How to get URL link on X (Twitter) App
मीरास से कोई हक़ नही दिया जाता था।जिसका शौहर मर जाता उसे घर से निकलने न दिया जाता।उनकी ज़िंदगी घर में क़ैद खानो से कम न थी।बेवाओ को उस दौर में कोई इज़्ज़त न थी।न उन्हे ये हक़ था कि वो अपने हिसाब से ज़िंदगी बसर करें।
जो हदीस पोस्ट में Mention की गई उस हदीस को नक़ल फ़र्माया है।
ख़ुशी करने का हुक्म दिया है
”लाओ अपनी दलील अगर सच्चे हो।”
खुतबा📖, तकबीरात और उसदिन रोज़ा रखना भी जाइज़ नही है
ये मानते नही इनके सर 🤯 में दिमाग़ नही गोबर💩 भरा हुआ है ये जाहिल $उदी भक्त जब किसी का Birthday Wish करते हैं तो क्या कहते हैं.?
और Wishes मत करो न तो किसी ने Facebook पर या Twitter पर Live आकर कहा या न किसी ने अपने Official अकाउंट पर कुछ अपलोड किया🤔
और हम हैं कि आला हज़रत का नाम तो लेते हैं लेकिन आज तक एक किताब भी नही पढ़ सके अफ़ोस💔