👉🏾 आजकल हम अपने धर्मग्रंथों में मिलावट और अपने आराध्य के जीवनचरित्र को दूषित करने के अनेक उदाहरण देख चुके हैं..
साथ ही यह भी कि.. किस तरह कुछेक स्वार्थी तत्व एवं दुश्मन.. हमारे धर्मग्रंथ की गलत व्याख्या कर रहे हैं..
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ये ऐसा "कैसे" कर पा रहे हैं.??👇🏾👇🏾
और, ये ऐसा "क्यों" कर कर रहे हैं ??
ये ऐसा "कैसे" और ऐसा "क्यों" कर रहे हैं..
ये दोनों अलग अलग सवाल है... इसीलिए, दोनों को अलग-अलग ही समझना बेहतर होगा.
मान लो कि मैं आपको बताता हूँ कि.. देश की राजधानी नई दिल्ली नहीं.. बल्कि, बंगलोर है तो..
जाहिर सी बात कि.. आप ना सिर्फ मेरी 👇🏾
हँसी उड़ाओगे बल्कि हो सकता है कि.. दो-चार ग़ालियाँ भी दो कि.. पागल हो गए हो क्या बे ??
देश की राजधानी दिल्ली ही है.. बंगलोर तुमने कहाँ पढ़ लिया ??
साथ ही.. कल से मुझे पढ़ना भी बंद कर दोगे.. कि, मैं बेसिर-पैर की बात कहता हूँ..
लेकिन.. अगर मैं आपको ये बताऊँ कि बंगलोर से 80 किमी👇🏾
दूर एक छोटे से गांव में एक ऐसी जगह है जहाँ हर हफ्ते एक UFO उतरता है..
और, वहाँ के सभी लोग देखने में एलियन की तरह लगते हैं तथा सबमें एक्स्ट्रा-ऑडिनरी ताकत भी मौजूद है.
तो, बहुत से लोग मेरी इस बात का विश्वास कर लेंगे..
👉🏾 दोनों घटनाओं में आपकी प्रतिक्रिया अलग-अलग इसीलिए हुई👇🏾👇🏾
क्योंकि.. पहली बात को आप अच्छी तरह जानते थे कि.. भारत की राजधानी "दिल्ली" ही है.. इसीलिए, आपने उसका विरोध किया..
जबकि, दूसरी घटना के बारे में आप ठीक से जानते नहीं थे.. इसीलिए, आप भ्रमित हो गए..
आपको लगा कि.. ऐसा "हो भी सकता" है..
यही है नैरेटिव अथवा भ्रमित करने का मूल मंत्र.👇🏾
उन लोगों को ये बात बहुत अच्छी तरह से मालूम है कि.. #हिन्दू अपने धर्मग्रंथ से मतलब नहीं रखते और उन्हें अपने धर्मग्रंथों के बारे में कोई जानकारी नहीं है..
इसीलिए.. ऐसे लोग मनमाने तरीके से कथाएं कहते हैं और अपने हिसाब से उसकी व्याख्या करते हैं..
लेकिन.. फिर भी एक प्रश्न बचा रहा 👇🏾
कि आखिर ये ऐसा कर क्यों रहे हैं ??
और, इसका कारण क्या है ??
तो, इसे भी एक उदाहरण से समझें..
अगर, आप किसी मेंढक को.. गर्म पानी से भरे किसी बर्तन में डाल दोगे तो वो मेंढक वहाँ से उछल कर तुरत भाग जाएगा..!
लेकिन, अगर उसी मेंढक को ठंडे पानी से भरे एक पात्र में रखो और उस पानी को👇🏾👇🏾
धीरे-धीरे गर्म करो तो वो मेंढक नहीं भागेगा..
बल्कि, वो उस लगातार गर्म होते पानी के हिसाब से खुद को एडजस्ट करता जाएगा..
और जब पानी बेहद गर्म हो जाएगा तो वो मेंढक पात्र से भागने की कोशिश तो करेगा लेकिन भाग नहीं पायेगा..
क्योंकि, उसकी सारी ताकत तो उस गर्म होते पानी के साथ खुद 👇🏾
को एडजस्ट होने में ही खत्म हो चुकी है..
इस तरह अंततः -
मेढ़क मर जायेगा या कहें कि उसकी अस्तित्व समाप्त हो जाएगा..
👉🏾बस, यूँ समझ लें कि.. इसीलिए, हम हिन्दू रूपी मेंढक को सेक्युलर राष्ट्र के रूपी पात्र में डाल कर धीरे-धीरे पानी गर्म किया जा रहा है अर्थात धर्मग्रंथों और मान्यताओं👇🏾
को गलत बताया जा रहा है..
पर्व-त्योहारों का मजाक उड़ाया जा रहा है..
और, पर्यावरण की दुहाई दी जा रही है.. कि,
पानी बचाओ, तेल बचाओ, दूध बचाओ, पटाखों से प्रदूषण वगैरह..
इस तरह हिन्दुओं को धीरे-धीरे दिमाग में बिठाया जा रहा है कि..
तुम्हारे धर्मग्रंथ बेकार/गलत हैं, काल्पनिक हैं,👇🏾👇🏾
रामायण और महाभारत माइथोलोजी #काल्पनिक हैं.
भगवान राम और कृष्ण काल्पनिक हैं..
और तुम्हारे पर्व-त्योहार और परंपराएं आडंबर हैं आदि आदि..
ये और कुछ नहीं बल्कि..
पानी को गर्म करने का तरीका है.. और, जिसे विभिन्न माध्यमों से लगातार गर्म किया जा रहा है..
कभी कथावाचकों के माध्यम से..👇🏾
तो कभी, कोर्स के किताब,
तो कभी, मीडिया (TV) बॉलीवुड के माध्यम से..
लेकिन.. मजे की बात है कि.. वे सिर्फ हम हिन्दुओं के ही पात्र का ही पानी गर्म कर रहे हैं..
दाढ़ी के नहीं..!
हाल ए लइया पर नहीं..!
आज तक आपने किसी को भी.. हल्ला, महामद, चपटी धरती, बीड़ी के धुएं से आकाश का बनना,👇🏾
उंगली से चांद के दो टुकड़े कर देना या फिर एक गधी पर बैठ कर सातवें आसमान में पहुंच जाना.. जैसे मान्यताओं पर एक भी उंगली उठते हुए नहीं देखेंगे..
क्योंकि, वे स्ट्रिक्ट हैं..
और किसी को अपनी धार्मिक मान्यताओं में दखल देने की आज्ञा नहीं देते हैं.
इसीलिए.. मीडिया से लेकर तथाकथित 👇🏾👇🏾
बुद्धिजीवी, पुलिस, अदालत तक.. उनसे परहेज करती है..
या कहें कि फटती है.😲
अब तो समझ ही गए होंगे कि.. धर्मग्रंथ, मान्यताओं और आस्था में मिलावट क्यों और कैसे की जा रही है.?
और, उसे कैसे रोका जा सकता है.?
लेकिन इन सबमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि..
जो भी लोग #धर्म और #राष्ट्र 👇🏾
को अलग-अलग कर के देखते हैं वो बहुत बड़े भ्रम में हैं..!
👉🏾राहुल गांधी और मुस्लिम लीग के रिश्ते पर बड़ा खुलासा
👉🏾जून 1947 के बाद जब कांग्रेस की कार्यसमिति में भारत के बंटवारे का प्रस्ताव पास हो गया तब मुस्लिम लीग ने जिन्ना की अगुवाई में एक बैठक की। वो बैठक भारत के अंदर मुस्लिम लीग की आखिरी बैठक थी और उस बैठक में जिन्ना के अलावा 👇🏾 👇🏾
देश के तमाम क्षेत्रों के मुस्लिम लीग के नेता मौजूद थे। सारे नेता बेहद खुश थे कि उनका मकसद पूरा हुआ और अब वो पाकिस्तान शिफ्ट हो जाएंगे..
लेकिन उसी वक्त जिन्ना ने ये कहा कि मुस्लिम लीग के सारे नेताओं को पाकिस्तान जाने की जरूरत नहीं है। कुछ नेता ही पाकिस्तान जाएंगे बाकी @1980105👇🏾
मुस्लिम लीग के नेता भारत में ही रहेंगे ताकी आगे जाकर भारत के और ज्यादा टुकड़े कर सकें..
इसके बाद 1948 में #मुहम्मद_कोया नाम के एक व्यक्ति ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की स्थापना की। और इसी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के कसीदे राहुल गांधी ने पढ़े हैं।
एक वृद्ध माँ रात को 11:30 बजे रसोई में बर्तन साफ कर रही है, घर में दो बहुएँ हैं, जो बर्तनों की आवाज से परेशान होकर अपने पतियों को सास को उल्हाना देने को कहती हैं।
कहती है अपनी माँ को मना करो इतनी रात को बर्तन धोने को- हमारी नींद खराब होती है @SakshamGV 👇🏾
साथ ही सुबह 4 बजे उठकर फिर खट्टर पट्टर शुरू कर देती है सुबह 5 बजे पूजा..
आरती करके हमें न सुबह सोने देती है ना रात को, जाओ सोच क्या रहे हो जाकर माँ को मना करो..
🎯बड़ा बेटा खड़ा होता है और रसोई की तरफ जाता है रास्ते मे छोटे भाई के कमरे में से भी वो ही बाते सुनाई पड़ती हैं ..👇🏾👇🏾
जो उसके कमरे हो रही थी वो छोटे भाई के कमरे को खटखटा देता है छोटा भाई बाहर आता है.
दोनो भाई रसोई में जाते हैं, और माँ को बर्तन साफ करने में मदद करने लगते है, #माँ मना करती पर वो नही मानते, बर्तन साफ हो जाने के बाद दोनों भाई माँ को बड़े प्यार से उसके कमरे में ले जाते है, तो..👇🏾👇🏾
👉🏾आपको पता है भारत से दो लोग सोवियत संघ में बहुत पॉपुलर थे। एक था नेहड़ु और दूसरा राजकपूर..
राज कपूर का फेमस होना इसलिए था कि वो भी नेहड़ु की तरह ही एक घोर वामपन्थी था। आपने अक्सर देखा होगा कि रूस में राजकपूर की फिल्में और गाने बड़े फेमस हुए हैं। लेकिन उसका कारण @SakshamGV 👇🏾👇🏾
राज कपूर का कोई कालजयी फ़िल्म बनाना नही था बल्कि वो #इकोसिस्टम था जिसका वो हिस्सा था। सोवियत संघ जो "हाफ ग्लास वाटर" थ्योरी दुनिया मे फैला उनकी संस्कृति खत्म करने में लगा था।
राज कपूर भारत मे उसका सबसे बड़ा एजेंट था।
हाफ ग्लास थ्योरी वही थी जिसे आज "फ्री सेक्स" कहा जाता है।👇🏾👇🏾
अर्थात महिला को इतना चरित्रहीन कर दो कि वो यहां वहां हमबिस्तर होती रहे और उसे इसमे कुछ गलत न लगकर आधुनिकता लगे।
यही काम सोवियत संघ अमेरिका से लेकर भारत में हर जगह कर रहा था।
दुनिया को गलतफहमी है कि अमेरिका कोल्ड वॉर जीता लेकिन हकीकत ये है कि सोवियत संघ का तो कुछ क्षेत्रफल गया 👇🏾
👉🏾व्यंग्य है पर #कड़वा_सच भी है..
एक बार की बात है सिंह को भूख लगी और उसने लोमड़ी से कहा-- मेरे लिए कोई शिकार ढूंढकर लाओ, अन्यथा मैं तुम्हें ही खा जाऊँगा।
लोमड़ी एक गधे के पास गई और बोली-- मेरे साथ सिंह के समीप चलो क्योंकि सिंह तुम्हें जंगल का राजा बनाना चाहता है। @SakshamGV 👇🏾
सिंह ने गधे को देखते ही उस पर हमला करके उसके कान काट लिए, लेकिन गधा किसी प्रकार भागने में सफल रहा। तब गधे ने लोमड़ी से कहा-- तुमने मुझे धोखा दिया सिंह ने तो मुझे मारने का प्रयास किया और तुम कह रही थी कि वह मुझे जंगल का राजा बनायेगा।
लोमड़ी ने कहा-- मूर्खता भरी बात मत करो। उसने👇🏾
तुम्हारे कान इसीलिए काट लिए ताकि तुम्हारे सिर पर ताज सुगमता पूर्वक पहनाया जा सके, समझे! चलो लौट चलें सिंह के पास।
गधे को यह बात ठीक लगी, इसलिए वह पुनः लोमड़ी के साथ चला गया।
सिंह ने फिर गधे पर हमला किया तथा इसबार उसकी पूँछ काट ली। गधा फिर लोमड़ी से यह कह भाग चला-- तुमने मुझसे👇🏾
👉🏾12 वर्ष मौन के बाद बोले #सियाराम तो उन्हें मिला यही नाम.!🌹🙏
पाखंड से कोशो दूर, एक विरक्त सन्यासी भारत में उन्ही में से एक है सियाराम बाबा है 100 वर्ष से अधिक ये मध्यप्रदेश में खरगौन के पास ही ग्राम भट्टयान में रहते है । भट्याण बुजुर्ग में विशेषकर गुरु पूर्णिमा @SakshamGV👇🏾👇🏾
एवम् सामान्य दिनों में भी संत सियाराम बाबा का पूजन करने बड़ी संख्या में बाबा के भक्त आते हैं ।
श्री सियाराम बाबा ने 12 साल का मौन व्रत धारण किया था। कोई नहीं जानता था बाबा कहां से आए हैं। बाबा ने मौन व्रत तोड़ा और पहला शब्द #सियाराम बोले तब से सभी उन्हें सियाराम बाबा कहते हैं।👇🏾
10 साल की खड़ेश्वरी सिद्धि : भक्त बताते हैं मौसम कोई भी हो बाबा केवल एक लंगोट पहनते हैं। उन्होंने 10 साल तक #खड़ेश्वरी_सिद्धी की है। इसमें तपस्वी सोने-जागने सहित हर काम खड़े रहकर ही करते हैं। खड़ेश्वरी साधना के दौरान नर्मदा में बाढ़ आई। पानी बाबा की नाभि तक पहुंच गया, लेकिन वे 👇🏾
👉🏾#कैलाश_पर्वत एक अनसुलझा रहस्य, कैलाश पर्वत के इन रहस्यों से नासा भी हो चुका है चकित. :-
इस एतिहासिक पर्वत को हम सनातनी भारतीय लोग शिव का निवास स्थान मानते हैं। शास्त्रों में भी यही लिखा है कि कैलाश पर शिव का वास है।
किन्तु वहीं नासा जैसी वैज्ञानिक संस्था के लिए @SakshamGV 👇🏾
कैलाश एक रहस्यमयी जगह है। नासा के साथ-साथ कई रूसी वैज्ञानिकों ने कैलाश पर्वत पर रिपोर्ट दी है।
सभी का मानना है कि कैलाश वास्तव में कई अलौकिक शक्तियों का केंद्र है। विज्ञान यह दावा तो नहीं करता है कि यहाँ शिव देखे गये हैं किन्तु यह सभी मानते हैं कि, यहाँ पर कई पवित्र शक्तियां 👇🏾
जरूर काम कर रही हैं। तो आइये आज हम आपको कैलाश पर्वत से जुड़े हुए कुछ रहस्य बताते हैं।
कैलाश_पर्वत_के_रहस्य.
रहस्य 1– रूस के वैज्ञानिको का ऐसा मानना है कि, कैलाश पर्वत आकाश और धरती के साथ इस तरह से केंद्र में है जहाँ पर चारों दिशाएँ मिल रही हैं। वहीं रूसी विज्ञान का दावा है कि👇🏾