जैसा कि होता आया है कि भारत में कुछ भी हो तब दोनों ओर से तलवारें खिंच जाती हैं अतः पक्ष या विपक्ष में लिखने का अर्थ है किसी न किसी से ताना सुनना ।
अतः गंगा विलास क्रूज़ पर एक अपना दृष्टिकोण रख रहा हूँ और किसी के भी सहमति की अपेक्षा नहीं है ।
कुछ प्रश्न ?
क्या इससे नाविकों की आय पर कोई प्रभाव पड़ेगा?बिल्कुल नहीं क्योंकि यह एक फेरी नहीं है जो इस पार से उस पार का काम करेगी अतः नाविकों को कम काम मिलेगा।वस्तुतः यह क्रूज़ है और संभवतः ५१ स्थानों पर लोग रूकने पर छोटी छोटी नाव यात्रा करें & नाविकों को संभवतः अधिक काम मिले।
विलास .. इसका नाम विलास क्यों रखा गया ? जैसे अवधी भाषा में ताड़ना का अर्थ ध्यान देना होता है न कि प्रताड़ना वैसे ही विलास का अर्थ अनेक सम्प्रदायों में अलग अलग है । यह सृष्टि ईश्वर का विलास है यह शब्द अधिक वैष्णवाचार्यों को मान्य है अतः भोग विलास को कामना पुरुषार्थ के
भारत के लिए Semiconductor Industry क्यों जरूरी है?
हमारी रोजमर्रा में काम आने वाली हर चीज में Semiconductor होता ही है... चाहे फोन हो, टीवी हो, कार बाइक हो, फ्रिज हो, वाशिंग मशीन हो..या Smart watch ही हो।
2025-26 तक भारत में Semiconductor का market होगा $300 Billion का....
मतलब पाकिस्तान की GDP से भी ज्यादा..... अब इतना बड़ा market हो और उसमे सब कुछ ही Imported हो तो मामला बिगड़ जाता है...क्यूंकि हर चीज के लिए आपकी निर्भरता किसी और देश पर बढ़ती ही जायेगी।
यही कारण है कि भारत सरकार लगी हुई है Semiconductor Manufacturing शुरू करने के लिए..
जिसमें उसे काफी सफलता भी मिल रही है.... वेदांता और Foxconn के plant का काम शुरू हो ही रहा है... इसके अलावा ताइवान और जापान की कई कम्पनियाँ भी आ रही हैं... Tata भी शुरू कर रहा है काम।
यह बहुत बड़ी Opportunity है.. क्यूंकि हम ना सिर्फ अपने 300 billion के Local Market की
New "Tentative" political updates on Maharashtra and India.
1) Junior Penguin will be cornered in 10-15 day's ot earlier, all major evidence is gathered. He will come in trouble if UT will not co-operate with some conditions.
2) Delhi is desperately looking to replace DF and his wife is one of the major reasons.
3) In a Coming reshuffle of parliament members, NG 's name has been cut from the list of outgoing members. One meeting was held in the forest of Gir (Gujarat) between NM, AS, NG, and
one person who's code name are Naga BABA before 10 day's, and NG has agreed to be silent and will remain in parliament but will not poke his nose. And he will retire peacefully from stables of Mah after the 2024 LS election.
उत्तरायण सूर्य, सूर्य की एक दशा है। मकर संक्रांति से लेकर कर्क संक्रांति के बीच के छः मास के समयान्तराल को उत्तरायण कहते हैं।
'उत्तरायण' (= उत्तर + अयन) का शाब्दिक अर्थ है - 'उत्तर में गमन', अर्थात्
सूर्य का उत्तर में आना या सूर्य का ठीक पूर्व से न निकलकर थोड़ा उत्तर दिशा से निकलना।
उत्तरायण का आरंभ १४ जनवरी (या कभी-कभी १५ जनवरी) को होता है। जब सूर्य देव मकर राशि मे प्रवेश करते है। उत्तरायण के बाद दक्षिणायण का आरंभ १४ जुलाई को होता है।
सूर्य देव के उत्तरायण मे प्रवेश करने के उपलक्ष मे हिन्दुओ द्वारा मकर संक्राति का पर्व मनाया जाता है।
कमाल की बात ये भी है कि ये सारी कैलकुलेशन किसी भी मॉडर्न गणित, विज्ञान, दूरबीनों, टेलिस्कोप, सैटेलाइट से सदियों पहले से है। इस बात पर चर्चा कभी नहीं होगी कि
ये जो नमूना है आजकल अपने को तपस्वी बताने में लगा है, कुछ समय पहले कोट के ऊपर जनेऊ पहन कर शिव भक्त बना, फिर हिंदूवादी और हिंदुत्व की परिभाषा देने लगा, आजकल जय श्रीराम और जय सियाराम में अंतर समझा रहा है और हां तपस्वी और पंडितों में अंतर भी समझा रहा है।
इस कपटी तपस्वी को एक घंटे के लिये इसी सियाचीन में बैठा दो फिर देखो मजे।
सारी सुख सुविधा से भरपूर कंटेनर में बैठ कर ,काजू बादाम, मखाने खाते हुए वाह रे महान कपटी धूर्त तपस्वी यात्रा पर निकला है।
अर्जुन मछली की आंख में तीर मारता है, उसी सांस में कहता है अर्जुन का तीर मारने में
विश्वास था उसको फल की चिंता नही थी, जबकि उस घटना का परिणाम निश्चित था, जो कोई मछली की आंख भेदेगा उसका विवाह राजकुमारी द्रोपदी से होगा। अब इस बीच मे GST, DeMo ले आता है। इस मूरख को कौन महामूर्ख ट्यूशन देता है। उस माहनोभाव को शतशत नमन।
मुझे बताया गया कि आप समाजवादी विचारधारा के हैं और सबकी बराबरी में विश्वास करते हैं ।
चंद्रशेखर जी , मैं आपको सनातन की बराबरी के रहस्य से अवगत कराने के प्रयास करूँगा ।
और चूँकि आपने निन्दा हमारे एक ऐसे महाकाव्य की करी है जो
हिन्दीभाषी क्षेत्र के हर हृदय में व्याप्त है अतः उसको समझाने हेतु मैं पहले आपको महाभारत काल में ले चलता हूँ ।
व्यक्त ब्रह्म श्रीकृष्ण ध्यानमग्न बैठे हैं और राजा युधिष्ठिर उनसे पूछते हैं कि भगवन आप किसका ध्यान कर रहे हैं । श्रीहरि अवतार ने बोला कि मैं अपने भक्त भीष्म का ध्यान कर
रहा हूँ और चलो युद्ध भूमि में धरती पर गिरे भीष्म से मिलकर आते हैं।
चंद्रशेखर जी ध्यान दीजिये केवल भक्त भगवान का ध्यान ही नहीं करता बल्कि सनातन हिन्दू धर्म में भगवान भी भक्त का ध्यान कर सकता है।