How to get URL link on X (Twitter) App
गुजरात के आदिवासी जिले डांग में जिस पर ईसाई मिशनरियों और इस्लामिक संगठनों की बुरी नजर थी जहां लालच देकर बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन का काम हो रहा था वहां अब बड़े पैमाने पर ईसाइयों को मूल धर्म में वापस लाया जा रहा है हिंदू संस्कृति का प्रचार किया जा रहा है
रेलवे अंग्रेजों के कारण नहीं बल्कि नाना के कारण भारत आयी । भारत में रेलवे आरम्भ करने का श्रेय हर कोई अंग्रेजों को देता है लेकिन श्रीनाना जगन्नाथ शंकर सेठ मुर्कुटे के योगदान और मेहनत के बारे में कदाचित कम ही लोग जानते हैं ।
झारखंड के उत्तर पूर्वी इलाके पाकुड़, राजमहल में पहाड़िया बड़ी मात्रा में रहते थे, जो बाद में संथाल परगना बन गया, वहां अंग्रेजो ने मनसबदार नियुक्त किए
महर्षि भास्कराचार्य की पुत्री लीलावती हैं! आज गणितज्ञों को गणित के प्रचार और प्रसार के क्षेत्र में लीलावती पुरूस्कार से सम्मानित किया जाता है!
लोगों ने कहा, अच्छा! तुम लोगों को उनके असली नाम से बुलाना पसंद करती हो? तो ठीक है, हम भी अब तुम्हें तुम्हारे असली नाम से बुलायेंगे और उन्होंने उसे बुलाना शुरू कर दिया 'महुआ लार्स ब्रोरसन'! अब महुआ को समझ आया कि उसने क्या किया है। पर अब पछताये होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
राघवेंद्र सिंह के पिताजी भी पुलिस में थे और उन्नाव में चुनावी ड्यूटी के दौरान बूथ कैप्चर करने वाले गुंडों से मुकाबला करते शहीद हुए थे 😨👿😡राघवेंद्र पढ़ने में बहुत होशियार थे लेकिन पिता के शहीद होने के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधे पर आई
भारतीय बच्चा - सुनिए ! देवनागरी वर्णक्रम । पहले स्वर अ आ इ ई जिनका उच्चारण स्वतंत्र रूप से हो सकता है। फिर व्यंजन जिन्हें स्वर के बिना नहीं उच्चारित किया जा सकता है। शब्द / ध्वनि कंठ, तालु, मूर्धा, दन्त से होती हुई ओष्ठ की ओर आती है।
साठ साल की उम्र में रिटायर हुए कलमपुडी राव, बेटी के साथ अमेरिका में पोते-पोतियों के साथ रहने गए
और विश्व के सबसे ऊंचे संस्थान में पढ़ कर बीता .. इनके Ph. D. का थीसिस था Essay on Banking .. इन्होने ऐसे ऐसे संस्थानों में पढ़ाया है लोगों को कि हमारे जैसे लोगों को उन संस्थानों का नाम सुनके दिमाग चकरा जाता है ...
हालांकि निर्णय की कॉपी मुफ्त मिलने का नियम है अपराधी को।। मगर जजो ने कानून को माना ही कब...अतः व्यक्ति को उस कॉपी को निकलवाना पड़ता है, जिसमे 1 दिन से 15 दिन तक का समय लगता है।
जब यह अपने समर्थकों सहित पुलिस थाने पर तलवारों से हमला कर दिया कई पुलिसवालों को घायल कर दिया तब आपने इसकी सारी मांग मांग कर इसके आदमियों को रिहा क्यों कर दिया ? आपने सीधे-सीधे एक अलगाववादी उदण्ड व्यक्ति के सामने सरेंडर कर दिया
इतने प्रतिभाशाली लोग हैं कि इतनी शानदार तरीके से भी money-laundering की जा सकती है
जो शायद किसी भी स्वाभिमानी भारतीय को नीचा दिखाने केलिए ही था !
यदि तुम मुझे पौराणिक कथाओं की सार्थकता नहीं समझा सके तो मैं तुम्हे भी इसी भस्म में मिला दूंगा।