साहब लंबे अरसे तक एक शहर के विधायक रहे और फिर लोकसभा के लिए चुन लिए गए.
उनकी अपनी धाक थी,अपना संविधान, अपना कानून था।
उनकी मर्ज़ी के बिना पत्ता भी खड़कता तो उड़ा दिया जाता।
साहब के चाहने वाले भी बहुत थे और उनसे नफरत करने वाले भी..
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कहते हैं कि एक बार वो एक पुलिसअधिकारी के पीछे बंदूक ले कर भागे थे जिन्हें जान बचाने के लिए भाग कर पास के पुलिस थाने में छिपना पड़ा था।
जैसा कि चलन है अपने यहां का,मामला दर्ज तो हुआ मगर कोई गिरफ्तार नहीं हुआ।
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डाक्टर कितनी फीस लें ये साहब तय किया करते थे,साहब के गुर्गों के लिए सिनेमाघर में सीटें आरक्षित रखनी पड़ती थी.
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उनकी लोकप्रियता के पीछे शहर में समाजवादी वेल्फेयर राज्य का होना था।
लेनिन से भी अधिक साम्यवादी भारत के अपने स्टालिन थे साहब जिनके पास AK47, LMG, CMG आदि का ज़खीरा था।
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सब मानते थे जो नहीं मानता उसका वजूद चुनाव के पहले ही मिटा दिया जाता..
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साहब सांसद होने के लिहाज़ से सुचारू संचालन की जाँच करने के लिए दौरा कर रहे थे।
ऐसे ही एक परीक्षा केन्द्र के दौरे के दौरान छात्रों ने केन्द्र पर सख्ती की शिकायत की।
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बस इस अव्यवस्था पर साहब को गुस्सा आ गया क्योंकि ये तो उनके जनकल्याणकारी राज के खिलाफ था।
सेंटर पर एक SDPO यानि SP स्तर का (सामान्यतः IPS)अधिकारी वहां मौजूद था।
गुस्से में उनसे साहब की कहासुनी हुई।
(अपुष्ट सूत्रों के अनुसार कुछ ज्यादा ही)
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सोशल मीडिया का दौर न होते हुए भी खबर चारों ओर फैल गई।
यह एक व्यक्ति का अपमान नहीं था।
ये तो पूरे राज्य के प्रशासन, पुलिस बल का अपमान था।
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मगर साहब तो साहब थे,उनके आदमियों ने पुलिस बलों को कह दिया कि साहब ने उन्हें गाँव में आने की अनुमति नहीं दी है।
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चेतावनी दी गई और पुलिस गाँव की ओर बढ़ने लगी।
गाँव वालों ने विरोध किया, नये SP ने उन्हें पीछे हटने को कहा। पहली गोली पुलिस ने चलाई और जंग शुरू हो गई।
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7 घंटों तक गोलीबारी चलती रही।
सोचिए कितना गोला बारूद उस गाँव में रहा होगा कि वे सात घंटे तक हथियारों से पूर्ण सज्जित पुलिस बल को टक्कर देते रहे।
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दोनों ओर से सात लोग मारे गए।
आखिर साहब ने CM को फोन किया जिन्होंने SP को फोन कर तुरंत लौटने के आदेश दिए।
पुलिस बल बिना साहब को गिरफ्तार किए लौट गया।
साहब का दबदबा अगले कई सालों तक कायम रहा।
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बताइए..?
किस किस दौर से गुजरा है ये वतन,
कि आज तक पहुंचा है ये वतन..
जयहिन्द।
*बाद में तो खैर कानून की गिरफ़्त में आ ही गए साहब..