१. क्रेडिट कार्ड न ले:
क्रेडिट कार्ड पर शॉपिंग छोड़ो, कार्ड ही ना लें। ये कार्ड सिर्फ उन लोगों के लिए है जो समय और फाइनेंशियल मैनेजमेंट के मास्टर हैं। जिनकी सैलरी तो 1 लाख पहली तारीख को आती है लेकिन वो खर्चा क्रेडिट कार्ड पर 45 दिन फ्री
में करते हैं और अपनी सैलरी पर बैंक से सेविंग का ब्याज लेते हैं। लेकिन इसे लेते वो लोग हैं जिनका फाइनेंस मैनेजमेंट खराब है और वो बुरी आर्थिक स्थिति में आ गए हैं की उधार की जरूरत पढ़ गई है। मतलब ये ऐसा छलावा प्रोडक्ट है इसका फायदा सिर्फ वही उठा सकता है जिसको इसकी जरूरत नही है।
क्रेडिट कार्ड के ऑफर:
क्रेडिट कार्ड अपको नो इंटरेस्ट EMI का प्रलोभन देगा, फ्री मूवी टिकट, खाने और डीजल पे डिस्काउंट देगा। लेकिन ध्यान दो, सारे लाभ खर्चा करने पे मिलेंगे, सेव करने पे नही। मतलब 2 रुपया का लाभ लेने के लिए पहले 200 उड़ा दो। दुनियां में एक भी आदमी ऐसा नहीं है जो
खर्चा करके अमीर हो गया हो फिर इस लाभ से क्या लाभ ?
200 - 300% ब्याज की मार:
ऊपर से किश्त भूलने पर आपका ब्याज दर बड़ेगा, और फ्री वाला रकम कब चार गुना हो जायेगा आप जान नही पाएंगे। फिर मिडिल क्लास आदमी मूलधन के बजाय ब्याज ही चुकाता रहता है। अंत में डिफॉल्ट करता है, तो वसूली वाले
लोग जीना हराम करते हैं, सारे रिश्तेदारों को काल करके गाली देते हैं। उसे लगता है बच जायेगा लेकिन अब सिस्टम से आप बच नहीं सकते तो आप सेटल करते हैं। आपका लोन था 20 हजार और ब्याज मिला के कर दिया 1.20 लाख, आपने 60 में सेटल कर लिया और खुश हो गए की 60 तो बचे।
लेकिन जब भविष्य में आप अच्छी स्थिति में आके कभी घर, गाड़ी के लिए लोन लेने गए तो पता चला की वो सेटल करने के बाद भी बैंक ने आपकी क्रेडिट खराब कर दी है और आपको लोन नही मिल सकता।
२. Buy now Pay Later:
एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, वगैरह पे ऑप्शन आता है की आप "आज" खरीद लीजिए पैसे बाद में दे
देना या EMI में दे देना। ये एक बहुत बड़ा छलावा है। यदि आप आज की कमाई से आज के खर्चे नही सम्हाल पा रहे तो कल की कमाई में कल खर्चे और आज की उधारी दोनों कैसे सम्हाल लेंगे ? भविष्य अनिश्चित है तो कमाई अनिश्चित है लेकिन आपकी देनदारी आज ही निश्चित हो गई।
जो लोग क्रेडिट कार्ड लेने में डरते हैं, या जिनकी कोई फिक्स आय नही है उन्हें लोन देने के लिए आरबीआई मना करता है। लेकिन चालक लोगों को तो इन्हे भी आर्थिक गुलाम बनाना है, तो छोटे लोन देते हैं और उसे अपने ही धंधे में लगा के मुनाफा बना लेते हैं। ये दोहरा मुनाफा है।
50 की चीज को 100 में बेचो तो 50 का लाभ आज ही ले लिया, और उस 100 पर 50 का ब्याज और कमा लिया तो उनकी कुल 50 रुपए की चीज के लिए जनता ने कुल 150 चुकाए। 200% मुनाफा।
सलाह ये है की कभी भविष्य की आय पर वर्तमान में खर्चा न करें। सेव करें, और उससे जो खरीद सकें उतना खरीदें।
इंसान की इच्छा और औकात के बीच सदियों से फर्क रहा है, राजा महाराजा भी हर वो चीज नही पा लेते थे जिसकी इच्छा करते थे। इस गैप का नाम ही जिंदगी है। #कालचक्र @anamikaa_143 पढ़ना इसे
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परमात्मा का साक्षात्कार कर चुके थे। भूत भविष्य वर्तमान सबका ज्ञान था। सिर्फ जरूरत भर बोलते थे। ख्याति दूर दूर तक फैली हुई थी। मन की शंका का समाधान करने लोग दूर दूर से आते थे।
और एक दिन वे भी पहुचे। चरणों मे बैठ गए, हाथ जोड़ा और कहा- प्रभु, मैं कौन हूँ?
मेरे अंदर कौन है, मेरे बाहर कौन है? मेरी वास्तविक पहचान क्या है, इस चराचर जगत के बीच मैं आखिर कौन हूँ गुरुदेव?गुरु ने कहा- वास्तविक पहचान वही है वत्स,जो तुम्हे पता है।जो तुम खुद को महसूस करते हो। जो तुम्हारा हृदय स्वीकारता है..जिसे सुनकर तुम प्रतिक्रिया देते हो, पलटकर देखते हो।
- मैं समझा नही गुरुदेव..!!
अब गुरु ने उत्तर न दिया, आंखे मूंद मौन हो गए। उन्होंने फिर से सवाल किया। गुरु का उत्तर नही आया। कुछ देर रुक फिर पूछा , लेकिन उत्तर न आया।
काफी देर तक उत्तर न आने पर वो निराश हुए। अंततः उठ गए और वापस जाने लगे। दरवाजे
1.#पहली बात यह कि इस देश के मंदिरों में भगवान नहीं, बेईमान बैठे हैं !
और #दूसरी
2.इस देश के बड़े-बड़े दुर्गों में राजा नहीं, कायर रहते हैं!
पर आज भी हम इन बेईमानों में चमत्कार ढूंढ रहे हैं, ये हमारी आस्था नहीं, हमारा अज्ञान है!
1025 में महमूद गजनवी ने देवसोमनाथ को लूटा,तब इस देश में यही सब हो रहा था, जो 2019 हो रहा है!एक हजार साल बीत गये, पर हम नहीं सुधरे!
आज भी यज्ञ और हवन हो रहे हैं, मन्त्र जाप हो रहे हैं, तंत्र-साधना चल रही है !
बताते हैं कि "महमूद" जब गजनी से चला तो गुप्तचरों ने गुजरात के राजा को बताया कि महमूद "देवसोमनाथ" को लूटने आ रहा है,तो गुजरात के राजा ने अपने राजपुरोहित और सोमनाथ के पुजारियों से सलाह की कि
पानीपत का तीसरा युद्ध समाप्त हो चुका था। मराठे हार चुके थे और अहमदशाह अब्दाली विजयी हुआ था। मराठों की तरफ से मशहूर तोपची इब्राहिम गार्दी ने अफगानी सेना को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया था। दुर्भाग्य से उसे जख्मी हालत में कैद कर लिया गया।
अब्दाली ने आदेश दिया- ‘इब्राहिम को पेश किया जाए।’
सैनिक शुजाउद्दौला के शिविर में कैद इब्राहिम को लेने पहुंचे और वे अब्दाली की कठोरता का हवाला देकर उसे ले गए और अब्दाली के सामने पेश कर दिया। अब्दाली गरजा- ‘हैदराबाद के निजाम की नौकरी क्यों छोड़ी? इब्राहिम ने जवाब दिया-
‘उसका रवैया मेरे उसूलों के खिलाफ था।’ अब्दाली गुर्राया- ‘मुसलमान होकर फिरंगी जबान पढ़ी, निजाम की नौकरी छोड़ी और मराठों का साथ दिया? खैर, चलो मैं तुम्हें माफ करता हूं, तौबा कर लो।’ इब्राहिम ने कहा- माफी किस बात की? अब्दाली गरजा- ‘गुस्ताख! जानते हो किससे मुखातिब हो?’
बिजली का नया नया अविष्कार हुआ था, लेकिन अभी अमेरिका के पॉश इलाकों के बाद धीरे- धीरे मिडिल क्लास तक पहुंच ही रही थी। बिजली से चलने वाली महीनों के आविष्कार की होड़ लगी थी। घर में उनका होना शान की बात थी। इस दौरान एक मिडिल क्लास परिवार मार्केट जाता है।
एक सेल्समैन परिवार की महिलाओं को कुछ मशीन दिखाता है।
महिला : ये क्या है ?
सेल्समैन: ये वाशिंग मशीन है
महिला : क्या और कैसे धोती है ये ?
सेल्समैन: कपड़े। इसके सिलेंडर में मोटर से जुड़ा एक पहिया लगा है । सिलेंडर में पानी भर के बिजली से पहिया घूमता है जिससे स्ट्रेस
उत्पन्न होती है और मैल निकल जाता है।
महिला : वो क्या है ?
सेल्समैन: रेफ्रिजरेटर। इसमें दो कंपार्टमेंट हैं, एक खाना फ्रीज करके रखने के लिए दूसरे में 38 डिग्री पे रखने के लिए।
महिला : ये भी बिजली से चलती है ?
सेल्समैन: जी हां। इसके बहुत फायदे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के डेलावेयर के विलमिंगटन स्थित निजी आवास की तलाशी लेकर गोपनीय दस्तावेज बरामद किये गये हैं। ये दस्तावेज ओबामा प्रशासन के कार्यकाल के हैं। बाइडेन तब उप राष्ट्रपति थे। इसके अलावा वाशिंगटन थिंक टैंक में भी गोपनीय दस्तावेज मिले हैं,
जो बाइडेन का कार्यालय हुआ करता था। ह्वाइट हाउस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि कम मात्रा में गोपनीय दस्तावेज मिले हैं।
राष्ट्रपति बाइडेन ने गोपनीय दस्तावेजों के मिलने पर हैरानगी जताई है और कहा है कि वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं। अमेरिकी अटार्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने
गुप्त दस्तावेजों की जांच के लिए एक विशेष वकील रॉबर्ट हूर की नियुक्ति की घोषणा की है।
अमेरिकी मीडिया में कहा जा रहा है कि बाइडेन के घर और दफ्तर से मिले दस्तावेजों ने उनके लिए बड़ी शर्मिंदगी की घड़ी पैदा कर दी है।
इससे पहले अगस्त 2022 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर पर