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नोंक पर रखते हुए उसे ही बचाने की बात कही जाएगी.ट्रैफ़िक जाम कर के आम लोगों को महीनों तक दुःखी किया जाएगा.फिर संसद को वहाँ बुलाने की निहायत गुंडागर्दी भरी अराजक माँग की जाएगी.फिर खुल कर दंगा छेड़ा जाएगा; गाड़ियाँ, दुकानें, घर, पैट्रोल पंप जलाए जाएँगे, लोगों के सर में ड्रिल मशीन से
रिचर्ड होलकर के नाम से प्रसिध्द थे ।

वह आतंकवादियों को परमाणु बम बनाने की ट्रेनिंग देने के फिराक में थी और उसने अपने घर पर इतना युरेनियम जमा कर लिया था जिससे एक छोटा मोटा परमाणु बम बनाया जा सके
क्या मज़बूरी है जो एक विदेशी महिला के सामने इस कदर नतमस्तक हैं, इस में मुख्य मंत्री और देश को चलाने वाले कई मंत्री भी मौजूद हैं, अब सवाल ये पैदा होता है की ये मुख्य मंत्री और मंत्री क्या अपने विवेक से अपना विभाग या राज्य चलते होंगें, मुझे तो नहीं लगता और इसीलिए मै कहता हूँ की
बाबू गिरी से बर्बाद कर देता है ... आर्ट के विषयों को लेकर जो भी IAS बनता है वह सिर्फ रट्टा मार कर बनता है उसे किसी भी तरह का ना तो सामाजिक ज्ञान होता है ना व्यवहारिक ज्ञान होता है ना टेक्नोलॉजी का ज्ञान होता है
बादशाह बहादुर शाह जफर के गहरे दोस्त थे. इनका जन्म दिल्ली में एक अग्रवाल परिवार में हुआ था. इनके परिवार ने दिल्ली में पहली कपड़े की मिल की स्थापना की थी।उनकी अमीरी की एक कहावत थी “रामदास जी गुड़वाले के पास इतना सोना चांदी जवाहरात है की उनकी दीवारो से वो गंगा जी का पानी भी रोक
दधिशाकजा (दही शाक की कढ़ी),6) सिखरिणी (सिखरन),7) अवलेह (शरबत),8) बालका (बाटी) 9) इक्षु खेरिणी (मुरब्बा),10) त्रिकोण (शर्करा युक्त),11) बटक (बड़ा),12) मधु शीर्षक (मठरी),13) फेणिका (फेनी),14) परिष्टाश्च (पूरी),15) शतपत्र (खजला),16) सधिद्रक (घेवर)17) चक्राम (मालपुआ),18) चिल्डिका
'राजकुंवर कर्णसिंह' को बंदी बनाकर लाहौर ले गया।
लाने के लिए किताब लिखी तो उसे प्रकाशित होने से रोक दिया गया।



शेड्यूल्ड ट्राइब का आरक्षण ले रहा था और शेड्यूल्ड ट्राइब के आरक्षण से आईएएस अधिकारी बन गया था और दिल्ली सरकार में कई बड़े पदों पर रहा

भारतीय कंपनी में निवेश करती है तो उसे फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) कहते है।इस एफडीआई के बेहतर संचालन और प्रचार-प्रसार के लिए सरकार ने एक संस्था बनाई है जिसे FIPB (फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन बोर्ड) कहते हैं। FIPB वित्त मंत्रालय के अधीन है और उस समय वित्त मंत्री पी चिदंबरम थे
की जश्न-ए-आज़ादी मनाएंगे...उसके अगले दिन भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे...दोनों हँसे और फिर मेरी ओर देखा प्रतिक्रिया के लिए.कुछ सेकंड का एक awkward pause आया.दोनों मेरी ओर देखते रहे, उन्हें लगा कि मैं कुछ कहना चाहता हूँ...मैं भी कुछ क्षणों तक उन दोनों को देखता रहा. मन में इतनी