पिछले दिनों यहाँ अमेरिका में किसी के घर एक भारतीय हिंदू भाई से मुलाक़ात हुई. उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा और बेटी थे. कुछ ही दिन पहले सपरिवार इंडिया से लौटे थे. हमारी बातचीत इंडिया पर होने लगी. बहुत ख़ुश होकर बताने लगे, “भाईसाहब, इंडिया में बहुत बदलाव आ गया है. करप्शन ख़त्म हो
गया है. सड़कें एकदम अमेरिका जैसी हो गई हैं. बिज़नेस में ज़बर्दस्त तेज़ी आ गई है. गवर्नमेंट ऑफ़िसों में तो माहौल ही बदल गया है. आप इमेजिन नहीं कर सकते. सच में न्यू इंडिया बन गया है.”
मैंने मुस्कराते हुए धीरे से कहा, “लगता है मन बना लिया है इंडिया शिफ़्ट करने का.”
एकदम से उनकी बीवी ने घबरा कर पहले मेरी ओर और फिर अपने पति की ओर देखा. बेटा फ़ोन पर कुछ खेल रहा था. एक झटके में उसने सर उठा कर मेरी ओर ऐसे देखा जैसे मैं कोई पागलख़ाने से आया हूँ. श्रीमान जी झेंप कर खिसियानी हंसी हंसते हुए बोले,
Something special -
None of them are pakistani
None of them is a Muslim,
None of them are Khalistani,
None of them are Sikhs,
None of them are Jats, farmers, laborers or workers,
If #prasoonjoshi_ the head of #CBFC_India who is also very close to PM & takes care of his #GodiMedia as well, along with his team has passed the #PathanMovie and #CBFC the Govttown organization has a very stringent SOPs at place to pass any movie. Then where is the problem?
Movie Once passed the ball of responsibility stops with the CBFC or with the Producers, Directors and the actors? Isn’t some sort of publicity stunt agreed upon within the makers and the passers of the movie to give it an undue publicity?
Because do u think #ShahRukhKhan𓀠 or #DeepikaPadukon or the whole movie cast n crew who has a very big stakes in the movie is not aware what is going on nowadays & do you think they will release the very first teaser with all the #bhagwaRang & invite problems for themselves?
Ki aah @gucci@armani
Piche roldi jawani
Check kardi branda wale tag ni
Aaja dasaan tenu soniye ni fashion ki hunda
Tere yaar da ta
wakhra swag ni….❤️❤️❤️❤️❤️ @Its_Badshah
इनका नाम है सरबजीत सिंह, लेकिन लोग प्यार से बॉबी के नाम से बुलाते हैं।
न तो इसको घर पे कोई काम है और न दूकान पर। कभी एंबुलेंस लेकर मरीजों को आई जी एम सी छोड़ने जा रहा होता है तो कभी मृत लावारिस लाशो को शमशान ले जाता है। @@Arun_Kaku05
शाम को लोग /पर्यटक जब माल रोड पर घूमते हुए मौसम का आनंद ले रहे होते है ये फालतू सरदार कैंसर हस्पताल में मरीजों को खिचड़ी का लंगर लगा के खिला रहा होता है।
सवेरे सवेरे उठकर लोग सैर पे निकलते है और ये सरदार मरीजों को बिस्कुट खिला रहा होता है। रविवार को भी इसको चैन नही होता
माल रोड पर ब्लड कैंप लगा कर लोगो का खून निकाल रहा होता है। ऐसा है ये फालतू इंसान।
वाहगुरु ऐसे फालतू हर शहर में भी पैदा करो जी। इंसानियत को खत्म होने से बचाते है ऐसे फालतू लोग। गरीबो के आंसू नही टपकने देते ऐसे फालतू लोग।वैसे भी आजकल कोई फालतू नही जो दुसरो के लिए थोड़ा वक़्त निकाल