प्रचारक (रा.स्व.संघ),प्रान्त संघटन मंत्री (दिल्ली प्रदेश),संस्कृतभारती Sanskrit, without a doubt, is 1 of d oldest and most important language in d world.
Sep 27, 2021 • 11 tweets • 5 min read
कृष्ण कौन है?
जो कर्म द्वारा मन के, समाज के परिष्करण का मार्ग प्रशस्त करता है वह #कृष्ण है... | संस्कृत की 'कृष' धातु में 'ण' प्रत्यय जोड़ कर 'कृष्ण' बना है जिसका अर्थ आकर्षक व आनंद स्वरूप कृष्ण है।
संसार के इतिहास का सारा आध्यात्मिक व्याख्यान ही भगवान श्री कृष्ण के जीवन में अन्तर्निहित है। यदि वेदव्यास, आदि शंकराचार्य, महर्षि दयानन्द आदि वेदज्ञ ऋषि ज्ञान की परोक्ष संस्कृति के किनारे हैं, यदि श्रीरामचन्द्र भगवान कर्म की किसी अपूर्व धवल जाह्नवी के तट पर हैं, तो
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