#पत्नी और #घड़ी के बीच का संबंध!
समानताएं: 1. घड़ी चौबीस घंटे टिक-टिक करती रहती है, और पत्नी चौबीस घंटे किट-किट करती रहती है। 2. घड़ी की सूइयाँ घूम-फिर कर वहीं आ जाती हैं। उसी प्रकार पत्नी को आप कितना भी समझा लो, वो घूम- फिर कर वहीं आ जायेगी और अपनी ही बात मनवायेगी।
3. घड़ी बिगड़ जाये तो मैकेनिक के यहाँ जाती है। पत्नी बिगड़ जाये तो मायके जाती है। 4. घड़ी को चार्ज करने के लिये सेल (बैटरी) का प्रयोग होता है, और पत्नी को चार्ज करने के लिये सैलेरी का प्रयोग होता है।
विषमतायें:
1. घड़ी में जब 12 बजते हैं तो तीनों सूइयाँ एक दिखाई देती हैं, लेकिन पत्नी के जब 12 बजते हैं तो एक पत्नी भी 3-3 दिखाई देती है। 2. घड़ी के अलार्म बजने का फिक्स टाइम है, लेकिन पत्नी के अलार्म बजने का कोई फिक्स टाइम नहीं है।
3.घड़ी बिगड़ जाये तो रूक जाती है,लेकिन जब पत्नी बिगड़ जाये तो शुरू हो जाती है। 4. सबसे बड़ा अंतर ये कि घड़ी को जब आपका दिल चाहे बदल सकते हैं, मगर पत्नी को चाह कर भी बदल नहीं सकते,उल्टा पत्नी के हिसाब से आपको खुद को बदलना पड़ता है।
😜
आज 33वर्षों का तजुर्बा साझा कर रहा हूं दोस्तो
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सनातनी पिंकू भैया ने भेज दी है। इस फोटो के पीछे की कहानी ऐतिहासिक है। जिसे, वामपन्थी इतिहासकारों ने एज युजुअल छुपा दिया था।
असल मे हुआ ये की एक बार माउंटबेटन जिन्ना के साथ बाहर गए हुए थे। मौका देखकर चचा ने बढ़िया अचकन पहनी। और गांधी टोपी लगाकर गए,
एडविना को प्रपोज किया।
इस पर एडविना ने शर्त रख दी। एकदम कड़ी शर्त..
बोली- "बाबू, मेको हिन्दू राष्ट्र चिये"
छुपे हुए संघियों की बाछें खिल गयी।
दरअसल कम लोगो को पता है कि कुछ रॉयल सीक्रेट सर्विस याने आएएसएस के कुछ लोग हमेशा नेहरू के इर्द गिर्द छुपे रहते थे।
खास तौर पर उनकी खटिया के नीचे दो स्वयंसेवको की ड्यूटी नियमित लगाई जाती थी।
वो ऊपर हो रही हरेक गतिविधि की रिपोर्ट, गुरुजी को भेजते थे। यही कारण है कि नेहरू जी की सारी गुप्त क्रियाओं के रोचक वर्णन से नागपुर के आर्काइव भरा पड़ा है।
द टेलीग्राफ के इस शीर्षक में लिखे Kitsch का अर्थ—
Oxford dictionary में 'works of art or objects that are popular but that are considered to have no real artistic value or not to be in good taste' दिया गया है।
जबकि Farooq Khan साहब के अनुसार—
The term kitsch, deriving from the
German word verkitschen meaning 'to make cheap,' is usually used to describe objects or art that are considered to be in poor taste.
किट्श शब्द, जर्मन शब्द वर्किट्सचेन से लिया गया है जिसका अर्थ है 'सस्ता बनाना', आमतौर पर उन वस्तुओं या कला का वर्णन करने के लिए उपयोग किया जाता है
जिन्हें घटिया कृति या कमतर गुणवत्ता वाला माना जाता है।
जिसके अपने गृहराज्य में सिर्फ पांच साल में 41,621 महिलाएं गुम हो गई हैं वह अपने नाम का डंका बजवाने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं करता।
क्या है सांडे के तेल की हकीकत...
आठवीं पास करके जब इंटर कॉलेज में एडमीशन हुआ। तो एकदम नई दुनिया खुल गई। साइकिल से लगभग चार किलोमीटर दूर स्थित इंटर कॉलेज जाने लगा। रास्ते में तमाम दुनिया के नजारे इंतजार करते बैठे रहते। ऐसी एक स्मृति सड़क के किनारे लगे मजमे की भी है।
इसमें एक आदमी कई सारी बड़ी छिपकलियों को एक दरी पर बिछाकर और उनमें से कुछ को बर्तन में भूनते हुए दिखता। इसे ही वो सांडे का तेल कहता।
इस सांडे के तेल की तमाम महिमा का बखान करके वह बेचता। उसकी जुबान बंद नहीं होती। वो लगातार बोलता रहता और तेल से भरी हुई शीशी को बेचता भी रहता।
बाद में कभी जब उस सांडे की असली कहानी के बारे में पता चला तो मन जाने कितनी वितृष्णाओं से भर गया।आप भी जानिए सांडे के बारे में। नीचे लिखे शब्दपंक्तियां और जानकारी सभी कुछ वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर और वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट अरविंद यादव के हैं।उनसे साभार लेकर आपके साथ साझा कर रहा हूं।-
अपना भ्रम दूर करें:
१. आरएसएस और हिन्दू महासभा, दोनों, का निर्माण अंग्रेजों ने किया
२. अंग्रेज़ तब तक हिटलर के खिलाफ नहीं थे जब इंग्लॅण्ड पर खतरा पैदा नहीं हो गया
३. तब तक आरएसएस अंग्रेजों और हिटलर के साथ था
४. याद रखिये स्टॅलिन और हिटलर भी तब तक दोस्त थे जब तक रूस पर खतरा पैदा नहीं हो गया
५. अमेरिका युद्ध में तभी कूदा जब उसे जापान से खतरा महसूस हुआ
६. नेताजी हिटलर से तभी जुड़े जब वह अंग्रेजों के खिलाफ हुआ
७. हिटलर का विरोध होते ही आरएसएस अंग्रेजों और अमेरिका के साथ हो लिया और उसे
तब से आज तक अमेरिका प्रिय है
८. ब्रिटेन ने अपना युद्ध घाटा पूरा करने के लिए जब १९४७ में हिंदुस्तान-पाकिस्तान अमेरिका को बेचा तो आरएसएस और पाकिस्तान, दोनों, अमेरिका को मालिक मानने लगे
९. देश का विभाजन केवल अमेरिका के बाज़ार के रूप में किया गया - दोनों की जनता को
आपने कांग्रेस को क्या हराया कि अब देश हारने लगा? और ये तो बस शुरुआत है..
पंजाब चुनावों के वक्त सबको पता था कि खालिस्तानी केजरीवाल/AAP का समर्थन कर रहे है..खालिस्तानियों को केजरीवाल में अपना भविष्य दिखता है..पंजाब की सड़कों पर खालिस्तानियों ने नंगी तलवारे लहरा दी..
पंजाब के बाद हिमाचल में चुनावों से पहले खालिस्तानी सक्रिय हो चुके है..हिमाचल विधानसभा पर खालिस्तानी पोस्टर और पिछले कुछ दिनों केजरीवाल का हिमाचल में सक्रिय होना : दोनो बातों में क्या कुछ रिश्ता है? केजरीवाल चुप क्यो है?
केजरीवाल के साथ खालिस्तानी है, मोदी के साथ हिन्दू राष्ट्र वाले है!! भारत मे ऐसे अलग अलग देशों की मांग रही है और कांग्रेस ने इन मांगों को कुचल दिया था..कांग्रेस ने देश की अखंडता के लिए बलिदान दिया..
👉 शुक्र मनाइए कि साउथ और नॉर्थ ईस्ट की जनता अबतक बर्दाश्त कर रही है..
- मोदी आज से करोड़ो साल पहले भारत के 'बिकास' के लिए समुद्र के 7000 किलोमीटर गहराई में शिव की कठोर साधना कर रहे थे..
- शिव ने मोदी की साधना से प्रसन्न हो कर मोदी को 2 आशीर्वाद दिया : 1. कलयुग में मोदी भारत का PM बनेगा 2. यमुना तट पर शिवलिंग के नीचे 22 तेल कुंवो में क्रूड
का अकूत भंडार होगा..
- करोड़ो साल बाद आगरा में एक राजा तेजोमल का राज आया..राजा तेजोमल मोदी का ही अवतार थे..तेजोमल को शिव ने स्वप्न में तेजोमहालय मंदिर बनाने का आदेश दिया..तेजोमहालय शिव के प्रताप से क्रूड भंडार से लबालब हो गया..
- इसी बीच मुगलों ने भारत पर कब्जा कर लिया..शाहजहान को राजा तेजोमल के दरवारी ने 22 क्रूड कुंवो की बात बता दी..तो शाहजहान ने अरब मुल्कों की गरीबी दूर करने का निर्णय किया..
- शाहजहान ने गुप्त रूप से आगरा से अरब तक पाइपलाइन बनवाने का काम शुरू किया..पाइपलाइन का काम 1950 मे पूरा हो