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Jan 12, 2021 • 16 tweets • 12 min read
कविताएं भावनाओं सी होतीं
शब्दों को पद्यों में पिरोतीं
सपनों का यथार्थ रूप
कविता अंधकार में धूप
क्रांति लाती कविताएं
हास्य से मन मोह जाएं
गंभीरता से भरे कुछ शब्द
सोचने को मनुष्य विवश
आहट ये विश्वास सा
भूत भविष्य आज का
समाज का सटीक चित्रण
कविता कामनाओं का उदाहरण #Kवी#youthday
छत ये मिट्टी की
सोने नहीं देती
बारिश का डर तो
हर वक़्त बना रहता
निश्चल है ये मन
मस्तिष्क मगर फिर भी
जाने क्यों मचलता सा
होनी से डरता सा
एक दिन अपने छत को
पक्का मैं बनाऊँगा
पर मिट्टी तो फिर भी
वो साथ में आएगी