अब आप ये कहेंगे कि इसमें कौन सा आश्चर्य है मन्दिर का आधार बाकी के 69 पिलर पर होगा कुछ यही थ्योरी ब्रिटिश इन्जीनियर हैमिल्टन ने दी थी और उसने झूलते पिलर पर हथौड़े से काफी वार किये तो पता चला कि कुल 25 पिलर पर दरारें आ गयीं अर्थात् मन्दिर का आधार झूलता पिलर है। @Real_Vishal_
इस मन्दिर का निर्माण 1583 में हुआ था यहां एक स्वयंभू शिवलिंग भी है जिसे वीरभद्रावतार माना जाता है मन्दिर का निर्माण विरूपन्ना और वीरन्ना नामक दो भाइयों ने कराया था जो कि विजयनगर राज्य में कार्य करते थे। @Brand_Netan
वैसे ये मन्दिर पहले खुले परिसर में था 1583 से पहले और इस मन्दिर की स्थापना अगस्त्य मुनि ने की थी उस समय शैव और वैष्णव जनों में आपस में मान्यता को लेकर मतभेद हो गया था फिर अगस्त्य मुनि ने अपने तप से दोनों को ये समझाया कि दोनों एक ही हैं और परब्रह्म एक ही है।
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But now if we study our vedas we will find 4 dimensional world where life exists.
These are
Satya loka
Tapa loka
Jana loka
Mahar loka
Svar loka
Bhuvar loka
Bhu loka
Atala loka
Vital loka
Sutal loka
Talatal loka
Mahatal loka
Rasatal loka
Patal loka
रानी गाइदिन्ल्यू कितने लोग जानते हैं इनको?
शायद नागालैंड के लोगों या मणिपुर के लोगों को छोड़कर एक भी नहीं।
इनका जन्म 26 जनवरी 1915 को नंग्कओ ग्राम,रंगमई,मणिपुर में हुआ था।
इनके पिता कोबाई कबीले के नागाई की पुरोहिताई करते थे।
13 साल की उम्र में ये अपने चचेरे भाई के साथ हेरा आन्दोलन में जुड़ीं थीं जो कि मिशनरियोॆ के खिलाफ धर्म परिवर्तन को लेकर था।
29/08/1931 को जदोनांग को अंग्रेजों ने फां//सी दे दी।
फिर नागालैंड की दसवीं कक्षा में पढने वाली इस रानी ने आन्दोलन की बागडोर अपने हाथ में संभाली +
अंग्रेजों ने वहां गांव के गांव ज///ला दिये परन्तु आदिवासियों का विश्वास न डगा सके।
गोरिल्ला युद्ध की तकनीक जानने के चलते स्थान बदलकर काफी युद्ध किये रानी किला बनाना चाहती थी जिसमें 4000 सैनिक एकसाथ रह सकें परन्तु काम बीच में चलते ही अंग्रेजों ने युद्ध कर दिया +