मैत्री (अनुराधा गार्गी)सनातनी Profile picture
🌺🌿जयतु सनातन संस्कृति🌿🌺 ज्ञान में मैं ब्राह्मण हूं व्यवस्था में वैश्य रणभूमि में क्षत्रिय हूं सेवा कार्य में शुद्र। धर्मसर्वोपरि 🌺 गौमाता की रक्षा करें।
Nov 17 6 tweets 3 min read
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @SathyavathiGuj1 @Neelammishra24 @Pratyancha007 @brave_mam @AYUSHSARATHE3 @Prerak_Agrawal1 @babu_laltailor @Hanuman65037643 @Govindmisr यहां श्रीभगवान आत्मा की अमरता की व्याख्या करते हुए अर्जुन को कहते हैं

आत्मा को कोई शस्त्र काट नहीं सकता, अग्नि इसे जला नहीं सकती , जल इसे भिगो नहीं सकता और वायु इसे सुखा नहीं सकती।

अर्थात आत्मा जो परमात्मा का ही अंश है।उसमें स्वत परमात्मा का अंश होने के कारण अमरता का गुण है Image @Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @SathyavathiGuj1 @Neelammishra24 @Pratyancha007 @brave_mam @AYUSHSARATHE3 @Prerak_Agrawal1 @babu_laltailor @Hanuman65037643 @Govindmisr पृथ्वी तत्व से उत्पन्न सभी अस्त्र इस आत्मा तक पहुंच ही नहीं सकता।फिर इसे विकृत कैसे कर सकता है।

इसी प्रकार #अग्नितत्व , #जलतत्व और
#वायुतत्व की पहुंच भी आत्मा तक नहीं है इसीलिए किसी प्रकार भी इन तत्वों से इसमें विकार उत्पन्न नहीं किया जा सकता न ही इसे इनसे नष्ट किया जा सकता है Image
Dec 9, 2023 8 tweets 3 min read
🌺☘️शयन विधान☘️🌺
सोने की मुद्राऐं

उल्टा सोये भोगी
सीधा सोये योगी
दांऐं सोये रोगी
बाऐं सोये निरोगी।

🌺शयन का शास्त्रीय विधान🌺
बायीं करवट सोना स्वास्थ्य के लिये हितकर हैं
शरीर विज्ञान के अनुसार चित सोने से रीढ़ की हड्डी को नुकसान और औधा या ऊल्टा सोने से आँखों की परेशानी होती Image है।सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग 3 घंटे) के बाद ही शयन करना
संधि काल में कभी नहीं सोना चाहिए। 

🌺☘️शयन में दिशा महत्व☘️🌺
दक्षिण दिशा (South) में पाँव रखकर कभी सोना नहीं चाहिए। इस दिशा में यम और नकारात्मक ऊर्जा का वास होता हैं। कान में हवा भरती है।मस्तिष्क  में रक्त का संचार कम Image
Oct 26, 2023 6 tweets 3 min read
🌺🌿श्रीनाथजी की भावविभोर कथा 🌿🌺
श्रीनाथजी एक दिन भोर में अपने प्यारे कुम्भना के साथ गाँव के चौपाल पर बैठे थे। कितना अद्भुत दृश्य है।समस्त जगत के पिता एक नन्हें बालक की भाति अपने प्रेमीभक्त कुम्भनदास की गोदी में बैठ कर क्रीड़ा कर रहे हैं।

तभी निकट से ब्रज की एक भोली ग्वालन
Image
Image
निकली।श्रीनाथजी ने गूजरी को आवाज दी कि तनिक ईधर तो आ।

गूजरी ने कहा आपको प्यास लगी है क्या?

श्रीनाथजी ने कहा मुझे नही मेरे कुभंना को लगी है।श्रीनाथजी कुभंनदास को प्यार से कुभंना कहते हैं।कुंभनदास जी कह रहे है कि श्रीजी मुझे प्यास नही लगी है।

तब श्रीनाथजी गूजरी से कहा कि Image
Sep 16, 2023 8 tweets 2 min read
🌺☘️कर्मो के फल☘️🌺

एक बार एक शिवभक्त धनिक शिवालय जाता है।पैरों में महँगे और नये जूते होने पर सोचता है कि क्या करूँ?यदि बाहर उतार कर जाता हूँ तो कोई उठा न ले जाये और अंदर पूजा में मन भी नहीं लगेगा सारा ध्यान् जूतों पर ही रहेगा। उसे बाहर एक भिखारी बैठा दिखाई देता है। वह धनिक Image भिखारी से कहता है " भाई मेरे जूतों का ध्यान रखोगे? जब तक मैं पूजा करके वापस न आ जाऊँ" भिखारी हाँ कर देता है।

अंदर पूजा करते समय धनिक सोचता है कि " हे प्रभु आपने यह कैसा असंतुलित संसार बनाया है? किसी को इतना धन दिया है कि वह पैरों तक में महँगे जूते पहनता है तो किसी को अपना पेट
May 22, 2023 8 tweets 3 min read
🕉️ सत्य सनातन संस्कृति 🕉️
☘️💐सड़क पर चलने वाला साधारण दिखने वाला हर बुजुर्ग भिखारी नहीं होता
 🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴कोपरगाँव (महाराष्ट्र) से अपने रास्ते पर मैंने एक बुजुर्ग दंपति को सड़क के किनारे चलते देखा जैसा कि मेरी सामान्य आदत है मैंने बस भिखारी दिखने वाले जोड़े से दोपहर Image होने के कारण ऐसे ही भोजन के लिए कहा । परंतु उन्होने मनाकर दिया फिर मैंने उन्हें 100 रुपए देना चाहा पर वे उसे भी लेने से इंकार कर 
दिया फिर मेरा अगला सवाल आप लोग ऐसे क्यों घूम रहे हैं

उन्होंनें उनकी जीवनी बतानी शुरू की
उन्होंने 2200 किमी की यात्रा की और अब द्वारका में अपने घर
Apr 28, 2023 13 tweets 4 min read
☘️🌹सामर्थ्य का दिखावा न करें🌹☘️
🌿〰️〰️🌿〰️🌿〰️〰️🌿
एक राज्य में एक पंडितजी रहा करते थे वे अपनी बुद्धिमत्ता के लिए प्रसिद्ध थे उनकी बुद्धिमत्ता के चर्चे दूर दूर तक हुआ करते थे

एकदिन उस राज्य के राजा ने पंडितजी को अपने दरबार में आमंत्रित किया पंडितजी दरबार में पहुँचे Image राजा ने उनसे कई विषयों पर गहन चर्चा की चर्चा समाप्त होने के पश्चात् जब पंडितजी प्रस्थान करने लगे तो राजा ने उनसे कहा

पंडितजी आप आज्ञा दें तो मैं एक बात आपसे पूछना चाहता हूँ
पंडित ने कहा ,पूछिए राजन

आप इतने बुद्धिमान है पंडितजी किंतु आपका पुत्र इतना मूर्ख क्यों हैं? राजा ने
Apr 27, 2023 30 tweets 11 min read
🌹श्रीमद्भागवत पुराण संक्षिप्त परिचय🌹
☘️☘️☘️☘️☘️☘️☘️☘️☘️☘️
भागवत के विषयों का स्कन्धों के अनुसार वर्णन

🌹☘️श्रीमद्भागवत महात्म्य☘️🌹
श्रीमद्भागवत के महात्म्य में #भक्ति पुत्र ज्ञान और वैराज्ञ के कष्ट निवारण के एवं #गोकर्णोपाख्यान के माध्यम से ये बताया गया है कि श्रीमद्भागवत के केवल श्रवण मात्र से कैसे जीव का उद्धार हो जाता है।एक प्रेतात्मा #धुंधकारी का मोक्ष श्रीमद्भागवत सप्ताह विधि से हुआ, यह श्रीमद्भागवतश्रवण की महिमा है यही इसका सार है।श्रीमद्भागवत श्रवण के श्रौता वक्ता के नियम बतायें हैं 

🌹☘️प्रथमस्कन्ध☘️🌹
प्रथम स्कन्ध में महाभारत के
Mar 31, 2023 16 tweets 57 min read
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 अप्सराएं देवलोक में रहने वाली अलौकिक सौंदर्य की स्वामिनी ,अनेकों कलाओं में पूर्ण दिव्य स्त्रियां होती हैं।

शास्त्रों के अनुसार देवलोक अर्थात स्वर्ग में हजारों अप्सराएं थीं जिनमें से १०८ प्रमुख और उनमें भी ११ सबसे प्रमुख थीं।

#कृतस्थली #पुंजिकस्थला #मेनका #रम्भा #प्रम्लोचा @Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 #अनुम्लोचा #घृताची #वर्चा #उर्वशी #पूर्वचित्ति और #तिलोत्तमा

इनमें सबसे प्रमुख चार जो अलौकिक रूप सौंदर्य तथा सभी कलाओं में दक्ष मानी जाती हैं वह हैं #रंभा #उर्वशी #मेनका और #तिलोत्तमा

इन सभी अप्सराओं में #प्रधान अप्सरा रंभा मानी जाती है।

समुद्र मंथन से माता लक्ष्मी के साथ ही
Mar 30, 2023 5 tweets 2 min read
नौमी तिथि मधु मास पुनीता
सुकल पच्छ अभिजित हरिप्रीता

मध्यदिवस अति सीत न घामा
पावन काल लोक बिश्रामा।

आप सभी को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी
हरषित महतारी,मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी Image लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी ।
भूषन बनमाला, नयन बिसाला,
सोभासिंधु खरारी ॥

कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता ।
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता ॥ Image