बौद्ध +हिन्दू =रहने में समस्या नहीं
हिन्दू + ईसाई = रहने में समस्या नहीं ,
हिन्दू + यहूदी = रहने में समस्या नहीं,
ईसाई +नास्तिक =रहने में समस्या नहीं,
नास्तिक +बौद्ध = कोई समस्या नहीं,
बौद्ध + सिख = कोई समस्या नहीं,
सिख + हिन्दू = कोई समस्या नहीं,
कन्फ्यूशियस + हिन्दू =कोई समस्या नहीं,
*अब थोड़ा और ध्यान दीजिए...*
मुस्लिम +हिन्दू = समस्या
मुस्लिम +बौद्ध =समस्या
मुस्लिम + ईसाई = समस्या
मुस्लिम +Jews =समस्या
मुस्लिम + सिख = समस्या
मुस्लिम + Baha'is = समस्या
मुस्लिम + नास्तिक = समस्या
मुस्लिम +Atheists =समस्या
मुस्लिम +मुस्लिम =बहुत बड़ी समस्या!
उदाहरण देखिए, जहां-जहां मुस्लिम बहुसंख्यक है, वहाँ वे सुखी नहीं रहते हैं और न दूसरे को रहने देते हैं!
देखिए ...
मुस्लिम सुखी नहीं गाजा में
मुस्लिम सुखी नहीं Egypt में
मुस्लिम सुखी नहीं लीबिया में
मुस्लिम सुखी नहीं मोरोक्को में
मुस्लिम सुखी नहीं ईरान में
मुस्लिम सुखी नहीं ईराक में
मुस्लिम सूखी नहीं यमन में
मुस्लिम सुखी नहीं अफगानिस्तान में
मुस्लिम सुखी नहीं पाकिस्तान में
मुस्लिम सुखी नहीं सीरिया में
मुस्लिम सुखी नहीं लेबनान में
मुस्लिम सुखी नहीं नाइजीरिया में
मुस्लिम सुखी नहीं केन्या में
मुस्लिम सुखी नहीं सूडान में
अब गौर कीजिए .........!
मुस्लिम सुखी वहां हैं, जहाँ कम संख्या में है...??
मुस्लिम सुखी है आस्ट्रेलिया में
मुस्लिम सुखी है इंग्लैंड में
मुस्लिम सुखी है बेल्जियम में
मुस्लिम सुखी है फ्रांस में
मुस्लिम सुखी है इटली में
मुस्लिम सुखी है जर्मनी में
मुस्लिम सुखी है स्वीडन में
मुस्लिम सुखी है U.S.A. में
मुस्लिम सुखी है कनाडा में
मुस्लिम सुखी है भारत में
मुस्लिम सुखी है नार्वे में
मुस्लिम सुखी है नेपाल में
मुसलमान हर उस देश में सुखी है !
जो इस्लामिक देश नही है ........
और देखिये कि वो उन्ही देशो को दोषी ठहराते है जो
इस्लामिक नही हैं.!
या जहां मुस्लिमो की लीडरशिप नही है.!
मुस्लिम हमेशा उन देशो को ब्लैम करते है जहा वे सुखी हैं!
और मुस्लिम उन देशो को बदलना चाहते है जहा वे सुखी हैं !
और बदल कर वे उन देशो की तरह कर देना चाहते हैं!
जहा वे सुखी नही हैं!
और अंत तक वो इसके लिए लड़ाई करते हैं.!
अब थोड़ा आतंकवादी संगठनो पर नजर डालिए!
जिनके द्वारा वह दुनिया को बदलना चाहते हैं!
1.ISIS = इस्लामी आतंकवादी संगठन ,
2.अल कायदा = आतंकवादी संगठन ,
3.तालिबान = आतंकवादी संगठन
4.हमास = आतंकवादी संगठन
5.हिज्बुल मुजाहिदीन=आतंकवादी संगठन
6.बोको हराम =आतंकवादी संगठन
7.Al-Nusra =आतंकवादी संगठन
8.अबू स्याफ = आतंकवादी संगठन
9.अल बदर = आतंकवादी संगठन
10.मुस्लिम ब्रदरहुड = आतंकवादी संगठन
11.लश्कर-ए-तैयबा = आतंकवादी संगठन 12.Palestine Liberation Front
=आतंकवादी संगठन
13.ISLAMIC TERROR ORGANIZATION
Ansaru =आतंकवादी संगठन
14.जेमाह इस्लामिया = इस्लामी आतंकवाद
संगठन
15.अब्दुल्ला आजम ब्रिगेड = आतंकवादी
संगठन
आदि और भी हैं ऐसे ही इस्लामिक जेहादी आतंकवादी संगठन!
अब इतना तो आप सभी, जरूर समझ गए होंगे कि
"आतंकवादी" का "मजहब" क्या होता है.???
अब अगर कोई हम हिन्दुओ
को बदनाम करता है
भगवा आतंकवाद के नाम पर, तो
उसे वहीं पकड़ कर .
ये काला चिठ्ठा अवश्य दिखाएं.!
वैसे इस्लाम को समझना बहुत आसान है.
पर उन्हें क्या कहें
जिनकी ये सोच है कि आंख बंद करो तो समस्या चली जाती है!
बस इन्ही जैसे लोगो के बल पर इस्लामिक जिहाद बढ़ता है
आश्चर्य-घोर आश्चर्य?
इस्लामिक प्रताड़ना एवं "जिहादियो" द्वारा सबसे ज्यादा मरते भी यही "सेकुलर" हैं!
फ्रांस में जिस शिक्षक की गला काट कर हत्या कर दी गयी उसके अंतिम क्रिया के समय मे फ्रांस के राष्ट्रपति खुद आकर खड़े हुए.
राष्ट्रपति सिर्फ यहां खड़े नहीं हुए हैं बल्कि... उनके जवाब से पूरी दुनिया के इस्लामिक देशों में हलचल है
जिस कार्टून की वजह से हत्या हुई.. उस कार्टून को हर
शहर, गली, मुहल्ले की दीवाल पर लगवाया गया है..
शहरों की बिल्डिंगों पर प्रोजेक्टर के माध्यम से विशालकाय कार्टून प्रदर्शित किए जा रहे हैं...
जवाब सिर्फ ये नहीं है.. बल्कि पूरे फ्रांस में सड़कों पर भारी भीड़ हाथों में उस कार्टून को लेकर उतर रही है...
इस्लाम का विरोध जनांदोलन
बन चुका है...
इतना समर्थन देखकर...नए विधेयक पास किये जा रहे हैं जो इस्लाम के खिलाफ होंगे...
मस्जिदों को भी बंद किये जा रहे हैं...और सैकड़ों मुल्ले मौलवियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है....
इस्लाम के खिलाफ किसी देश मे इस तरह की इतनी बड़ी कार्रवाई अब तक नहीं की गई है...
इसके
आंखे खोल देने वाली एक पोस्ट मिली आप सबसे साझा कर रही हूँ
_वो दुकान आज भी है_
मेरे घर के पीछे एक छोटा सा हाता था उसमे पांच परिवार रहते थे जिनमे से एक ठाकुर एक ब्राह्मण और दो बनिया परिवार था। एक और झोपड़ी थी जो खाली पड़ी थी।बहुत छोटी थी इसलिए उसमें कोई रहता नहीं था।फिर एक दिन एक
रहीम चाचा वहां से गुजरे तो उनकी नजर उस झोपड़ी पर पड़ी और वो ठाकुर साहब से मिन्नते करने लगे कि उन्हें उस झोपड़ी में रहने की इजाजत दे दी जाये।हालांकि झोपड़ी खाली थी और रहीम चाचा निहायती सीधे आदमी थे उन्हें वो रहने खातिर दे दी गई। रहीम चाचा अपनी बेगम और तीन बच्चों के साथ रहने लगे और
वही आहाते के बाहर पंचर की एक दुकान खोल ली। रहीम चाचा के तीनों बच्चे बहुत अच्छे थे वो बाकी बच्चों के साथ घुलमिल गये। सब साथ-साथ खेलते देखते रहीम चाचा ने दूसरी शादी कर ली और पहली से पांच बच्चे तो थे ही दूसरी वाली से चार और हो गये। कुल जमा नौ बच्चे हो गये। हालांकि झोपड़ी छोटी थी तो
ऐसे करके 250 से ऊपर लड़कियों के साथ हुई ये हरकत। ये लड़कियां किसी गरीब या मिडिल क्लास बेबस घरों से नहीं, बल्कि अजमेर के जाने-माने घरों से आने वाली बच्चियां थीं।
वो दौर सोशल मीडिया का नहीं पेड/ बिकाऊ मीडिया का था। फिर पच्चीस तीस साल पुरानी ख़बरें कौन याद रखता है ?
ये वो ख़बरें
थी जिन्हें कांग्रेसी नेताओं ने वोट और तुष्टीकरण की राजनीति के लिए दबा दिया था !
पुलिस के कुछ अधिकारियों और इक्का दुक्का महिला संगठनों की कोशिशों के बावजूद लड़कियों के परिवार आगे नहीं आ रहे थे। इस गैंग में शामिल लोगों के कांग्रेसी नेताओं और खूंखार अपराधियों तथा चिश्तियों से
कनेक्शन्स की वजह से लोगों ने मुंह नहीं खोला। बाद में फोटो और वीडियोज के जरिए तीस लड़कियों की शक्लें पहचानी गईं। इनसे जाकर बात की गई। केस फाइल करने को कहा गया। लेकिन सोसाइटी में बदनामी के नाम से बहुत परिवारों ने मना कर दिया। बारह लड़कियां ही केस फाइल करने को तैयार हुई। बाद में
अजमेर शरीफ चिश्ती दरगाह बलात्कार काण्ड
देश का सबसे बड़ा बलात्कार कांड का घिनोना सच जिसका कोर्ट ने फैसला अब सुनाया।
सन् 1992 लगभग 25 साल पहले सोफिया गर्ल्स स्कूल अजमेर की लगभग 250 से ज्यादा हिन्दू लडकियों का रेप जिन्हें लव जिहाद/प्रेमजाल में फंसा कर, न
केवल सामूहिक बलात्कार किया बल्कि एक लड़की का रेप कर उसकी फ्रेंड/भाभी/बहन आदि को लाने को कहा, एक पूरा रेप चेन सिस्टम बनाया, जिसमें पीड़ितों की न्यूड तस्वीरें लेकर उन्हें ब्लैकमेल करके यौन शोषण किया जाता रहा !
फारूक चिश्ती, नफीस चिश्ती और अनवर चिश्ती, इस बलात्कार रेप
कांड के मुख्य आरोपी थे, तीनों अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह के खादिम (केयरटेकर) के रिश्तेदार/वंशज तथा कांग्रेस यूथ लीडर भी ! फारूक चिश्ती ने सोफिया गर्ल्स स्कूल की 1 हिन्दू लड़की को प्रेमजाल में फंसा कर एक दिन फार्म हाउस पर ले जा कर सामूहिक
फोटो में जो वृद्ध गड़रिया है वास्तव में ये सेना का सबसे बड़ा राजदार था| पूरी पोस्ट पढ़ो| इनके चरणों मे आपका सर अपने आप झुक जाएगा, 2008 फील्ड मार्शल मानेक शॉ वेलिंगटन अस्पताल, तमिलनाडु में भर्ती थे। गम्भीर अस्वस्थता तथा अर्धमूर्छा में वे एक नाम अक्सर लेते थे - 'पागी-पागी!'
डाक्टरों ने एक दिन पूछ दिया “Sir, who is this Paagi?”
सैम साहब ने खुद ही brief किया...
1971 भारत युद्ध जीत चुका था, जनरल मानेक शॉ ढाका में थे। आदेश दिया कि पागी को बुलवाओ, dinner आज उसके साथ करूँगा! हेलिकॉप्टर भेजा गया। हेलिकॉप्टर पर सवार होते समय पागी की एक थैली नीचे रह
गई, जिसे उठाने के लिए हेलिकॉप्टर वापस उतारा गया था। अधिकारियों ने नियमानुसार हेलिकॉप्टर में रखने से पहले थैली खोलकर देखी तो दंग रह गए, क्योंकि उसमें दो रोटी, प्याज तथा बेसन का एक पकवान (गाठिया) भर था। Dinner में एक रोटी सैम साहब ने खाई एवं दूसरी पागी ने।