दादा जी एक किसान थे, किसी तरह अपने बेटों को 10th पढ़ाया। पापा जी किसी तरह 12th किसी तरह पढ़ाई की। चुकीं ज्वाइंट फैमिली में रहते थे तो सिर्फ खेती पे सब कुछ कर पाना मुश्किल था, तो पापा दूसरे शहर चले गए, वहां जा कर खलासी कि नौकरी की, किसी तरह फिर ट्रक चलाना सीखा। #मोदी_रोजगार_दो
और उस नौकरी के पैसे गांव का कच्चा मकान के कुछ हिस्से को पक्का बनवाया। हम भी तीन भाई गांव पे ही रहते थे दिन में स्कूल और बाकी बचे समय में खेतों में काम करते थे, पापा जब भी आते थे तो खुश बहुत होते थे क्यूंकि आते थे तो मिठाई ले कर आते थे और जब तक रहते थे। #मोदी_रोजगार_दो