कानपुर में एक जगह है बेकनगंज और एक है चमनगंज। कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने लगभग हफ्ते भर पहले वहां का दौरा किया और अवैध कब्जों को हटाने का आदेश दिया। ये कब्जे कैसे किए गए, इसकी भी एक लंबी कहानी है।
पिछले 30 साल में हिंदू परिवार इन इलाकों से एक-एक करके पलायन कर गए हैं। क्यों? जवाब आप सोच सकते हैं। हिंदुओं के जाने के बाद वहां के मंदिर वीरान हो गए और उन पर कब्जा कर लिया गया। कई मंदिरों से मूर्तियां तक गायब हो चुकी हैं। मेयर ने ऐसे 7 प्राचीन मंदिरों का दौरा किया
Mar 8, 2022 • 14 tweets • 3 min read
2014 के पहले इस्लामी आतंकवाद से लहुलुहान मां भारती...और लगातार आघात सहते सनातन को देखने वाले,देश के लोग तो कल्पना भी नही कर पा रहे थे कि इस्लामी आतंकवाद से पीडित इस धरती पर ऐसा भारत देखना संभव हो सकता है....जो आज मोदीजी के नेतृत्व मे देख रहे है
...वैश्विक विश्वास के प्रतीक बन चुके मोदी ने बता दिया कि नेतृत्व कैसा होना चाहिये....!
पिछले आठ वर्षों से हम देख रहे हैं कि वैभवशाली बनता राष्ट्र कैसा होता है....आत्मविश्वास से भरा ईमानदार,परिश्रमी और राष्ट्रनिष्ठा से भरा निडर नेतृत्व कैसा होता है....
Aug 10, 2021 • 12 tweets • 3 min read
आजादी की लड़ाई में नेहरू परिवार के इस महान योगदान को भी जान लीजिए...😊
1938 में धर्मेन्द्र गौड़ नाम का एक नौजवान ब्रिटिश सरकार की गुप्तचर सेवा में नौजवान जासूस के रूप में भर्ती हुआ था।
1942 के "भारत छोड़ो आंदोलन" के दौरान उस नौजवान को राजधानी लखनऊ में नियुक्त किया गया था। राजधानी में हो रहे आंदोलन और आंदोलनकारियों की गतिविधियों से संबंधित छोटी से छोटी सूचनाएं भी एकत्र कर के नियमित अंतराल पर अपनी रिपोर्ट सरकार को देते रहने का दायित्व
Jun 4, 2021 • 13 tweets • 3 min read
लोग लिखते है कि योगी जी कार्यकर्ताओं के "काम" नहीं करती; यह भी लिखते है कि योगी जी अपने विधायकों एवं भाजपा नेताओ की भी नहीं सुनते। अतः उनका निष्कर्ष है कि योगी जी वापस नहीं आ रहे है।
मैंने कई बार पूछा कि ऐसा कौन सा कार्य है जो योगी जी नहीं करते। उस पर चुप्पी साध जाते है।
जब पुनः पूछता हूँ कि क्या आपको अनुचित रूप से ठेका चाहिए, तो एक ने बेशर्मी से लिखा कि "काम" से उनका तात्पर्य "ठेका" मिलना ही है।
दूसरे शब्दों में, अनुचित तरीके से ठेका दे दीजिये, प्लाट दे दीजिये, सरकारी अनुदान दे दीजिये; नौकरी दे दीजिये; ट्रांसफर-पोस्टिंग कर दीजिये!
Jun 3, 2021 • 5 tweets • 1 min read
अमित शाह के गृहमंत्री बनने पर सबसे पहले दिमाग में उनको गुजरात के गृहमंत्री रहते हुये झूठे मामलों में जेल में ठूंसने की घटना याद आती है | ऐसा इस देश में अमूमन होता है | कठुआ में आसिफा बलात्कार कांड में झूठे फंसाये गये लोग हों या मालेगांव ब्लास्ट में फंसाये गये लोग |
लाख वे बेगुनाह साबित होने पर छोड़ दिये जायें लेकिन उनके साथ किये गये अमानुषिक अत्याचार और उनके कैरियर की बर्बादी की भरपाई हो सकती है?
फंसाने वालों पर न कोई कार्यवाही होती है और न ऐसे कारनामों को रोकने पर कोई विचार |
Jan 6, 2021 • 10 tweets • 2 min read
कथित किसान आंदोलन के बाद विदेशी ताकतों के फेंके पैसे पर मुजरा करने वाला टुकड़े टुकड़े गैंग,लाल सलाम के अर्बन नक्सली,हरे टिड्डों के साथ गुलाबो चिच्चा के कोठे की तवायफें,तबलची और दल्ले अब भारतीय कोरोना वैक्सीन के नाम पर जनता को भरमाने और मोदी सरकार को बदनाम करने के एजेंडे
पर चलने वाले है.......टोंटी और आशिद रल्वी का बयान उसी साजिश की पहली झलक है......!!
दरअसल भारतीय वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से तैयार की गई वैक्सीन की ओट मे मोदी से घृणा करने वाले जंतुओं,रेपटाइल्स जीवों द्वारा तैयार किया गया मंच नौटंकी करने के लिये रेडी है,बहकाने वाली
Jan 6, 2021 • 28 tweets • 5 min read
इतिहास में तीन बार हिन्दुओं का अस्तित्व समाप्त होने ही वाला था। वो समस्याएं आज के परिदृश्य से ज्यादा भयानक थीं क्योकि उस समय हिन्दुओं को जोड़ने के लिये कोई सोशल मीडिया नहीं था।
पहली चुनौती थी बौद्ध धम्म की, बौद्ध धम्म भले ही कोई अलग धर्म नहीं था मगर उसने भारतवासियों में अहिंसा का जो बीज बोया उसने भारत को लंबे समय तक कष्ट दिया। तब पुष्यमित्र शुंग हुए, जिन्होंने मगध की सत्ता पर कब्जा किया और पुनः वैदिक क्रांति का संचार किया।
Jan 6, 2021 • 19 tweets • 4 min read
किसी सरकार का किसी उद्योगपति या औद्योगिक घराने का दलाल बन जाना इसे कहते हैं.
कृपया ध्यान से पढ़िए...
उल्लेखनीय है कि आजादी के बाद केन्द्र समेत देश की सभी राज्य सरकारों द्वारा केवल एम्बेसेडर कार ही खरीदी जाती रही. उस दौर में अन्य किसी भी कार की सरकारी खरीद की अनुमति नहीं थी.
इसके अलावा मुंबई को छोड़ कर शेष देश में केवल एम्बेसेडर को ही टैक्सी के रूप में चलाने का परमिट दिया जाता था. 44-45 साल तक यह एकतरफ़ा सिलसिला निर्बाध चलता रहा. इस कार को उद्योगपति बिड़ला की कम्पनी हिन्दूस्तान मोटर्स ही बनाती थी.
Jan 5, 2021 • 4 tweets • 1 min read
अभी तक बोल रहे थे मोदी वैक्सीन क्यूँ नहीं ला रहा
अब जब मोदी पूरे देश और विदेश में वैक्सीन बाँट रहा है तो कह रहे हैं की ये भाजपा का वैक्सीन नक़ली है।।
ये दोगले लोग को क्या पता है की पूरा ब्रिटेन भाजपा का ही वैक्सीन लगाएगा ?
क्या इनको पता है की Serum Institute ने 3.5 Billion dose मैन्युफ़ैक्चर कर लिया है और सभी में बंटेगा ?
Bharat Biotech ने भी 300 million dose मैन्युफ़ैक्चर कर लिया है ?
ये सब UK की सरकार और भारत की सरकार से मान्यता प्राप्त कर चुके हैं , इसके अलावा ये WHO, UNICEF, GAVI, CEPI
Jan 5, 2021 • 7 tweets • 3 min read
लुटियन झूठ गिरोह की एक और धूर्तता.😊
आप सब ने पिछले कई महीनों से न्यूज़चैनलों अखबारों और प्रेस कॉन्फ्रेंसों में यह देखा सुना होगा कि मोदी विरोधी लुटियनिया लफंगे पिछले कुछ महीनों से यही राग अलाप रहे हैं कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था भारत से बेहतर हो गयी है और
उसने भारत को पीछे छोड़ दिया है. भारत उससे पिछड़ गया है.
अब यह भी जानिए कि लुटियनिया लफंगों का यह राग कितना धूर्ततापूर्ण सफेद झूठ है.
ध्यान रहे कि बांग्लादेश की जनसंख्या लगभग 17 करोड़ है जबकि भारत की जनसंख्या उससे लगभग 7.9 गुना अधिक यानि 135 करोड़ है.
Jan 5, 2021 • 6 tweets • 2 min read
ये हैं सर्वश्रेष्ठ पत्रकार जो पत्रकारिता के सम्मान में श्रीवृद्धि कर रहे हैं.
देश में भारतीय वैक्सीन के प्रति भ्रम का ज़हर फैला कर करोड़ों भारतीयों के प्राणों से राक्षसी खिलवाड़ कर रहे कुछ धूर्त राजनीतिक दल और उन दलों के दुष्ट राजनेताओं के खिलाफ एक महिला पत्रकार ने आज
अकेले और मौन मोर्चा खोल दिया.
जिस समय ये दुष्ट राजनेता देश में भ्रम फैलाने का कुकर्म कर रहे हैं उसी समय जी न्यूज की संवाददाता पूजा मक्कड़ ने आज AIIMS में जाकर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की पहली डोज लगवायी. पूजा मक्कड़ ने अपने वक्तव्य में इसका कारण भी बताया.
कलेश भिया को डर है के कहीं टीका लगवाते ही उनकी खुपड़िया भी अमित शाह हैक न कर लें
EVM की तरह
वो खुद भी मंच से मोदी मोदी न चिल्लाने लगें....
अब भाई अगर गूगल मैप पर पल्टी मारती गाड़ी दिख सकती है तो टीका लगवा दिमाग भी हैक हो सकता है
बस भिया ने निश्चय किया न #भाजपाई_टीका लगवाएंगे न अपने वोटर को लगने देंगे.....
Jan 4, 2021 • 11 tweets • 3 min read
अखिलेश यादव ने कहा कि हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे !
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वैक्सीन से पार्टी का कोई मतलब नहीं !
कुछ मौलानाओं ने कहा कि वैक्सीन नहीं लेंगे , पहले बताओ हलाल या हराम !
अनेक मुस्लिम विद्वानों ने कहा कि दवा का मजहब से मतलब नहीं !
एक के बाद एक बयानबाजी शुरू ,,,
अभी देखते जाइये , गिनते जाइये कितनी और बयान बाजियां !
इस बीच भारत सरकार ने एक और वैक्सीन , पूर्ण स्वदेशी कोवैक्सीन को भी मंजूरी दे दी । मतलब कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन भी मंजूर ! यानी नए साल के दो दिनों में लगातार दो वैक्सीन !
Jan 4, 2021 • 26 tweets • 5 min read
भारतवर्ष को लहूलुहान करने वाले, मां भारती की अस्मिता से खिलवाड़ करने वाले,राजनीति के पर्दे के पीछे छिप कर सनातन पर वार करने वाले उन गिद्धों को आईना दिखाने के लिए लेखनी ने अपने पूरे समर्पण से लिखा है,जिन्हे वीर सावरकर के नाम से ही जूड़ी का बुखार आ जाता है।
सावरकर नाम का उच्चारण करने पर ही उनकी जिह्वा लड़खड़ाने लगती है।ऐसे रीढ़विहीन लोगों के लिये तो राष्ट्र पुत्र सावरकर का नाम भयाक्रांत करता ही रहेगा।
वीर सावरकर जी ने एक बार मुस्लिम प्रतिनिधि मंडल से पूछा,क्याआप गांधीजी के अहिंसा मार्ग का समर्थन करते हैं ?
Nov 30, 2020 • 12 tweets • 3 min read
नरेंद्र मोदी जी ने पिछले दिनों IAS लॉबी की ओर संकेत करते हुए कहा था कि इन लोगों ने मेरे 5 साल बर्बाद कर दिए...और यह बात एक नहीं कई कई बार सिद्ध भी हुई है कि लोगों को भले लगता हो कि नेता अथवा मंत्री ने ये काम किया या करवाया....
लेकिन वैसा अधिकांशतः होता नहीं है, इस देश के ब्यूरोक्रेट्स ही इस देश के पिछड़ेपन की असल वजह हैं।
इनके पास काम करने नहीं बल्कि न करने के हज़ार तरीक़े होते हैं....काम होगा क्यों नहीं ये इन्हें बख़ूबी पता होता है, होगा कैसे इस पर अधिक दिमाग़ ख़र्च नहीं करते.
Nov 30, 2020 • 8 tweets • 2 min read
अहमद शाह अब्दाली का साथ दिया था आला सिंह ने जिसने लाखों सिक्खों का क़त्लेआम किया..जिसके एवज में अब्दाली ने इनको 300 गाँव भेंट में दिए थे जिससे नींव पड़ी पटियाला स्टेट की.....इन्ही की पीढ़ी में आगे चल के महाराजा ऑफ पटियाला हुए भूपेंद्र सिंह...
इनका नाम इतिहास में हुवा जलियांवाला कांड को मूक सहमति देने के कारण....इन्होंने जनरल डायर को लेटर लिख के जलियावाला कांड को ब्रिटिश की तरफ़ से सही उठाया गया कदम माना था ..जिसके एवज में इनको भी ब्रिटिश सरकार ने पैसा शौहरत और कई उपाधियों से नवाजा था........
Nov 30, 2020 • 4 tweets • 1 min read
जूता लेकर टूट पड़ने के अलावा...
...कोई और विकल्प क्या शेष रह जाता है.?😊
आज सवेरे 8 बजे तक आंकड़ा बता रहा है कि दिल्ली से 11 गुना अधिक (22 करोड़) जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश में अब तक 7697 मौतें हुईं हैं. जबकि केवल 2 करोड़ जनसंख्या वाली दिल्ली में कोरोना
वायरस से अब तक 8909 मौतें हो चुकी हैं.
Nov 30, 2020 • 14 tweets • 3 min read
मेरी शंका और सन्देह का घेरा सोनिया गांधी के इर्द गिर्द और ज्यादा कसता जा रहा है...
किसान के भेष में घूम रहे खूनी गुंडे पंजाब से दिल्ली तक नारा लगा रहे हैं कि "पहले इंदिरा की छाती में ठोंकी अब मोदी की छाती में ठोंक देंगे."
किसान के भेष में दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे यही खूनी गुंडे मीडिया के कैमरों पर खुलेआम बोल रहे हैं कि "इमरान खान तो हमारा यार है, हमारा दुश्मन तो दिल्ली में बैठा है."
Nov 29, 2020 • 12 tweets • 3 min read
"पैरों में जंजीर और गले में फन्दा",
दल्लो ने कुछ यूँ किया था किसानों का "धन्धा"।।
सन 1960-70 के आसपास देश में कांग्रेसी सरकार ने एक कानून पास किया जिसका नाम था - "APMC Act"
इस एक्ट में यह प्रावधान किया गया था कि किसान अपनी उपज केवल सरकार द्वारा तय स्थान अर्थात सरकारी मंडी में ही बेच सकता है।
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इस मंडी के बाहर किसान अपनी उपज नहीं बेच सकता। और इस मंडी में कृषि उपज की खरीद भी वो ही व्यक्ति कर सकता था जो apmc act में registered हो,अन्य दूसरा नही।
Nov 29, 2020 • 4 tweets • 1 min read
भारत की सरकारी संपत्ति को नुकसान ही नही पहुँचा रहे बल्कि इंदिरा को ठोंका था, अब मोदी की बारी है" वाली मानसिकता वेषधारी ये खालिस्तानी आतंकियों का समूह अब आम जनता को तकलीफ पहुँचा रहा है। तलवार और लट्ठ लेकर छिपे जेहादियों के भेष में शाहीनबाग़ 2 दोहराने की कोशिश हो सकती है।
ऐसे दुष्टों को अन्नदाता समझना भारी भूल हो सकती है, हमने देखें हैं उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार झारखंड महाराष्ट्र के किसानों को, जिन्हें देखकर अन्नदाता वाली फीलिंग आती है। कृषि क़ानून पूरे देश में लागू हुआ है अकेले पंजाब हरियाणा में नहीं,
Nov 29, 2020 • 5 tweets • 1 min read
पंजाब की किसी भी सड़क पे निकल जाइये । हर 500 मीटर पे य्ये बड़ी बड़ी होर्डिंग लगी हैं ...... ईsaaई मिशNरियों प्रचारको की ..... चंगाई सभाओं की ..... सिर्फ 500 रु और एक जोड़ी सूट दुपट्टा दे के दलित सिखों का धर्मांतरण धड़ल्ले से किया जा रहा है ।
लगभग हर गांव में हर साल , य्ये बड़े बड़े समागम होते हैं ईsaaई मिshनरियों के ....... गुरूद्बारे की नाक के नीचे ........ किसी सिख नेता / धर्मगुरु / प्रचारक को कोई फर्क नही पड़ता । कोई इनके खिलाफ एक शब्द बोलने की हिम्मत नही करता ।