अपनी मृत्यु और अपनों की मृत्यु डरावनी लगती है
बाकी तो मौत का आनन्द ही लेता है इंसान
अंत तक पूरा पढ़ना
✍️ मौत के स्वाद का चटखारे लेता मनुष्य
थोड़ा कड़वा लिखा है पर मन का लिखा है
मौत से प्यार नहीं , मौत तो हमारा स्वाद है
बकरे का,
गाय का,
भेंस का,
ऊँट का,
सुअर,
हिरण का,
(1-N)
2-N)
पाए का,
तीतर का,
मुर्गे का,
हलाल का,
बिना हलाल का,
ताजा बकरे का,
भुना हुआ,
छोटी मछली,
बड़ी मछली,
हल्की आंच पर सिका हुआ ।
न जाने कितने बल्कि अनगिनत स्वाद हैं मौत के ।
क्योंकि मौत किसी और की, और स्वाद हमारा
स्वाद से व्यवसाय बन गई मौत ।
मुर्गी पालन,
3-N)
मछली पालन, बकरी पालन, पोल्ट्री फार्म्स । नाम #पालन और उद्देश्य #हत्या !
"स्लाटर हाउस" तक खोल दिए, वह भी आधिकारिक ! गली गली में खुले नान वेज रेस्टॉरेंट, मौत का व्यवसाय नहीं तो और क्या हैं ?
मौत से प्यार और उसका व्यवसाय इसलिए क्योंकि मौत हमारी नही है
4-N)
जो हमारी तरह बोल नही सकते, अभिव्यक्त नही कर सकते, अपनी सुरक्षा स्वयं करने में समर्थ नहीं हैं,
उनकी असहायता को हमने अपना बल कैसे मान लिया ?
कैसे मान लिया कि उनमें भावनाएं नहीं होतीं ? या उनकी आहें नहीं निकलतीं ?
भोजन की मेज पर हड्डियां नोचता पिता बच्चों को
5-N)
सीख देता है,
बेटा कभी किसी का दिल नहीं दुखाना ! किसी की आहें मत लेना ! किसी की आँख में तुम्हारे कारण से आँसू नहीं आना चाहिए !
बच्चों में झुठे संस्कार डालते पिता को, अपने हाँथ में वह हडडी दिखाई नही देती, जो इससे पहले एक शरीर थी, जिसके अंदर इससे पहले एक
6-N)
आत्मा थी, उसकी भी एक माँ थी ...?? जिसे काटा गया होगा ? जो कराहा होगा ?
जो तड़पा होगा ? जिसकी आहें निकली होंगी ? जिसने श्राप भी दिया होगा ?
कैसे मान लिया कि जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ेंगे तो भगवान सिर्फ तुम इंसानों की रक्षा के लिए अवतार लेंगे ??
क्या मूक
7-N)
पशु उस परमपिता परमेश्वर की संतान नहीं हैं ?
क्या उस ईश्वर को उनकी रक्षा की चिंता नहीं है ?
कोरोना वायरस उन जानवरों के लिए, ईश्वर के अवतार से कम नहीं था ।
जब इस वायरस का कहर बरपा था, पशु स्वच्छंद घूम रहे थे ।
पक्षी चहचहा रहे थे उन्हें पहली बार इस धरती पर अपना भी
8-N)
कुछ अधिकार सा नज़र आया था । पेड़ पौधे ऐसे लहलहा रहे थे, जैसे उन्हें नई जिंदगी मिली हो ।
धरती को भी जैसे सांस लेना आसान हो गया हो सृष्टि के निर्माता द्वारा रचित करोङो करोड़ योनियों में से एक कोरोना ने हमें हमारी औकात बता दी
घर में घुस के मारा है और उसका हम सब, कुछ नही बिगाड़
9-N)
सके प्रार्थना कर रहे थे और भीख माँग रहे थे उससे,
कि वो हमें बचा ले
मजहब की आड़ में उस परमपिता के नाम पर अपने स्वाद के लिए कभी ईद पर बकरे काटते हो
🤔
कभी सोचा ...!
क्या ईश्वर का स्वाद होता है ?क्या है उनका भोजन ?
किसे ठग रहे हो ?
भगवान को ?
या स्वयं को ?
मंगलवार को नानवेज
10-N)
नही खाता ...!!!
आज शनिवार है इसलिए नहीं ...!!!
नवरात्रि में तो सवाल ही नही उठता ....!!!
झूठ पर झूठ....
...झूठ पर झूठ
..झूठ पर झूठ .. ?
ईश्वर ने बुद्धि सिर्फ तुम्हे दी ताकि नाना योनियों में भटकने के बाद मानव योनि में तुम जन्म मृत्यु के चक्र से निकलने का मार्ग
11-N)
ढूंढ़ सको परन्तु तुमने इस मानव योनि को पाते ही स्वयं को भगवान समझ लिया
तुम्हीं कहते थे,
कि हम जो प्रकति को देंगे, वही प्रकृति हमें लौटायेगी मौतें दीं हैं हमने प्रकृति को, तो मौतें ही लौट रही हैं
बढो ...!!!
आलिंगन करो मौत का
12-N)
यह संकेत है ईश्वर का प्रकृति के साथ रहो प्रकृति के होकर रहो
अन्यथा
ईश्वर अपनी ही बनाई कई योनियों को धरती से हमेशा के लिए विलुप्त कर चुके हैं
और आगे भी ऐसा करने में उन्हें एक क्षण भी नही लगेगा
"हर हर महादेव"
☀️🙏☀️🙏☀️🙏
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh
"चिदम्बरम"- 10 साल तक, "मंत्री" रहते, -"जिस घर" में रहते थे ?
वह "बंगला" उन्होंने -"अपनी पत्नी" के नाम लिया था l
दोनों उसी में रहते थे l
लेकिन,"भारत सरकार" से- "पत्नी को मकान मालिक" दिखाकर;- "20 लाख रू हर महीना किराया लेते थे"।*
*💪"दूसरा नया संसद भवन" बन रहा है ...l
(1/4)
2/4)
यानि :- "विस्टा",,,,👇*
*🧐👉"भारत सरकार" के 30-40 मंत्रालय, -"किराये की बिल्डिंग" में चलते हैं..l
एक मंत्रालय का "किराया"- "एक साल का 20-25 करोड़" हैं l
और
सारे मंत्रालय के -"मकान मालिक",-" केवल कांग्रेसी व बामपंथी" हैं l 🤔🧐इसीलिए - "नया संसद" बनने का -"विरोध" कर रहे
3/4)
हैं
🧐 क्योंकि ;- "नये संसद" में -"सारे मंत्रालय शिफ्ट" हो जायेगे ...? तो - "कांगेसियो व बामपंथियों" को "किराया" मिलना बंद हो जायेगा...l 🧐 नये "संसद भवन" के "निर्माण" में :- "कुल 975 करोड़ का खर्चा आएगा"...l 😊 जबकि ;- "आज 30-40 मंत्रालय का किराया" ही, पूरे एक साल का,-
एक गांव में राजपूत, ब्राह्मण, बनिये, तेली, हरिजन आदि जातिके लोग रहते थे, सभी मिलजुल कर शान्ति से रहते थे।
एक दिन गांव के मुखिया के पास एक मुस्लिम अपनी पत्नी और आठ बच्चों के साथ आया और गांव मे रहने की भीख मांगने लगा गांव वालों ने फैसला
1/6)
2/6)
किया ओर उस मुस्लिम को रहने की अनुमति दी ,लेकिन तेली और हरिजनों ने इसका विरोध किया पर राजपूतों और ब्राह्मणों ने नहीं माना ओर मुस्लिम को गांव मे रहने की अनुमति दे दी।
दिन गुजरते गये और मुस्लिम के आठों बच्चे बड़े हो गए जब उनकी शादी की बारी आई तो मुस्लिम पहले राजपूतों के पास
3/6)
गया और बोला कि हुजूर बच्चों की शादी होनेवाली है
और
मेरे पास एक ही घर हैं तो राजपूतों ने उसको एक बंजर जमीन दे दी और कहा कि तुम उस पर घर बना कर रहो ।
इसके बाद मुस्लिम बनिये के पास गया और उससे पैसे उधार लिए । कुछ समय बाद उन आठों बच्चों के ७४ बच्चे हुए और देखते ही देखते लगभग
📢 आप पर हमला हो जाता है *इस्लामी भीड़* का! आपके पास बहुत पैसा है, रुपया है।
आप जान बचाकर भागते हो।
आपका मकान तोड़-फोड़ दिया जाता है।
बीवी और
बच्चों की पिटाई हो जाती है।
पुलिस पर जाते हो वोट बैंक के दबाव में मुसलमानों पर कार्यवाही नहीं होती!
आप *संघ* के कार्यालय जाते हो!
1/4)
2/4)
बजरंग दल* के पास जाते हो। अपने *हिन्दू* होने की दुहाई देते हो।
वहाँ आपसे पूछा जाएगा - आप कितने लोग इकट्ठे कर सकते हो DM के पास जाने के लिए?
आप कहते हो - जी, मैं तो कामकाजी आदमी हूँ। मेरा किसी से सम्पर्क नहीं है!
फिर सवाल होगा - हम आपके लिए क्यों जायँ??
तो क्या आपके पास
3/4)
है।।
इसका जवाब ?
संघ आपके लिए क्यों जाय ...??
जब आप मुसलमानों की सेवईयाँ खाते हो तो आप संघ को communal बोलते हो ..!
आप संघ के 'गणवेश' की खिल्ली उड़ाते हो!
खुद को हर जगह *secular* दिखाने की कोशिश करते हो!
अपने बड़प्पन में चूर रहते हो! किसी सामाजिक काम में हिस्सा नहीं लेते!
एक बार आतंकियों की जमात नें Russian Government के दस Officers उठा लिए और धमकी दी की Russian Jail में बंद उनके आतंकी साथियों को नहीं छोड़ा गया तो वे एक एक को मार देंगे।
Russian Government नें साफ मना कर दिया।
फिर क्या ?
आतंकियों नें उनके एक Officer की गर्दन काटकर Russia को
(1/5)
2/5)
भेज दिया। बदले में Russian Government नें Action का जबरदस्त Reaction देते हुए आतंकियों के सभी परिवार और करीबियों की गर्दनें काट काट कर भेजना शुरू कर दिया कटी फटी अपनें लोगों की गर्दनें देखकर आतंकियों की जान निकल गयी।
बोले:- हम आपके Officers release कर रहे हैं।
आप हमारे लोगों
3/5)
को मारना बंद करो।
Russian Government ने रिप्लाई किया:- नहीं तुम दसों को मार दो
हम इनको मारते रहेंगे, और हमारी जेल में बंद तमाम आतंकियों को भी मारेंगे।
आतंकियों नें 9 Officers को तुरंत release किया
और
भविष्य मे Russia पर अटैक न करनें की बात भी कही।
फिर भी Russian Government