आज सीधे सीधे 27+K और परोक्ष रूप से 3.5+ L लोगों के घर में दाल रोटी की व्यवस्था करवाने वाले इस ‘अड़ानी समूह’ के विरुद्ध “लाल, पीली, हरी, नीली” किताब पढ़ने वाले ‘कल के लौंडे’ ऐसे बोल कर रहे हैं, जैसे उनके ही ‘बाप-दादाओं’ ने अपनी ‘पुश्तैनी हवेली’ बेच कर खड़ा किया है उसे.😂😂 #Adani
वो भी किसकी बातों में आ कर..? उस एक विदेशी कठपुतली, जिसका जीविकोपार्जन का साधन ही अवैध(अमेरिका में नही) है.!
अरे नमुरादों, तुम #हिडेनबर्ग को अपना अवैध बाप बना रहे हो, शौक़ से बनाओ👍🏻
पर उसे तो बख़्श दो, जिसके बदौलत तुम्हारे या तुम जैसे अनेकों परिवारों का भरण-पोषण हो रहा है.!😏
समाजवाद की पीपली बजाने से समाज चलेगा क्या..?
फिर पैसे कौन और कहाँ से आएगा इस समाज में..?
#अड़ानी समूह के डूबने से #हिंडेनबर्ग का कुछ नहीं डूबने वाला, और ना ही गौतम अड़ानी.!
डूबेगा तो देश का तुम्हारा मध्यम वर्गीय परिवार.!