Suraj Pandey (Graduate) Profile picture
विवादित, फ़ार्मासिस्ट. विवाहित. KOHLI X IBRAHIMOVIC AGGRESSION FAN. Soy un fanático de los deportes. Right arm off spin with clean action. Capitan @DaddaXi
Jul 25, 2021 5 tweets 2 min read
Success has many fathers but failure is an orphan.

वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप में भारत के नाम दर्जनों मेडल्स हैं. लेकिन प्रिया मलिक जितनी बधाई किसी को नहीं मिली. आज से पहले 97.6 पर्सेंट लोगों को पता ही नहीं था कि ऐसा कोई टूर्नामेंट भी होता है. लेकिन फिर, बात वही है. ये चार साल में एक बार आने वाले ओलंपिक्स का जोश जो करा दे कम है.

गोल्ड मेडल आया तो इन महामूर्खों को दिखा मौका. और झट से सेलिब्रेट कर लिया. फिर ये कौन देखे कि कहां से आया. अभी ओलंपिक्स चल रहे हैं तो वहीं से आया होगा. इतनी खोजबीन कौन करे, कहीं पिछड़ गए तो?
Jul 23, 2021 25 tweets 7 min read
उम्मीद बोनस एपिसोड-
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साल 2016 के वो तीस सेकेंड जिन्होंने IAS सुहास एलवाई को Tokyo2020 पैरालंपिक्स तक पहुंचा दिया

मंगलवार 29 नवंबर, 2016. यूपी का जिला आजमगढ़. पूरा शहर जश्न की तैयारी में था. लोग बेहद खुश थे. और आश्चर्य की बात ये कि इस खुशी में न तो गन्ना शामिल था और न ही धान. इन दो फसलों के लिए मशहूर आजमगढ़ की खुशी का कारण सुदूर कर्नाटक में जन्मा एक 33 साल का युवा था. जो उस वक्त शहर का हाकिम होने के साथ नंबर एक का बैडमिंटन स्टार भी था. शायर कैफी आज़मी का ये शहर इस रोज़ सुहास लालिनकेरे यतिराज यानी सुहास एलवाई के तराने गा रहा था.
Jul 14, 2021 24 tweets 6 min read
उम्मीद एपिसोड-5

अब ओलंपिक्स मेडल लेकर आएगी बचपन में लकड़ी बीनने वाली लड़की?

क़रीब 14 साल पहले की बात है. मणिपुर की राजधानी इम्फाल से लगभग 20 किलोमीटर दूर पड़ने वाले एक गांव की पहाड़ियों पर दो बच्चे पसीने से तरबतर खड़े थे. जलावन की लकड़ियां लेने घर से निकले 16 साल के सनातोम्बा मीटी और उनकी 12 साल की बहन की समझ नहीं आ रहा था, कि अब करें क्या. आसपास कोई मदद करने वाला भी नहीं था और सनातोम्बा से लकड़ियों का गट्ठर उठे ही ना. तभी उनकी बहन ने कहा,

‘मैं उठाऊं क्या?’
Jul 13, 2021 23 tweets 6 min read
उम्मीद एपिसोड-4

इस बार ओलंपिक्स मेडल जीत पाएंगी 'पुनर्जन्म' लेकर लौटी विनेश फोगाट?
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बचपन में जब हमें खेलते-खेलते चोट लगती थी तो घर के बड़े-बुजुर्ग हमें चुप कराने के लिए कहते थे- चोट खेल का हिस्सा हैं. बड़े हुए तो समझ आया कि बात सही तो थी लेकिन इतनी सीधी नहीं. चोट खेल का हिस्सा तो है लेकिन इसे खेल में कोई चाहता नहीं, ये जबरदस्ती घुसपैठ करती है. कई बार तो प्लेयर्स इससे उबरकर वापसी कर लेते हैं, लेकिन कई दफा ये चोट करियर भी खत्म कर जाती है.

उम्मीद के हमारे चौथे एपिसोड में आज बात ऐसी ही एक प्लेयर की, जिसे चोट ने और बेहतर बना दिया.
Jul 12, 2021 16 tweets 5 min read
उम्मीद एपिसोड-3

ग़रीबी को तो पटक दिया लेकिन ओलंपिक्स मेडल की रेस जीत पाएगा 'योगी का चेला'?
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ग़रीबी. तंगहाली या गुरबत. वो शय जिसकी चपेट में आने वाला परेशान ही रहता है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस शय को ऐसा पटकते हैं, कि फिर ये लौटकर उनके पास नहीं जा पाती. दी लल्लनटॉप की Tokyo2020 स्पेशल सीरीज ‘उम्मीद’ के तीसरे एपिसोड में आज बात ऐसे ही एक एथलीट की, जिसने ग़रीबी को अपने रास्ते में नहीं आने दिया. और ऐसा दांव चला कि आज पूरी दुनिया उसकी फैन है.

# कौन हैं Bajrang Punia?

बजरंग पूनिया.