2. माता गुजरी और छोटे साहिबजादों की रक्षा के लिए कोई सिख जब आगे नहीं आया, तो बच्चों को दूध पिलाने के लिए बाबा मोती राम मेहरा ने ही बलिदान किया
3. बच्चों के अंतिम संस्कार के लिए जब कोई सिख आगे नहीं आया तो टोडरमल जी ने 78000 सोने की मोहर देकर उनका अंतिम संस्कार किया...
4. हिंदु होते हुए जिस गुरु गोविंद (राय) जी ने अपने चार पुत्र वार दिए वहीं उनका पांचवां पुत्र मुगलों के साथ मिलकर काम करने लगा...आज भी खालिस्तानी मुगलो से मिलकर और साठगांठ करके नया देश बनाने की जुगाड़ मे हैं
5. जब अमृतसर स्वर्ण मंदिर पर मुगलों ने कब्जा कर लिया था तब राजा
सदाशिव को अपनी सेना के साथ आना पड़ा स्वर्ण मन्दिर फिर से आजाद कराने के लिए...
6. 10 गुरुओं में से 1 ही नहीं, 2 ही नहीं, 3 ही नहीं बल्कि सब के सब 10 गुरु हिंदू धर्म से ही हैं
5 प्यारे हिंदू थे ,कोई गैर हिंदू नहीं था
हम हिंदू हैं, हम वो है जिसने गुरु गोविंद सिंह, शिवाजी,
वीर गोकुला, महाराणा प्रताप, वीर बन्दा वैरागी, पोरस, चंद्रगुप्त मौर्य और लक्ष्मी व चेनम्मा दी...और अगर गिनाने बैठ जाएं तो गिनते ही रह जाओगे ।
सिखों की हिंदुओं की रक्षा, बहादुरी की ज्यादातर कहानियाँ महज कहानियां भर हैं । हर बार हिंदू भी साथ खडे होकर लडे...
हकीकत ये है कि सिख जितना बहादुर और देशभक्त रहे है खालिस्तानी उतना ही कायर और देशद्रोही रहे हैं
आज भी दूसरो की आड लेकर अपनी जंग चला रहे है 😠
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इस वीडियो को सुनेंगे तो होश उड़ जाएंगे आपके, ये हैं सुप्रीम कोर्ट लॉयर डी. के. दुबे, जो D. U. में law के professor हैं
सारे हिन्दू समाज के लोग इनको ज़रूर सुनें , यकीन कीजिए, मात्र दस मिनट में आपके सारे भ्रम दूर हो जाएंगे।
आज से लगभग 8 हजार वर्ष पूर्व त्रेता युग में अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट महाराज दिलीप के कोई संतान नहीं थी। एक बार वे अपनी पत्नी के साथ गुरु वसिष्ठ के आश्रम गए। गुरु वसिष्ठ ने उनके अचानक आने का प्रयोजन पूछा। तब राजा दिलीप ने उन्हें अपने
पुत्र पाने की इच्छा व्यक्त की और पुत्र पाने के लिए महर्षि से प्रार्थना की।
महर्षि ने ध्यान करके राजा के निःसंतान होने का कारण जान लिया। उन्होंने राजा दिलीप से कहा – “राजन! आप देवराज इन्द्र से मिलकर जब स्वर्ग से पृथ्वी पर आ रहे थे तो आपने रास्ते में खड़ी कामधेनु को
प्रणाम नहीं किया। शीघ्रता में होने के कारण आपने कामधेनु को देखा ही नहीं, कामधेनु ने आपको शाप दे दिया कि आपको उनकी संतान की सेवा किये बिना आपको पुत्र नहीं होगा।”
महाराज दिलीप बोले – “गुरुदेव! सभी गायें कामधेनु की संतान हैं। गौ सेवा तो बड़े पुण्य का काम है, मैं गायों की
622 ई से लेकर 634 ई तक मात्र 12 वर्ष में अरब के सभी मूर्तिपूजकों को मुहम्मद ने तलवार से जबरदस्ती मुसलमान बना दिया! (मक्का में महादेव काबळेश्वर (काबा) को छोड कर!)
शास्त्र कहते हैं कि अठारह दिनों के महाभारत युद्ध में उस समय की पुरुष जनसंख्या का 80% सफाया हो गया था। युद्ध के अंत में, संजय कुरुक्षेत्र के उस स्थान पर गए जहां संसार का सबसे महानतम युद्ध हुआ था।
में यहीं युद्ध हुआ था?
यदि यहां युद्ध हुआ था तो जहां वो खड़ा है, वहां की जमीन रक्त से सराबोर होनी चाहिए। क्या वो आज उसी जगह पर खड़ा है जहां महान पांडव और कृष्ण खड़े थे?
तभी एक वृद्ध व्यक्ति ने वहां आकर धीमे और शांत स्वर में कहा, "आप उस बारे में सच्चाई कभी नहीं जान पाएंगे!"
संजय ने धूल के बड़े से गुबार के बीच दिखाई देने वाले भगवा वस्त्रधारी एक वृद्ध व्यक्ति को देखने के लिए उस ओर सिर को घुमाया।
"मुझे पता है कि आप कुरुक्षेत्र युद्ध के बारे में पता लगाने के लिए यहां हैं, लेकिन आप उस युद्ध के बारे में तब तक नहीं जान सकते, जब तक आप ये नहीं जान लेते हैं
1947 में जब भारत आजाद हुआ था तब जम्मू-कश्मीर का कुल क्षेत्रफल था 2,22,236 वर्ग किलोमीटर जिसमें से चीन और पाकिस्तान ने मिलकर लगभग आधे जम्मू-कश्मीर पर कब्ज़ा किया हुआ है और भारत वर्ष के पास केवल
जम्मू-कश्मीर के जो भाग आज हमारे पास नहीं हैं उनमें से गिलगिट, बाल्टिस्तान, बजारत, चिल्लास, हाजीपीर आदि हिस्से पर पाकिस्तान का सीधा शासन है और मुज़फ्फराबाद, मीरपुर, कोटली और छंब आदि इलाके हालांकि स्वायत्त शासन में हैं परंतु ये इलाके
भी पाक के नियंत्रण में हैं।
पाक नियंत्रण वाले इसी कश्मीर के मुज़फ्फराबाद जिले की सीमा के किनारे से पवित्र "कृष्ण-गंगा" नदी बहती है। कृष्ण-गंगा नदी वही है जिसमें समुद्र मंथन के पश्चात् शेष बचे अमृत को असुरों से छिपाकर रखा गया था और उसी के बाद ब्रह्मा जी ने उसके किनारे माँ शारदा