1. अगर दिल्ली में कार से कुचल दी गई लड़की के बारे में होटल में पार्टी, शराब पीने और झगड़े का न्यूज़ इनपुट सही भी है, तो बजाय इस पर बात करने के कि लड़की ने शराब पी थी, वो नशे में थी कि नहीं..उन लोगों का पता क्यों नहीं लगाया जा रहा है, जिनसे उसका झगड़ा हुआ था? #Delhiaccident
2. वो मीडियाकर्मी, जो ये ख़बर निकाल लाए हैं कि मृतका ने किसी भी तरह का नशा किया था, वो ये पता क्यों नहीं कर पाए कि उसकी दोस्त के अलावा बाकी साथी कहां गए, किन लोगों से उसका झगड़ा हुआ था? साथ ही पुलिस के बयान के इतर, जो ख़बरें सूत्रों के माध्यम से चल रही हैं, उनके साक्ष्य क्या हैं?
3. क्या इस बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं हो सकी है कि मृतका को कार में सवार 5 के 5 लोगों में से कोई भी पहले से जानता था कि नहीं? क्या इसको लेकर कोई तफ्तीश हुई है, तो उस पर पुलिस का इनपुट क्या है, क्या किसी मीडिया संस्थान ने इसकी तफ़्तीश की है? #Delhiaccident
4. क्या अभी तक सारी जानकारियां अपुष्ट तरीके से ही सामने आई हैं? क्या सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही आकलन किया जाता रहेगा? क्या अब सारी कथा, लड़की की दोस्त के इर्द-गिर्द बुन दी जाएगी? क्या आरोपियों के अतीत के रेकॉर्ड की कोई तफ़्तीश हुई है? #Delhiaccident
5. ये किस तरह की पत्रकारिता है, जिसमें अपना इनपुट तो नहीं ही है। पुलिस के किसी अहम सूत्र के ज़रिए ख़बर न निकाल कर, आकलन, अंदाज़े और हर घंटे बदलने वाली थिअरीज़ के ज़रिए बस एक थ्रिलर रच देने की क़ोशिश है? #Delhiaccident
6. जनता के तौर पर हमको मीडिया के भी इस रवैये से सावधान रहना होगा, जहां ख़बर को तथ्यपरक, तफ़्तीश, खोजी पत्रकारिता की जगह सिर्फ एक ओटीटी थ्रिलर में बदलने की कोशिश है। कल ये हमारे साथ भी हो सकता है। #Delhiaccident
7. जिस होटलकर्मी का बयान टीवी पर चल रहा है, क्या पुलिस ने उससे क़ानूनी तौर पर अभी तक ऑन द रेकॉर्ड पूछताछ की है? उस व्यक्ति के कैमरा पर मीडिया को बयान देने से उसकी हर बात सच साबित नहीं होती। तो उसे तथ्य के तौर पर कैसे प्रसारित किया जा सकता है? #Delhiaccident
8. टीवी चैनल, इस व्यक्ति की बाइट के बाद ये क्यों नहीं कह रहे हैं कि ये एक होटलकर्मी का कहना है, ये दोस्त का कहना है और हम इसकी पुष्टि नहीं कर रहे? क्या मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान के सिवा, पत्रकार इस बयान की सच्चाई की पुष्टि करेंगे? #Delhiaccident
9. इस पूरे मामले में एक सवाल नहीं है। लेकिन अब केवल एक ही तथ्य पर फोकस किया जा रहा है कि मृतका ने नशा किया हुआ था। क्यों आख़िर आरोपियों के इलाके में जाकर, उनके बारे में कोई तफ़्तीश नहीं है? क्यों उनके अतीत को खंगाला नहीं गया? #Delhiaccident
10. अभी तक ये तथ्य साफ क्यों नहीं कि मृतका कहां काम करती थी? किन लोगों के साथ उस रात थी? क्या झगड़ा हुआ था कि वह होटल छोड़ कर निकली? ये 5 आरोपी कहां से रात को आ रहे थे? क्या ये सब आसपास के इलाके के रहने वाले थे? #Delhiaccident
11. क्या पुलिस के बयानों में विसंगति है? क्या पुलिस के काम करने के तरीके में अचानक बदलाव आया है? क्या पुलिस किसी तरह की ढील बरत रही है या फिर मीडिया मामले को बदल रहा है? इस पर ध्यान देने का काम कौन करेगा? #Delhiaccident
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Thread 1. संघियों की ख़ासियत है कि वो बात, जिसे शर्म से छिपाना चाहिए-उस पर भी ऐसा हल्ला करेंगे कि सब जनता के सामने आ जाए। #savarkar ऐसा ही एक मामला हैं। पब्लिक डोमेन में है, लेकिन @MailtoUniverse नाम का हैंडल है, कहने लगा नहीं, यहीं ट्वीट कर दो माफ़ीनामा..अब लो करा लो ऐसी-तैसी
@MailtoUniverse Thread 2. तो माई डियर @MailtoUniverse ये रहे डॉक्यूमेंट..असली वाले..अब मेरे घर पर नहीं रखे हैं, भारत सरकार के National Archive यानी भारतीय अभिलेखागार से हैं..वेबसाइट का लिंक भी लगा दूंगा, जाकर देख लेना
लेकिन ये बस पहला पन्ना है, एनक्लोज़र और अटैचमेंट्स भी हैं, जिसमें माफ़ीनामा और शर्तें सब हैं..तो ये लो और काग़ज़...यहीं नंगा करवा दो अपने वीर को... @MailtoUniverse
आज की कविता
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कात्यायनी को हम में से ज़्यादातर लोग नहीं जानते हैं, लेकिन फिलहाल उनकी इस कविता को हम जान लें, तो ये समय हमारे लिए अहम हो जाएगा।
1/n
हॉकी खेलती लड़कियां - कात्यायनी की कविता
आज शुक्रवार का दिन है
और इस छोटे से शहर की ये लड़कियाँ
खेल रही हैं हॉकी।
खुश हैं लड़कियाँ
फिलहाल
खेल रही हैं हॉकी
कोई डर नहीं।
2/n
3/n बॉल के साथ दौड़ती हुई
हाथों में साधे स्टिक
वे हरी घास पर तैरती हैं
चूल्हे की आँच से
मूसल की धमक से
दौड़ती हुई
बहुत दूर आ जाती हैं