BHARAT SARKAR IS MAJORITY SHAREHOLDER ($2 BILLION) IN VODAFONE: FROM GEOPOLITICS TO GEOECONOMICS
वक़्त वक़्त की बात है, कभी 2G घोटाला से सरकार बदली थी और आज ब्रिटेन के गुजरात वीडियो ने ब्रिटेन की Vodafone कम्पनी के $2 billion से अधिक के व्याज और spectrum कर्ज को भारत सरकार वापस
न लेकर वोडाफ़ोन का शेयर 10 रूपया प्रति शेयर (equity) मजबूरन ले कर 33.3% का मालिक हो गया।आज वोडाफ़ोन के शेयर का दाम दस रूपया से कम रू० 7.25 है।
साजिशी दिमाग़ नाथन ने गुजरात मॉडल के अदानी साम्राज्य के $2 billion के FPO को डूबा कर भारत के पूँजी बाजार को दस साल के लिए बर्बाद
कर दिया और ब्रिटिश वीडियो ने भारत मे Vodafone को जीवित कर मुकेश के Jio साम्राज्य को ख़त्म करने की क़वायद शुरू कर दिया।अनील का Reliance Communication कर्ज के कारण ख़त्म हो गया मगर वोडाफ़ोन का क़र्ज़ भारत सरकार ने ले लिया।
इक़बाल ने मुसलमानो को Geopolitics समझाने के लिए सौ साल पहले एक शेर कहा था जो आज के संघ और संघ के सोंच वाले बुद्धिजीवियों के नज़र,
"तेरी दवा न जेनिवा मे है न लंदन मे
फ़िरंग की रगे जॉन पंजह यहूद मे है"
تیری دوا نہ جنیوا میں ھے نہ لندن میں
فرنگ کی رگ جاں پنجہ یہود میں ھے
#नोट:ओबामा द्वारा स्थापित सरकार जब पश्चिम दुनिया (Western World) के लिए geopolitically लाभदायक नज़र नही आई तो वीडियो और नाथन का इस्तेमाल कर भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया ताकि विदेशी निवेश भारत न जाये बल्कि यूरोप मे आये।
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh
मास्टरजी - होमवर्क करके क्यों नहीं आये ?
छात्र - गुरुजी , पड़ोस में गाय ने बछड़ा जना है । परदेसी कल जंगल गया था , वहां से मुर्गा लाया ....
मास्टरजी - उससे क्या ? होमवर्क क्यों नहीं किया ये बता ।
छात्र - गुरुजी ,सुरेश क्लास से भागकर कंचे खेल रहा था इत्ते में उसके चच्चा आये
और उसे मारते घर ले गए , सुरतु का चप्पल बड़े महराज के घर से चोरी चले गए....
मास्टर जी - अबे चुप ये बता होमवर्क कईं नहीं किया ?
छात्र - गुरुजी , कमला के घर में पुलिस आई थी सुना है उसके पति ने गहने चोरी .....
मास्टरजी- सारे जहान की बात करता है गधे , होमवर्क क्यों नहीं किया ?
बता नई तो डंडे मारूंगा ।
छात्र - गुरुजी , आपको मेरी पढ़ाई पे शक है ? मुझको गरीब जान कर धमका रहे हो । मैं सेठ बांकेलाल के बेटे के साथ घूमता हूँ तो क्या हुआ , रोज इस्कूल की ड्योढ़ी में माथा टेकता हूँ मेरी नियत पे शक करते हो आप ? समे लाल भी होमवर्क नई किया ,
सूत जी बोले, "हे ऋषि गण! कामदेव ने नारद मुनि को बताया कि वेलेंटाइन व्रत को करने के लिए प्रथम दिवस गुलाब सप्तमी, फिर प्रस्ताव अष्टमी, फिर चॉकलेट नवमी, फिर भालू दशहरा, फिर वचन एकादशी, फिर आलिंगन द्वादशी, फिर चुम्बन त्रयोदशी और अंतिम दिन
प्रेम चतुर्दशी मनाई जाती है। पूरे आठों दिन कठोर व्रत करना होता है। ऋषि गण ने यह सुनकर आतुरता से पूछा, "हे सूत जी! मृत्यु लोक में इस कथा को किसने किया, किसने उसका लाभ लिया हमको विस्तारपूर्वक कहिए हम सुनना चाहते हैं।
सूत जी ने कहना आरंभ किया। पौराणिक नदी कोसी के किनारे एक अत्यंत ही अकेला ब्राह्मण युवक रहा करता था। वह इतना प्रेमातुर था कि किसी भी अकेली कन्या को पाते ही उसको प्रेम प्रस्ताव थमा देता था। किन्तु दुर्भाग्यवश सभी कन्याएं उसके प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा देती थी।
वैलेंटाइन डे विदेशी त्योहार है हिंगुओं। इतना धैर्य सच्चा हिंगू नही रखता है। सीधे सेक्स मांगता है। हमारे तो ऋषि मुनि भी सुंदर लड़की देख फौरन सीधे सेक्स मांगते थे। सात दिन सिर्फ आई लव यू कहने मे बर्बाद करोगे तो धर्मरक्षा के लिए समय कब बचेगा।
मै तुम्हे ब्राह्मण धर्म की कथा सुनाता हूं
एक दिन ऋषि पराशर मत्स्यगंधा की नाव में बैठे और मत्यगंधा को देखकर मोहित हो गए। ऋषि पराशर ने मत्स्यगंधा से प्रेम निवेदन किया (ब्राह्मण भाषा वाला प्रेम मतलब केवल सेक्स, वन नाइट स्टैंड, शादी वादी नहीं) और कहा कि मैं तुमसे एक पुत्र उत्पन्न
करना चाहता हूं (मतलब बिना कंडोम के यौन संबंध)। मत्स्यगंधा ने अपना कौमार्यभंग होने की बात ऋषि से कही (लड़की ने मना नहीं किया, ना अंकल/बुड्ढे/खूसट कहा)। ऋषि ने मत्स्यगंधा से कहा कि संतान उत्पन्न करने के बाद भी तुम कुंवारी ही रहोगी इसलिए चिंता मत करो (कैसे ये मत पूछना)।
हर नैतिक, इमानदार, गरीब, व्यवस्था विरोधी, कटु सत्य बोलने वाला, चापलूसी से दूर रहने वाला, प्रतिभावान , संवेदनशील मानव की अंतिम जगह जेल में ही होती है , चाहे तंत्र कोई हो ? कल राजाओं , बादशाहों का राज था, फिर क्रूर अंग्रेज आये सभ्यता का मुखौटा लगाकर, लोकतंत्र दिये ।
लोकतंत्र के लिये आजादी की लड़ाई के हीरो गांधी का हश्र क्या हुआ? नेहरू जैसा महामानव था कि जानवरों की बस्ती में कुछ दिन लोकतंत्र दिखाई दिया लेकिन हम तो सदियों से जंगलराज के आदि रहे हैं , पैर छूने वाले को सभ्यता और संस्कृति कहते हैं, गरदन काटने वालों को शेर । गददारों को देशभक्त ।
नेहरू गये ,उन्हीं के साथ लोकतंत्र गया, फिर आजादी के लड़ाई के हीरो ,अहिंसा के पुजारी की हत्या करने वाले मर्यादा पुरूषोत्तम राम के उत्तराधिकारी बनकर राज पर कब्जा कर लिये । गांधी के हत्यारे रामराज्य की बातकर रहे हैं, चारो तरफ राम का मंदिर बनाया जा रहा है, जो इनसे असहमत है
*सिकुड़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ती असमानता और उपर से आर्थिक घोटाला *
*जीना है तो लड़ना होगा!*
पिछले साल मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन और उसके बाद के महीनों में देश के करोड़ों लोगों का रोज़गार छिन गया। बहुत बड़ी आबादी दो वक़्त की रोटी के लिए भी मुहताज हो गयी।
बेरोज़गारी, भूख और अभाव का यह सिलसिला लगातार जारी है। बेलगाम बढ़ती महँगाई ग़रीबों की थाली को और भी ख़ाली करती जा रही है। दूसरी ओर, देश के सबसे बड़े अमीरों की दौलत में बेहिसाब बढ़ोत्तरी हो रही है। महामारी के दौरान मुकेश अम्बानी और गौतम अडानी ने हर घण्टे
जितनी कमाई की, उतने पैसे कमाने के लिए एक अकुशल मज़दूर को 10,000 साल तक काम करना पड़ेगा! इतना ही नहीं, देश के ऊपर के 100 अरबपतियों की दौलत में पिछले एक साल के दौरान 14 लाख करोड़ रुपये का इज़ाफ़ा हुआ है। अडानी 2014 में विश्व में 609 वें नंबर के धनी थे,