मदेव ने राजा को देखा और पूछा- कहो, कैसे आना हुआ?
🚩🚩जय सियाराम जय हनुमान 🚩🚩
ब्राह्मणों के 8 प्रकार जानिए कौन से
प्राचीन काल में हर जाति, समाज आदि का व्यक्ति ब्राह्मण बनने के लिए उत्सुक रहता था। ब्राह्मण होने का अधिकार सभी को आज भी है। चाहे वह किसी भी जाति, प्रांत या संप्रदाय से हो वह गायत्री दीक्षा लेकर ब्राह्मण बन सकता है,
लेकिन ब्राह्मण होने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होता है। हम उस ब्राह्मण समाज की बात नहीं कर रहे हैं जिनमें से अधिकतर ने अपने ब्राह्मण कर्म छोड़कर अन्य कर्मों को अपना लिया है। हालांकि अब वे ब्राह्मण नहीं रहे लेकिन कहलाते अभी भी ब्राह्मण ही है।
👉स्मृति-पुराणों में ब्राह्मण के 8 भेदों का वर्णन मिलता है:- मात्र, ब्राह्मण, श्रोत्रिय, अनुचान, भ्रूण, ऋषिकल्प, ऋषि और मुनि। आठ प्रकार के ब्राह्मण श्रुति में पहले बताए गए हैं। इसके अलावा वंश, विद्या और सदाचार से ऊंचे उठे हुए ब्राह्मण ‘त्रिशुक्ल’ कहलाते हैं। ब्राह्मण को