जब आपका बच्चा पढ़ने लायक हो जाए, तो बच्चे के हाथ में हनुमान चालीसा सौंप देना, मरते समय बच्चा आपके कानों में गीता का पाठ जरूर सुनाएगा।
बच्चे के कोमल हाथों में पूजन के थाल पकड़ाओगे,तब बच्चा बुढ़ापे में भोजन की थाली जरूर पकड़ाएगा।
बच्चे के हाथों से धूप दीप नैवेद्य अर्पित करवाओगे👇
तभी उसे धूम्रपान और शराब के नशे से बचा पाओगे
बच्चे को झुककर प्रणाम करना सिखाओगे तभी उसके अंदर अहंकार का बादल ऊंचा नहीं उठ पाएगा
आज बच्चे की उंगली पकड़ के मंदिर में ले जाओगे,तो बुढ़ापे में तुम्हारा हाथ पकड़ कर तुम्हे चारो धाम का यात्रा जरूर कराएगा
वरना बच्चे का भविष्य और तुम्हारा
हाथ पकड़ कर तुम्हे चारो धाम का यात्रा जरूर कराएगा।
वरना बच्चे का भविष्य और तुम्हारा बुढ़ापा दोनों बिगड़ जाएगा।
समझ सको तो जरूर समझना।
यही जीवन का प्रथम सोपान है।
रामायण की लगभग सभी कथाओं से हम परिचित ही हैं ,लेकिन इस महाकाव्य में रहस्य बनकर छुपी हैं कुछ ऐसी छोटी छोटी कथाएं जिनसे हम लोग परिचित नहीं हैं ,तो आइये जानते हैं वे कौन सी दस बातें है।
1. रामायण राम के जन्म से कई साल पहले लिखी जा👇
चुकी थी | रामायण महाकाव्य की रचना महर्षि वाल्मीकि ने की है। इस महाकाव्य में 24 हजार श्लोक,पांच सौ उपखंड तथा उत्तर सहित सात कांड हैं।
2. वाल्मीकि रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को, पुनर्वसु नक्षत्र में कर्क लग्न में हुआ था।उस समय सूर्य
मंगल, शनि, गुरु और शुक्र ग्रह अपने-अपने उच्च स्थान में विद्यमान थे तथा लग्न में चंद्रमा के साथ गुरु विराजमान थे। यह सबसे उत्कृष्ट ग्रह दशा होती है , इस घड़ी में जन्म बालक अलौकिक होता है।
3. जिस समय भगवान श्रीराम वनवास गए, उस समय उनकी आयु लगभग 27 वर्ष थी। राजा दशरथ श्रीराम के
शराब घोटाला तो बहुत छोटा मामला है.. अभी आगे बहुत से आने बाकी हैँ.
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शिक्षा घोटाला.
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स्कूल बिल्डिंग घोटाला..
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विज्ञापन घोटाला.
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मनी लॉन्डरिंग
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खालिस्तान कनेक्शन.
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तो फिर सबसे छोटा मामला सबसे पहले क्यों हाथ में लिया गया?
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साधारण सी बात है... घोटाला भले ही सबसे छोटा हो लेकिन👇
शराब हमारे समाज में आज भी निम्न वस्तु मानी जाती है.इसके घोटाले में लिप्तता के चलते पकड़े जाने पर सबसे पहले तो इंसान की चारित्रिक मृत्यु हो जाती है लोगों में इमेज़ खराब होती है.नेताओं के लिए घोटाले.ये ऐसा मुद्दा है जिसे आम हिंदुस्तानी आसानी से पचा लेता है. आम सी बात है.लेकिन शराब
शराब में घोटाला... ये टर्म सुनने में ही तुच्छता का अनुभव होता है...इंसान टुच्चा लगने लगता है..साला पकड़ा भी गया तो शराब घोटाले में.
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वैसे केजरीवाल के दिन केवल यहीं खराब नहीं चल रहे.IRS ऐसोसिशन ने इनको फटकार लगाते हुए कहा है कि सबसे पहले तो खुद को इनकम टैक्स कमिश्नर कहना बंद करो
पर पूरी पढ़ोगे तो एक एक शब्द सत्य का आभास दिलाकर रोम रोम प्रफुल्लित कर देगा।
सामवेद में दो तरह के श्लोक है। अरण्य के श्लोक और ग्राम के श्लोक। अरण्य जहां नियम नहीं होते, ग्राम जहाँ नियम होते हैं। अरण्य जहाँ पशु रहते हैं,👇
ग्राम जहाँ मानव रहते हैं। राम यज्ञ से पैदा हुए थे,आकाश पुत्र थे।उनकी पत्नी सीता भूमि से पैदा हुई थी,भूमिजा थी, वन्य कन्या थी। राम सारी उम्र अरण्य के पशुओं और ग्राम के मानवों को मैनेज करने में लगे रहे, पशुओं को इंसान बनाते रहे। राम ग्राम वासी भी थे और वनवासी भी।वन में शिव रहते है
जो दिगंबर हैं। शिव देह पर भभूत लगाए बैठे है, दिगम्बर हैं। देह पर भभूत लगाने का अर्थ है देह को ही त्याग देना। राम शिव भक्त भी है इसलिए राम के फैसलो में, भाव में दिगम्बर परम्परा दिखती है। माँ के कहने पर राज्य त्याग दिया, आभूषण त्याग दिए, मुकुट त्याग दिया। धोबी के कहने पर रानी सीता
अतीक अशरफ की पुलिस कस्टडी में यूं हत्या
ना केवल योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश है बल्कि "हिंदू आतंकवाद" की पटकथा लिखने का षडयंत्र भी हो सकती है।
लगता है जिन्होंने अतीक को बनाया उन्होंने ही उसे खत्म करा दिया।
अपने लड़के के मरने के बाद अतीक टूटने लगा था। उसे अपने परिवार की👇
चिंता सताने लगी थी।अब वो कई राज खोलने लगा था। हो सकता है कि उसने सरकार से सरकारी गवाह बनकर अपनी जान के बदले कुछ बड़े राज खोलने की डील की हो।
वर्ना अचानक पाकिस्तान से ड्रोन के सहारे भारतीय बॉर्डर में हथियार गिराने का राज क्यों खोलता वो? इस विषय के इर्द गिर्द तो उससे कोई पूछताछ
भी नहीं कर रहा था।
विचारणीय है कि अगर पंजाब बॉर्डर पर पाकिस्तान हथियार फेंकता था तो आज तक पंजाब पुलिस को ये बात क्यों नहीं पता चली?
ISI, अंडरवर्ल्ड, पाकिस्तान के इस नेटवर्क में भारत बैठे कौन- कौन लोग जुड़े थे??
पंजाब, कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश तक कई अपराधी और सफेद पोश लोग
सत्यपाल मलिक के समर्थन में मोदी को अनपढ़, भ्रष्ट, गद्दार जैसे अपशब्द बोलने वाले बेहया-बेशर्म केजरीवाल ने अगर आयकर विभाग में अपनी सर्विस के दौरान निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाया होता तो इसे इस बात का ज्ञान होता कि सम्मन सिर्फ करचोरी के आरोपी को ही नहीं बल्कि करचोरी के सबूत जुटाने👇
के लिए गवाह (witness) को भी भेजे जाते हैं ।
मलिक के मामले में भी CBI ने उसे उसकी गवाही के लिए सम्मन भेजा है क्योंकि उसने जो सूचना अबतक CBI को दी है उसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ की गई कार्यवाही में घोटाले का कोई सबूत नहीं मिला है । इसलिए CBI उसे बुलाकर उसकी सहायता से आगे की
कार्यवाही कर घोटालेबाजों तक पहुंच सके ।
मगर कुटिलबुद्धि केजरीवाल को यह सीधी बात समझ नहीं आई और इसे बहुत बड़ा मौका समझ कर PM को गालियाँ देने में लग गया
अगर इसने Income Tax में अपनी नौकरी के दौरान कामचोरी, निकम्मापन और लापरवाही न की होती तो इसे कानूनों की समझ और एडमिनिस्ट्रेशन
एक ग्रुप केजरीवाल से मिला और पूछा कि - "सर, आम आदमी पार्टी का मुद्दा क्या है? कार्य क्या है ?"
केजरीवाल-मैं तुम्हें यह बात एक उदाहरण से समझाता हूँ
मान लो कि दो व्यक्ति मेरे पास आते हैं।उनमें से एक साफ सुथरा है और एक गंदा।मैं उन दोनों को नहाने की सलाह देता हूँ, बताओ उन दोनों मे👇
से कौन स्नान करेगा ?
विद्यार्थी - जो गंदा व्यक्ति है वह स्नान करेगा।
केजरीवाल - नहीं, केवल स्वच्छ व्यक्ति ही स्नान करेगा क्योंकि उसे नहाने की आदत है। जबकि गंदे व्यक्ति को स्वच्छता का महत्व भी पता नहीं।
अब बताओ कौन स्नान करेगा ?
विद्यार्थी-यस सर यू आर करेक्ट स्वच्छ व्यक्ति ही
स्नान करेगा, क्योंकि उसे नहाने की आदत है।
केजरीवाल - नहीं, गंदा व्यक्ति स्नान करेगा क्योंकि उसे स्वच्छ होने की जरूरत है। अब बताओ कौन स्नान करेगा ?
विद्यार्थी - जी, बिल्कुल सही कहा आपने गंदा व्यक्ति स्नान करेगा क्योंकि उसे स्वच्छ होने की जरूरत है।