Surendra Chaudhary Profile picture
Aquarius Human, promote print media Pharmagonasist,Freelance Journalist
May 26, 2023 17 tweets 4 min read
देवानंद के बड़े भाई फिल्म निर्माता चेतन आनंद द्वारा 1965 में बनी फिल्म 'हकीकत' को भारतीय सिनेमा में युद्ध पर बनी सबसे कालजयी मूवी माना जाता है। इस फिल्म को बनाने से पहले चेतन आनंद महज 25 हजार रुपए का इंतजाम न होने के कारण बेहद परेशान थे और फिर कैसे उनकी परेशानियां दूर हुईं Image और हकीकत में उनका सपना कैसे सच हुआ, ये तमाम बातें बेहद दिलचस्प हैं,

बिग एफएम रेडियो पर आने वाले कार्यक्रम 'सुहाना सफर विद अनु कपूर' में जब इस दिलचस्प किस्से का पिटारा खुला तो रोंगटे खड़े हो गए...अनु कपूर ने बताया कि बात 1962 के आखिरी महीने में 'क्रिसमस' के बाद की है।
May 26, 2023 8 tweets 2 min read
साफ़ सुथरी कॉमेडी फिल्म अंगूर
संजीव कुमार और देवेन वर्मा की जोड़ी ने दमदार कॉमेडी किया।
गुलजार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘अंगूर’ (Angoor) 5 मार्च 1982 में रिलीज हुई थी. संजीव कुमारऔर मौसमी चटर्जी स्टारर इस फिल्म को एक यादगार फिल्म मानी जाती है. Image 40 साल पहले अपनी शानदार कॉमेडी से संजीव ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया था. इस फिल्म में दीप्ति नवल अरुणा ईरानी, देवेन वर्मा जैसे कलाकार भी थे. ‘अंगूर’ फिल्म शेक्सपियर के नाटक ‘द कॉमेडी ऑफ एरर्स’ से प्रेरित है. इसे गुलजार की बेस्ट फिल्मों में से एक माना जाता है.
May 26, 2023 12 tweets 4 min read
मोदी के लिए नफरत की आग में जलता विपक्ष एक बार होने वाले ऐतिहासिक उत्सव के रंग में भंग डालने को उतारू -
प्रतिज्ञा करो,कभी इस संसद भवन में पैर नहीं रखेंगे -

अंग्रेजी में एक कहावत है “Opportunities Lost Are Never Regained” -जिस नई संसद के निर्माण के लिए 2012 में लोकसभा की तत्कालीन ImageImageImage स्पीकर मीरा कुमार ने Approval दिया था और जिस पर कांग्रेस सरकार काम नहीं कर सकी लेकिन मोदी ने उस परिकल्पना को पूर्ण किया और यही विपक्ष को रास नहीं आ रहा -

क्या पहले इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए संसद में किसी भवन का उद्घाटन नहीं किया, यदि वह उचित था
May 26, 2023 10 tweets 2 min read
बंगाल विश्व की एकमात्र सभ्यता है जिसे खुद बंगालियों ने ही लूटा है। आज महाराष्ट्र सबसे अमीर राज्य है तो उसका एक बहुत कारण बंगाल की बर्बादी भी है।

बात 1947 की है जब कोलकाता को एशिया का लंदन कहा जाता था। बिरला, टाटा, फिलिप्स, जेके ग्रुप जैसे ब्रांड किसी समय दिल्ली मुंबई नही बल्कि कोलकाता से चलते थे। 1977 में कांग्रेस की हार हुई और कम्युनिस्ट पार्टी का आगमन हुआ। ज्योति बसु मुख्यमंत्री बने और सिलसिला शुरू हुआ बंगाल के बर्बाद होने का।

बंगाली मजदूरो ने कम्युनिस्टों के बहकावे में आकर हड़तालें शुरू कर दी,
May 26, 2023 23 tweets 5 min read
5000 साल पहले ब्राह्मणों ने हमारा बहुत शोषण किया ब्राह्मणों ने हमें पढ़ने से रोका। यह बात बताने वाले महान इतिहासकार यह नहीं बताते कि,100 साल पहले अंग्रेजो ने हमारे साथ क्या किया। 500 साल पहले मुगल बादशाहों ने क्या किया।। Image हमारे देश में शिक्षा नहीं थी लेकिन 1897 में शिवकर बापूजी तलपडे ने हवाई जहाज बनाकर उड़ाया था मुंबई में जिसको देखने के लिए उस टाइम के हाई कोर्ट के जज महा गोविंद रानाडे और मुंबई के एक राजा महाराज गायकवाड के साथ-साथ हजारों लोग मौजूद थे जहाज देखने के लिए।
May 25, 2023 6 tweets 2 min read
कहानी फिल्मी नहीं है

जब धर्मेंद्र की दरियादिली से पूरी हुई एक अधूरी फिल्म ।

धर्मेंद्र जब मुंबई अभिनेता बनने आए और फिल्मों में काम करने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे तब उनको एक फिल्म मिली शोला और शबनम। शोला और शबनम के कुछ प्रिंट धर्मेंद्र ने मशहूर निर्माता निर्देशक बिमल रॉय को दिखाए Image बिमल रॉय ने वो प्रिंट में धर्मेंद्र की अदाकारी देख कर धर्मेंद्र को उनकी अपनी फिल्म बंदिनी में अभिनेय करने का मौका दिया और बंदिनी धर्मेंद्र के लिए मील का पत्थर साबित हुई और लगातार उनको फिल्मे मिलने लगी जिससे वो एक बड़े स्टार बन गए।
May 25, 2023 11 tweets 3 min read
साल 1965 की बात है। मशहूर अभिनेता देव आनंद ‘गाइड’ बना रहे थे। फिल्म के संगीत का जिम्मा एसडी बर्मन पर था। अचानक एक बड़ा हादसा हुआ। बर्मन दादा को हार्ट अटैक हुआ। उन्हें इलाज और आराम दोनों की जरूरत थी। ऐसे मुश्किल वक्त में देव आनंद ने एक बड़ा फैसला लिया। Image उन्होंने फिल्म की शूटिंग छह महीने के लिए टाल दी।

देव आनंद ने कहा कि इस फिल्म का संगीत तो बर्मन दादा ही तैयार करेंगे, उसके लिए चाहे उन्हें छह महीने इंतजार क्यों न करना पड़े। इस बीच कुछ और बड़े निर्देशकों ने एसडी बर्मन को दिया हुआ काम वापस लेकर किसी और संगीतकार से कराया,
May 24, 2023 4 tweets 1 min read
‘दाग’ यशराज बैनर तले बनने वाली पहली फिल्म थी. ये बैनर आज देश की सबसे बड़ी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी बन चुका है. यश चोपड़ा पहले अपने भाई बी आर चोपड़ा के साथ काम करते थे. जब उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस की नींव रखी तो उन्हें शुरुआती दौर में पैसे की काफी दिक्कत हुई. . Image यश ने राजेश खन्ना से जब अपनी फिल्म में काम करने को कहा तो उन्होंने फिल्म में काम करने के लिए हामी भी भरी और ये भी कहा कि उन्हें मेहनताना तब दें जब उन्हें फाइनेंसर मिल जाए
यश चोपड़ा पहली बार बने निर्माता-निर्देशक‘दाग’ फिल्म के दौरान राजेश खन्ना ने बहुत को-ऑपरेट किया.
May 24, 2023 5 tweets 2 min read
राजेंद्रकुमार और सायराबानो ने ‘आई मिलन की बेला’,‘अमन’,‘झुक गया आसमान’ जैसी फिल्मों में साथ काम किया और पर्दे पर दोनों की केमिस्ट्री बेहद सराही गई.मीडिया खबरों की मानें तो कमसिन और बला की खूबसूरत सायरा का दिल राजेंद्र कुमार पर आ गया था. वहीं राजेंद्र के दिल का हाल भी कुछ ऐसा था. Image हालांकि राजेंद्रकुमार शादीशुदा और दो बच्चों के बाप भी थे.सायरा हर हाल में राजेंद्रकुमार को जीवनभर के लिए अपना हमसफर बना लेना चाहती थीं.
मीडियारिपोर्ट्स के मुताबिक सायरा और राजेंद्र की मोहब्बत इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि सायरा की खातिर एक्टर अपना भरा पूरा परिवार छोड़ने को तैयार था।
May 24, 2023 8 tweets 2 min read
एक स्त्री वह औरत है जिसे बाकायदा हर महीने माहवारी आती है। वहीं माहवारी जिसको स्त्री अपने 11 साल के उम्र से हर महीने बर्दाश्त करती है। यह माहवारी उनका चॉइस नहीं होता। यह तो कुदरत का दिया हुआ एक वरदान होता है।
वहीं माहवारी जिसमे पूरा शरीर अकड़ जाता है। कमर टूटने लगती है। Image पेट का दर्द असहनीय होता है। और मानसिक तनाव इतना की सामान्य दिनों में सिर्फ सोच कर ही सिहरन पैदा हो जाती है।

हर महीने के माहवारी के दर्द को बर्दाश्त कर अपने आप को अगले महीने के लिए फिर से दर्द सहने के लिए तैयार कर लेना किसी जंग जितने से कम नहीं।
May 24, 2023 8 tweets 2 min read
नन बनते समय लडकियाँ क्या शपथ लेती हैं ?

जनवरी में मैं गोवा गया था..तो शौंक़िया तौर पर मैं वहाँ कि एक प्रसिद्ध चर्च भी चला गया ! मुझे भी जरा कुछ ज्यादा ही आनन्द आता है धर्म पर चर्चा में और वहाँ उनकी प्रार्थना एवं अन्य कुछ बातों में अपनी रूची दिखानी शुरु की । Image वहां एक ईसाई,जो कि वेशभूषा से कोई फादर टाईप ही लग रहा था, मेरे गले मे जनेऊ देख समझ गया कि,मैं एक हिन्दू हूँ! इसीलिये उसने मुझे भी ईसाई बनाने और शीशे में उतारने के लिए कहा कि...

देखो बेटे,बुरा मत मानना,लेकिन दरअसल सच पूछो तो,हिन्दूधर्म और इस्कॉन पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाना चाहिये.
May 23, 2023 8 tweets 2 min read
ताइवान के लोग भारतीयों से नफरत करते हैं क्यों...? जानना जरूरी है!

ताइवान में करीब एक वर्ष बिताने पर एक भारतीय महानुभाव की कई लोगों से दोस्ती हो चुकी थी, परंतु फिर भी उन्हें लगा कि वहाँ के लोग उनसे कुछ दूरी बनाकर रखते हैं, Image वहाँ के किसी दोस्त ने कभी उन्हें अपने घर चाय के लिए तक नहीं बुलाया था...?

उन्हें यह बात बहुत अखर रही थी अतः आखिरकार उन्होंने एक करीबी दोस्त से पूछ ही लिया...?

थोड़ी टालमटोल करने के बाद उसने जो बताया, उसे सुनकर उस भारतीय महानुभाव के तो होश ही उड़ गए।
May 23, 2023 6 tweets 2 min read
कहानी फिल्मी नही है

जब एक वेटर बना फिल्म स्टंट डायरेक्टर

एक घर में एक लड़के का जन्म हुआ, पढ़ाई में कुछ नहीं करता था बस खेलता रहता था। मड्डू बाबू शेट्टी नाम था उसका। उसके माता-पिता ने देखा कि ये पढ़ता तो है नही इसलिए उन्होंने उसे अपने एक अंकल के साथ मुंबई भेज दिया, Image जहाँ वो एक ढाबे में वेटर का काम करने लगा, उसे वहां 12 रुपए महीने मिले थे। जब 16 साल का हुआ तो टाटा कंपनी की एक कैंटीन में वेटर का काम मिल गया, टाटा कंपनी में बॉक्सिंग मैच भी होते थे। मुत्थू को बॉक्सिंग मैच देख के उत्सुकता पैदा होती थी।उसका शरीर भी बॉक्सर जैसे था।
May 21, 2023 4 tweets 1 min read
ये थे भागबन साहू ..हमारी आज़ादी की लड़ाई में प्रथम पंक्ति के देशभक्त..आपने नाम भी नही सुना होगा .जीवन के आखिरी वक्त भीख मांगकर गुजारा किया ..जेल में अंग्रेजों की third डिग्री पिटाई सही,लकवाग्रस्त हुए.. और तस्वीर देखिए किस तरह इन्हें राजकीय सम्मान और तिरंगा नसीब हुआ ... Image 1907 में उड़ीसा के छतसलि में जन्में ,22 वर्ष की आयु से आज़ादी के संग्राम में अंग्रेज़ों से लोहा लेने लगे,उड़ीसा में सुभाष चन्द्र बोस जी के साथ भी कई महतव्पूर्ण रैली और सम्मेलन में साथ रहे,जेल में बहुत यातनाएं सही पर हर बार बाहर आकर दुगुने जोश के साथ वतन की आज़ादी के लिए लड़े
May 14, 2023 15 tweets 4 min read
सूर्यकुमार यादव को वानखेड़े स्टेडियम में IPL का पहला शतक लगाता देखने के लिए पूरा परिवार मौजूद था। वही परिवार, जिसने सूर्यकुमार यादव को 10 साल तक अंधेरों में घुटते हुए देखा। नाउम्मीदी ऐसी की दुनिया का सबसे बड़ा T-20 बल्लेबाज क्रिकेट छोड़ देना चाहता था। Image सूर्या ने गुजरात के खिलाफ 49 गेंदों पर 11 चौकों और 6 छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 103* रन बना दिया। अपने धमाकेदार प्रदर्शन से मुंबई को 27 रनों से मुकाबला जिता दिया। वह खिलाड़ी जो अगर 10 साल पहले टीम इंडिया में चुन लिया गया होता तो बात ही कुछ और होती।
May 14, 2023 4 tweets 1 min read
मेघालय: दुल्हन की नहीं बल्कि दूल्हे की विदाई होती है
*************
मेघालय ऐसा राज्य हैं जहां पर दुल्हन की नहीं बल्कि दूल्हे की विदाई होती है. बता दें कि मेघालय की तीनों जनजातियों- गारो, खासी एवं जयंतियां में विवाह के पश्चात दुल्हन की जगह दूल्हे की विदाई होती है. Image रिवाज के अनुसार लड़का विवाह के पश्चात लड़की के घर जाकर रहता है. यहां के लोग कहते है कि ये प्रथा पूर्वजों के समय से निभाई जा रही हैं.

पुत्री के जन्म लेते ही मनाया जाता हैं जश्न खासी समुदाय में यदि किसी घर में पुत्री जन्म लेती है तो काफी धूमधाम से खुशियां मनाई जाती है.
May 13, 2023 10 tweets 3 min read
एक चतुर नार: अनेक गीतों से प्रेरणा लेकर पड़ोसन का बहुचर्चित क्लासिक बना.
इस गाने को बनाने के पीछे की कहानी काफी मजेदार है।

हर कृति के पीछे उसकी एक अंतर्कथा उपलब्ध है। अपने देश के क्लासिक्स यूं ही नहीं बनते, उनके पीछे ढेर सारा परिश्रम और थोड़ी प्रेरणा अवश्य रहती है। Image अब बॉलीवुड को अक्सर ही हम “कॉपीवुड” कहते हैं, क्योंकि या तो वह विदेशी गीतों से ट्यून उठाता है या अपने ही किसी क्लासिक गीत का अस्थि पंजर कर देता है। परंतु अगर कोई विभिन्न स्त्रोतों से प्रेरणा लेकर एक अद्भुत रत्न उत्पन्न करें, तो?
May 13, 2023 10 tweets 3 min read
भगवान शिव क्यों रोये थे?

हमने ऐसे किसी भी शक्तिपुंज को अपना देवता नहीं माना जो हमें भयभीत करता हो। किसी का देवत्व उसकी क्रूरता से सिद्ध नहीं होता, देवत्व करुणा से सिद्ध होता है।
भगवान शिव जब पत्नी का शव उठाये बिलख रहे होते हैं, तभी उनकी करुणा उभर कर आती है, Image और दिखता है कि संसार का सबसे शक्तिशाली पुरुष अंदर से कितना कोमल है। उनके भीतर की यही कोमलता सामान्य मनुष्य के अंदर यह विश्वास जगाती है कि वे कृपालु हैं, करुनानिधान हैं, और इसी कारण हम मानते हैं कि वे पूजे जाने योग्य हैं।
ऐसा केवल महाशिव के साथ नहीं है।
May 12, 2023 7 tweets 2 min read
●शीला रमानी
. स्टारडम ऐसा कि सड़क पर चलना हो जाता था मुश्किल और जब फिल्में छोड़ी तो मिली गुमनामी की मौत
देव आनंद के साथ 'फंटूश' और 'टैक्सी ड्राइवर' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम कर चुकीं 50 के दशक की अभिनेत्री ,
. Image शीला रमानी ने देव आनंद के साथ 'फंटूश' और 'टैक्सी ड्राइवर' जैसी फिल्मों में काम किया। टैक्सी ड्राइवर के बाद शीला रातों रात स्टार बन गईं। उनका स्टारडम कुछ ऐसे वक्त से साथ बढ़ता चला गया कि सड़क पर चलना मुश्किल हो गया। वो जहां जातीं फैंस की भीड़ उन्हें घेर लेती थी।
May 12, 2023 18 tweets 5 min read
#यादों_के_झरोखे_सेः #जब_नेहरू_ने_खरबपति #डालमिया_को_मिट्टी_में_मिला_दिया

#टाटा_बिड़ला_और_डालमिया ये तीन नाम बचपन से सुनते आए है मगर डालमिया घराना न कही व्यापार में नजर आया और न ही कहि ओर ,
डालमिया घराने के बारे में जानने की बहुत इच्छा थी Image लीजिए आप भी पढ़िए की नेहरू के जमाने में खरब पति डालमिया को साजिशो में फंसा के नेहरू ने कैसे बर्बाद कर दिया
राष्ट्रवादी खरबपति सेठ रामकृष्ण डालमिया को नेहरू ने झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिया तथा कौड़ी-कौड़ी का मोहताज़ बना दिया ।
May 12, 2023 15 tweets 3 min read
बुद्ध एक कल्पना है बुद्ध एक कल्पना है। या
☺️ जिसे कनिष्क ने अपने समय स्थापित किया । असल में महावीर जैन ही बुद्ध है 😌
#एक_सवाल
बुद्ध का प्रमाण सिर्फ पत्थरों के स्तम्भ और बौद्ध ग्रंथो में ही मिलते है जो सिर्फ एक पत्थर पर कल्पना होनें के प्रमाण है नाकि बुद्ध के वास्तविक होने के! बुद्ध का पूरा का पूरा Concept महावीर स्वामी से चुरा लिया गया है एवं जीवनी हिन्दू और जैन ग्रंथों से चुराया,
महावीर स्वामी का जन्म बुद्ध से पहले का है,आप भी देखे कैसे काल्पनिक बुद्ध को पैदा करवाया गया।
🤔1-महावीर स्वामी के पिता का नाम सिद्धार्थ था तो बुद्ध का नाम भी सिद्धार्थ था।