सर्वप्रथम राष्ट्रभक्ति🇮🇳जय हो भारतीय सेना🇮🇳
#सनातन_धर्म_सर्वश्रेष्ठ_है
🚩मोदी विरोधी दूर रहें 🇮🇳 नाम व पहचान छिपाने वाले फॉलोबैक की उम्मीद न करें।
May 14 • 18 tweets • 4 min read
एक मुस्लिम लेखिका द्वारा समस्त हिंदू समाज के गालों पर इस लेख के माध्यम से ऐसा थप्पड़ मारा गया है कि...
आपकी विवाहित महिलाओं ने माथे पर पल्लू तो छोड़िये, साड़ी पहनना तक छोड़ दिया ... किसने रोका है उन्हें?
तिलक बिंदी तो आपकी पहचान हुआ करती थी न ... कोरा मस्तक और सुने कपाल को
तो आप अशुभ, अमंगल का और शोकाकुल होने का चिह्न मानते थे न ... आपने घर से निकलने से पहले तिलक लगाना तो छोड़ा ही, आपकी महिलाओं ने भी आधुनिकता और फैशन के चक्कर में और फारवर्ड दिखने की होड़ में माथे पर बिंदी लगाना क्यों छोड़ दिया?
आप लोगो ने नामकरण, विवाह, सगाई जैसे
May 14 • 8 tweets • 2 min read
इस देश में लगभग 700-800 वर्ष तक मुसलमान होना एक प्रिविलेज रहा है।
यह फ़ायदा धीरे धीरे अगले 25 वर्ष में बदलकर घाटे का सौदा होता जाएगा।
आप जहांगीरपूरी के घटना भर से इस परिवर्तन को देखना बंद मत करिए।
मुसलमान यह मानकर चलता है की गुंडागर्दी, दंगा और क़ब्ज़ेबाज़ी उसका
साधारण जन्मसिद्ध अधिकार है।
हिंदू भी 10-15 वर्ष पूर्व तक यह मानकर चलता था।
अब संक्रमण काल है।
इस्लाम के जिस भार से हिंदुत्व का स्प्रिंग दबा हुआ था मोदी ने आकर उसको एक एक कर के हटा दिया है।
जो भी परिवर्तन आप देख रहे हैं वह सब मोदीजनित राजनीतिक परिवर्तन है।
May 11 • 22 tweets • 5 min read
बटवारे में कलकत्ता भारत से अलग हो जाता यदि महावीर गोपाल पाठ (मुखर्जी ) न होते
जिन्ना ने अपने डायरेक्ट एक्शन डे के लिए कोलकाता (कलकत्ता) को चुना क्योंकि वह चाहते थे कि कोलकाता पाकिस्तान में हो। कोलकाता उस समय भारत का एक प्रमुख व्यापारिक शहर था, और जिन्ना कोलकाता को खोना
नहीं चाहते थे!
कोलकाता को हिंदू मुक्त बनाने का मिशन सुहरावर्दी को दिया गया था, जो बंगाल के मुख्यमंत्री थे, और जिन्ना के प्रति वफादार थे।
उस समय 1946 में कलकत्ता में 64% हिंदू और 33% मुसलमान थे।
सुहरावर्दी ने 16 अगस्त को अपनी योजना को अंजाम देना शुरू किया - उसके द्वारा
Feb 22 • 11 tweets • 3 min read
26 जुलाई 2008 को जब कुछ न्यूज़ एजेंसियों और पत्रकारों को एक मेल आया जो अनजान जगह से भेजा गया था तब उन्होंने इसे मजाक समझा और पढ़ने की भी जहमत नहीं उठाई।मेल में लिखा गया था कि हम नरेंद्र मोदी को बता देंगे की उसकी औकात क्या है ।भेजने वाले की जगह लिखा था IM ......
मगर शाम होते होते कहर बरप चुका था। अहमदाबाद में लगातार 20 बम धमाके हुए सीरियल ब्लास्ट ....एक के बाद एक ....70 मिनट के फासले में सब पूरी तरह प्लानिंग के साथ ... परफेक्ट प्लानिंग के साथ । सबसे हैरत की बात है कि पहली बार सूचना देकर ब्लास्ट किए गए। आतंकवादी जानते थे कि बाज़ार में
Oct 28, 2021 • 20 tweets • 4 min read
दुश्मन को न पहचानने वाली, नेतृत्वहीन विराट सेना भी अंततः युद्ध हार जाती है !
हिंदु कौम एक ऐसी ही सेना है जिसका कोई लक्ष्य नहीं, कोई मंजिल नहीं, शत्रु की पहचान नहीं, अपना कोई सेनापति नहीं !
हिंदुओं से ज्यादा राजनैतिक लक्ष्यहीन और दिशाहीन कौम कोई नहीं, क्योंकि हिंदुओं के
नेता तो बहुत हैं पर उनके मन में हिंदुओं के साम्राज्य जैसा कोई लक्ष्य नहीं, कोई महत्वाकांक्षा नहीं; इसलिए हिंदु नेताओं को सेकुलरिज्म की चादर ओढ़कर हिंदुओं के रक्त की प्यासी कौम से भाईचारा निभाने में भी कोई लज्जा नहीं आती!
सत्ता का जो तंत्र अंग्रेज स्थापित कर गए,
Oct 28, 2021 • 15 tweets • 3 min read
इंडोनेशिया के पूर्व मुस्लिम राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी ने हिंदू धर्म अपनाया
इंडोनेशिया में चर्चा है कि खत्म हो जाएगा इस्लाम धर्म और क्या 500 साल पुरानी भविष्यवाणी सच हो जाएगी
इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी ने हिंदू धर्म अपना लिया है । इंडोनेशिया के
पहले राष्ट्रपति सुकर्णो को इंडोनेशिया में राष्ट्रपिता के जैसा दर्जा हासिल है । सुकर्णो नाम तो संस्कृत भाषा से मिलता जुलता है लेकिन वो एक मुसलमान थे ।
इंडोनेशिया में इस्लाम ने आक्रमण के माध्यम से... तलवार के जरिए अपनी जड़ें जमा लीं और 99 प्रतिशत आबादी को
Oct 27, 2021 • 15 tweets • 3 min read
ये सिर्फ पटाखों की आवाज नहीं है... ये देश के अंदर सुलग रहे एक गृहयुद्ध की अभिव्यक्ति (प्रगटीकरण) है !
-हिंदुओं का खून अब पानी हो चुका है... उनके अंदर कभी कोई गुस्सा नहीं आता है... इस देश के अंदर रहकर लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं... उस
पाकिस्तान के नारे लगाते हैं जो कोई देश नहीं है बल्कि हमारे महान पूर्वजों की जमीन पर मौजूद एक इस्लामिक उपनिवेश है ! उस पाकिस्तान की जिंदाबाद के नारे लगाए जाते हैं जिसके निर्माण के लिए लाखों बेगुनाह हिंदुओं की जान जिन्ना और मुस्लिम लीग के समर्थकों ने ली थी... उस पाकिस्तान की
Oct 27, 2021 • 11 tweets • 3 min read
जय हिंद अभियान
27 अक्तुबर/जयंती
बन्दा बैरागी
बन्दा बैरागी जी का जन्म 27 अक्तूबर, 1670 को ग्राम तच्छल किला, पुंछ में श्री रामदेव के घर में हुआ। उनका बचपन का नाम लक्ष्मणदास था। युवावस्था में शिकार खेलते समय उन्होंने एक गर्भवती हिरणी पर तीर चला दिया। इससे उसके पेट से एक
शिशु निकला और तड़पकर वहीं मर गया। यह देखकर उनका मन खिन्न हो गया। उन्होंने अपना नाम माधोदास रख लिया और घर छोड़कर तीर्थयात्रा पर चल दिये। अनेक साधुओं से योग साधना सीखी और फिर नान्देड़ में कुटिया बनाकर रहने लगे।
इसी दौरान गुरु गोविन्दसिंह जी माधोदास की कुटिया में आये।
Oct 26, 2021 • 18 tweets • 4 min read
इस देश के अंदर पाकिस्तानियों को हम कब तक ढोते रहेंगे ?
-जब पाकिस्तान जीता तो हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानों ने कल जमकर पटाखे फोड़े और आतिशबाजी की... कल दिल्ली में उन इलाकों से पटाखों की आवाजें आती रहीं जहां शाहीनबाग आंदोलन का सबसे ज्यादा जोर था और ऐसा लगा कि ये कोई पटाखों
की आवाज नहीं है... ये उन अदृश्य जूतों की आवाज थी जो हिंदू को कायदे से बार बार लगाए जाते हैं और हिंदू हर बार ऐसे जूतों को ना सिर्फ सहता है बल्कि सहने का आदी हो चुका है
-वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने तक दिल्ली के सीलमपुरी और तमाम मुस्लिम बहुल इलाकों में फोड़े गए पटाखों पर ट्वीट
Sep 22, 2021 • 6 tweets • 2 min read
एक गांव में राजपूत, ब्राह्मण, बनिये, तेली, हरिजन आदि जातिके लोग रहते थे, सभी मिलजुल कर शान्ति से रहते थे।
एक दिन गांव के मुखिया के पास एक मुस्लिम अपनी पत्नी और आठ बच्चों के साथ आया और गांव मे रहने की भीख मांगने लगा।
रातों को जागकर गाँव की देखभाल करने वाले
एक चौकीदार ने इसका विरोध किया लेकिन किसीने उसकी बात को नहीं माना और मुस्लिम परिवार को गांव में रहने की अनुमति दे दी।
दिन गुजरते गये और मुस्लिम के आठों बच्चे बड़े हो गए जब उनकी शादी की बारी आई तो मुस्लिम सरपंच के पास गया और बोला कि हुजूर बच्चों की शादी होनेवाली है और
Sep 21, 2021 • 9 tweets • 2 min read
‼️पितृ पक्ष में श्राद्ध‼️
पितृ पक्ष में किसको अधिकार है श्राद्ध करने
का और क्या है 16 तिथियों का महत्व?
श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक कुल 16 दिनों तक चलता है। उक्त 16 दिनों में हर दिन अलग अलग लोगों के लिए श्राद्ध होता है।
वैसे अक्सर यह होता है कि जिस तिथि को व्यक्ति की मृत्यु हुई है, श्राद्ध में पड़ने वाली उस तिथि को उसका श्राद्ध किया जाता है, लेकिन इसके अलावा भी यह ध्यान देना चाहिए कि नियम अनुसार किस दिन किसके लिए और कौन सा श्राद्ध करना चाहिए?
किसको करना चाहिए श्राद्ध?
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Sep 21, 2021 • 7 tweets • 2 min read
एक राजा की पुत्री के मन में वैराग्य की भावनाएं थीं। जब राजकुमारी विवाह योग्य हुई तो राजा को उसके विवाह के लिए योग्य वर नहीं मिल पा रहा था।
राजा ने पुत्री की भावनाओं को समझते हुए बहुत सोच-विचार करके उसका विवाह एक गरीब संन्यासी से करवा दिया।
राजा ने सोचा कि एक संन्यासी ही
राजकुमारी की भावनाओं की कद्र कर सकता है।
विवाह के बाद राजकुमारी खुशी-खुशी संन्यासी की कुटिया में रहने आ गई।
कुटिया की सफाई करते समय राजकुमारी को एक बर्तन में दो सूखी रोटियां दिखाई दीं। उसने अपने संन्यासी पति से पूछा कि रोटियां यहां क्यों रखी हैं?
Sep 21, 2021 • 14 tweets • 3 min read
मैं बहुत सोचता हूं पर उत्तर नहीं मिलता! आप भी इन प्रश्नों पर विचार करें!
१. जिस सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं;
२. जिस सम्राट का राज चिन्ह "अशोक चक्र" भारतीय अपने ध्वज में लगते हैंं;
३. जिस सम्राट का राज चिन्ह "चारमुखी
शेर" को भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक मानकर सरकार चलाते हैं, और "सत्यमेव जयते" को अपनाया है;
४. जिस देश में सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक के नाम पर "अशोक चक्र" दिया जाता है;
५. जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ, जिसने
Sep 20, 2021 • 4 tweets • 1 min read
🚩हिन्दुराष्ट्र🚩
चुनावों में मुस्लिमों को नेता क्या देने का वादा करतें हैं*
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• 100-200 करोड़ के हज हाऊस,
• नयी मस्जिदें,नये मदरसे
• मस्जिद व मौलवियों को मोटी मोटी तन्ख्वाह,
• अवैध बांग्लादेशी/रोहिंग्या धुसबैठियों को तमाम सभी सविधाऐं
• सरकारी जमीनों पर मजारें
• मुसलमानों के लिये विशेष कानून
हिंदू क्या मांगता है*
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• सस्ता टमाटर, प्याज, Petrol, सस्ता रसोई गैस
• 100-200 रुपये की मुफ्त बिजली पानी
• कुछ नेता झूठे मंदिरों के चक्कर लगा लेतें हैं
हिन्दु क्यों नहीं मांगता ?*
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• पाठ्यक्रम में हिंदुओं का गौरवशाली इतिहास
Sep 20, 2021 • 11 tweets • 3 min read
एक बार एक शिव-भक्त अपने गावँ से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो भी मिलता केदारनाथ का मार्ग पूछ लेता।मन में भगवान शिव का ध्यान करता रहता। चलते चलते उसको महीनो बीत गए।*आखिरकार
एक दिन वह केदार धाम पहुच ही गया।केदारनाथ में मंदिर के द्वार 6 महीने खुलते है और 6 महीने बंद रहते है। वह उस समय पर पहुचा जब मन्दिर के द्वार बंद हो रहे थे।पंडित जी को उसने बताया वह बहुत दूर से महीनो की यात्रा करके आया है। पंडित जी से प्रार्थना की - कृपा कर के दरवाजे