सुशांत के पिता ने पटना में एफआईआर दर्ज करवाई। यह एफआईआर रिया चक्रवर्ती, उनकी मां, पिता, भाई और दो मैनेजर के खिलाफ दर्ज करवाई गई है। सुशांत के पिता ने रिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। #JusticeForSushantSinghRajput
सुशांत के पिता के 7 आरोप
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1. 2019 से पहले जब मेरे बेटे सुशांत सिंह कोई भी दिमागी परेशानी नहीं थी तो रिया के संपर्क में आने के बाद अचानक क्या हुआ? सुशांत को दिमागी रूप से क्या परेशानी हो गई, इसकी जांच की जाए?
2. उसका दिमागी इलाज चल रहा था तो हमसे कोई लिखित या मौखिक इजाजत क्यों नहीं ली गई?
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जब कोई मानसिक रूप से बीमार होता है तो उसके सारे अधिकार उसके परिवार के ही पास होते हैं। इसकी जांच करवाई जाए।
3. जिन डॉक्टरों ने रिया के कहने से मेरे बेटे सुशांत सिंह का इलाज किया है, मुझे लगता है कि ये डाक्टर भी रिया के साथ इस सारे षड्यंत्र में शामिल थे।
👆......इस बात की जांच होनी चाहिए कि उन्होंने क्या-क्या इलाज किया थाकौन-कौन सी दवाइयां मेरे बेटे को दी थी?
4. जब रिया को पता चला कि मेरे बेटे की मानसिक हालत नाजुक चल रही है तो इस हालत में उसका ठीक तरीके से इलाज न करवाना और उसके इलाज के सारे कागजात अपने साथ ले जाना और ....
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.....मेरे बेटे को उस नाजुक हालत में अकेला छोड़ देना और उससे हर तरह का संपर्क तोड़ लेना। इन सबके कारण मेरे बेटे ने आत्महत्या कर ली।
5. सुशांत सिंह फिल्म लाइन को छोड़कर, केरल में ऑर्गेनिक खेती करना चाहता था। जब उसका दोस्त महेश उसके साथ केरल जाने के लिए तैयार था, तब
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....रिया ने इस बात का विरोध किया था कि तुम कहीं पर नहीं जाओगे। अगर मेरी बात नहीं मानोगे तो मैं मीडिया में तुम्हारी मेडिकल रिपोर्ट दे दूंगी और बता दूंगी कि तुम पागल हो गए हो। जब रिया को लगा कि सुशांत सिंह उसकी इस बात को नहीं मान रहा है और उसका बैंक बैलेंस भी कम हो रहा है।
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तब रिया ने सोचा कि अब सुशांत उसके किसी काम का नहीं रहा। इसके बाद सुशांत के घर रह रही रिया लैपटॉप, कैश, जेवर, क्रेडिट कार्ड, इलाज के दस्तावेज, पिन नंबर, पासवर्ड, सब साथ लेकर चली गई। इसकी जांच की जाए?
6. पहले सुशांत का अभिनय जगत में पूरा नाम था तो ऐसा क्या कारण रहा कि रिया के ...
आने के बाद सुशांत सिंह को फिल्में मिलना एकदम से कम हो गईं, इसकी जांच की जाए।
7. मेरे बेटे के एक बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि उस बैंक के खाते में 17 करोड़ रुपए थे। पिछले 1 साल में 15 करोड़ निकाले गए हैं। जिन जगहों पर यह पैसे ट्रांसफर हुए, उनका मेरे बेटे से कोई लेना-देना नहीं था।
मेरे बेटे के सभी खातों की जांच की जाए। इन बैंक खातों और क्रेडिट कार्ड से कितना पैसा रिया ने अपने परिजन एवं सहयोगियों के साथ धोखेबाजी से निकाला, इसकी जांच हो।
पटना में रिया, उसके पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती, मां संध्या चक्रवर्ती, भाई शोविक चक्रवर्ती, दो मैनेजर सौमिल चक्रवर्ती और
....श्रुति मोदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई भी गयी है।
बिहार विधानसभा चुनाव, किस जिले में किस तिथि को होंगे :
पहले चरण में इन जिलों में होंगे चुनाव- भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, खगड़िया, बेगूसराय, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिलों में 28 अक्टूबर को चुनाव होंगे.
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दूसरे चरण में इन जिलों में होंगे चुनाव : उत्तर बिहार के जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, पश्चिमी चंपाण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिले में 3 नवम्बर को चुनाव होंगे.....
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तीसरे चरण में इन जिलों में होंगे चुनाव : बोधगया सहित 7 जिले जहानाबाद, अरवल, नवादा, औरंगाबाद, कैमूर और रोहतास में 7 नवम्बर को चुनाव होंगे. पटना सहित बक्सर, सारण, भोजपुर, नालंदा, गोपालगंज और सीवान में 7 नवम्बर को चुनाव होंगे.....
12 फरवरी 1968 को मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर ट्रैक के बीच में एक शव मिला था।
ये शव किसी आम आदमी का नही, भारत के उस समय के सबसे प्रखर राष्ट्रवादी और सनातन धर्म प्रचारक नेता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय का था।
ये वो पंडित दीन दयाल उपाध्याय थे, जिनका सामना उस समय की प्रधानमंत्री ....
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....इंदिरा गाँधी ही नही उनके पिता नेहरु भी करने से डरते थे।
ये वो पंडित दीन दयाल उपाध्याय थे, जिन्होंने जनसंघ की नीव रख कर, भारत की राजनीती को एक नई पहचान दी।
ये वो पंडित दीन दयाल उपाध्याय थे, जिन्होंने राष्ट्र धर्म के प्रचार में अपना जीवन लगा दिया।
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इनके राष्ट्र के प्रति योगदान की बात जितनी की जाए कम है।
बेहद साधारण से रहने वाले ये व्यक्ति, 11 फरवरी 1968 को रेल से पटना जा रहे थे, और उसी रात किसी ने उनकी हत्या कर शव मुगलसराय, जो अब पंडित दीं दयाल उपाध्याय स्टेशन हो गया है, पर फेक दिया।
और अफ़सोस की हम इनके कातिलो का पता
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बिहार में पुलिस और प्रशासन की असंवेदनशीलता का एक ऐसा दृश्य देखने को मिला कि कोई भी काँप उठे। एक असहाय और ग़रीब परिवार के बच्चे को मस्जिद में ले जाकर मार डाला गया। इसके बाद उसे नदी में फेंक दिया गया। जब माता-पिता पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुँचे तो उन्हें पुलिस ने मारा-पीटा।
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मजबूरन उन्हें घर छोड़ कर भागना पड़ा। अब वो उत्तर प्रदेश के एक इलाक़े में रह रहे हैं।
ये घटना बिहार के गोपालगंज स्थित कटेया के बेलाडीह की है। ओबीसी इकाइयों में आने वाला राजेश जायसवाल का परिवार ग़रीब है, जो पकौड़े बेच कर अपना गुजर-बसर करता है। 28 मार्च, 2020 को कुछ लड़के आए और...
चीन ने कुछ समय पूर्व जब एकाएक हजार मौतों का आंकड़ा बढ़ाकर दिखाया था तो पूरे विश्व में उस पर आश्चर्य व्यक्त किया गया था । चीन की हरकत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषणा के सामने बहुत छोटी नजर आएगी । अभी सूचना आ रही है कि पश्चिम बंगाल में
एक लाख के करीब कोरोना संक्रमित मरीज हो सकते है ।
एक दिन में इतनी बढ़ोतरी का एक ही मतलब है " तेल लेने गया इंडिया।" जो काम पूरा तब्लीगी जमात नहीं कर सकी वो अकेले ममता बानो ने कर दिखाया। पूरे देश में 50 हजार मरीज हैं और आज पता चला कि बंगाल में ही एक लाख हैं।
साथ ही ममता सरकार ने जारी आंकड़ो में बताया है कि एक दिन दिन में 98 मरीजों की मौत भी हो गयी है । सभी "सेकुलर" भाइयों-बहनों को इस कामयाबी पर बधाई।
#शाहीनबाग में हर रोज आकर भड़काने वाली और फिर दिल्ली दंगों में बड़ी भूमिका निभाने वाली सफूरा जरगर को पुलिस ने गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेज दिया।
तिहाड़ जेल में उनकी तबीयत कुछ नासाज हुई लेकिन वह अपना मेडिकल चेकअप कराने से इनकार करती रही इसके बजाय वह अपने जमानत के लिए अथक....
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.....प्रयास करती रही, लेकिन जेल नियमों के अनुसार यदि किसी कैदी की तबीयत खराब होती है तब उसका मेडिकल चेकअप करना जरूरी हो जाता है
और मेडिकल चेक अप में सफूरा जरगर 2 महीने की गर्भवती निकली... यानी कि अगर देखा जाए तब वह शाहीन बाग के दौरान ही गर्भधारण की है
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गौर करने वाली बात यह हैं कि सफूरा जरगर छात्रा है और जामिया में पढ़ती हैं और अभी शादीशुदा नहीं है
यानी कि हम सब जो कहते थे कि #शाहीनबाग दरअसल अय्याशी का अड्डा है वह सच साबित हुआ अब पूरा भेद खुल जाने पर तमाम एक्टिविस्ट यह कह रहे हैं सफूरा जरगर की तो सगाई हो गई थी
भरोसा करना कठिन है। इतने प्रतिभावान अभिनेता का जाना एक क्षति है। हम उनके आत्मा के शांति की कामना करते हैं। 🙏
ये है हमारे देश का Secularism, प्रत्येक देशवासियों की आँखे नम है आज...👍
हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस मजहब से है।
बस आप एक सच्चे हिंदुस्तानी रहिए, और गलत को गलत और सही को सही कहने का हिम्मत रखिए, देश कभी झुकेगा नही,
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जो लोग कहते है कि देश में हिंदू-मुस्लिम हो रहा है, आज सोशल मीडिया पर देख लो सबसे ज्यादा इरफान खान को श्रद्धांजलि देने वालों में हिंदू ही है, भारत देश में ऐसा कुछ नहीं है इंसान को इंसान माना जाता है लेकिन कुछ लोग गलत को गलत नहीं कहते और उसको हिंदू-मुस्लिम का नाम दे देते है।