परमात्मा का साक्षात्कार कर चुके थे। भूत भविष्य वर्तमान सबका ज्ञान था। सिर्फ जरूरत भर बोलते थे। ख्याति दूर दूर तक फैली हुई थी। मन की शंका का समाधान करने लोग दूर दूर से आते थे।
और एक दिन वे भी पहुचे। चरणों मे बैठ गए, हाथ जोड़ा और कहा- प्रभु, मैं कौन हूँ? मेरे अंदर कौन है, मेरे बाहर कौन है? मेरी वास्तविक पहचान क्या है, इस चराचर जगत के बीच मैं आखिर कौन हूँ गुरुदेव?
गुरु ने कहा- वास्तविक पहचान वही है वत्स, जो तुम्हे पता है। जो तुम खुद को महसूस करते हो।
जो तुम्हारा हृदय स्वीकारता है.. जिसे सुनकर तुम प्रतिक्रिया देते हो, पलटकर देखते हो।
- मैं समझा नही गुरुदेव..!!
अब गुरु ने उत्तर न दिया, आंखे मूंद मौन हो गए। उन्होंने फिर से सवाल किया। गुरु का उत्तर नही आया। कुछ देर रुक फिर पूछा , लेकिन उत्तर न आया।
काफी देर तक उत्तर न आने पर वो निराश हुए। अंततः उठ गए और वापस जाने लगे। दरवाजे के पास पहुँचे ही थे कि पीछे से गुरु की आवाज गूंजी..
"अबे ओ, बेहूदा आदमी.. !!!! "
वे तेजी से घूमें। सिद्ध ज्ञानी मुस्कुरा रहे थे। मीठी वाणी में कहा- यही .. तुम्हारी असली पहचान है
मूवी याद होगी आपको, और जॉनी डेप्प का मशहूर किरदार कैप्टन जैक स्पैरो भी। आप इन पाइरेट्स को क्रिमिनल, लुटेरा और आउटलॉ मानते रहे हैं।
पर सच्चाइयां अक्सर उलट होती है।
मैं बकेनियर्स की बात कर रहा हूँ।
याने, "सरकारी डाकू" जिन्हें राजा की ओर से, लूट का लाइसेंस मिला होता था।
ये सोलहवीं सदी का दौर था। समुद्र, तब का नया इंटरनेट था। हाई सीज, व्यापार का हाइवे बन रहे थे। नौकायन, जहाजरानी, नेविगेशन में नई खोजें हो रही थी।
नई जमीन नए देश,नए जलमार्ग खोजे जा रहे थे। उनसे व्यापार किया जा रहा था। जहाजो में भरा माल, कमाए गए सिक्के, उनमें चप्पू चला रहे गुलाम.. ये सब मिलकर किसी भी व्यापारिक शिप को, "तैरता हुआ बटुआ" बना देते थे।
तो समुद्र में तैरता बटुआ लूटकर रातोरात अमीर होने के इच्छुक भी थे।
पूरी दुनिया अफ्रीकन कांटिनेंट के अधिकतर हिस्से को अछूत मानती है, खतरनाक देशों की श्रेणी में रखा जाता, करप्शन व क्राईम रेट में अव्वल स्थान देते आए हैं !
54 छोटे बङे देशों का यह कान्टीनेंट, जिनकी अधिकांश इकोनॉमि धीरे धीरे चाईनीज के कब्जे में होती जा रही !!
माली (मुस्लिम देश) जहां सबसे ज्यादा सोना निकलता, एक गोल्ड मिईनिंग में दस हजार से ज्यादा चाईनीज कैदी काम करते, उस माईन में अंदर जाने की इजाजत किसी को नहीं, खोदो, निकालो और खुदके एयरपोर्ट से चाईना भेजो !! यह तो बस एक उदाहरण है !!
कोंगो में एक परिवार है, एक मुखिया, 25 पत्नियां,
400 बच्चे और सभी एक साथ रहते ! 140 व 160 साल के बुजुर्ग भी आज जिंदा हैं मगर विदेशी मीडिया कभी भाव नहीं देती !! तरह तरह की अफवायें फैलाते यूरोप व वेस्टर्न देश !! हमारी इकोनोमी के बराबर पूरे अफ्रीकन कांटिनेंट में बाल का व्यापार होता ! बाल साउथ इंडिया से चीन जाते
बार्बर शॉप पर जाओ तो शायद ही कभी सीट खाली मिलती हो।
आज ही वही हुआ जब नाई की दुकान पर पहुंचा कोई सीट खाली नहीं थी
नाई ने देख कर खींसे निपोरते हुए हुए कहा बैठिए भाई जान ।
नाई की दुकान पर इंतजार बड़ा अखरता है , जब खुद कटिंग , शेव , मसाज वगैरह कुछ भी
करवाते रहो कितना भी टाइम लगे पता ही नहीं चलता लेकिन जब दूसरा कोई करवा रहा हो और इंतजार करने बैठो तो एक-एक पल एक-एक युग लगता है ।
नाई भी टाइमपास की सुविधा के लिए मैगजीन और अखबार टेबल पर फैलाए रखता है
आज भी मैंने पूछा कितना टाइम लगेगा ?
बस भाई जान इन भाई के बाद आपका ही नंबर है
मैं अनचाहे मन से एक पत्रिका के पन्ने पलटने लगा
कुर्सी पर विराजमान बंदे की कटिंग चल रही थी ,
कटिंग करवाने वाला साथ साथ नाई को हिदायत भी देता जा रहा था
थोड़े इधर से अभी भारी हैं , थोड़ा इधर से हल्के करो , ये कलम ऐसे करो कान के ऊपर जरा बारीक कर देना ।
At a medical convention, a male doctor and a female doctor start eyeing each other. The male doctor asks her to dinner and she accepts. As they sit down at the restaurant, she excuses herself to go and wash her hands.
After dinner, one thing leads to another and they end up in her hotel bedroom. Just as things get hot, the female doctor interrupts and says she has to go and wash her hands. Once she comes back they go for it. After the sex session,
she gets up and says she is going to wash her hands.
As she comes back the male doctor says, "I bet you are a surgeon".
She confirms and asks how he knew.
"Easy, you're always washing your hands."
She then says, "I bet you're an anesthesiologist."