हम ताउम्र किसी हिन्दू संगठन से नहीं जुड़ते। ना ही उन लोगों को आर्थिक या सामाजिक सहयोग देते हैं।
कभी उनके कार्यक्रमों में हिस्सा तक नहीं लेते हैं।
ना ही कभी बच्चोँ को धर्म दिखाते हैं और ना ही मंदिर में जाते हैं।
ना ही हम किसी हिन्दू संस्था के लिए कभी आवाज़ उठाते हैं।
फिर एक दिन विधार्मियों से टकराव हो जाता है और तब खुद को अकेला पाते हैं। तब तोहमत लगती है की हाय हमारी मदद को को हिन्दू संगठन नहीं आया।
क्या आप गए जब उन्हें आपकी ज़रूरत थी? कभी आपने सोचा की ये जो लोग इन सब संस्थाओं से जुड़े हैं वो भी आपकी तरह ही व्यस्त हैं पर
फिर भी धर्म के लिए वक़्त निकालते हैं।
क्या उनके दिन में 48 घंटे हैं? वो लोग आतंकवादी तो नहीं जिनसे आपने दूरी बना रखी है। आपके हमारे जैसे साधारण घरों से ही हैं सब।
सच तो ये है की 99% हिन्दुओं को हिन्दू संगठनों की याद विधर्मियों के जूते खा कर ही आती है।
दुनियाभर से पर्यटक , घुमक्कड़ और अनुसंधानकर्ता भारत क्यों आते हैं ?
आज ही नहीं , बहुत पुराने जमाने से भारतीय मनीषा , चिंतन , दर्शन , हिमालय , गंगा की खोज में विश्व यात्री आते रहे हैं !
हमारा अध्यात्म उन्हें यहां लाता है , इस धरती के अलग अलग रंग उन्हें लाते हैं ,
ज्ञान का भंडार उन्हें भारत लाता है , वेद पुराण और योग साधना का आकर्षण उन्हें यहां लाता है !
पुराने शहर देखने के शौकीन पर्यटक तमाम दुनिया से इटली , बेल्जियम और बेरूत जाते हैं । लेकिन विदेशी यात्री भारत में दिल्ली एनसीआर , मुंबई , बंगलुरू , कोलकाता ,
चेन्नई आदि महानगरों की बहुमंजिला इमारतें देखने नहीं आते । वे आते हैं काशी , मथुरा , वृंदावन , हरिद्वार , ऋषिकेश , केदारनाथ , मदुरई , द्वारिका , अयोध्या , उज्जयिनी , जगन्नाथ जी आदि की पावन भूमि की सुगंध सूंघने ।
वे आते हैं हमारे तीर्थों की पतली संकरी गलियां देखने ,
भारत के अलावा क्वाड में 3 देश है। जापान ऑस्ट्रेलिया और यूएसए। जापान को अगर फिलहाल छोड़ भी दिया जाए तो बाकी के दोनों देश सीधे-सीधे भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने अपने देश से हिडन प्रोग्राम चला रहे हैं।
यह तीनों देश भारत के साथ सिर्फ इसलिए है क्योंकि यह समझते हैं कि चीन को रास्ते पर लाने के लिए उनकी कुछ जरूरतों को सिर्फ भारत ही पूरा कर सकता है
लेकिन मेरा इन देशों से यह पूछना है कि भारत की जरूरतों के बारे में क्या
अगर यह तीनों देश भारत की जरूरतों के बारे में सोचे बगैर अपनी जरूरतों के लिए भारत का साथ चाह रहे हैं तो इनको यह बात अच्छे से समझ लेनी चाहिए कि अब यह भारत मोदी का भारत है जो एक हाथ ले और एक हाथ दे में विश्वास रखता है।
अगर तुम मोदी को लूटना चाहते हो तो पहले खुद लुटना सीखो।
IIT Delhi, IIM Ahmedabad, PhD from Massachusetts Institute of Technology, an honorary doctorate from The London Business School in 2012 and the Hong Kong University of Science and Technology. Someone who has been in US since 1991 and
has been a professor of Finance and Economics in top management B-Schools. Someone who has multiple awards in economics.
But says that he knows nothing about Bank Collapse in America and he only predicts disaster for the Indian Economy.
Not many people would know this but RRR's thesis for which he was awarded Phd was "Essay on Banking". Thesis on banking says he knows nothing about Bank Collapse. That is like I am a trained professional musician but I do not know what is Surr.
2014- "Modi can never be the Prime Minister of India. I give him the option to sell tea outside Parliament but a chaiwala can not be the Prime Minister of India." Said one of the ex ministers. RESULT: 282 seats.
2019 - "Chowkidar Chor hai". Said the Youth Icon and future prime minister. RESULT: 303 seats.
2023- Narendra "GAUTAM DAS" Modi. Said one of the spokesperson. RESULT: 350 seats. (Save this post).
Yesterday, a video from Pakistan went viral in which a boy said that Pakistan needs Modi. The German ambassador to India said that India buying oil from Russia is India's internal matter. The UK is having a tough time managing power prices.