Milind Gaikwad (मोदीजी का परिवार) Profile picture
स्वतंत्रतासमर मे 1857 को पहिली गोली और 1948 को आखरी गोली ये दोनो गोलिया चलानेवाले महापुरुष मुझे आदरणीय है। भारतमाता की जय, जय हिंद, वंदे मातरम
Umed Mehta #Modi Ka Pariwaar 🇮🇳 Profile picture 𝓢𝓪𝓷𝓽𝓸𝓼𝓱 𝓖𝓪𝓭𝓮𝓴𝓪𝓻 Profile picture Vidhydhar Benare 🇮🇳 IN Profile picture 3 subscribed
Apr 10 15 tweets 3 min read
1962 साली बोटचेप्या राजकीय भूमिकेमुळे आर्मीच्या मदतीला IAF न उतरवल्याने भारताचा चीन कडून दारुण पराभव झाला.नाकातोंडात पाणी जाऊ लागल्यावर स्वतःच्या एअरफोर्स वर भरोसा न ठेवता USA च्या अध्यक्षाकडे हवाई मदत मागितली गेली.युद्धाची व्याप्ती वाढण्याची शक्यता आणि त्याच दरम्यान rezang la येथे मेजर शैतान सिंग ह्यांच्या 150च्या तुकडीने काही हजार चीनी सैनिकांना यमसदनी पाठवले होते.
मेजर शैतान सिंग ह्यांना व त्या तुकडी तील 2 सैनिक वगळता सर्वांना वीरमरण आले.चिनी सैन्य ह्या दोन्ही जखमी सैनिकांना अटक करून घेऊन गेले.काही दिवसांतच ते तिथून पळून आल्यावर त्यांनी वरिष्ठांना
Feb 6 5 tweets 2 min read
ये बोलते है की अल्लाह के सिवा किसीसे नही डरते।
सच तो यह है की ये अल्लाह के अलावा सबसे डरते है।
अल्लाह से डरते होते तो कबका काशी ,मथुरा ,अयोध्या विवाद खतम हो जाता और
सेक्युलर हिंदू बहुतायात मे इनका पक्ष लेते दिख जाते और चुपके से अपनी संख्या बढाकर लोकतंत्र से ही भारत पे कब्जा किया जाता और गजवा ए हिंद मुकम्मल हो जाता।
इनको 1947 मे भी चान्स मिला था ,अगर जिन्ना अपनी महत्त्वाकांक्षा को लगाम डालकर भारत का विभाजन ना करके नेरू की छत्रछाया मे ही रहते तो
80 के दशक मे भारत का प्रधानमंत्री शांतिप्रिय समुदाय का होता।
डिसेंबर 89 मे मुफ्ती सईद ने
Aug 2, 2023 19 tweets 4 min read
इतके खुळे समजू नका
शिया म्हणतात की सुन्नी काफिर ,सुन्नी म्हणतात शिया काफिर
प्रत्येक फिरका दुसऱ्याला काफिर म्हणतो पण
हल्ली भारतातील 2 प्रमुख फिरके म्हणू लागलेत की
अहमदिया मुस्लिम हे मुस्लिम नाहीयेत.
त्यांची गणती मुस्लिम जनसंख्येत धरू नये असा आग्रह अल्पसंख्याक मंत्र्यांकडे केला गेला.
भारत सरकारने आपली भूमिका लगेचच स्पष्ट केली की अहमदीया मुस्लिमाना सरकार मुस्लिम हाच निकष लावेल.

मेख मारायला बघत होते पण मोदी सरकार बधले नाही.

जर सरकारने ह्यांची मागणी मान्य करून त्यांना मुस्लिम मानले नाही तर CAA इम्प्लिमेंट होताना हे लगेच कोर्टात जाऊन पाकिस्तान, बांगलादेश
Mar 8, 2023 15 tweets 4 min read
डीडॉलरायझेशन झाल्याने अमेरिका निश्चितच कमजोर होईल त्यामुळे होणारी स्थिती ओळखून अमेरिका प्रयत्न करणारच जसा सद्दाम ने तेलाच्या बदल्यात डॉलर ऐवजी युरो स्वीकारण्याचे ओपेक ला आवाहन करून स्वतः तयारी ही केली पण सद्दाम ला एकटे पाडण्यात अमेरिका आपल्या कुटनीतीने यशस्वी ठरली व सद्दाम ला पायउतार करून फासावर लटकावले व इराक चा बट्याबोळ करून ठेवला पण आता परिस्थिती फार बदललीय.
आस्ते आस्ते मोदींच्या पुढाकारात दुनिया रशिया युक्रेन युद्धाच्या आडोश्याने डीडॉलरायझेशन कडे
पावले उचलू लागलीय पण अनाहूतपणे जग तिसऱ्या
सर्वंकष महायुद्धाकडे धावत निघालेय.
युक्रेन युद्धात इराण ने
Feb 5, 2023 5 tweets 2 min read
ऐसी हालत भारत की हो सकती थी अगर 2014 मे bjp सरकार की ताजपोशी हम नही करते।
पाकिस्तान आज भी स्टेबल रह के हमे आँख दिखा रहा होता अगर सरकार नोटबंदी नही करती।
कोरोना के चलते हम वॅक्सीन नही बना पाते ,कर्जे लेकर वॅक्सीन पर डिपेंड रहते अगर bjp सरकार की ताजपोशी हम 2019 मे नही करते। चीन के कर्जे तले दबकर आज अरुणाचल प्रदेश हम चीन को दे चुके होते अगर काँग्रेस सरकार का राज होता।
काँग्रेस ने 2008 के किया MOU आज पुरा हो चुका होता अगर काँग्रेस सरकार होती।
न जाने कितने 26/11 ,न जाने कितने दंगे और ब्लास्ट हो चुके होते अगर काँग्रेस सरकार होती।
राफेल , S400 ,BRO नही
Feb 3, 2023 5 tweets 2 min read
308 साल बाद इस्लामपुर "जगदीशपुर" में बदल गया
बात सन् 1715 की है।
जगदीशपुर के राजा देवरा चौहान का नाम पूरे भोपाल मे होने लगा था।धीरे-धीरे दोस्त खान तक बात पहुँची और उसने दोस्ती का षड्यंत्र रचा।इसके बाद जगदीशपुर के राजा के आगे मित्रता का हाथ बढ़ाया गया,फिर उन्हें बेस नदी के किनारे भोज पर निमंत्रण दिया गया।
जब राजा ने ये निमंत्रण स्वीकारा तो दोनों तरफ के 16-16 लोग बेस नदी के किनारे भोज पर मिले। खाना आरंभ हुआ तभी दोस्त मोहम्मद खान पान खाने के बहाने वहाँ से निकला और टेंट काटकर उन सभी लोगों का गला रेत डाला जो वहाँ बैठकर भोज कर रहे थे।इस तरह दोस्त मोहम्मद खान
Feb 2, 2023 6 tweets 2 min read
इसके साथ इम्रान रियाझ खान को भी अरेस्ट किया गया जब वो ट्विटर पे स्पेस को होस्ट कर रहा था।
फवाद, शेख ,इम्रान रियाझ की गिरफ्तारी कोई बडा मसला नही है।
इम्रान खान को अरेस्ट करना है ,इस माहोल मे इम्रान को अरेस्ट किया तो TTP के साथ पुरी कौम रास्ते पे उतरेगी।आर्मी ,अमेरिका को जैसे तैसे पाकिस्तान मे इम्रान के बगैर इलेक्शन करने है।
क्यू की अगले साल भारत मे इलेक्शन है ,अगर पाकिस्तान मे ऐसा ही माहोल रहा,नतीजतन पाकिस्तान टूट गया तो भारत मे सरकार इलेक्शन पोस्टफोन कर देगी।अगर इम्रान के बाहर रहते पाकिस्तान मे इलेक्शन हुये तो इम्रान की पार्टी सत्ता मे आयेगी।
इस बार अगर
Jul 27, 2022 4 tweets 1 min read
हो
इराक मध्ये सद्दाम हुसेन व पाकिस्तान मध्ये झुल्फिकार भुट्टो ने युरेनियम इनरीचमेन्ट प्रोग्राम एकाच वेळी चालू केली.
मोसाद ,आणि R&AW ला ह्याची कुणकुण लागली.
ती फॅसिलिटी उडवून देण्यासाठी दोन्ही यंत्रणांनी सगळी तयारी करून झाल्यावर आपापल्या राष्ट्रप्रमुखांना कल्पना दिल्यावर इस्रायली PM नी हिरवा कंदील दाखवला पण मोरारजी ने परवानगी दिलीच नाही.शेवटी मोसाद ने मोरारजी ला विनंती केली की तुम्ही काहीही करू नका आम्ही करतो ,तुम्ही फक्त तुमचा बेस वापरण्याची परवानगी द्या.
मोरारजी ने सगळे प्रस्ताव फेटाळून लावलेच ,वरती जनरल झिया (तत्कालीन हुकूमशहा)ला फोन लावून तुम्ही कहुता
Jul 3, 2022 28 tweets 7 min read
26 मे 2014 में नरेंद्र मोदीजी पहली बार PM पद की शपथ लेने वाले थे और शपथ ग्रहण के कुछ दिन पहले 12 मे 2014 को मुकुल सिन्हा इस दुनिया से चला गया।मुकुल सिन्हा यानी अल्ट न्यूज वाला मो.जुबेर का पार्टनर @free_thinker का बाप और अल्ट न्यूज़ की फाउंडर मेम्बर निर्झरी सिन्हा का पति। मुकुल सिन्हा यूं तो कोलकाता का रहने वाले था। लेकिन अहमदाबाद की फिजिकल रिसर्च लैबोरेट्री मे काम करता था। गुजरात के हिंदुओ के जवाब के बाद उसने तीस्ता,राणा अय्यूब और अन्य लोगों के साथ मिलकर 1 संगठन बनाया।
ये संगठन गुजरात की जवाबी प्रतिक्रिया मे मोदीजी को फंसाने के लिए बनाया गया था।
Jul 3, 2022 17 tweets 5 min read
@narendramodi @AmitShah
आप सत्ता चला रहे है ,सत्ता चलाते वक्त आप देश की न्यायपालिका मे हस्तक्षेप नही कर रहे है ,चलो ये बात अच्छी है ।तो क्या न्यायपालिका स्वतंत्र होने से आनेवाले फैसले निष्पक्ष आ रहे है ? जो फैसले आ रहे है ,उससे देश का माहोल अच्छा हो रहा है ?
कभी कभी ये प्रश्न सामने उठकर खडा हो रहा है की मैने आपको सत्ता दी या न्यायपालिका को ? बहुमत से दी गयी सत्ता और उसी सत्ता मे लिये गये निर्णय को न्यायपालिका रिजेक्ट कैसे कर सकती है ?
आजकल मजबूत सत्य सामने होते हुये भी ऐसे निर्णय आ रहे है जिससे देश का माहोल और ज्यादा खराब हो रहा है।आप देश का 'कद' पुरे
Jul 1, 2022 5 tweets 2 min read
खबरे जो दब गयी या दबा दी गयी :-
1. कन्हैया लाल पर जब हमला हुआ, उस समय 6-8 लोग वहीं आसपास थे। सब भाग खड़े हुए। सिर्फ एक ईश्वर सिंह नाम का व्यक्ति चाकू बाजों से भिड़ा। अगर उन हिंदुओं ने एकता दिखाई होती तो परिणाम अलग होता। ईश्वर सिंह गंभीर हालत में अस्पताल में है। 2. कन्हैया लाल के हत्यारे गोज मोहम्मद और रियाज़ को पकड़ने गयी पुलिस पर पत्थरबाजी और तलवार से हमला हुआ। कॉन्स्टेबल संदीप को खंजर से मारा। गंभीर हालत में अजमेर रेफर कराया गया।
हमला करने वाले 10-12 लोग अभी तक फरार है, यानि राजस्थान पुलिस को कोई तो रोक रहा है।
Jun 6, 2022 7 tweets 2 min read
कतर ने पुढे केलेलं गुस्ताखीचे कारण आणि नुपूर शर्मा ने केलेलं स्टेटमेंट हा फक्त 1 बहाणा आहे.
असल मिरची नाही उलटं टांगून मोदींजींनी मिरचीची धुरी दिलेली आहे.
भारत आणि कतर ह्या दोन्ही देशात 10 वर्षांकरिता गॅस पुरवठ्याबाबत ठरलेल्या दरानुसार रीतसर RC झालेली आहे.म्हणजे 10 वर्षे त्याच दराने गॅस पुरवठा करणे कतर वर बंधनकारक आहे.
गुजरात सरकारने कतर च्याच सहकार्याने जगातील दुसऱ्या क्रमांकाचे गॅस टर्मिनल ही उभारलेले आहे.
आताच्या रशिया युक्रेन युद्धाच्या पृष्ठभूमीवर कतर ने गुस्ताखीचे कारण पुढे करून आपली मजहबी कट्टरता आणि दोगलापंती दाखवून दिली
आणि RC केलेली असूनही
Jun 6, 2022 5 tweets 2 min read
AAP ने कोर्ट मे आधिकारीक तौर पे लिखित कबुलनामा देकर आननफानन मे अपना ही पैर कुल्हाडी पे दे मारा है।
AAP ने कहा के जितने भी VVIP लोगोंकी सुरक्षा हटाई गयी थी वह अस्थायी तौर थी।
ऑपरेशन ब्लु स्टार की बरसी के बाद हम स्थायी सुरक्षा देनेवाले थे।
मेरा निरीक्षण ये है अगर सुरक्षा हटानी थी तो सार्वजनिक क्यू की ? व्यक्तिगत तौर पे मुझे मुसेवाला से कोई हमदर्दी नही लेकिन जान लेने का पक्षधर नही हू।इससे दुसरा संदेश दिया गया है ,अगर कोई महामहिम राज्य के दौरे पर आता है ,तो सुरक्षा के लिये राज्य सरकार दुसरा कोई कारण आगे कर सकती है।
आज जो भी पंजाब मे खलिस्तानी नारे लगे इससे
Mar 14, 2022 32 tweets 7 min read
सेक्युलर लिब्रांडू हिंदू आता bjp ला पिंजऱ्यात उभे करताहेत की 1990 साली bjp ने vp सरकारचा पाठिंबा काढून घेतला नाही म्हणून काश्मीर मध्ये अत्याचार होत राहिले.असे बोलून अत्याचाराबद्दल bjp ला ब्लेम करून इतर हिंदूंच्या मनात किल्मिश भरण्याचा प्रयत्न करताहेत त्यांना फक्त इतकेच सांगतो की त्या कम्युनिटी कडे बघा ,त्यांनी कधीही SP ला दोष न देता UP मतदानावेळी ओवेसी ला मत न देता अखिलेश ला जिंकून देण्याचा भरकस प्रयत्न केला.
2013 मुझफ्फरनगर दंगलीत लोकसंख्येत निव्वळ 12 टक्के हिस्सेदारी असणाऱ्या हिंदूंनी लाखोना निर्वासित होण्यास भाग पाडले,स्वतंत्र भारतात दंगल शमवण्यासाठी
Mar 2, 2022 7 tweets 3 min read
इस लड़की ने 1 विडिओ बनाई जिसमे बोल रही है कि वह #यूक्रेन मे फंसी हुई है, और एक-दो दिन का खाना बचा हुआ है फिर हमको survive करने के लिए कुछ करना पडेगा।लेकिन जब UP पूलिस ने जांच किया तो पाया कि ये तो #सपा के किसी नेता बेटी है जो #यूपी मे ही किसी खोपचे में रहती है। सोचिए कुछ नीच किस्म के लोग इस आपदा की घड़ी में भी मोदी जी और योगी जी को बदनाम करने के लिए कैसी-कैसी घिनौनी नीचता पर उतर आते है।पहली नजर में इस लड़की की मार्मिक अपील पर आपको यह लग रहा होगा यह लड़की यूक्रेन में फंसी है और मोदीजी,योगीजी इसकी कोई मदद नहीं कर रहे है।
Mar 1, 2022 4 tweets 1 min read
सच का आईना:
चुनावी मौसम में विपक्ष और मीडिया से सबसे बड़ी गद्दारी कोरोना ने की है
तीसरी लहर आने के बाद भी ढूंढे से लाशें नही मिल रही सरकार विरोधी एजेंडा चलाने को
ये तो अकाट्य सच है कि कोरोना काल जैसी विकट प्रतिकूल परिस्थिति में सरकार ने महंगाई पर नियंत्रण बनाये रखा. कांग्रेस की सरकार होती तो ना कोरोना मैनेज कर पाती न महंगाई मैनेज कर पाती ,और महंगाई का ठीकरा कोरोना पर फोड़ कर चलती बनती।
सिर्फ सिनेमा मे USA और UK वाले अपने नागरिको को बचाते है चाहे मंगल ग्रह से बचा के लाना हो तो भी।
जब की हकीकत में सिर्फ नरेंद्र मोदी की भारतीय सरकार ही है
Mar 1, 2022 4 tweets 2 min read
Mar 1, 2022 17 tweets 3 min read
हो मी ही 1 बघितला होता फोटो आणि विडिओ
कमरेला संपूर्णपणे स्टील चे आवरण आणि छातीवर बॉम्ब बांधलेल्या अवस्थेत जिवंत पकडला गेला होता.ब्लास्ट झाल्यावर नेमकं हत्यार सुरक्षित रहाते
आणि ते सुरक्षित राहिलं की मग 72 बरोबर हमबिस्तरी ला अडचण येत नाही
प्रश्न असा येतोय की ब्लास्ट करायच्या अगोदर धार टाकायची घाईची वेळ आली तर मग कसे करत असतील?चेष्टेचा विषय सोडा,पण हे जे इमान आणलं जातं ते कितपत खोलवर रुजवलं जातं हे नक्कीच मानायला हवं.जन्नत ही आहेच आणि ती मिळालीच पाहिजे आणि ती मिळवायची असेल तर काफीर मारलेच पाहिजेत हा जो विश्वास भरवला जातोय तो अत्यंत घातक आहे आणि हा 1भस्मासुर
Dec 15, 2021 6 tweets 2 min read
दरअसल 20वीं सदी के शुरू मे 2 धार्मिक नेता मौलाना अशरफ़ अली थानवी (1863-1943) और अहमद रज़ा ख़ां बरेलवी (1856-1921) ने इस्लामिक क़ानून की अलग-अलग व्याख्या की.
अशरफ़ अली थानवी का संबंध दारुल-उलूम देवबंद मदरसा से था, जबकि आला हज़रत अहमद रज़ा ख़ां बरेलवी का संबंध बरेली से था. मौलाना अब्दुल रशीद गंगोही और मौलाना क़ासिम ननोतवी ने 1866 में देवबंद मदरसे की बुनियाद रखी थी. देवबंदी विचारधारा को परवान चढ़ाने में मौलाना अब्दुल रशीद गंगोही, मौलाना क़ासिम ननोतवी और मौलाना अशरफ़ अली थानवी की अहम भूमिका रही है.भारत, पाक, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान में रहने वाले
Dec 15, 2021 4 tweets 1 min read
राकेश जी ये तब्लिगी जमात क्यू शुरू हुयी इसकी घटना बडी रोचक और हिंदुओ के बलिदान से जुडी है।ये जमात मुस्लिम को मुस्लिम बना रखने के लिये बनी थी।वक्त गुजरते उसमे बदलाव आ गये।
महर्षी दयानंद,महर्षी श्रध्दानंद ने आर्य समाज की नीव रख दी और घरवापसी करने की ओढ मच गयी
इसके उपर मोहन गांधीने कडा ऐतराज जताया था लेकिन कुछ कर नही सका।घरवापसी रोके रुक नही रही थी,उसी समय RSS का जन्म हुआ था,सब इस्लामी खेमे मे त्राही माम् हो गयी थी।सभी मौलाना,उलेमा,ब्रिटिश, और मोहन भी हैरान था,करे तो क्या करे।हाथ मे कुछ आता नही ये देख के मौलाना मो.इलियास कांधलवी ने तब्लिग की नीव रख दी।
Dec 15, 2021 4 tweets 1 min read
लगे हाथ पवन सर को ताजा खबर देता हू
MBS ने 2 वर्षांपूर्वीच भारतीय उपखंडातील मदरसे,मर्कज, मशिदी ना दिली जाणारी जकात बंद केली होती ,पण तेंव्हा ही लोकं काही बोलली नाहीत.बोलले असते तर सगळी जकातखोरी बाहेर आली असती.आता MBS ने तब्लिगी जमातीवर सर्वंकश बंदी आणल्यावर कंठ फुटलाय. आतापर्यंत आपले पूर्वज अरबी असल्याचे सांगणारे तब्लिगी आता बोलताहेत की आमचा आणि अरब चा काही सम्बध नाही.आम्ही "अजनी"आहोत.
अजनी म्हणजे इस्लाम जेंव्हा तलवारीच्या जोरावर अरबस्तानमधून बाहेर पडला व पूर्वेकडे जे तलवारीच्या बळावर धर्मांतरण त्यांना ह्या अरबी मुसलमानानी अरबी मानण्यास नकार देऊन "अजनी"