Adv.Vivekanand Gupta Profile picture
ॐ Nation First Secretary @BJP4Mumbai हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए Grandson of Freedom Fighter
Sep 3, 2022 7 tweets 6 min read
सोचिये...
Historian मैथ्यू व्हाइट ने इतिहास की 100 सबसे भयावह नृशंस घटनाओ पे एक पुस्तक लिखी थी जो वर्ष 2011 में प्रकाशित हुई थी*
लेखक के अनुसार, *द्वितीय विश्व युद्ध* कुल 6.60 करोड़ लोगो की हत्या के कारण *सम्पूर्ण इतिहास में सबसे क्रूर घटना है*.
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*दूसरे नंबर पे चंगेज खान और चीन के माओ है* जिन्होंने 4 करोड़ लोगो की नृशंस हत्या की.
_चंगेज ने उस समय की कुल जनसँख्या का 11.1 प्रतिशत को अकाल मृत्यु दे दी._
*नवे नंबर पे तैमूर है* जिसने 1.7 करोड़ लोगो को मौत के घात उतार दिया, जो _विश्व की कुल जनसँख्या का 4.7 प्रतिशत था._
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Mar 15, 2022 9 tweets 2 min read
Kashmir....
राजीव गांधी देश के PM रहे 31 Oct 1984 से  2 Dec 1989 तक

भाजपा नेता टिक्का लाल टपलू जिनकी हत्या से कश्मीर नरसंहार की शुरूआत होती है उनकी घर में घुसकर हत्या हुई 14 सितंबर 1989 को यानि जब टिक्का लाल जी को मारा गया तब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे ।
Contd. टिक्का लाल टपलू जी के हत्या के बाद 4 नवंबर 1989 को जम्मू कश्मीर के हाईकोर्ट के जज नीलकंठ गज्जू जी को घर में घुसकर मार दिया गया तब भी राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे।

1986 Kashmir riots जिससे सैकड़ों कश्मीरी पंडित मारे गए तब भी राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे।
Contd....
Mar 15, 2022 6 tweets 5 min read
मैं नहीं देखूँगा - द कश्मीर फाइल्स !!😞

_फिल्म मेकर की कमाई से क्या कश्मीरी पंडितों को फायदा मिल जायेगा???_
`मगर ....

मैं देखूँगा!!!

मैं वो फिल्म इसलिए देखूँगा कि मुझे आग की उस तपिश को महसूस करना है, जिस आग में वर्षो से हमारे कश्मीरी भाई बहनों की आत्माएँ सुलग रही है। मैं जानना चाहूँगा कि जब एक सत्ताधारी ने सहानुभूति जताने के लिए भी नफरत के साथ नकार दिया तो बाराँ नरसंहार के रोते बिलखते घायलों पर क्या बीती थी???

सिनेमा हॉल में हमारी भीड़ कश्मीरी पंडितों के उन जख्मों पर एक मरहम होगा , जिसे कभी भी जख्म समझा ही नहीं गया !!!
Feb 13, 2022 11 tweets 6 min read
इस चुभते सत्य का समर्थन👇🏻

मुस्लिम के कलम से....(हिजाब के सम्बन्ध में)

भगवा धोती तिलक कौन रोक रहा है सर?
हिंदू ही लोग तो पीछा छुड़ाएं बैठे है इन चीजों से,मुस्लिमो ने अपनी जड़े न कल छोड़ी थी न आज छोड़ने को राजी है,हिंदू लोगो को तो खुद कुछ साल पहले तिलक,भगवा,शिखा,से शर्म आती थी, हिंदूी लोगो ने आधुनिकता के नाम पर सब कुछ त्याग दिया, आप नहीं त्यागते तो स्कूल में धोती कुर्ता पहनना नॉर्मल माना जाता, बीएचयू में डिग्री लेते वक्त बच्चो का भारतीय पारंपरिक पोशाक पहनना खबर बनता है, जबकि ये तो नॉर्मल होना चाहिए था न? ....