Globe Trotter. "Live n let Live". My Biz of Icecream & Steel represent my Heart & Resolve. Also a Journalist. Love to Troll the Traitors. Hon. PM Modi follows.
चित्र में दिया गया कागज़ महाराजा रणजीत सिंह जी के देहावसान के बाद पेहवा में उनके वंशजों द्वारा करवाये हुए कर्म कांड की रसीद है जो रोहतक के (गुमनाम) इतिहासकार श्रीमान विनोद कुमार पंचोली जी के कार्यालय में सुरक्षित है।
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पंचोली जी के पूर्वजों ने यह अभिलेख अपनी बहियों में सुरक्षित किया था। उनके पूर्वजों ने महाराजा रणजीत सिंहजी के देहावसान के बाद पिहोवा में पिंडदान की रस्म निभाई थी।
महाराजा रणजीत सिंह "सांसी" जाति के थे!! सिक्खों को हिन्दू धर्म/ कर्मकांड से अलग बताने की कोशिश 1905 से हो रही है !!