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Dec 8 13 tweets 3 min read
कर्म दोष कैसे मिटता है? जानिये आध्यात्मिक रूप से कर्म शुद्धि के उपाय :

कर्म दोषों का मिटना यानि आपके पुराने पापों का नष्ट होना और नए बुरे कर्मों को बनने से रोकना। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कर्म दोष को कैसे ख़त्म किया जाता है ? तो, चलिए जानते हैं कि....
Thread🧵👇 Image अध्यात्म में इसके लिए क्या मार्ग बताये गए हैं...

हाइलाइट्स
हिंदू धर्म में अध्यात्म का मानना है कि मनुष्य अपने कर्मों से ही बंधता है और इन्हीं कर्मों से मुक्त होता है।
भगवद्गीता के अनुसार, जो भक्त पूर्ण भाव से भगवान कृष्ण में समर्पित होता है, उसके सभी पापों का नाश होता है।
Dec 4 17 tweets 3 min read
वास्तु में हाथी की मूर्तियों का महत्व: जानिये किस प्रकार का हाथी देता है अधिक शुभ परिणाम :

कई सारे लोग घर में हाथी की मूर्ति रखते हैं क्योंकि यह सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में हाथी की मूर्ति रखने पर कई नियमों का ध्यान.....👇 Image रखना होता है जैसे कि, हाथी की धातु का बना है, किस रंग का है, उसका सूंड किस दिशा में और हाथी की मूर्ति कैसी है? तो, चलिए जानते हैं...
Nov 7 21 tweets 4 min read
8 नवंबर को शिव गौरी योग का शुभ संयोग, वृषभ और कुंभ सहित पांच राशियों को मिलेगा शिवजी की कृपा से लाभ का मौका :

कल यानी 8 नवंबर दिन शनिवार है और कल के दिन मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया उपरांत चतुर्थी तिथि रहेगी।
Thread 🧵👇 Image ऐसे में कल के दिन के स्वामी भगवान गणेशजी रहेंगे जबकि कल के दिन चंद्रमा का गोचर वृषभ उपरांत मिथुन राशि में होने जा रहा है ऐसे में कल गुरु से द्वादश भाव में स्थित होकर चंद्रमा सुनफा योग बनाएंगे जबकि कल दिन के पहले भाग में वृष राशि मे बैठकर चंद्रमा गौरी योग भी बना रहे होंगे।
Oct 22 12 tweets 3 min read
क्या घर में कुबेर की मूर्ति रख सकते हैं या नहीं, यह शुभ है या अशुभ :

शास्त्रों में कुबेरदेव को धन, भंडार और उत्तर दिशा के अधिपति के रूप में वर्णित किया गया है. लेकिन क्या कुबेर की मूर्ति को घर में रख सकते हैं या नहीं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, Thread🧵 Image कुबेर की मूर्ति को घर में रखना तभी शुभ फलदायक होता है जब दिशा, शुद्धता और उद्देश्य ठीक हों. अगर इन चीजों का सही तरीके से ध्यान ना रखा जाए तो इस मूर्ति के फायदे कम और नुकसान ज्यादा दिखने लग जाते हैं.
Aug 26 10 tweets 2 min read
घर के इस दिशा में कभी न रखें जूते-चप्पल, बर्बादी होने लगती है शुरू

घर बनवाने और सजावट के दौरान हम कई बातों का ध्यान रखते हैं, लेकिन अक्सर एक छोटी-सी चीज को नजरअंदाज कर देते हैं, जो हमारी किस्मत और सुख-शांति पर गहरा असर डाल सकती है और वह है जूते-चप्पल रखने की दिशा. 🧵👇 Image वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में हर वस्तु की एक सही जगह और दिशा होती है, और अगर वह गलत दिशा में रखी जाती है तो नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकती है. जूते-चप्पल भी उनमें से एक हैं.
Aug 26 12 tweets 3 min read
माँ के गर्भ से नहीं जन्में थे बाली और सुग्रीव, दोनों के जन्म की कथा है बेहद चौंकाने वाली !

सुग्रीव और बाली रामायण के दो शक्तिशाली किरदार हैं। बाली तो इतना शक्तिशाली था कि उसने रावण तक को हराया था। लेकिन इन दोनों भाईयों का जन्म साधारण तरीके से नहीं हुआ था बल्कि ...👇Image उनके जन्म की कथा अत्यंत रहस्यमयी और प्रतीकात्मक है, जो रामायण के उत्तरकांड और पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है। यह कथा केवल जन्म की नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रूपांतरण, देवताओं की लीला और प्रकृति के चमत्कारों की भी है।
Jul 31 11 tweets 2 min read
सावन पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को लगाएं इन चीजों को भोग, सुख-शांति में होगी वृद्धि :

सावन का महीना भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की कृपा पाने का भी उत्तम समय होता है। इस पवित्र मास में.....🧵👇 Image पड़ने वाली पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है। यह एकादशी संतान प्राप्ति की कामना रखने वाले दंपतियों के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है। इसके साथ ही, इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने
Jul 30 11 tweets 2 min read
काठगढ़ महादेव : एक अनोखा शिवलिंग जहाँ शिव और पार्वती दो भागों में वास करते हैं

भगवान् शिव के कई रूप हैं और उनमें से एक है उनका अर्धनारीश्वर रूप। उनका यह रूप कहता है कि शिव, माता पार्वती के बिना शव के समान हैं। यही कारण है कि ....🧵 Image भगवान् शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप में उनका आधा हिस्सा शिव का और आधा हिस्सा माता पार्वती का है। उनके इस स्वरूप को समर्पित हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित काठगढ़ में एक अद्भुत मंदिर हैं,
Jul 29 10 tweets 2 min read
नाग पंचमी की पूजा में करें इन नियमों का पालन, जानें पूजा सामग्री और मंत्र :

सनातन धर्म में नाग पंचमी का त्योहार विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा और भक्ति के साथ नाग देवता की पूजा करने और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से जीवन के तमाम संकट दूर होते हैं। साथ ही....🧵👇 Image साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह पूजा ग्रह दोषों से भी छुटकारा दिलाती है। आइए जानें इस दिन की पूजा विधि, आवश्यक सामग्री, शुभ मुहूर्त और मंत्र के बारे में। नाग पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त
Jul 28 12 tweets 3 min read
करियर में अपार सफलता चाहते हैं, तो गांठ बांध लें आचार्य चाणक्य की ये 6 बातें :

मनुष्य जीवन के दो प्रमुख भाग होते हैं एक भाग में उसकी पर्सनल लाइफ और दूसरी उसकी प्रोफेशनल लाइफ. लेकिन अगर किसी के पर्सनल लाइफ में कोई भी परेशानी होती है तो इसका असर उसके प्रोफेशनल लाइफ पर भी पड़ता है. उसी प्रकार ....🧵👇Image आपकी कार्यस्थल की परेशानियां और तनाव आपके निजी जीवन को भी कई हद तक प्रभावित करती है.

आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में काम काज का तनाव व्यक्ति को डिप्रेशन की ओर ढकेल देता है. ऐसे में जरूरी है कि आप कार्यस्थल पर सोच समझकर कार्य करें.
Jul 21 10 tweets 2 min read
क्या शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ बेलपत्र खा सकते हैं ?

शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। यह माना जाता है कि बेलपत्र के तीनों पत्ते ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक हैं और इसे अर्पित करने से ..🧵👇 Image त्रिदेवों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही, यह भी मान्यता है कि बेलपत्र चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है, कष्ट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Jul 8 13 tweets 3 min read
शुरू हो चुका है चातुर्मास 2025, जानें क्या करें क्या नहीं

चातुर्मास वो चार महीनों की अवधि होती है जब भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं और संसार का पालन भगवान शिव करते हैं। चातुर्मास में अगर किसी की कुंडली में कोई ग्रह दोष है या फिर कोई ग्रह कमजोर है तो ...🧵👇 Image चातुर्मास के दौरान उसका दुष्प्रभाव और भी गंभीर हो सकता है। इसी कारण से ऐसा माना जाता है कि चातुर्मास में ज्यादा से ज्यादा पाठ-पूजा करनी चाहिए, हवन-अनुष्ठान करने चाहिए ताकि इन चार महीनों में सुख-समृद्धि एवं शुभता बनी रहे।
Jul 3 11 tweets 2 min read
जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर गरुड़ का बैठना क्यों माना जाता है अशुभ ?

जगन्नात मंदिर जितना चमत्कारी है उतना ही रहस्यमयी भी है। जगन्नाथ मंदिर में होने वाली हर घटना के पीछे कोई न कोई संकेत होता है जो स्वयं भगवान जगन्नाथ द्वारा दिया जाता है। ठीक ऐसे ही एक संकेत है गरुड़ का मंदिर के शिखर ...... 👇Image पर बैठना। शास्त्रों के अनुसार, गरुड़ भगवान विष्णु के परम भक्त और उनके वाहन हैं। भगवान विष्णु के कृष्ण अवतार और श्री कृष्ण के जगन्नाथ स्वरूप में गरुड़ देव कई प्रकार से उनकी लीला में सहायक रहे हैं।
Jun 23 21 tweets 7 min read
भगवान विष्णु के 108 नाम और उनसे जुड़े मंत्र, साथ ही जानें इन नामों का जाप करने के फायदे :

भगवान विष्णु के 108 दिव्य नाम भी हैं, जिन्हें अष्टोत्तर शतनामावली कहा जाता है। चलिए जानते हैं ये नाम..🧵👇 Image भगवान विष्णु के नाम और उनके अर्थ मंत्र सहित

1. विष्णु अर्थ - जो सर्वोच्च है
मंत्र - ॐ विष्णवे नमः ।

2. लक्ष्मीपति अर्थ -देवी लक्ष्मी के पति
मंत्र -ॐ लक्ष्मीपतये नमः ।

3. कृष्ण अर्थ -सर्व-आकर्षक
मंत्र - ॐ कृष्णाय नमः ।

4. वैकुंठय अर्थ - जो वैकुंठ में निवास करता ह
मंत्र - ॐ वैकुंठाय नमः ।

5. गरुड़ध्वज अर्थ - गरुड़ पताकाधारी देवता
मंत्र - ॐ गरुड़ध्वजाय नमः ।
Jun 10 11 tweets 2 min read
कुंडलिनी जागरण कैसे अलग है कुंडलिनी एक्टिवेशन से ...?
जानिये आपके लिए कौन सा मार्ग सही है |

अध्यात्म में कुण्डलिनी जागृत कर साधक अपनी ऊर्जा को जागृत करते हैं। लेकिन यह प्रक्रिया इतना कठिन और जटिल 🧵👇 Image है कि सब इसे नहीं कर पाते। हां, कुछ लोग कुंडली एक्टिवेट जरूर कर लेते हैं लेकिन वो इसे कुण्डलिनी जागृत करना समझ लेते हैं। उनका ये भ्रम उनके आध्यात्मिक उद्देश्य को पूरा होने नहीं देता। इसलिए, ये समझना जरूरी है कि दोनों के बीच क्या महत्वपूर्ण अंतर हैं। तो, चलिए समझते हैं...
Jun 4 19 tweets 4 min read
दीपक जलाने से भगवान नहीं होंगे प्रसन्न, अगर आप कर रहे हैं ये गलतियां :

देवी-देवताओं की पूजा के समय हम दीपक जरूर प्रज्वलित करते हैं। ऐसा करने से घर में हमेशा सकारात्मकता बनी रहती है। लेकिन ज्योतिषशास्त्र में पूजा के समय दीपक जलाने के कुछ महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं। पूजा के समय इनका ख्याल न रखने से भगवान प्रसन्न नहीं होते हैं औरImage व्यक्ति को पूजा का पूर्ण फल भी प्राप्त नहीं होता है। हिंदू धर्म में सुबह और शाम के वक्त की पूजा के दौरान दीपक जलाने का खास महत्व होता है। ऐसा करने से घर से नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
May 30 8 tweets 2 min read
आखिर युद्ध को बीच में ही छोड़कर अपने जीवन का अंत करने क्यों चल दिए थे अर्जुन ?

महाभारत में कई ऐसी सीख दी गई हैं जो कि आपको जीवन जीने का सही तरीक बताती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक-दूसरे से प्रेम करने वाले पांडवों में से अर्जुन और युधिष्ठिर के बीच कुछ ऐसा हुआ जिसकी वजह से अर्जुन युद्ध को बीच में ही छोड़कर आत्महत्या करने चल पड़े. 🧵👇Image कर्ण की वजह से नाराज हुए ​युधिष्ठिर :

महाभारत में कुंती पुत्र कर्ण ने अपने मित्र दुर्योधन यानि कौरवों की ओर से युद्ध लड़ा था और पांडवों का सबसे बड़ा दुश्मन भी कर्ण ही था. कर्ण पांडवों की सेना को लगातार खत्म कर रहा था तभी युधिष्ठिर कर्ण से युद्ध करने कुरुक्षेत्र में गए.
May 20 12 tweets 3 min read
30 साल बाद शनि होंगे वक्री, इन राशियों का शुरू होगा गोल्डन टाइम

कर्मफल दाता शनि को सबसे क्रूर ग्रहों में से एक माना जाता है। लेकिन कई लोगों को शायद ये नहीं पता है कि शनि व्यक्ति को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। ऐसे में अगर आपके कर्म अच्छे होंगे, जो रंक को भी राजा बनाने में देर नहीं करते हैं।
शनि के वक्री अवस्था में चलने से वह और भी ज्यादा बलशाली हो जाते हैं। ऐसे में 12 में से इन 3 राशियों को खूब लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं इन भाग्यशाली राशियों के बारे में…🧵👇Image कर्क राशि (Kark Zodiac) :

शनि महाराज सप्तम और अष्टम भाव के स्वामी होकर नवम भाव में वक्री चाल से चलेंगे। शनि के भाग्य भाव में उल्टी चाल से चलने से इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में अपार सफलता के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है।
May 15 12 tweets 3 min read
राहु गोचर से इन राशियों को रहना होगा सतर्क,
बिगड़ सकती है सेहत और आर्थिक स्थिति, 18 मई से शुरू हो सकता है कठिन समय :

राहु 18 मई को शाम 5 बजकर 8 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। राहु का एक राशि में ठहराव लगभग 18 महीने का होता है, और इस बार वे शनि के प्रभाव वाली कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं। राहु को ज्योतिष में मायावी और क्रूर ग्रह माना जाता है,और शनि की राशि में इसका प्रवेश कई राशियों के लिए भारी साबित हो सकता है। 🧵👇Image इन राशियों को इस गोचर के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कहीं आपकी राशि भी तो इसी सूची में नहीं है।
Apr 21 15 tweets 3 min read
गर्भ में बच्चे का नौ महीने और नौ दिन क्यों रहते हैं ❓

गर्भ में बच्चे का नौ महीने और नौ दिन तक रहना एक अद्भुत प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसका वैज्ञानिक और ज्योतिषीय आधार है।

जरूर Thread 🧵को अंत तक पढ़े 👇 Image हमारे ब्रह्मांड के नौ ग्रह अपनी किरणों से गर्भ में पल रहे बच्चे को विकसित करते हैं। हर ग्रह अपने स्वभाव के अनुसार बच्चे के शरीर के विभिन्न अंगों और गुणों को आकार देता है।
Mar 25 18 tweets 3 min read
लंकिनी :

लंकिनी वास्तव में एक राक्षसी ही थी जो स्वयं और लंकेश की रक्षा करती थी। आम बोल-चाल की भाषा में उसे लंकिनी के नाम से जाना जाता है। लंकिनी का वर्णन हमें वाल्मीकि रामायण के सुन्दर कांड के तीसरे सर्ग में मिलता है। इसके अनुसार जब रात्रि में हनुमान जी लंका पहुँचते हैं Image तो उसकी भव्यता देख कर चकित रह जाते हैं। लंका का द्वार अमूल्य स्पटिकों से जड़ा था और अनेक गज उसके द्वार पर खड़े रहते थे। उस नगरी की रक्षा के लिए बड़े-बड़े सर्प आते जाते रहते थे। लंका के द्वार पर नीलम के चबूतरे बने हुए थे।