ढोल गंवार शुद्र पशु नारी
सकल तारणा के अधिकारी
१.ढोल (वाद्य यंत्र)
ढोल को हमारे #सनातन_संस्कृति में उत्साह प्रतीक माना है इसके थाप से हमें नयी ऊर्जा मिलती है.जीवन स्फूर्तिमय,उत्साहमय हो जाता है.विभिन्न अवसरों पर ढोलक बजाया जाता है शुभ माना जाता है @DeepaShreeAB@Official_Sherni
२.गंवार {गांव के रहने वाले लोग)
गाँव के लोग छल-प्रपंच से दूर अत्यंत ही सरल स्वभाव के होते हैं.अत्यधिक परिश्रमी होते है जो अपने परिश्रम से धरती माता की कोख से अन्न इत्यादि पैदा कर संसार में सबका भूख मिटाते हैं.आदि काल से ही अनेकों देवी-देवता और संत गाँव में ही उत्पन्न होते रहे हैं