#कॉंग्रेस_की_गंदगी

पूरा अवश्य पढ़ना...

एक कहानी सुनी थी, जो आज भारतीय जनता पर चरितार्थ होती है।

एक राजा ने किसी अपराधी को सजा दी थी,
या तो १०० प्याज खा लो,
या तो १०० कोड़े खा लो।

अपराधी को अपने शरीर का अनुमान नही था कि, कोड़े बर्दाश्त कर सकता है या प्याज !!
जैसे ही 10 प्याज खाता तो, लगता कि कोड़े खाना ठीक है और जब 10 कोड़े खाता तो लगता कि प्याज खाना ठीक है।

अंत में उसने बारी-बारी से १०० कोड़े और १०० प्याज दोनों खाये !!

अब आते है असली मुद्दे पर🚩

मई 2014 से पूर्व..
जब कांग्रेस ने कम्युनल वायलेन्स बिल लाकर हिंदुओं को...
भारत में दोयम दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया था...

जब हिन्दू आतंकवाद को जबरदस्ती स्थापित किया गया...

जब रामसेतु कांग्रेस तोड़ रही थी।

जब भारतीयत्व के प्रतीकचिन्हों को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने का षणयंत्र रचा जा रहा था।

जब भारत की जनतांत्रिक जनता कोड़े खा रही थी।
जब घोटालों पे घोटाले हो रहे थे।

जब तत्कालीन PM द्वारा, संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है, की घोषणा हो रही थी।

जब देश का PM देहाती औरत का ख़िताब लेकर घूम रहा था।

जब आतंकवादियों को मारनेवाला सैनिक कोर्ट मार्शल झेल रहा था।

और
जब हिन्दू साधू-साध्वी, हिन्दू-आतंकवाद के प्रोपेगेंडा के जाल में फंसाकर जेल भेजे जा रहे थे।

जब कमलेश तिवारी देवदूत पर बोलने से रासुका धारा में जेल जाता था, और फ़िदा हुसैन जैसे खुले में घूमता था।

खैर,,,
कुछ जन जागरण हुआ और,

2014 से सत्ता बदली।
सत्ता बदलते ही, घोषणा हो गई, कि..
हिन्दूविरोधी कम्युनल वायलेन्स बिल नहीं ले आएंगे।

रामसेतु नहीं तोड़ा जाएगा, वैकल्पिक मार्ग निकालेंगे।

हिन्दू आतंकवादी का नाम देकर जेलों में ठूसे गये लोग बाहर आने लगे।

सेना की बन्दूकों पर लगे लॉक खोल दिये गए और जेहादी मारे जाने लगे।

नर्थईस्ट भी भारत का हिस्सा है,...
ऐसा कागज से निकल योजनाओं मे भी दिखने लगा।

तीन तलाक और हलाला पर डिबेट शुरू हुई, तीन तलाक बैन हुआ।

जनता को लगने लगा कि कोड़े के बाद मेवा खा रहे है।

तभी अचानक नोटबन्दी हुई,कश्मीर में पत्थरबाजों पर लगाम लगी,मगर कई बड़े लोगों के करोड़ों अरबों डूब गए।

फर्जी कंपनियों पर ताले लग गए।
कुछ कहते हैं रोजगार में कमी आई..

GST से शुरुआत में परेशानियाँ शुरू हुई।

फिर जनता को, मेवे में प्याज का स्वाद आने लगा और जनता अब तक कोड़े की पीड़ा भूल चुकी थी।

अब कुछ लोग ऐसे है जो कहने लगे है कि, प्याज खा के उल्टी करने से अच्छा है, 2014 से पहलेवाले कोड़े खाएंगे।
क्योंकि, रामसेतु तोड़ के हिंदुओं को आतंकवादी घोषित करनेवाला 5% DA भी बढ़ाता था।

क्या हुआ जो राम को काल्पनिक कहता था, ब्लैक के बिजनेस की पूरी छूट थी।

क्या हुआ जो आतंकवादी मंदिरों में बम फोड़ते थे, उस समय कामचोरी की भी पूरी छूट थी।

बुलाइये कोड़े वाले को,

मगर ...
ये याद रखियेगा कि, जल्लाद खार खाए बैठा है, कोड़े बहुत जोर से लगेंगे।

2013 में कम्युनल वायलेन्स बिल पास न कर पाने का दुख, खीझ और गुस्सा है और 7 साल से सत्ता से दूर रहने की झल्लाहट भी है।

पहले तो सिर्फ कहते थे कि हम मुसलमानों की पार्टी है। अब तो खुलेआम झंडे भी फहराने लगा है।
इसीलिए आज के थोड़े कष्ट सह लीजिए,

वरना, कोड़े और प्याज दोनों खाने पड़ेंगे।

#कांग्रेस_भगाओ_देश_बचाओ
#कांग्रेस_भगाओ_हिंदू_बचाओ

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भगवान श्रीकृष्ण ने सेना को अपने अपने अस्त्र शस्त्र छोड़कर, चुपचाप हाथ जोड़कर खड़े रहने का आदेश दिया। और कहा मन में युद्ध करने का विचार भी न लाएं, यह उन्हें भी पहचान कर नष्ट कर देता है।
"नारायण अस्त्र" धीरे धीरे अपना समय समाप्त होने पर शांत हो गया।

इस तरह पांडव सेना की रक्षा हो गई...

इस कथा प्रसंग का औचित्य समझें?
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