#चमत्कार
एक राजा का हाथी था. जिसने अनेकों युद्ध लड़े और जीते थे। पूरे राज्य का प्रिय था। जब बूढ़ा हो गया तो एक बार तालाब किनारे फंस गया। राजा समेत पूरा राज्य दुःखी..महावत बुलाए निकालने के लिए।उन्होंने उसे भाले भोंके व नश्तर चुभाए, दर्द दिया पर हाथी फंसता गया..और मरणासन्न हो गया👇
दर्द के मारे बैठ गया.. और आंखों में आंसू बहने लगे।
राजा भी दुःखी, राज्य भी दुःखी। तब उसके पुराने महावत को बुलाया गया। उसने देखा तो चिल्लाया की यह क्या कर रहे हो? मार डालोगे क्या? बैंड बजाओ,दुंदुभी और युद्ध के नगाड़े बजाओ!
युद्ध के नगाड़े सुनते ही अपूर्व चमत्कार हो गया।
वो 🐘
हाथी क्षणभर में ही छलांग लगाकर खड़ा हो गया।
सुरमा था,उस क्षण में भूल गया कि वो बूढ़ा है।
भूल गया कि कमजोर है; फिर से जवान हो गया।
हम उतने ही जवान होते हैं..जितनी हिम्मत होती है।
हिम्मत, साहस से ही बूढ़े और जवान होते हैं
साहस पर चोट लगते ही हाथी फिर से जवान हो गया।
युद्ध के नगाड़े
सुनकर वो मर भी जाता तो उठ जाता।
अपूर्व चमत्कार की चर्चा सर्वत्र फैल गई।
आज भी चमत्कार की ही बात चल रही है।
पर ये कोई चमत्कार नहीं है।
हलेलुइया के दलदल में फंसे सनातन के बूढ़े हाथियों की हिम्मत लौटाने एक महावत आया है। उसके युद्ध के नगाड़ो को सुनकर हाथियों का साहस जाग रहा है। और
ये तो सदियों से होता आया है कि हाथी को देखकर "कुत्ते" भौंकने लगते है।
सभी कीचड़ में फंसे हैं और वो रणभेरी बजा रहा है।
जो हिम्मतवर होगा,वो निकल जायेगा बाहर।
कुत्तों का तो काम ही है भौंकने का!
बोलो.....हर हर महादेव
youtube.com/@dharmgyan789
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#उरुग्वे एक ऐसा देश है,जिसमे औसतन हर एक आदमी के पास 4गायें हैं और पूरे विश्व में वो खेती के मामले में नम्बर वन की पोजीशन में है! सिर्फ 33लाख लोगों का देश है और 1करोड़ 20लाख गायें है!
हर एक #गाय के कान पर इलेक्ट्रॉनिक चिप लगा रखी है!जिससे कौन सी गाय कहाँ पर है, वो देखते रहते हैं👇
एक किसान मशीन के अन्दर बैठा फसल कटाई कर रहा है, तो दूसरा उसे स्क्रीन पर जोड़ता है कि फसल का डाटा क्या है..??
इकठ्ठा किये हुये डाटा के जरिए, #किसान प्रति वर्ग मीटर की पैदावार का स्वयं विश्लेषण करता हैं! 2005 में 33 लाख लोगों का देश, 90 लाख लोगों के लिए अनाज पैदा करता था और आज की
तारीख में 2 करोड़ 80 लाख लोगों के लिये अनाज पैदा करता है!
उरुग्वे के सफल प्रदर्शन के पीछे देश, किसानों और पशुपालकों का दशकों का अध्ययन शामिल है! पूरी खेती को देखने के लिए 500 कृषि इंजीनियर लगाए गए हैं और ये लोग ड्रोन और सैटेलाइट से किसानों पर नजर रखते हैं, कि खेती का वही तरीका
आजकल के लड़के #नौकरी लगने के तुरंत बाद शादी करके दुलहन को सीधे नौकरी पर ले जाते हैं तथा सारा पढ़ाई का कर्ज , खेती का काम सब झंझट माता पिता के पास छोड़ जाते हैं । वो सबसे पहले शहर में #प्लाट लेने की सोचते हैं तथा माता पिता की ओर कम ध्यान देते हैं जो बहुत दुखदाई है । 👇
#फेसबुक पर माता पिता को भगवान ज्यादा वो ही लोग लिखते हैं जिनके माता पिता दयनीय स्थिति मे होने के बाद भी उनसे आशा नही करते ।कभी वो लोग गाँव आते हैं तो अपनी जेब पैसा नही देने हेतु माता पिता से खेती , भैंस आदि की कमाई का हिसाब अपनी पत्नी के सामने लेते हैं तथा उन्हें बहुत सुनाते है
पत्नी भी उनमें कमी निकालकर अपना धर्म पूरा करती है।
यह माजरा करीब 90% लोगों का है जो शहर मे लोगों को #जन्मदिन की पार्टी देकर अपनी झूठी शान का बखान करते हैं । वो अपने पत्नी बच्चों के अलावा किसी पर एक पैसा खर्च नही करते ।
क्या इस हालत मे #समाज_सुधार की ओर अग्रसर माना जा सकता है।गाँव
धर्म के ज्ञाता
द्विजातियों द्वारा श्रौत और स्मार्त धर्म का विधान कहा गया है।
इनमे दारसम्बन्ध विवाह अग्निहोत्र और यज्ञ
ये श्रौत धर्म के लक्षण है।
यम नियमों से युक्त वर्णाश्रमाचार स्मार्तधर्म कहलाता है।
सप्तर्षियों ने पूर्ववर्ती ऋषियों से श्रौतधर्म का ज्ञान प्राप्त करके पुनः👇
उसका उपदेश किया था।
यदि कहे कि
"वेद: प्रत्यक्षमाचार: प्रमाणं तत्त्रयं यदि
पृथक्त्वं लभ्यते चैषां धर्मश्चैकस्त्रयं कथम्
यदि प्रत्यक्ष आगम और शिष्टाचार ये तीनों ही प्रमाण है।
तब इनकी पृथक् पृथक् उपलब्धि हो रही है और धर्म एक है।
ऐसी स्थिति में
ये तीनों कैसे धर्म हो सकते है ?
परन्तु वस्तुस्थिति यह है कि
एक एवेति जानाहि त्रिधा धर्मस्य दर्शनम्
पृथक्त्वे च न मे बुद्धिस्त्रयाणामपि वै तथा
यह निश्चय समझो कि
धर्म एक है।
तीनों प्रमाणों के द्वारा एक ही धर्मका दर्शन होता है।
मैं यह नही मानता कि ये तीनों प्रमाण पृथक्-पृथक् धर्म का प्रतिपादन करते है।
उक्त
मैंने आज ब्रिटेन के एक प्रतिष्ठित वकील से बात करी तो उन्होंने बताया कि ब्रिटेन कि सुप्रीम कोर्ट ने आजतक किसी को भी सीधे ज़मानत नहीं दी हैकिसी को नहीं अर्थात् किसी को नहीं
और सुप्रीम कोर्ट तो छोड़िये ब्रिटेन कि हाईकोर्ट भी किसी भी बड़े से बड़े नामधारी को सीधे ज़मानत नहीं दिया है👇
बड़े से बड़े नामावले (ली) को ..
ज़मानत के लिये योग्य सत्र न्यायालय ( सेशन कोर्ट ) में ही जाना होता है ।
भारत के पवन खेड़ा को भारत के सुप्रीम कोर्ट ने सीधे ज़मानत दे दी ..
मनीष सिसोदिया को हाईकोर्ट भेंज दिया क्योंकि सीबीआई के पास इतने साक्ष्य थे कि मीलाट टाल गये
मनीष सिसोदिया
सत्र न्यायालय में क्यों नहीं जाता ज़मानत के लिये ?
भारत कि सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं देख पा रही कि ब्रिटेन तक कि सुप्रीम कोर्ट सीधे ज़मानत नहीं देती है ।
भारत के बड़े वकील ( राष्ट्रीवादी भी ) यह प्रश्न क्यों नहीं पूछते कि मीलाट यदि राजनीति करनी है तो काला चोंगा उतारिये और 👇
होली का उद्गमस्थल मुल्तान है जो भारत के विभाजन के बाद #पाकिस्तान में है और जिसे आर्यों का बतौर मूलस्थान भी कभी जाना जाता था.आज वह प्रहलाद पुरी है.नरसिंह अवतार की.खंडहर में तब्दील हो चुकी प्रहलाद पुरी में स्थित विशाल किले के भग्नावशेष चीख चीख कर उसकी प्राचीन ऐतिहासिकता के प्रमाण👇
दे रहे हैं. वहां इस समय मदरसे चला करते हैं। देवासुर संग्राम के दौरान दो ऐसे अवसर भी आए जब सुर- असुर ( आर्य- अनार्य )के बीच संधि हुई थी.. एक भक्त ध्रुव के समय और दूसरी प्रहलाद के साथ. जब हिरण्यकश्प का वध हो गया तब वहां एक विशाल यज्ञ हुआ और बताते हैं कि हवन कुंड की अग्नि छह मास तक
तक धधकती रही थी और इसी अवसर पर मदनोत्सव का आयोजन हआ...जिसे हम होली के रूप में जानते हैं. यह समाजसमता का त्यौहार है, क्योंकि प्रह्लाद के माध्यम से असभ्य-अनपढ़- निर्धन असुरों को पूरा मौका मिला आर्यों के समीप आने का. टेसू के फूल का रंग तो था ही, पानी, धूल और कीचड़ के साथ ही दोनों
आखिरकार तुमने अपने मालिक के नमक का कीमत चुका ही दिया, और चाणक्य के कहे हुए बातों को पूरे दुनिया के सामने सही साबित कर दिया कि, किसी विदेशी महिला'से पैदा हुआ बच्चा कभी भी 'देश हित' और 'राष्ट्र प्रेम' का अनुगामी नहीं हो सकता.
जिस आदमी ने देश की सेना को कहाता है कि वह चीनियों से👇
पीट रहे हैं, उसी आदमी ने, तथाकथित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में चीन की तारीफ की तारीफ करते हुए जोर देकर कहा कि चीन शांति का पक्षकार है. वहां चीन की 'रणनीति' का जिक्र करता है, उसके द्वारा किए गए "विकास" की बातें करता है !? उसने जम्मू कश्मीर को एक तथाकथित हिंसक जगह भी बता दिया.उसने कहा
कि कश्मीर इंसर्जेंसी प्रोन स्टेट है, और तथाकथित हिंसक जगह है ! उस आदमी ने कुछ दिनों पहले अपने एजेंडे के तहत पता नहीं किस को जोड़ने की यात्रा कर रहा था, वही उस यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर में खुलेआम तिरंगा फहराया और बेखौफ कई दिनों तक आराम से छुट्टियां मनाकर, विदेश जाता है, और