History || Jyotish || Posting Threads🧵Everyday || नमश्चण्डिकायै【࿗】 https://t.co/JqmXNBlag8
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Mar 24 • 12 tweets • 2 min read
सावधान रहें ,इन अशुभ संकेतों से जो संकेत शुभ नहीं होते समझ लो कि धन हानि या दरिद्रता का आगमन होने वाला है 🧵
यदि गृहस्वामिनी के हाथ से बार बार बिना किसी कारण के भोजन नीचे जमीन पर गिरता है। समझ लो कि धन हानि या दरिद्रता का आगमन होने वाला है
Mar 24 • 8 tweets • 3 min read
नवरात्रि में करे दुर्गा कवच का पाठ एवं कवच सिद्धि 🧵
दुर्गा कवच एक अत्यंत शक्तिशाली और पवित्र स्तोत्र है, जो 47 मंत्रमय श्लोकों से युक्त है। यह स्तोत्र साधक को नकारात्मक ऊर्जाओं और अशुभ शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है, मानो एक अभेद्य कवच की तरह , ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति नियमित रूप से, पूर्ण श्रद्धा और शुद्ध उच्चारण के साथ दुर्गा कवच का पाठ करता है, वह सभी प्रकार की बीमारियों और बाधाओं से सुरक्षित रहता है।
Mar 23 • 5 tweets • 2 min read
आप सबने हनुमान चालीसा अवश्य पढ़ा है , क्या आप जानते है सर्वकार्य सिद्धि हेतु 'श्री हनुमान चालीसा अनुष्ठान' सरल व शीघ्र फलदायी तन्त्र साधना है। 🧵
विधि यहाँ जानिये
पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यदि इस साधना को विधिपूर्वक सम्पन्न किया जावे तो मन वांछित फल की प्राप्ति अवश्य होती है। इस साधना को विधिपूर्वक सम्पन्न किया जावे तो वांछित फल की प्राप्ति अवश्य होती है।
श्री हनुमान चालीसा के अनुष्ठान से साधक की मनोकामना पूरी होती है। भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, विद्या, बुद्धि, शत्रु नाश, आजीविका, धन प्राप्ति की प्रार्थना करने पर हनुमान जी अवश्य साधक की कामना पूर्ण करते हैं।
Mar 23 • 10 tweets • 3 min read
कलयुग में दान धर्म का प्रमुख चरण है, आपको किस ग्रह के अनुसार क्या दान करना चाहिए 🧵
अवश्य पढ़े एवं share कीजिए 1.
Mar 23 • 21 tweets • 9 min read
कुछ प्रमुख गायत्रियों का विवरण प्रभाव के साथ बता रही हूँ, आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है एक बार प्रांत काल में अपने इष्ट का गायत्री मंत्र सूर्य को प्रणाम करते हुए केवल मौन रह पढ़े भरपूर लाभ उठायेंगे । 🧵
1. गणेश गायत्त्री- अक्षर-तत्, देवता- गणेश जी ।
प्रभाव - गणेश ऋद्धि-सिद्धि के देवता हैं। विघ्न-विनाशक हैं। सफलता के अधिष्ठाता हैं और शीघ्र प्रसन्न होने वाले
है , हर शुभ कार्य में सर्वप्रथम गणपति की पूजा करनी होती है। इससे वह कार्य निर्विघ्न पूर्ण होता है । वह बुद्धिमानों में श्रेष्ठ हैं और ज्ञान के भंडार है ।
प्रभाव - नृसिंह शक्ति सम्पन्नता के देवता हैं । प्रहलाद की रक्षार्थ अवतरित होकर हिरण्यकश्यप का संहार किया था। पुरुषार्थ में सफलता देने में समर्थ है। वीरता, ओज, शौर्य पराक्रम, शक्ति, सामर्थ्य, जय, धैर्य प्रदान कर अधैर्य, कायरता, पराजय, निर्बलता का नाश करते हैं । जातक को आतंक से बचा कर रक्षा करते हैं।
यह साढ़ेसाती तब शुरू होती है जब शनि व्यक्ति की जन्म राशि से पहले वाले, जन्म राशि के, और उसके बाद वाले तीन राशियों में से गुजरता है। कुल मिलाकर यह अवधि लगभग 7.5 वर्षों तक चलती है।
ये उपाय साढ़ेसाती के बुरे प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं
1. शनि मंत्र का जाप
• ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का नियमित रूप से जाप करना साढ़ेसाती के निवारण में अत्यधिक प्रभावी माना जाता है।
• प्रति दिन 108 बार इस मंत्र का जाप करें, विशेषकर शनिवार के दिन।
2. हनुमानजी की पूजा
• हनुमानजी को शनि का नियंत्रक माना जाता है। इसलिए हनुमानजी की नियमित पूजा करने से शनि के बुरे प्रभाव कम हो सकते हैं।
• हनुमान चालीसा और संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ करें, विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार के दिन।
Mar 22 • 9 tweets • 3 min read
मच्छ मणि, की कहानी जुड़ी है हनुमान जी के पुत्र मकरध्वज से 🧵
मच्छ मणि करती है शनि, राहु के साथ कुंडली के दोषों से रक्षा, जानिए कैसे?
मच्छ मणि कोई साधारण रत्न नहीं है यह बहुत ही दुर्लभ मणि है। इसे पहनने वाले व्यक्ति को जीवन के हर प्रकार के तनाव से मुक्ति मिलती है और उसका जीवन सुखी बनता है।
यह राहु बाधा निवारण के लिए अचूक उपाय है। मछलियों के अंदर कई रंग के पत्थर बनते हैं जो अधिक धन और देवताओं का आशीर्वाद देते हैं। मच्छ मणि मछली की आंख की तरह होती है। इस मणि के प्रभाव से बहुत अच्छा होता है धन एवं स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।
Mar 21 • 7 tweets • 3 min read
ऐसे लोग बहुत होंगे जो बहुत पूजा पाठ करते है एवं धार्मिक है किंतु परिवार में सुख शांति नही जो धन आता है किंतु टिकता नही 🧵
कुलदेवी की कृपा से वंचित है ,जानिए कैसे करे पूजा
शादी नही होती , शादी किसी तरह हो गई तो संतान नही होती । घर में कोई तरक्की बरकत नहीं होती। गृह क्लेश बना रहता है। घर परिवार में किसी की नहीं बनती
ये संकेत है की आपके कुलदेव या देवी आपसे रुष्ट है | आपके ऊपर से सुरक्षा चक्र हट चूका है जिसके कारण नकारात्मक शक्तिया आप पर हावी हो जाती है । फिर चाहे आप कितना पूजा पाठ करवा लो , कोइ लाभ नही होगा ।
Mar 21 • 6 tweets • 3 min read
इतिहास में कुछ तारीखें महत्वपूर्ण हो जाती हैं , केवल वह घटनाएं जो बस घटना बन के रह गई 🧵
24 जनवरी 1966, मुंबई से न्यूयॉर्क जा रहा एयर इंडिया का बोइंग विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी। इसी विमान में होमी जहांगीर भाभा भी सवार थे। कहा जाता है कि इस विमान दुर्घटना का रहस्य आज तक नहीं खुल पाया है।
Mar 21 • 11 tweets • 3 min read
औरंगजेब के वो 10 काले कारनामे, जिसकी वजह से लोग उसके नाम पर थूकते हैं !- Thread🧵
1 ) सत्ता के लिए पिता को जेल में डाला
मुगल बादशाह औरंगजेब ने सत्ता को पाने के लिए अपने पिता को ही बंदी बनाकर रखा। जब उसके पिता बादशाह शाहजंहा बीमार पड़ गए, तो उनके तीन पुत्रों दारा शिकोह, औरंगजेब और मुराद बख्श में सत्ता की लड़ाई होने लगी। इसी दौरान औरंगजेब ने शाहजहां को ही बंदी बना लिया।
Mar 20 • 13 tweets • 3 min read
कहा कहां पर है स्थित है भगवान शिव के १२ ज्योतिर्लिंग 🧵 1.
Mar 20 • 10 tweets • 10 min read
If you are wearing rudraksh and want to wear rudrakash you should check this #thread and read how to energize rudrakash 🧵
▪️What is Rudraksh?
▪️Who can wear a Rudraksha?
▪️What are the precautions to wear a Rudraksha?
▪️Is Rudraksha useful for Meditation or Chanting Mantras only?
▪️Can different faced Rudrakshas be worn at one time?
▪️What are the astrological purposes of Rudraksha?
▪️What is the Vedic Procedure to Energize (Praanpratishtha) a Rudraksha?
▪️General Vedic Procedure to energize a Rudraksha.
▪️ Detailed Vedic Procedure to energize a Rudraksha.
What is Rudraksh?
Rudraksh is the divine power blessed with auspicious energies of Lord Shiva. We get the details about Rudraksha in number of "Granthas" and "Shastras" There are various stories about the origin of Rudraksha. One can find the greatness and detailed literature about the properties of Rudraksha in ancient Vedic scriptures like, Maha Shiva Purana, AkshaMaalikaoapnashida, Srimad Bhagwata, Mantra Maharnava, Padam Purana and Jabbalaoapanishada etc. Rudraksha is believed to have the direct blessings of Lord Shiva, which contains the properties to remove the affects of sins of the wearer. It is even said that if one wears the Rudraksha (in any form) on his body, even without worshiping or energizing it, does not get near any sinful act or thought.
Rudraksh is procured from the trees called ELAEOCARPUS GRANITRUS (it is the botanical name of the tree). The sacred and holy people of India ("Sadhus", "Munis" and "Yogies") are using the Rudraksh from ancient time. They use to wear it on their head, around their arms or neck in the form of rosary or pendant. In the society of religion, Rudraksha is not a new or surprising matter. The Vedic people know and understand the importance of Rudraksha. As per their belief, Rudraksha gets them closer to their God and plays an important role to provide them "MOKSHA".
The word Rudraksh is formed with the combination of two different Sanskrit words, "Rudra" and "Aksha". The word "Rudra" stands for Great Lord Shiva and the word "Aksha" stands for the tears of Rudra (Lord Shiva).
One ancient story explains the origin of Rudraksha. Once upon a time, Lord Shiva was very upset and depressed due to the death of maa "Gauri", his wife. He started crying and roaming here and there in search of "Gauri". And while searching too he was crying and his tears were falling on the earth. This is said that his tears were converted in Rudraksha. Rudrakshas are found in round in India, Nepal and Indonesia. Rudraksha is said to contain the secrets of entire evolution of the Cosmos within it.
Mar 19 • 8 tweets • 3 min read
देशभक्ति सिर्फ शब्दों से नहीं, कर्मों से साबित होती है!"
– और रविंद्र कौशिक ने इसे पूरी तरह से सच कर दिखाया।🧵जानिये आगे कहानी में क्या हुआ ?
आज हम फिल्मों में स्पाय थ्रिलर्स देखकर रोमांचित हो जाते हैं, किंतु क्या आप जानते हैं कि भारत में एक असली "जेम्स बॉन्ड" था, जिसने पाकिस्तान में रह कर साल तक खुफिया जानकारी जुटाई?
रविंद्र कोशक की यह कहानी किसी फिल्म से कम नहीं – थिएटर से जासूसी तक का सफर, पहचान बदलना, पाकिस्तानी सेना में शामिल होना और फिर एक दर्दनाक अंत। जानिए इस अनसुनी लेकिन दिल दहला देने वाली कहानी को!
थिएटर से जासूसी तक – कैसे शुरू हुई कहानी?
📍 जन्म: 1952, श्रीगंगानगर, राजस्थान
📍 शुरुआत: थिएटर और मिमिक्री में गहरी रुचि
📍 रॉ (RAW) की नजर: 1973 में रॉ एजेंसी ने उनकी प्रतिभा देखी और उन्हें दिल्ली बुलाया
📍 खास ट्रेनिंग: उर्दू भाषा, इस्लामिक संस्कृति, पाकिस्तान का भूगोल, गुप्त पहचान बनाने की ट्रेनिंग
📍 नई पहचान: अब वे बन गए "नबी अहमद शाकिर" – एक पाकिस्तानी नागरिक
Mar 17 • 9 tweets • 2 min read
यदि आपके घर में तुलसी है तो आप ये उपाय कर सकते है 🧵
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Mar 17 • 7 tweets • 5 min read
कलयुग का कौन सा मंत्र सर्वश्रेष्ठ है। 🧵
इच्छा पूर्ति के लिए मंत्र जप से अधिक अच्छा साधन कोई और नहीं है।मंत्र जाप से पहले शुद्धि जरूरी है इसलिए दैनिक नित्यकर्म से निवृत्त होने और स्नानादि करने के बाद ही जाप करना चाहिए।
मंत्र जाप के नियम
जाप करने के लिए सुबह सूर्योदय से पहले का समय सबसे उत्तम रहता है, क्योंकि इस समय सारा वातावरण शांत और सकारात्मक होता है।
जाप के स्थान को भी भलिभांति साफ कर लेना चाहिए और एक साफ़ सुथरे आसन पर बैठकर ही जाप करना चाहिए।
साधारण रूप से जाप करने के लिए तुलसी की माला उत्तम रहती है लेकिन यदि किसी कार्य सिद्धि के लिए जाप किया जाए तो देवी-देवता के अनुरूप ही माला लेनी चाहिए। जैसे भगवान शिव के लिए रुद्राक्ष की माला तो लक्ष्मी जी के लिए कमलगट्टे की माला उत्तम मानी जाती है।
जिस भी देवी या इष्ट देवता का जाप कर रहे हैं ,उनकी छवि को मन में रखकर ही जाप करना चाहिए , और हररोज कम से कम एक माला ( यानि 108 बार ) का जाप जरूर करना चाहिए। जाप विश्वाश और पूर्ण श्रद्धा से कीजिए।
Mar 17 • 15 tweets • 12 min read
कुंडलिनी जागृत कैसे करें, और क्या होता है कुंडलिनी जागृत होने पर ? 🧵
साधारण से साधक कर देने की एक मात्र शक्ति की शक्ति से यदि आप अभी तक अनभिज्ञ है तो ये #thread आप के लिए है , कृपया अवश्य पढ़े
कुंडलिनी को कैसे जागृत करें:
(आसन)
पश्चिम में योग अति लोकप्रिय हो गया है, किंतु इसका प्राथमिक उद्देश्य आम तौर पर भुला दिया जाता है। यह मुख्य रूप से व्यायाम का एक रूप नहीं है। जबकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं, इसका वास्तविक उद्देश्य आध्यात्मिक है। योग का अभ्यास करने से, यह शरीर में ऊर्जाओं को संतुलित करता है, और उनके प्रवाह को प्रोत्साहित करता है, चैनलों में रुकावटों को दूर करता है, उन्हें किसी भी विषाक्त पदार्थ से शुद्ध करता है, और चक्रों को उत्तेजित करता है।
Mar 16 • 12 tweets • 3 min read
आपकी राशि का एक निशुल्क उपाय 🧵
नोट- केवल इस वर्ष के लिए (२०२५)
1. 2.
Mar 16 • 6 tweets • 2 min read
कर्ज मुक्ति के विशेष उपाय रविवार को करे 🧵 1.
Mar 15 • 17 tweets • 7 min read
पढ़ कर आपको कैसा लगेगा यदि कहा जाए “देवी देवताओं की संख्या ना 33 कोटि ना 33 करोड़ है ”
24 विष्णुरूप, 12 सरस्वती सरूप, 8 लक्ष्मी, 12 गौरी, 36 तुषित, 7 मारुतगण , 9 ग्रह, 10 दिशा दिग्पाल , स्थानीय देवता, नक्षत्र के अधिपति, पितृ लोक 🧵
जी हा! ये केवल एक गणित को घुमा घुमा कर बता दिया गया है, इसको इसी #thread में सिद्ध कर दिया जाएगा
चलिए, गणना करें।
त्रिदेव : ब्रह्मा, विष्णु, महेश
• त्रिदेवी : सरस्वती, लक्ष्मी, काली
इनमे से भी भगवान विष्णु के असीमित रूपों में से कुछ रूप हैं,
33 प्रमुख देवता : (जिसे प्रमुख कहा जाए)
12 आदित्य + 8 वसु + 11 रुद्र + 1 इंद्र + 1 प्रजापति (कुछ शास्त्रों में इंद्र और प्रजापति के स्थान पर 2 अश्विनी कुमार स्थित होते हैं।)
Mar 15 • 7 tweets • 2 min read
श्री नारायण हरि के सबसे सरल एवं चमत्कारी मंत्र 🧵 1.
Mar 15 • 10 tweets • 4 min read
क्या भगवान कृष्ण की स्यमंतक मणि कोहिनूर नाम से विख्यात हुई ? 🧵
ये एक प्रश्न है इसकी युगों से कहानी ऐसी रही है आइये एक #thread में आगे बात करते है !
आइए आपको उस मणि की कहानी सुनाते हैं जिसे मुगलिया दरबारी इतिहासकारों और बाद में कोहिनूर नाम से विख्यात कर दिया वास्तव में इसका नाम स्यमंतक मणि था इसे 3200 BC(ईसा पूर्व) में द्वारका के पास गोमती नदी में पाया गया था...!
इसके साथ एक दुर्भाग्य जुड़ा हुआ था कि यह केवल स्त्रियों के पास ही रहकर भाग्यशाली होता था किसी पुरुष के पास पहुंचते ही उसके विनाश का कारण बन जाता था।