ओबीसी हूं,पर सनातनी।भीमटों और पेरियार वादी,मंडल के चाटुकारों से अजय
Jan 29, 2021 • 10 tweets • 3 min read
भारत में जब उच्च स्तरीय परीक्षा होते हैं, औरतों से मंगलसूत्र कान की बाली तक उतरवा ली जाती है, गले के लॉकट ताबीज तक उतरवा लिए जाते हैं।
मगर सिक्खों को कृपाण ले जाने की इजाजत है।
भारत में हवाई जहाज सफ़र में जेब में गलती से नेल कटर रह जाए तो हड़कम्प मच जाता है।
मगर सिक्खों को कृपाण ले जाने की इजाजत है।
अदालत में एक गवाह को कृपाण ले जाने से रोका गया, उस ने हाई कोर्ट में अपील किया, कोर्ट बोला ये हथियार नहीं, बल्कि यह सिखों का धार्मिक प्रतीक है और उन्हें इसे धारण करने का पूर्ण अधिकार है।
ये कुछ साल पुरानी बात है,
Jan 29, 2021 • 4 tweets • 1 min read
सिंधु बार्डर पर बैठे गद्दार आंदोलनकारियों के खिलाफ फूटा आसपास के गांवों के किसानों का गुस्सा. भारी झड़प..
कल ग्रामीणों के सिंधु बार्डर खाली करवाने के अल्टीमेटम के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रही. लेकिन आज ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और खालिस्तान मुर्दाबाद,
तिरंगे का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान. जैसे नारो के साथ देशभक्त किसानों ने किसानों के वेश में सिंधु बार्डर पर बैठे गद्दारो को सड़के खाली करवाने के लिए पुनः पुलिस से अपील की..
लेकिन जब पुलिस ने इन्हें रोका तो भीड़ ने खुद ही आंदोलन कारियो के तम्बू उखाड़ने शुरू कर दिए.
Jan 29, 2021 • 5 tweets • 1 min read
राकेश टिकैत खुद को जाट बताकर जो सहानुभूति कार्ड खेल रहे है. जाट भाईयो टिकैत के जातिवाद में उलझकर भावनाओं में बहने की बजाए टिकैत से प्रश्न पूछो 2013 के वक्त ये कहां थे ?? जब जाट समुदाय को इनकी सबसे अधिक जरूरत थी. तब इन्हें जाटो की याद नही आई.
जाट भाइयो याद करो उस वक्त आपके साथ कौन खड़े थे ? किन्होंने आपके लिए सड़कों पर उतरकर साथ दिया था.
2013 में जब आजम के इशारे पर शांतिदूतों ने जाटों पर जानलेवा हमला किया था, तब टिकैत जाट समुदाय को अकेला छोड़कर कहां छुप गए थे. उस वक्त जाटो की मदद संजीव बालियान, सोमदत्त जैसे
Jan 29, 2021 • 6 tweets • 2 min read
कल रात यह 64 दिन का प्रहसन समाप्त हो जाना चाहिए था, जितना ज़हर अकेले इस टिकैत ने घोला है,इसकी मिसाल मिलनी मुश्किल है ! न BJP विधायक परिदृश्य में आये और बमुश्किल 30-40 नागरिक , पिछले 64 दिन की तकलीफों को लेकर, काफी दूर, थोड़ी बहुत नारे बाज़ी करते दिखाई पड़े थे...
लेकिन टिकैत ने कथित किसानों को पीटे जाने का झूठा वितंडा खड़ा कर दिया... दिखावटी रोना धोना शुरू कर दिया... यूपी पुलिस और सरकार दवाब में आ गई ! अस्वस्थ होने का भी नाटक किया.... बहरहाल मौज से टिकैत ने रात में खाना खाया, रात में नींद भी ली ! ढाक के वही तीन पात !
Jan 28, 2021 • 4 tweets • 1 min read
अरे वो लालकिले में घुसे थे तो अपनी मर्जी से !
पर ये बताओ कि निकले किसकी मर्जी से ??
लालकिले को तहस नहस करके अपने घोड़ो (ट्रैक्टरों) पर सवार होकर, तलवार लहराते, लाठी भांजते, तिरंगे को पैरों तले रौंदते और खालिस्तान के जयकारे लगाते...वो हरामखोर देशद्रोही लालकिले से निकले कैसे ???
तुम्हारा आई टी सेल और तुम्हारे मंत्री और प्रवक्ता कह रहे हैं कि क्या एक और जलियांवाला होने देते ??
शर्म नहीं आयी इस सरकार को यह मूर्खता और कायरतापूर्ण बकवास दलील देते हुए ?!
अरे भीतरघातियों जलियांवाला बाग में राष्ट्र प्रेमी जुटे थे....आजादी के मतवाले जुटे थे।
कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए यदि सुरक्षा बलों को लगाया जाता है तो उन्हें कम से कम आत्म रक्षा का अधिकार तो दिया ही जाना चाहिए।
वैकल्पिक वर्ण व्यवस्था में वैकल्पिक राजा और वैकल्पिक क्षत्रिय अपना धर्म निभा ही नहीं सकते।
देश और समाज की सुरक्षा का खतरा इन्हीं वैकल्पिक वर्णों से है।
वैकल्पिक ब्राम्हण - निशुल्क शिक्षा नहीं दे सकता।
वैकल्पिक क्षत्रिय - दूसरों की रक्षा की व्यवस्था नहीं कर सकता।
वैकल्पिक वणिक - स्वरोजगार के प्रकल्प नहीं विकसित कर सकता।
Dec 4, 2020 • 7 tweets • 2 min read
1― बीज खरीदने के लिए सब्सिडी।
2― कृषि उपकरण खरीदने के लिए सब्सिडी।
3― यूरिया (खाद) खरीदने के लिए सब्सिडी।
4― ट्रेक्टर ट्रोली खरीदने पर सब्सिडी।
5― पशुधन खरीदने पर सब्सिडी।
6― खेती पर लगने वाले अन्य खर्च के लिए सब्सिडी युक्त कर्ज।
7― किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज।
8― जैविक खेती करने पर सब्सिडी।
9― खेत में डिग्गी बनाने हेतू सब्सिडी।
10― फसल प्रदर्शन हेतू सब्सिडी।
11― फसल का बीमा।
12― सिंचाई पाईप लाईन हेतू सब्सिडी।
13― स्वचालित कृषि पद्धति अपनाने वाले किसानों को सब्सिडी।
14― जैव उर्वरक खरीदने पर सब्सिडी।
Dec 2, 2020 • 5 tweets • 1 min read
जब वह खुद को हिन्दू नहीं मानते... जब संविधान भी यही कहता हो.. जब उन्होंने रीति रिवाज अलग कर लिए हों,जब तिलक और जनेऊ से उन्हें आपत्ति हो....जब राम कृष्ण को वह सम्मान न देते हों... जब अलगावादियों और घोषित आतंकियों को सम्मान देते हों... उनके चित्र अपने घर की दीवारों पर सजाते हों...
जब वह 15 वर्ष लंबे चले आतंकवाद में मारे गए... हज़ारों सनातनियों की मौत को जायज़ ठहराते हो... जब वह अपना अलग देश मांगते हों...
जब उन्होंने हमारे पूजा स्थलों में आना बंद कर दिया हो.... दीपावली में दीपक जलाना बन्द कर दिया हो...
Oct 13, 2020 • 10 tweets • 2 min read
कल अक्षय कुमार,अजय देवगन,अनिल कपूर, ऋतिक-राकेश रोशन, तनिष्क,पारले और बजाज ने अपनी केंचुली उतार फेंकी ! मैं यह नहीं समझता कि इस तमाशे के लिए.... सिर्फ मोमिन साम्प्रदायिकता, दाऊद गिरोह,दुबई नेक्सस या पेट्रो डॉलर ज़िम्मेदार होंगे !...
जिन लोगों ने अक्षय कुमार की 'OMG' देखी होगी... वह इस शख्स द्वारा 'द गब्बर इज़ बैक' और देशप्रेम-राष्ट्रवाद पर आधारित कुछ फिल्मों से गढ़ी गई इमेज से कभी प्रभावित नहीं होंगे ! अक्षय कुमार की सोंच अपनी पत्नी ट्विंकल खन्ना से अलग नहीं हो सकती जो खुद को हिन्दू नहीं...
Oct 13, 2020 • 6 tweets • 1 min read
एक समय पारसी धर्म ईरान का प्राचीन धर्म हुआ करता था, ईरान के बाहर रोमन साम्राज्य और यूरोप के विशाल क्षेत्रों में भी इसका प्रचार-प्रसार था,
परन्तु ईरान पर इस्लामी विजय के पश्चात पारसियों को इस्लाम कबूल करना पड़ा,
वहीं अपने धर्म को बचाने के लिए अनेक पारसियो ने अपना गृहदेश छोड़कर भारत में शरण ली,
इस्लामिक अत्याचार से त्रस्त होकर पारसियों का पहला समूह लगभग 766 ईस्वी में दमण और दीव पहुंचा, यहां से वे गुजरात और कुछ लोग मुंबई में बस गए,
एक समय जो धर्म दुनिया के एक बड़े भूभाग पर फैला हुआ था
Oct 11, 2020 • 5 tweets • 1 min read
कहाँ गए प्यार के पैरोकार.. इश्क के ठेकेदार.. मोहब्बत के कद्रदान.. ??
कहाँ बुरके में छिप गई तथाकथित आधुनिक सोच, उदारवादी फिलासफी वाली फमिनिस्ट.. ??
कहाँ गायब हो गई "ब्राह्मण लड़की धलित लड़के" के प्यार की ठेकेदार बनकर "हल्ला बोलने" वाली अंजना कश्यप और आजतक ??
दिल्ली में एक 19 वर्ष के नौजवान राहुल को सिर्फ इसलिये पीट-पीटकर निर्ममतापूर्वक मार दिया गया क्योंकि उसकी एक मुस्लिम लड़की से मित्रता थी ..
मुस्लिम लड़की के घरवालों ने राहुल की मात्र इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वह गैर-मज़हबी था..
Oct 10, 2020 • 5 tweets • 1 min read
यह रही बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की सार्वजनिक स्वीकृति। वीडियो में प्रज्ञा ठाकुर साफ बोल रही हैं, परमबीर ने बेल्ट से उनकी पिटाई की। ठाणे पुलिस कमिश्नर रहते हुए परमबीर सिंह ने उन पर शारिरिक प्रताड़ना की।
वाकई हैरान करती है प्रज्ञा ठाकुर की खामोशी! इनकी निष्क्रियता।
जो सांसद बनने के बाद भी आज तक IPC की धारा 330 और 331 के तहत मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराने का साहस ना जुटा सकीं ? या फिर मामला "नूरा कुश्ती" का है।
यदि सत्तारूढ़ पार्टी का सांसद अपने ऊपर हुए ही अत्याचार,
Oct 3, 2020 • 7 tweets • 2 min read
ये न्यूज चैनल आजतक, इंडिया टीवी, NDTV या ABP न्यूज आदि नहीं बल्कि जॉर्ज सोरेस का 7 हज़ार करोड़ रूपया बोल रहा हैं...
बहुत ध्यान से पढ़िए...🙏
कांग्रेस शासित राजस्थान में बलात्कार सरीखे जघन्य अपराध की दर उत्तरप्रदेश की तुलना में 5 गुना से अधिक है.
पिछले 12 दिनों में नाबालिग बालिकाओं के साथ बलात्कार की 16 घटनाएं राजस्थान में हो चुकी हैं. लेकिन न्यूजचैनल आजतक, इंडिया टीवी, NDTV या ABP न्यूज की कोई टीम कभी राजस्थान नहीं गयी.पर इन न्यूजचैनलों की टीम पिछले 5 दिनों से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लहू की प्यासी है
Oct 2, 2020 • 8 tweets • 2 min read
गांधी जैसों को हमने अपना लीडर क्यों माना ? बुद्ध और अशोक हमारे आदर्श क्यों बन गए ? हमे "ठुमक चलत राम चंद" और माखनचोर कृष्ण का ही यही रूप क्यों भाता है ? अस्त्र संधान करने वाले राम-कृष्ण का विद्रोही स्वरूप हम जीवन मे उतारने को क्यों उत्सुक नहीं रहते ?
धर्म अर्थ काम मोक्ष और उद्धार की बात करने वाले कथावाचक हमे क्यों भाते हैं ? शिवाजी, राणाप्रताप और लक्ष्मी बाई.... हिन्दूसमाज के आदर्श और पथप्रेरक क्यों नहीं बन पाए ?
मुहम्मद साहब से लेकर ओवैसी तक जो मोमिन... मोमिन हित के लिए खड़ा हुआ ...
Oct 1, 2020 • 5 tweets • 1 min read
ग्रेटर नॉएडा में क्रिकेट स्टेडियम है, F1 ट्रैक बुद्धा इंटर्नैशनल सर्किट भी है। गोल्फ कोर्स है यमुना इक्स्प्रेस वे है।अलीगढ़ हाथरस आगरा कुछ ही घंटो में पहुँच जाते हैं। स्कूल कॉलेज शोपिंग मॉल बड़े बड़े एमएनसी के ऑफ़िस सब हैं। जेपी यूनिटेक चड्ढा माल्या का बसाया हाई टेक शहर।
अब यहाँ फ़िल्म सिटी भी बन जाएगी, इस से पहले विश्व का पाँचवा सब से बड़ा एयरपोर्ट भी बन जाएगा। ज़ेवर एयरपोर्ट,
Sep 28, 2020 • 13 tweets • 3 min read
कुछ मूर्ख उन भगतसिंह को 'नास्तिक' कहते हैं जो स्वयं बार-बार भारत में जन्म लेने की इच्छा रखते थे। दोष अध्ययन की कमी व अध्ययन की दिशा का है।
हिंदू राष्ट्रवादी प्रायः अध्ययन से शून्य और वामपंथी अध्येता परन्तु वैचारिक रूप से धूर्त होते हैं।
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भारत के राष्ट्रीय महापुरूषों को विकृत रूप में प्रस्तुत करने की वामपंथी परंपरा भगतसिंह के ऊपर भी लागू होती है।
प्रायः उन्हें नास्तिक, कम्यूनिस्ट विचारधारा से प्रेरित व सांस्कृति राष्ट्रवाद के विरोधी के रूप में चित्रित किया जाता है जबकि इनमें से एक भी तथ्य सही नहीं है।
Sep 27, 2020 • 9 tweets • 3 min read
कल 28 तारीख सोमवार से #KBC शुरू हो रहा है। हमनें अमिताभ के पाखण्ड और KBC की असलियत का खुलासा पिछले वर्ष भी किया था। यदि जनता ने पिछले वर्ष ही जागरूक होकर केबीसी का बॉयकॉट किया होता तो आज ये दिन न देखने पड़ते।
कल से शुरू हो रहे KBC पर न सिर्फ अमिताभ व केबीसी टकटकी लगाए बैठे हैं,
बल्कि सम्पूर्ण बॉलीबुड, विज्ञापन कम्पनिया तथा बड़े-बड़े ब्रेंड की भी निगाहे जमी हुई है।
KBC की सफलता, असफलता आगे का रास्ता तय करेगी। यदि केबीसी फ्लॉप हो गया तो अमिताभ सहित सभी बड़े स्टार्स व विज्ञापन जगत की अक्ल ठिकाने आ जाएगी।
Sep 25, 2020 • 4 tweets • 1 min read
आज के तमाम बड़े निजी घराने "सार्वजनिक उपक्रमों" कंधे पर सवार होकर ही इतने बड़े हुए।
बीएसएनल का टावर नेटवर्क का सपोर्ट न होता तो जियो, एयरटेल, वोडाफोन का आज अस्तित्व ना होता। इन पर कितना किराया बीएसएनएल का बकाया है? कभी सार्वजनिक बहस का हिस्सा नहीं बना।
सच्चाई तो यह है, जनधन से इंफ्रास्ट्रक्चर खड़े हुए, सार्वजनिक क्षेत्र के माध्यम से। वो पिछली सरकारों, ब्यूरोक्रेसी के जरिए निजी उद्यम के "खुराक" बन गए। या कहिए, जनता के पैसों से भावी निजी क्षेत्र के लिए "खुराक" तैयार की जा रही थी।
पूंजी, उद्यम और बाजार ऐसे खड़े होते हैं।
Sep 24, 2020 • 7 tweets • 2 min read
आज मोदी जी के फिटनेस कार्यक्रम"फिट इंडिया" में विभिन्न हस्तियों के साथ विराट कोहली भी शामिल किया जा रहा है
ये विराट कोहली है
1.जो एक प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकार द्वारा कश्मीर पर सवाल पूछने पर टका सा जवाब देते हुए कहते हैं:- हम क्रिकेटर्स हैं।राजनीति से हमारा क्या लेना-देना? 2. ये वही कोहली है जिनकी पत्नी अनुष्का दो-दो वेब सीरीज में बहुसंख्यक समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है. और उस पर अड़ी रहती है.
3. वही कोहली जिन्हें दीपावली के पटाखों में पशु पीड़ा नजर आती है. लेकिन कुर्बानी पर केवल बधाई निकलती है.
Sep 21, 2020 • 4 tweets • 1 min read
"येरुशलम में मिलेंगे"
इजरायल देश बनने के पहले यहूदी लोग हर रात सोने से पहले यह कह कर सोते थे कि ‘'अच्छा तो कल येरुशलम में मिलेंगे।"
जब भी दो यहूदी दुनिया के किसी भी कोने में एक दूसरे से विदा लेते थे तो अलविदा की जगह 'येरुशलम में मिलेंगे' कहते थे..!
यह सिलसिला एक नहीं दो नहीं सेकड़ो साल तक एक पीढ़ी से दूसरी तीसरी हर पीढ़ी तक चला।
भटकते रहे लेकिन एक सपना,अपने देश का सपना, अपने येरुशलम का सपना आने वाली पीढ़ियों को ट्रांसफर करते रहे!
उन्होंने जो सपना देखा था उसे जिंदा रखा और १४ मई १९४८ को अपना देश इजराइल बना कर उसे पूरा भी किया
Sep 20, 2020 • 10 tweets • 2 min read
जारी बहस में कुछ बातें साफ कर ले....
■ मंडी का सेवा शुल्क सिर्फ मोटे अनाज तक सीमित नहीं है। ना ही मंडी की भूमिका एमएसपी तक सिमटी हुई है।
■ मंडी परिषद सिर्फ "मंडी के भीतर" ही नहीं, अपने "नोटिफाइड एरिया" में "सेवा शुल्क" वसूलती है। और भारत का एक भी गांव-कस्बा
"मंडी नोटिफाइड एरिया" से बाहर नहीं बचा है। यह आपकी किस्मत है, जब तक आप बचे हुए हैं।
■ व्यवहार में मंडी परिषद "नोटिफाइड एरिया" के भीतर किसी भी उत्पाद या प्रोडक्ट पर "सेवा शुल्क" चेंप सकता है। भले आप शहर में मसाला बना रहे हों या अगरबत्ती।