"छोटे बिरजू महाराज" की चार्जशीट में क्या लिखा है ये मीडिया नहीं बता रहा है..पर मुझे सूत्रों से पता चला है कि क्या लिखा हुआ है..आप भी पढिए👇
बिरजू तो पहलवानों को ताड़े जा रहा था
बिरजू तो व्हिस्की पिए जा रहा था
बिरजू तो पहलवानों को घूरे जा रहा था
ताड़े जा रहा था, व्हिस्की पिए जा रहा था, घूरे जा रहा था
सबको मिर्ची लगी तो बिरजू क्या करे
जले चाहे सारा ज़माना
बिरजू है पहलवानो का दीवाना
पहलवानो को ले कर भाग जाए
नज़र किसी को भी ना आए
लोग बिरजू के प्यार से यार जलते हैं
कैसे बताए क्या-क्या चाल चलते हैं
बिरजू तो बैंकॉक में जा रहा था
बिरजू तो सीटी बजा रहा था
बिरजू तो पहलवानों पर हाथ फिरा रहा था
बैंकॉक में जा रहा था, सीटी बजा रहा था, हाथ फिरा रहा था
पहलवानो को बुरा लगा तो बिरजू क्या करे
सबको मिर्ची लगी तो बिरजू क्या करे
इस चार्जशीट के बा'द फ़ैसला में शायद लिखा होगा : बिरजू को 1 पहलवान के साथ 2 पहलवान फ्री.. #कृष्णनअय्यर कृष्णन अय्यर काँग्रेस पेज
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अबकी बार कार्नवालिस सरकार ...
लार्ड साहिब असल लार्ड थे, उच्चकुल शिरोमणी गर्वनर जनरल। इसके पहले क्लाईव और वारेन हेस्टिंग्ज दलित टाइप के जीव थे। याने वो कंपनी एम्पलॉयी, छोटी मोटी नौकरी से शुरूआत, और प्रमोट होते होते गर्वनर बने।
लेकिन लार्ड कार्नवालिस,एक दिन अचानक हाईकमान के आदेश पर गुजरात के गवर्नर बन गए।
गुजरात टाइपो इरर है, बंगाल पढा जाए।तो असल मे अमरीका जाकर जार्ज वाशिंगटन से माफी मांगने के कारण कार्नवालिस की प्रसिद्धि चहुं ओर फैली थी। उन्होने संसद को बताया कि अमेरिका मे न कोई घुसा है,न आया है ..
बस वो इलाका हमारे हाथ से निकल गया है। इस पर खुश होकर जब भारत की गवर्नरी ऑफर की गई, तो पहले पहल उन्होने मना कर दिया।
दरअसल कार्नवालिस को नंदकुमार केस का पता चल चुका था। इसके कारण हेस्टिंग्ज के इंपीचमेण्ट की तैयारी चल रही थी। कार्नवालिस कोई लोचा नहीं चाहते थे।
क्या आप judge कर सकते हैं कि इन तीनों में से सबसे बढ़िया और अच्छा आदमी कौन है?
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Mr. A - उसकी गंदे नेताओं से दोस्ती थी, ज्योतिषियों की बातों में ज्यादा भरोसा करता था, उसकी 2 पत्नियां थी, chain smoker था सारे दिन सिगरेट पीता रहता था, दिन में 8 से 10 बार शराब पीता था.
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Mr. B - उसे ऑफिस से 2 बार धक्के मार के बाहर निकाला गया, दोपहर तक वो सोता था, कालेज में अफीम खाता था और रोजाना शाम को व्हिस्की पीता था.
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Mr. C - वह एक संवारा हुआ और पुरस्कृत योद्धा था, शुद्ध शाकाहारी था, उसने कभी बीड़ी सिगरेट नहीँ पी,कभी दारू नहीँ पी
1 ही घरवाली थी उसकी और उसे कभी धोखा नहीँ दिया.
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आप कहेंगे Mr.C सबसे बढ़िया है
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Right?
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But..
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Mr. A : Franklin Roosevelt ( USA का 32वां राष्ट्रपति था)
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Mr. B : Winston Churchill (भूतपूर्व British प्रधान मंत्री था )
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कपड़ा तेरे बाप का,
तेल तेरे बाप का,
आग भी तेरे बाप की,
तो जलेगी भी तेरे बाप की"
____ यह डायलॉग हनुमानजी बोलते हैं मेघनाद से लंका में आग लगाते समय !
ऐसे अशिष्ट हनुमान से पाला पड़ा था कभी आपका ! स्वयं श्रीराम हनुमान को 'सकलगुणनिधानम्' और 'ज्ञानिनामग्रगण्यं'
अर्थात् ज्ञानियों में अग्रगण्य कहकर प्रशंसा करते हैं। वाल्मीकि रामायण में सीता का पता लगा कर जब हनुमान राम को सकल वृतांत सुनाते हैं तब मुस्कुराते हुए श्रीराम प्रभु ने लक्ष्मण से कहा था कि देखो लक्ष्मण, इतने लंबे समय से बोल रहे हनुमान ने एक भी व्याकरण की ग़लती नहीं की !
गर्मी के पागल
वह बिजली आफिस में काम करते थे और प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में एक महीने तक पगला जाते थे. पगलाने के लिए वह दफ्तर से एक महीने की छुट्टी लेते थे.
बनारस के भदैनी मुहल्ले में रहते थे. पगलाने के दौरान वह सिर्फ अंग्रेजी बोलते थे. अच्छी अंग्रेजी..!
वैसे तो अस्सी-भदैनी मुहल्ले में अनेक पागल सड़क पर टहलते थे. उनकी अपनी अलग-अलग विशेषताएं थीं.
एक महोदय बंगाली टोला इंटर कालेज में मैथ के टीचर थे. वह जब गर्मी में पगलाते थे तो एकदम चुप हो जाते थे. वह सड़क पर किसी बरामदे में चुपचाप बैठे रहते थे. कोई छात्र आ जाता तो
उसका सवाल भी हल कर देते थे लेकिन बिजली विभाग के पागल के टक्कर का दूसरा कोई नहीं था. जब भी वह घर में अंग्रेजी बोलने लगते तो उनके परिवार के सदस्य समझ जाते की अब इनके पगलाने का मौसम आ गया है.
मजे की बात यह थी कि ठीक होने पर वह अंग्रेजी बोलना बंद कर देते थे. एक दूसरे सज्जन