Educator by Profession
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।उत्सव मेरी जाती,आनंद मेरा गोत्र है। जो देखता हूँ बस निष्कपट बोल देता हूँ।
Aug 15, 2020 • 4 tweets • 4 min read
Pics of the day
मनुष्य जाति के अस्तित्व का आधार है, राष्ट्र।
"वयं तुभ्यं बलिहृतः स्याम।"- अथर्व०
हम सब मातृभूमि के लिए बलिदान देने वाले हों।
"माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः"-अथर्व०
भूमि मेरी माता है और मैं उस मातृभूमि का.1/3 #वंदेमातरम 🙏 🇮🇳 #IndependenceDayIndia
पुत्र हूँ ।
"उपस्थास्ते अनमीवा अयक्ष्मा अस्मभ्यं सन्तु पृथिवि प्रसूता:
दीर्घं न आयु: प्रतिबुध्यमाना वयं तुभ्यं बलिहृत: स्याम।" -अथर्व०
हे मातृभूमि! हम सर्व रोगरहित और स्वस्थ होकर तेरी सेवा में सदा उपस्थित रहें. 2/3 #वंदेमातरम 🇮🇳🙏 #IndependenceDayIndia #IndependenceDay2020
Jul 14, 2020 • 5 tweets • 2 min read
एक पत्र। #परीक्षापरिणाम
प्रिय मित्र,
सच्च यही है कि नंबर कभी भी सफलता का घोतक नही हो सकते हैं। ये महज एक छणिक आनंद का विषय है । यकीन मानिए ये आपके भावी जीवन का आधार नही है ।
इस व्यावसायिक युग में एक कोचिंग इंस्टिट्यूट का संचालक होने के नाते एक व्यावसायिक
धर्म है कि नंबर के आधार पर विद्यार्थियों का प्रचार प्रसार करे; लेकिन सिर्फ विषयों के नंबर आपके जीवन का अंतिम परिणाम नही है। जो विद्यार्थी इस दिखावटी दौड़ में पीछे छूट गए हैं (जिन विद्यार्थियो के प्राप्तांक कम हैं) मेरा उनसे यही कहना है जीवन की सच्चाई इन
Apr 14, 2020 • 4 tweets • 1 min read
बाबा साहेब बनाम अम्बेडकरवादी।
डॉ अम्बेडकर की जयंती पर विशेष।
एक नया काम डॉ अम्बेडकर के नाम पर प्रचलित हुआ है। इसका उद्देश्य केवल डॉ अम्बेडकर के नाम का प्रयोग कर अपरिपक्व लोगों को भड़काता है। इनकी मान्यताएं डॉ अम्बेडकर की मान्यताओं के सर्वथा विपरीत है। देखिये कैसे-
1. डॉ अम्बेडकर- आर्य लोग बाहर से नहीं आये थे। Aryan invasion theory पश्चिमी लेखकों की एक कल्पना मात्र है।
अम्बेडकरवादी- दलित लोग भारत के मूलनिवासी हैं। उन्हें ब्राह्मण आर्यों ने हरा कर इस देश पर कब्ज़ा कर लिया। सभी ब्राह्मण आर्य हैं, सभी दलित अनार्य हैं।