राजस्थान मे एक प्रथा घुड़ला पर्व-
**********************
हिन्दुत्व को बचाने के लिये इस सत्य से हिन्दुओं को अवगत कराना आवश्यक है, नही तो कालांतर मे अर्थ का अनर्थ हो सकता है।
मारवाड़ में होली के बाद एक पर्व शुरू होता है।
जिसे घुड़ला पर्व कहते है ।
जिसमें कुँवारी लडकियाँ अपने सर पर एक मटका उठाकर उसके अंदर दीपक जलाकर गांव और मौहल्ले
में घूमती है और घर घर घुड़लो जैसा गीत गाती है !
अब यह घुड़ला क्या है ?
कोई नहीं जानता है के घुड़ला की पूजा शुरू हो गयी।
यह भी ऐसा ही घटिया ओर घातक षड्यंत्र है
जैसा की अकबर को महान बोल दिया गया
दरअसल हुआ ये था की घुड़ला खान अकबर का
मुग़ल सरदार था और अत्याचारऔर पैशाचिकता
मे भी अकबर जैसा ही गंदा पिशाच था !
ज़िला नागोर राजस्थान के पीपाड़ गांव के पास एक गांव है कोसाणा !
उस गांव में लगभग 200 कुंवारी कन्याये
गणगोर पर्व की पूजा कर रही थी, वे व्रत में थी।
उनको मारवाड़ी भाषा में तीजणियां कहते है !

गाँव के बाहर मौजूद तालाब पर पूजन करने के लिये
सभी बच्चियाँ गयी हुई थी ।उधर से ही घुडला खान मुसलमान सरदार अपनी फ़ौज के साथ निकल रहा था,उसकी गंदी नज़र उन बच्चियों पर पड़ी तो उसकी वंशानुगत पैशाचिकता जाग उठी।
उसने सभी बच्चियों का बलात्कार के उद्देश्य से
अपहरण कर लिया , जिस भी गाँव वाले ने विरोध
किया उसको उसने मौत के घाट उतार दिया !इसकी सूचना सैनिकोने जोधपुर के राव सातल सिंह राठौड़ जी को दी।
सातल सिंह जी और उनके सैनिको ने
घुड़ला खान का पीछा किया और कुछ समय मे खान को रोक लिया।
घुडला खान का चेहरा पीला पड़ गया उसने
सातल सिंह जी की वीरता के बारे मे सुन रखा था !

उसने अपने आपको संयत करते हुये कहा, राव तुम मुझे नही दिल्ली के बादशाह अकबर को रोक रहे हो इसका ख़ामियाज़ा तुम्हें और जोधपुर को भुगतना पड़ सकता है।
राव सातल सिंह बोले ,
पापी दुष्ट ये तो बाद की बात है पर अभी तो में तुझे
तेरे इस गंदे काम का ख़ामियाज़ा भुगता देता हूँ !

राजपुतो की तलवारों ने दुष्ट मुग़लों
के ख़ून से प्यास बुझाना शुरू कर दिया था ,
संख्या मे अधिक मुग़ल सेना के पांव उखड़ गये
भागती मुग़ल सेना का पीछा कर ख़ात्मा कर दिया गया ! राव सातल सिंह ने तलवार के वार से
घुडला खान का सिर धड़ से अलग कर दिया !
राव सातल सिंह ने सभी बच्चियों को मुक्त करवा
उनकी सतीत्व की रक्षा करी !

इस युद्ध मे वीर सातल सिंह जी अत्यधिक घाव
लगने से वीरगति को प्राप्त हुये !
उसी गाँव के तालाब पर सातल सिंह जी का अंतिम संस्कार किया गया, वहाँ मौजूद सातल सिंह जी की समाधि उनकी वीरता ओर त्याग
की गाथा सुना रही है !

गांव वालों ने बच्चियों को उस दुष्ट घुडला खान
का सिर सोंप दिया !
बच्चियो ने घुडला खान के सिर को घड़े मे रख कर उस घड़े मे जितने घाव घुडला खान के शरीर पर हुये उतने छेद किये और फिर पुरे गाँव मे घुमाया और हर घर मे रोशनी की गयी !

यह है घुड़ले की वास्तविक कहानी !

जिसके बारे में अधिकाँश लोग अनजान है ।
लोग हिन्दु राव सातल सिंह जी को तो भूल गए और पापी दुष्ट घुड़ला खान को पूजने लग गये
इतिहास से जुडो और सत्य की पूजा करो !और हर भारतीय को इस बारे में बतायें ।सातल सिंह जी को याद करो नहीं तो हिन्दुस्तान के ये तथाकथित गद्दार इतिहासकार उस घुड़ला को
देवता बनाने का कुत्सित प्रयास करते
रहेंगे ।
जय हिंद
वंदे मातरम
जय मा भारती

🙏 भारत माता की जय 🙏

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3 Apr
कर्नाटक के मंगलुरू में स्वामी कोरगज्जा मंदिर में तीन दिन पहले शांतिदूत समुदाय के दो लड़के तौसीफ व् रहीम आए और पुजारी के समक्ष क्षमा के लिए रोने गिड़गिड़ाने लगे।

पहले पुजारी को लगा कि वह मजाक कर रहे हैं। किंतु, वह गंभीर थे, दोनों ने पुजारी को बताया कि अपने साथी नवाज के साथ मिलकर Image
उन्होंने ही कुछ दिन पहले मंदिर की दानपेटी में कंडोम डाला था।
नवाज माफी माँगने के लिए जिंदा नहीं था, दानपेटी में कंडोम डालने के बाद उसे एक दिन खून की उल्टियाँ हुईं और फिर पेचिश से उसके मल से खून निकला, अंत में वह अपने घर की दीवारों पर सिर मारते हुए मर गया, मरते समय उसने उन्हें
बताया कि कोरगज्जा उन सब पर नाराज हैं

अब सिर्फ़ वही दोनों यानी अब्दुल रहीम और अब्दुल तौफीक ही जिंदा हैं, लेकिन वक्त बीतने के साथ रहीम को भी खून की उल्टियाँ शुरू हो गई हैं, बिलकुल वैसे ही जैसे नवाज को हुई थी।

उसके बाद दोनों अपनी जान जाने के डर से घबराकर पुजारी की शरण में जाकर
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3 Apr
पंजाब से क्यों " हिंदू मंदिर ऐक्ट " की आवाज़ उठाने की पहल हुई।
13/4/2021 से क्यों " भगवा चेतना रथ यात्रा " पंजाब के सभी शहरों और कसबों से निकाली जा रही है। क्यों 13 अप्रैल से सभी सनातनीयों को अपने घरों, दुकानों पर भगवा धवज फहराना जरूरी है।

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हिंदू मंदिर ऍक्ट
*क्या है 1951 हिन्दू धर्म दान एक्ट*❓
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"1951 हिंदू धर्म दान ऍक्ट"
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1 Apr
वैटिकन के नाम बडे दर्शन खोटे !
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31 Mar
कहते हैं जब नादिर शाह ने दिल्ली पर कब्ज़ा किया था, तो जामा मस्जिद के ऊपर चढ़कर एक तलवार छत पर गाड़ दी थी और अपने जिहादियों को हुक्म दिया था कि जब तक ये तलवार ना उठे, क़त्ल-ए-आम ना रुके...
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इनको सिर्फ लुटेरा बताकर इतिहास ख़त्म कर देने वाले वामी-कामी जब औरंगजेब को माननीय बताने लगते हैं, तो हैरानी कैसी!!! ये तो इनके नायक हैं...
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31 Mar
*अरे हिन्दू सेक्युलर बैठ जरा,*
*तुझको तेरा भविष्य बताता हूँ,*
*तेरे बच्चों के संग क्या होगा,*
*उसकी तस्वीर दिखाता हूँ,*
😢😢😢😢😢😢😢😢😢
*जब मुस्लिम बहुसंख्यक होंगे,*
*2 विकल्प तुम्हें दिए जाएंगे,*
*या तो तुम कलमा पढ़ लो,*
*नही यमलोक तुम्हे पहुंचाएंगे,*
😢😢😢😢😢😢😢
*औरत बहन तेरी बेटी,*
*भैया भैया चिल्लाएगी,*
*उनकी यही करुण चीखें,*
*माँ भारती को भी रुलायेंगी,*
😢😢😢😢😢😢😢😢😢
*बंटवारे को रे सेक्युलर,*
*तू याद जरा सा तो करले,*
*जब देश बंटा था टुकड़े में,*
*उसे याद जरा अब तू कर ले,*
😢😢😢😢😢😢😢😢😢
*जब मानवता का खून बहा था,*
*पूर्व पश्चिम पाकिस्तान में,*
*30 लाख हिन्दू सिख कटे थे,*
*दोनों पाकिस्तान में,*
😢😢😢😢😢😢😢😢😢
*हिन्दू सिख नारी चीख रही थी,*
*अपनी अस्मत बचवाने को,*
*क्या कोई मुस्लिम आगे आया,*
*उनकी अस्मत बचवाने को,*
😢😢😢😢😢😢😢😢😢
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30 Mar
जब मैं सही बात पर सरकार की गलत आलोचना करता हूँ तब मैं बुद्धिजीवी होता हूँ *...*…

*पर ......*…

जब मैं उत्तम नीतियों का समर्थन करता हूँ तब मैं अंधभक्त हो जाता हूँ।

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*पर ......*…
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जब मैं डिजिटल इंडिया, कैशलेश इंडिया, विदेशी निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर की तारीफ करता हूँ तब मैं पुनः अंधभक्त हो जाता हूँ।

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