गुजरात के बड़े व्यापारी और पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले जफर सरेशवाला ने अतीक के बेटे असद को लेकर दिया बड़ा बयान। जफर सरेशवाला ने कहा: मैंने हाथ जोड़कर असद से कहा था कि इस रास्ते से दूर रहो और असद की मां को भी सलाह दी कि वह अपनी औलाद को अतीक अहमद से दूर रखें। #AtiqAhmed
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यदि आप लोगों ने यश चोपड़ा की फिल्म सिलसिला देखी होगी तब उसमें एक सीन आता है शादीशुदा अमिताभ बच्चन और शादीशुदा रेखा दोनों चोरी छुपे एक कार में बैठकर जाते हैं और कार का एक्सीडेंट हो जाता है फिर पुलिस आती है पुलिस को तो कागजी कार्रवाई करनी होती है फिर दोनों एकदम डरे सहमे रहते हैं
दोनों से नाम पूछा जाता है परिवार वालों का पता पूछा जाता है क्योंकि उन्हें यह डर रहता है कि कहीं उनके परिवार वालों को पता ना चल जाए
खुद यश चोपड़ा ने बताया था इस सीन की प्रेरणा उन्हें दिल्ली के चाणक्यपुरी में दर्ज हुई एक मामले से मिली थी और यह के भारत के किसी अखबार में तो नहीं
छपी लेकिन पूरी पत्रकार लाबी से लेकर दिल्ली के सभी राजनेताओं को इस घटना के बारे में मालूम है कि चाणक्यपुरी वसंत कुंज रोड पर कैडिलैक गाड़ी का एक टैक्सी के साथ खतरनाक एक्सीडेंट हुआ था जिसमें टैक्सी वाले को चोट आई थी पुलिस जब दोनों को थाने लेकर आई थी तब दोनों ने अपनी राजनीतिक रसूख
मुंबई से दिल्ली या बड़ोदरा अहमदाबाद उदयपुर से दिल्ली जाना हो यही मेन हाईवे है इस हाइवे को 1 घंटे के लिए बंद करके ईद की नमाज पढ़ी गई दोनों तरफ लंबा जाम लगा.... 2 मरीज एंबुलेंस में फस कर मर गए और सोचिए कितने लोग जरूरी काम से जा रहे होंगे सब के सब जाम में फंसे रहे लेकिन राजस्थान
सरकार कह रही हैं कोई बात नहीं साल में 1 दिन किसी ने सड़क पर नमाज पढ़ लिया तो क्या पहाड़ टूट गया
वहीं यूपी में किसी की हिम्मत नहीं हुई कि किसी गांव की पगडंडी पर बैठकर नमाज पढ़े यही फर्क होता है जब हम असलम पंचर वाला की नाजायज औलादो को सत्ता देते हैं फिर मुस्लिम तुष्टीकरण का ऐसा
नंगा नाच करते हैं कि हम हिन्दू असहाय होकर रोते हैं
दरअसल इसके गुनाहगार हम हिंदू हैं क्योंकि चुनाव के समय में वह हमें जातिगत जनगणना ओबीसी दलित ब्राह्मण क्षत्रिय आदि हिस्सों में तोड़ देते हैं और मुस्लिम इकट्ठे रहते हैं नतीजा 25% मुस्लिम 75% हिंदुओं पर राज करते हैं उनके सीने पर
पूर्व प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई ने,अपनी किताब *" मेरा जीवन वृतांत "* में पृष्ठ संख्या 456 पर लिखा है,कि :-पता नही क्यों नेहरु को -*“ हिन्दू धर्म “* के प्रति -एक *“ पूर्वाग्रह “* था नेहरु ने - *“ हिन्दुओं को दोयम नागरिक “* बनाने के लिए -*“ हिन्दू कोड बिल ”*लाने की बड़ी कोशिश
की थी लेकिन*“ सरदार पटेल “* ने नेहरु को चेतावनी देते हुए कहा था ,की :-यदि मेरे जीते जी आपने -*“ हिन्दू कोड बिल “* के बारे में सोचा .,तो मैं -*“ कांग्रेस “* से *“ इस्तीफ़ा “* दे दूंगा और -इस बिल के *“ खिलाफ “* सड़कों पर -*” हिन्दुओं “* को लेकर उतर जाऊँगा ..,फिर पटेल की धमकी से-
नेहरु जी *“ डर “* गये थे और उन्होंने सरदार पटेल जी के देहांत के बाद -हिन्दू कोड बिल संसद में पास किया था ! इस बिल पर चर्चा के दौरान आचार्य जेबी कृपलानी ने -नेहरु को कौमवादी और मुस्लिम परस्त कहा था !उन्होंने कहा था की :-आप हिन्दुओं को धोखा देने के लिए ही -जनेऊ पहनते हो वरना-आपमें
सत्तर साल में इस देश में कांग्रेस और उसके पालतू कम्युनिस्ट बुद्धिजीवियों ने कतरा कतरा करके इस देश समाज में हिन्दुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाया गया है। उनके मन मष्तिष्क में ये बात धीरे धीरे करके भरी गयी है कि हिन्दू होना ही उनका सबसे बड़ा अपराध है। जब हिन्दू होना ही आपको अपराध
बोध से भर देता होतो फिर आपका अपने ही साधुओं सन्यासियों के खिलाफ घृणा पैदा होना स्वाभाविक है।क्या राजनीति,क्या समाज शास्त्र, क्या कला, क्या रंगमंच, क्या साहित्य और क्या फिल्में। सब जगह कतरे कतरे में हमारे अवचेतन मन में साधु संतों के खिलाफ नफरत भरी गयी है।इस देश के दलित आंदोलनों के
मूल में साम्यवादी बैठे हैं। यही साम्यवादी इनके वकील हैं। दर्जनों दलित संगठन दिन रात किसके खिलाफ जहर भर रहे हैं? क्यों दलित नामक शब्द गढ़कर उन्हें हिन्दुओं से अलग पहचान देने की कोशिश की जा रही है? कौन है जो आदिवासियों के बीच जाकर षण्यंत्र रच रहा है मुख्यधारा का समाज उनका शोषक है।
आज मुझे कन्हैया बीड़ी का रैपर रास्ते पर पड़ा मिला।जब मैने रैपर को ध्यापूर्वक पढ़ा तो पाया कि इसके उत्पादक मुमताज अहमद, कोड़वर, जिला सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश के है।
बीड़ी के रैपर पर भगवान श्रीकृष्ण की फोटो भी छपी हुई है।यानी कि यहां भी जिहाद लोग बीड़ी पी कर रैपर को रास्ते पर फेक
देते है और वह लोगो के पैरों के नीचे पड़ता रहेता है। यानी हिन्दू बीड़ी भी पिये पैसा भी दे खुद अपने देवता का अपमान भी करे....! चुकी इस्लाम मे नशा करना अपराध है पर नशे का धंधा करना जायज है हलाल है ब्याज की रकम नाजायज है पर सट्टा जायज है 🤣🤣इसलिए पीने बाला सिर्फ हिन्दू ही होगा तो
अली मौला न रखते हुए सीधा कन्हैया रख दो.इस्लाम भी खुश और धंधा भी चोखा.बाकी हिन्दू तो खुद अपने देवताओं का मजाक उड़ाता है और ताली भी बजाता है कॉमेडी ओर जोक्स सुनकर उनको चाहिए की वो कन्हैया नाम से बीड़ी बेचे लेकिन भगवान श्रीकृष्ण की फोटो छापना बंद करें। क्या कोई सुल्तानपुर जिले का है
कल अहमदाबाद में एक ऐसी घटना हुई जिसने हम सब को सोचने पर मजबूर कर दिया एक बहुमंजिला इमारत कांप्लेक्स के अहाते में कुछ गिरने की आवाज आती है और जब लोग जाते हैं तब देखते हैं कि एक नवजात बच्चा जो शायद गर्भ में पूरा विकसित नहीं हुआ था वह क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ा है फिर पुलिस आई
सारे फ्लोर में जांच की गई तब पता चला कि कोई गर्भवती महिला थी नहीं फिर पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच की तब 10 फ्लोर की एक इमारत के बाथरूम की खिड़की का स्लाइड स्लाइडर टूटा हुआ था और वहां थोड़ा ब्लड लगा हुआ था फिर पता चल गया कि यह नवजात बच्चा इसी फ्लोर से फेंका गया था जब सख्ती से
पूछताछ हुई तब पता चला कि उस फ्लैट में एक लड़की अपने मां भाई यानी पूरे परिवार के साथ रहती है जो एक मल्टीनैशनल ट्रैवल एजेंसी में काम करती है वह अपने ऑफिस के काम से अपने एक कलीग के साथ उज्बेकिस्तान गई थी दोनों 20 दिन वहां थे और वही वह लड़की गर्भवती हो गई लेकिन उस लड़की ने जो पुलिस