उद्धव ठाकरे ने सिर्फ साल के लिए मुख्यमंत्री बनने के लिए अपनी विरासत, अपने राजनीतिक भविष्य, एक दुर्जेय राजनीतिक दल और पार्टी के लाखों समर्थकों के भरोसे को त्याग दिया।
बात करें घटिया सौदे की तो इस आदमी ने जीवन भर का रसूख फेंक दिया, 700 दिन की सत्ता के लिए।
बाल ठाकरे के दादा का उपनाम धोडापकर हुआ करता था। फिर उन्होंने इसे पनवेलकर में बदल दिया।
हालाँकि, अपने बेटे को स्कूल में दाखिला दिलाते समय, उन्होंने ठाकरे उपनाम दिया। जो ठाकरे में तब्दील हो गया।
बालासाहेब ठाकरे को विरासत बनाने में 24 साल लग गए।
राजनीति में अनपढ़ बेटे उद्धव ठाकरे ने सत्ता के लालच में सिर्फ 24 महीने में अपने पूर्वजों की शिवसेना को तबाह कर दिया।
जब भी आप शिवाजी पार्क के सामने से गुजरे, सेना भवन, मराठा किले की तरह, बाल ठाकरे की विशाल तस्वीर के साथ, आपको घूरता रहा।
शिवाजी पार्क और सेना भवन ने शिवसेना को आज की ताकत बना दिया।
आज वहां सेना भवन है। शिवाजी पार्क है।
लेकिन ठाकरे हमेशा के लिए इतिहास में चले गए हैं क्योंकि न तो उद्धव ठाकरे और न ही उनके बेटे आदित्य ठाकरे का महाराष्ट्र के लोगों के साथ कोई सामाजिक जुड़ाव है और न ही शिवसेना के पुनरुद्धार के लिए कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति और अनुभव और योजना है।
मातोश्री, जो दशकों से महाराष्ट्र की राजनीति में एक मील का पत्थर था और एक ऐसी जगह जहां महाराष्ट्र का भविष्य तय किया गया था जब बाला साहेब ठाकरे भौतिक रूप में थे, मातोश्री अब बांद्रा पूर्व में सिर्फ एक और इमारत बन जाएगी।
कुछ लोग कहते हैं, उद्धव ठाकरे, जो बाला साहेब के पुत्र थे - - कैसे एक व्यक्ति शिवसेना की विरासत को छोटे-छोटे अल्पकालिक लाभों के कारण अकेले ही नष्ट कर सकते हैं, खासकर जब उनके पिता जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ थे।
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राहुल गांधी ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बोला 'झूठ', भारतीय सुप्रीम कोर्ट का भी कर डाला अपमान !
ब्रिटेन के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर देने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा शासित भारत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। #राहुल_गांधी
हालाँकि, इस दौरान राहुल गांधी ने एक बड़ा झूठ भी बोला, जिसमें उन्होंने भारत की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट का भी अपमान कर डाला। दरअसल, विदेशी धरती पर राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा कि भारत में उनकी जासूसी होती है।
उन्होंने आरोप लगाए हैं कि देश में मीडिया और न्यायपालिका पर सरकार ने नियंत्रण कर रखा है। साथ ही उन्होंने 'भारतीय लोकतंत्र पर हमले' की बात भी कही।
शराब घोटाले के सभी आरोपियों के बीच में एक एग्रीमेंट हुआ था कि हर 3 दिन में अपना अपना मोबाइल फोन और सिम कार्ड तोड़कर उसे भट्टी में जलाकर नष्ट कर देना है। ताकि कोई भी डिजिटल सबूत ना रहे और कभी भविष्य में कोई किसी को ब्लैकमेल ना कर सके। #शराब_घोटाला #मनीष_सिसोदिया #KejriwalExposed
लेकिन तीन आरोपी दिनेश अरोड़ा, अमित अरोड़ा और अर्जुन पांडे यह जानते थे कि यह पूरी गैंग बहुत बड़ी धूर्त है। यह तीनों अपने मोबाइल फोन और सिम कार्ड नष्ट नहीं करते थे। बल्कि मनीष सिसोदिया को बोल देते थे कि हां हमने अपना फोन नष्ट कर दिया है ।
इस गैंग ने सिर्फ 6 महीने में 500 मोबाइल फोन बदला अकेले मनीष सिसोदिया ने 170 फोन चेंज किए।
फिर जब शिकंजा कसा तब दिनेश अरोड़ा अमित अरोड़ा और अर्जुन पांडे को लगा उनके हाथ से तो टेंडर भी चला गया और उन्होंने जो ₹80 करोड़ रुपये दिए वह भी चले गए और मनीष सिसोदिया मौज कर रहा है।
3 March 1707: Mughals were not only defeated, but had to return to Delhi empty handed, after burying their so-called emperor here in this soil!
Aurangzeb came down to Deccan to gulp down the Maratha kingdom in the year 1682.
The army amounting to five to seven lakh strong soldiers, many of them proven warriors in their own right, and Aurangzeb well beyond in his sixties, such was the arraignment of the war.
Around 1686-87, Aurangzeb vanquished Adilshahi and Qutbshahi. But he was unable to capture the Maratha kingdom.
Final 30 years of Aurangzeb’s rule were a more-or-less continuous campaign against the Marathas. It consisted of numerous battles and skirmishes & Marathas won most of.
महाराष्ट्रातील पोटनिवडणुकांत भाजपला मर्यादित यश मिळाले असले तरी ते अभिनंदनीय नक्कीच आहे.पिंपरी चिंचवडच्या नागरिकांनी भाजपचे दिवंगत आमदार लक्ष्मण जगताप यांच्या कार्याला लक्षात ठेवले. #कसबा_पोटनिवडणूक #चिंचवडपोटनिवडणूक
त्यांचा जनसंपर्क, पिंपरी चिंचवडच्या विकासात त्यांचे योगदान, त्यांची पक्षनिष्ठा जनतेने लक्षात ठेवली.
महाराष्ट्रात देवेंद्र फडणवीसजी यांचे नेतृत्व, प्रदेशाध्यक्ष मा. चंद्रशेखर बावनकुळेजी, मा. चंद्रकांतदादा पाटीलजी यांच्या मार्गदर्शनाखाली भाजपच्या संघटनेने केलेले काम, खऱ्या शिवसैनिकांची मिळालेली मोलाची साथ यामुळे भाजपचा विजय चिंचवड़मधे सुकर झाला.
उद्धव तू कोणाचा पुत्र आहेस हे वारंवार आर्तस्वरात सांगून सहानुभूतीची भिक मागण्यापेक्षा मुख्यमंत्री पदावर असताना अब्जावधी रुपये खर्चून तू काय केलेस याला जास्त महत्व आहे !
१. उर्दू भवन बांधले.
२. हज हाऊस प्रत्येक जिल्ह्यात बांधले.
३. मुघल गार्डन बांधले.
४. हाजी अली दर्गा पुनर्बांधणी केली.
५. टिपू सुलतान क्रीडा संकुल उभारले.
६. याकूब मेमनची मजार बांधली.
७. PFI ने अमरावतीत हिंदुंवर हल्ला करून सुद्धा त्यांना अटक न करता हिंदूंना अटक केली.
८. तुझा गॉड फादर शरद पवारच्या कार्यकर्त्यांनी
पालघर साधू हत्याकांड घडविले. तरी पण ती हत्या नसून गैरसमजुतीने घडलेला प्रकार आहे असे तू जाहीर केलेस.
९. नेव्ही अधिकाऱ्याचे डोळे फोडलेस.
१०. कचऱ्यातील केसेस काढून अर्णब गोस्वामीला ठार मारण्याचा कट रचला.