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महाभारत युद्ध की कथा किसने किसे सुनाया था यह सुनते ही एक नाम तुरंत याद आ जाता है शुकदेव मुनि का और बिना सोचे-समझे लोग कह बैठते हैं कि इसमें क्या है। मुनि शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को सुनाया था । लेकिन यह सच नहीं है और प्रश्न का उद्देश्य भी यही बताने
का है।राजा परीक्षित को मुनि शुकदेव जी ने जो सुनाया था वह महाभारत नहीं बल्कि श्रीमद्भागवत कथा थी।ऋष्यश्रृंग ने राजा परीक्षित को श्राप दिया था कि आज के सात दिन बाद तुम्हें तक्षक नाग काट लेगा जिससे तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी।तो
राजा परीक्षित के पास अपने उद्धार और प्रेत योनि से मुक्ति पाने के लिए केवल सात दिन ही शेष बचा था।ऐसे में पिता व्यास जी द्वारा रचित श्रीमद्भागवत पुराण मुनि शुकदेव जी ने परीक्षित को सुनाया था। आप लोगों ने देखा ही होगा कि श्रीमद्भागवत पुराण का पाठ सात दिन का ही होता है
न एक दिन कम न एक दिन ज्यादा। महाभारत इतना बड़ा महाकाव्य है जिसे सात दिन में कहना सुनना संभव नहीं है। जिस प्रकार रामायण के ५ वक्ता और ५ श्रोता हैं उसी प्रकार महाभारत के भी तीन वक्ता और तीन श्रोता हैं।
महाभारत की रचना के व्यासजी ने इसे अपने पुत्र शुकदेव और वैशंपायन
को रटाया था।नैमिषारण्य में सूत जी के आग्रह पर शौनक जी सभी ८८
हजार ऋषियों को सुनाया था। पुनः इस कथा को नारद जी ने देवताओं को सुनाया था। पर सबसे अधिक प्रसिद्ध यह है कि राजा परीक्षित के पुत्र राजा जनमेजय को ऋषि वैशंपायन ने सुनाया था। सबसे प्रचलित यही है। इसीलिए
महाभारत में स्थान स्थान पर आपको लिखा हुआ मिल जाएगा
वैशंपायन उवाच अर्थात वैशंपायन ने कहा। महाभारत वह ग्रंथ है जिसके लिए कहा जाता है कि जो महाभारत में नहीं है वह कहीं नहीं है और नहीं हुआ है। सतयुग से लेकर कलयुग के पूर्वार्द्ध तक ऐसी कोई कथा कहानी नहीं है जिसका वर्णन
पूर्वांचल की एक कहावत है कि
जेकरे बदे चोरी करे उहै कहै चोरवा।अभी कल ही अवधेश राय हत्याकांड में 32 वर्ष बाद मुख्तार अंसारी को आजीवन कारावास की सजा हुई है पर उनके भाई और कांग्रेस के दामाद अजय राय योगी सरकार को कोई श्रेय नहीं देना चाहते। कहते हैं कि यह मेरे 32
साल
के संघर्ष का परिणाम है।वही कांग्रेस पार्टी थी जिसने मुख्तार अंसारी को एक फर्जी मामले में बंद करके पंजाब की रूपनगर जेल में ऐश करा रही थी। पंजाब सरकार ने एंड़ी चोटी का जोर लगा दिया। पानी की तरह पैसा बहाया कि मुख्तार अंसारी को यूपी सरकार के पास न जाने दिया जाय। आखिर
में योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट गई। वहां भी कांग्रेस पार्टी ने बड़े-बड़े और मंहगे वकील लगा दिया पर अंततः सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मुख्तार अंसारी को यूपी की बांदा जेल में आना पड़ा। यह योगी सरकार की तत्परता के कारण संभव हुआ कि मुख्तार को छ छ मामलों में सजा सुनाई गई
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यह प्रश्न इसलिए पूछा गया है कि अक्सर लोग भ्रमित हो जाते हैं कि जब धृतराष्ट्र के सौ पुत्र और पांडु के पांच पुत्र सभी कुरुवंशी थे तो केवल धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों को ही कौरव क्यों कहते हैं।इस प्रश्न का बहुत छोटा सा उत्तर है कि किसी वंश के सभी राजाओं के
नाम पर वंश का नाम नहीं होता।कई कई पीढ़ियों के बाद कोई एक सम्राट इतना प्रतापी निकलता है कि उसके वंश का नाम उसके नाम पर लिया जाय। भारत में ऐसे दो ही बड़े राजवंश हुए थे सूर्य वंश और चंद्र वंश। सूर्य वंश में लगभग कुल 70
राजाओं ने राज किया था। एक राजा के कार्य काल को
५० वर्ष औसतन माना जाता है। इस प्रकार इस वंश ने 3500 सौ वर्ष तक लगभग राज किया। परंतु हम देखते हैं कि केवल तीन ही के नाम पर वंश का नाम लिया जाता है।
सूर्य वंश,इक्ष्वाकु वंश और रघुवंश। ध्यान दें कि वंश में दिवोदास सुदास मांधाता सगर भगीरथ दोनों दिलीप और यहां तक कि
जिन लोगों को 2018 का मध्यप्रदेश का चुनाव याद होगा वे इस घटनाक्रम के बारे में जानते होंगे। भारत तथाकथित सनातनियों
धर्म ध्वज वाहकों की बाढ़ आ गई है। मध्यप्रदेश में चुनाव के अचानक कुकुरमुत्ते की तरह एक पार्टी उग आई थी। नाम था सपाक्स। कर्ता धर्ता पीर बाबर्ची भिश्ती खर
सब कुछ थे प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर।इनका कहना था कि असली सवर्ण हितैषी पार्टी उन्हीं की है । लोगों से एकमात्र आग्रह करते थे कि या तो उनकी पार्टी को वोट दें या फिर नोटा बटन दबा दें। अब भाई साहब ठाकरे विख्यात कथावाचक तो कुछ लोग तो इनके चंग पर चढ़ गये और नोटा
बटन दबा दिया। नतीजा यह हुआ कि कमलनाथ की कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने में सफल रही । कथित कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भाजपा को हराने में बड़ी भूमिका अदा की। कहानी अभी और भी है। बड़ी बेशर्मी से फिर मोदी का गुणगान करने लगे। ठीक इसी प्रकार जम्मू में एक पार्टी का उदय हुआ है
कहते हैं कि ईश्वर जो करता है अच्छे के लिए करता है।भले ही राहुल गांधी अमेरिका में बैठकर मोदी को और मोदी के बहाने देश को गाली दे रहे हैं पर घुमा-फिरा कर भाजपा को लाभ ही पहुंचा रहे हैं। अब यही देखिए कि कर्नाटक में मुस्लिम वोटों का एकमुश्त कांग्रेस की ओर झुकने और
अमेरिका में चार चार कट्टर मुस्लिम संगठनों के कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने से देश में तथाकथित सेकुलर गिरोह में हड़कंप मच गया है। ताजा-तरीन मामला है तेलंगाना का
(पता नहीं कि मैडम इसको अपनी भाषा में क्या कहती हैं) जहां अभी तक विपक्षी एकता के लिए मरे जा रहे
के चंद्रशेखर राव घबरा गए हैं। उन्हें डर है कि कहीं कर्नाटक की तरह सभी मुस्लिम वोट कांग्रेस की ओर न चला जाय। अगर ऐसा होता है तो तेलंगाना में भाजपा को आने से रोकना मुश्किल होगा।बदले हुए सुर में कह रहे हैं कि किसी एक व्यक्ति के विरुद्ध एकजुट होकर खड़ा होना स्वस्थ लोकतंत्र
जीडीपी की बढ़ती दर नफरत के बाजार का झूठ खारिज हो गया'
वैसे तो विश्व फाइनेंशियल सर्विसेज की अनेक बड़ी संस्थाएं जैसे स्टैंडर्ड चार्टर्ड, मूडीज,फिंच, स्टैंडर्ड एंड पुअर्स आदि हैं पर कम ही लोगों को पता होगा कि इनमें सबसे बड़ी संस्था है मार्गन एंड स्टेनले।इस वित्तीय संस्थान में
कुल 80000 कर्मचारी काम करते हैं इसलिए इसके द्वारा दी गई रेटिंग और अनुमानित जीडीपी सबसे विश्वसनीय मानी जाती है।ऐसे समय जबकि राहुल गांधी अमेरिका में बैठकर भारत की जीडीपी (विकास दर) को नीचे बताकर अर्थव्यवस्था को निगेटिव बता रहे हैं मार्गन एंड स्टेनले कहा है कि वित्तीय वर्ष
2023-24 में भारत की जीडीपी 7.2 प्रतिशत रहेगी बताकर राहुल गांधी का झूठ उजागर कर दिया है। यही नहीं बल्कि कंपनी का कहना है कि इस दशक के अंत तक भारत की विकास दर 7.8 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है। चमचों सिर पटकते रहो और मोदी देश को सोने की चिड़िया बनाने की दिशा में
सच कहा गया है कि झूठ के पांव नहीं होते। पहलवानों (कथित रूप से) के साथ तो खेला हो गया।जिस नाबालिग पहलवान से धारा 164
के तहत बयान दर्ज कराया गया था कि रांची खेल प्रतियोगिता में मेरे साथ बृजभूषण शरण सिंह ने यौन दुर्व्यवहार किया था उसके चाचा ने आज पत्रकारों को बताया है कि
वह अवयस्क नहीं बल्कि वयस्क है। रांची खेल प्रतियोगिता जून2022
में हुई थी और उस समय वह तथाकथित पहलवान १८ वर्ष की थी। यह पता चलने पर जालसाजी शुरू हो गई।उस महिला पहलवान को आनन फानन में मृत दिखा दिया और उसी नाम से एक और महिला पहलवान को 2006 पैदा होना बताया गया जिसके
अनुसार वह लड़की तब १६ साल की बताई। पुलिस जब उसके घर पहुंची तो चाचा ने कहा कि वह तो बालिग है।उसकी दादी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरी तो एक ही पोती है जिसका जन्म 2004 में हुआ और खेल प्रतियोगिता में भाग लेते समय वह बालिग थी। कहानी यहीं खत्म नहीं होती। लड़की