Abhinav Mani Tripathi Profile picture
मिट्टी का तन , मस्ती का मन , क्षण भर जीवन,मेरा परिचय। @UoA_official👨🏻‍🎓
Apr 12, 2022 4 tweets 1 min read
पैकिंग आटा में कीड़े क्यों नही पड़ते ??
आंखें खोल देने वाला सच ----------:

एक प्रयोग करके देखें । गेहूं का आटा पिसवा कर उसे 2 महीने स्टोर करने का प्रयास करें।,आटे में कीड़े पड़ जाना स्वाभाविक हैं,आप आटा स्टोर नहीं कर पाएंगे।
फिर ये बड़े बड़े ब्रांड आटा कैसे स्टोर कर पा रहे हैं? Image यह सोचने वाली बात है।
एक केमिकल है- बेंजोयलपर ऑक्साइड, जिसे 'फ्लौर इम्प्रूवर'भी कहा जाता है।इसकी पेरमिसीबल लिमिट 4 मिलीग्राम है, लेकिन आटा बनाने वाली फर्में 400मिलीग्राम तक ठोक देती हैं। कारण क्या है?आटा खराब होने से लम्बे समय तक बचा रहे।बेशक़ उपभोक्ता की किडनी का बैंड बज जाए।
Mar 30, 2022 8 tweets 2 min read
#राजस्थानी लोगों को छोड़कर शेष दुनिया को लगता है कि #राजस्थान में पानी नहीं है और यहाँ खून सस्ता व पानी महँगा हैं...
जबकि यहाँ सबसे शुद्धता वाला पानी जमीन में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।

राजस्थान के लोगों को पूरे विश्व में सबसे बड़े कंजूस कृपण समझा जाता है.. जबकि पूरे भारत के 95% बड़े उद्योगपति राजस्थान के हैं, राममंदिर के लिए सबसे ज्यादा धन राजस्थान से मिला है... राममंदिर निर्माण में उपयोग होने वाला पत्थर भी राजस्थान का ही है!राजस्थान के लोगों के बारे में दुनिया समझती है ये प्याज और मिर्च के साथ रोटी खाने वाले लोग हैं..
Feb 5, 2022 7 tweets 2 min read
क्या भगवान हमारे द्वारा चढ़ाया गया भोग खाते हैं ?
यदि खाते हैं, तो वह वस्तु समाप्त क्यों नहीं हो जाती ?
और यदि नहीं खाते हैं, तो भोग लगाने का क्या लाभ ?

एक लड़के ने पाठ के बीच में अपने गुरु से यह प्रश्न किया।
गुरु ने तत्काल कोई उत्तर नहीं दिया।
वे पूर्ववत् पाठ पढ़ाते रहे। उस दिन उन्होंने पाठ के अन्त में एक श्लोक पढ़ाया:

पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात् पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥

पाठ पूरा होने के बाद गुरु ने शिष्यों से कहा कि वे पुस्तक देखकर श्लोक कंठस्थ कर लें।
Dec 6, 2021 4 tweets 2 min read
ये रहा शिमला का सबसे फालतु इंसान।
सरबजीत सिंह ( बॉबी )
न तो इसको घर पे कोई काम है और न दूकान पर। कभी एंबुलेंस लेकर मरीजों को आई जी एम सी छोड़ने जा रहा होता है तो कभी मृत लावारिस लाशो को शमशान ले जाता है। शाम को लोग /पर्यटक जब माल रोड पर घूमते हुए मौसम का आनंद ले रहे होते है .. फालतू सरदार कैंसर हस्पताल में मरीजों को खिचड़ी का लंगर लगा के खिला रहा होता है।सवेरे सवेरे उठकर लोग सैर पे निकलते है और ये सरदार मरीजों को बिस्कुट खिला रहा होता है। रविवार को भी इसको चैन नही होता माल रोड पर ब्लड कैंप लगा कर लोगो का खून निकाल रहा होता है। ऐसा है ये फालतू इंसान |
Nov 8, 2021 14 tweets 5 min read
#महाभारत_चक्रव्यूह

विश्व का सबसे बड़ा युद्ध था महाभारत का कुरुक्षेत्र युद्ध। इतिहास में इतना भयंकर युद्ध केवल एक बार ही घटित हुआ था। अनुमान है कि महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध में परमाणू हथियारों का उपयॊग भी किया गया था। ‘चक्र’ यानी ‘पहिया’ और ‘व्यूह’ यानी ‘गठन’। पहिए के जैसे घूमता हुआ व्यूह है चक्रव्यूह। कुरुक्षेत्र युद्ध का सबसे खतरनाक रण तंत्र था चक्रव्यूह। यधपि आज का आधुनिक जगत भी चक्रव्यूह जैसे रण तंत्र से अनभिज्ञ हैं। चक्रव्यू या पद्मव्यूह को बेधना असंभव था। द्वापरयुग में केवल सात लोग ही इसे बेधना जानते थे।
Oct 29, 2021 10 tweets 3 min read
बहुत पुरानी बात नही है ये ...... 1960 तक भारत मे गेहूं का आटा जिससे पूड़ियाँ बनती थीं , साल में बमुश्किल एकाध बार जब कभी कोई शादी बियाह य्या काज प्रयोजन होता तो पूड़ियाँ बनती थीं ....... अंग्रेजों के मानसिक गुलाम ही गेहूं की रोटी खाते थे ....... शेष भारत , आम जन सब जौ , चना , मक्का , मटर , बाजरा ज्वार खाते थे ........

1960 से पहले हमारे पूर्वज सब यही मोटे अनाज खाते थे । वो तो 1965 में जो हरित क्रांति के नाम पर देश पर गेंहू थोपा गया ।

पुरातन काल मे हमारे पूर्वज टामुन , मड़ुआ , सांवा , कोदो , कंगनी , ..
Oct 27, 2021 4 tweets 4 min read
प्रकृति ने अजीबोगरीब खजाना छिपा रखा है!
यह #पांडवारा_बत्ती (पांडवों की मशाल) है, एक ऐसा पौधा जिसे #महाभारत के #पांडवों ने अपने वनवास के दौरान चिमनी की मशाल के रूप में इस्तेमाल करने के लिए रखा था।

आप इसकी ताज़ी हरी पत्ती के साथ भी एक मशाल जला सकते हैं - ImageImageImage पत्ती की नोक पर लगाया जाने वाला तेल की एक बूंद प्रकाश को एक बाती की तरह काम करने लगती है।

#भारत और #श्रीलंका में केवल #पश्चिमी_घाट के भीतर पाया जाने वाला यह पौधा तमिलनाडु के #अय्यर_मंदिर और #भैरवर_मंदिर की तरह कई दक्षिण भारतीय मंदिरों में उपयोग किया जाता है।